मॉड्यूल 9 गतिविधि 2: विचार करें
एक शिक्षक ने कक्षा IV के विद्यार्थियों के सामने एक प्रशन रखा। 400+7 जोड़े ।
एक विद्यार्थी उसे इस तरह से करता है :
400+7 = 1100
इन विद्याथियों को किस तरह का पूर्वज्ञान नहीं था?
इस गलत अवधारणा को संबोधित करने के लिए विद्यार्थियों से किस तरह के प्रश्नों को पूछना चाहिए?
चिंतन के लिए कुछ समय लें और कमेंट बॉक्स में अपनी टिप्पणी दर्ज करें ।
विध्यार्थी को इकाई , दहाई, सैकड़ा, हज़ार, आदी का प्रश्न पूछना चाहिए यदि उससे नही बनता तो उसे बताना चाहिए।
ReplyDeleteपहले हम बच्चे को अंकों का ज्ञान इकाई दहाई सैकड़ों ज्ञान करवाएंगे छोटे छोटे जोड़ना सवाल सिखाएंगे फिर इस सवाल को समझाएंगे
Deleteबिल्कुल सही
Deleteछात्रों को इकाई के नीचे कई दही के नीचे दहाई जमा कर जोड़ने का अनुभव देना होगा पब्लिक
Delete⅙ bacche ko ganit Mein sankhya Kaise likhen ke lekhan ka gyan nahin hai aur Dikhai dahai saikda Adhikar Vigyan nahin hai isliye bacchon ko pahle ganit Mein sankhyaon ka lekhan kaise kiya Jata Hai 21 1 ghante Mein Kaise likha Jata Hai Kaise padha Jata Hai is baat ka gatividhiya Anya Prakar se Dhyan Karana Hai Kan Karana Hoga Taki na Karen
DeleteMangla विध्यार्थी को इकाई , दहाई, सैकड़ा, हज़ार, आदी का प्रश्न पूछना चाहिए यदि उससे नही बनता तो उसे बताना चाहिए। इनके क्रम से लिखना के विषय में बताना होंगा।
DeleteBachchon ko phle anko ko ekae dhae ke anusar likhna smjhayege fir jodna sikhayege
Deleteबिद्यार्थी को अंको को इकाई, दहाई, आदी के सही क्रम मे जोड़ने का पूर्व ज्ञान नही हैं, अंको को इकाई दहाई आदि क्रम में लिखने का प्रश्न न पूछना चाहिये॥
ReplyDeleteChatra ko sankhya likhne ki smjh nhi h ath use once tens se sambandhit questions puchana chahiy
ReplyDeleteबच्चों को पहले ईकाई दहाई के बारे मे बताना चाहिए
ReplyDeleteविध्यार्थी को इकाई , दहाई, सैकड़ा, हज़ार, आदी का प्रश्न पूछना चाहिए यदि उससे नही बनता तो उसे बताना चाहिए।
ReplyDeleteVidhyarthi koo ikai,dahai,sekda,harar, aadi ka prashna poochna chahaiye yadi usse nhi banta to use batana chahaiye
ReplyDeleteविद्यार्थी को इकाई ,दहाई ,सैकड़ा और जोड़ मैं इनके क्रम लिखने के विषय मैं बताना होगा।
ReplyDeleteविध्यार्थी को इकाई , दहाई, सैकड़ा, हज़ार, आदी का प्रश्न पूछना चाहिए यदि उससे नही बनता तो उसे बताना चाहिए। इनके क्रम से लिखना के विषय में बताना होंगा।
Deleteमै sarvesh kumar pandey,माध्यमिक शिक्षक शासकीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय महदेवा
ReplyDeleteDistrict -Satna
State-owned M.P.
डाइस कोड-23130717005
मुझे लगता है ऊपरोक्त संक्रिया को हल झरने में बच्चे को स्थानीय मान का पूर्व ज्ञान नही था ।
समस्या को हल करने के लिये बच्चों से 400 से 7 आगे गिनने
को कहा जा सकता है।
जैसा की अभी सर ने बताया एवं डॉक्यूमेंट के अनुसार बच्चे को अनुभव के आधार पर बच्चा क्या अनुभव रखता है लेकर आया है उसके बाद क्या उसकी भाषा है उसके बाद क्या उसका चित्र देखकर वह कुछ सीख रहा है उसके बाद संकेत पर जाएं क्योंकि इस संख्या में संकेत का बड़ा महत्व दिया गया है परंतु जब तक बच्चा अपने अनुभव को शेयर नहीं करेगा जब तक वह इन संकेतों को तक नहीं पहुंच पाएगा और वह इस प्रश्न सवाल को नहीं कर पाएंगे इसके लिए हम को संकेत उसके बाद इकाई दहाई के संकेत उसके बाद डिजिट के नीचे डिजिट लिखने का अभ्यास जो लास्ट में होगा उसके बाद ही बच्चा इस सवाल को हल कर पाएगा
Deleteविध्यार्थी को इकाई , दहाई, सैकड़ा, हज़ार, आदी का प्रश्न पूछना चाहिए यदि उससे नही बनता तो उसे बताना चाहिए। इनके क्रम से लिखना के विषय में बताना होंगा।
ReplyDeleteBacchon Ko Kisi Tarah ka purv Gyan Nahin hone ke Karan ine bacchon ko ekai dahai sekda ke bare mein pahle bataen fir bacchon se inke bare mein prashn Karen Firon Yahan Bhi bataen ki kis taraf se jodna chahie
ReplyDeleteCovid-19 ke Samay bacchon se Whatsapp ke dwara workbook ke Madhyam se Hamara Ghar Hamare Vidyalay ke Madhyam se Palko se Sampark covid-19 ke Niyam ka Palan karte hue bacchon ke Sampark mein rahe
ReplyDeleteBarf ko dekh kar ke UN Dinon Ki Yad a Jaati Hai School ke bahar baraf ke Goli wala Khada rahata tha aur rest me ham Gola khane nikal Jaate the Is Tarah Ke sawalon se a bacchon mein Main Kalpana Shakti ka Vikas Hota Hai hi
ReplyDeleteJo Vidyarthi Jis gun Mein Nipun Ho Usi Karya Kshetra mein protsahit kar Aage Badhana chahie
ReplyDeleteबच्चे को आगे 400 से आगे 7 गिरने के लिए कहा जा सकता है तथा इकाई दहाई एवं से कड़े पर अंकित मान व स्थानीय मान समझा कर भी बताया जा सकता है
ReplyDeleteछात्र को अभी इकाई, दहाई से संबंधित लिखकर जोड़ने की प्रक्रिया से पूर्णतः परिचित नहीं हैं। वह जोड़ते समय बाद वाली संख्या इकाई की तरफ से नहीं लिख रहा है। उसे इकाई दहाई सेकड़ा इत्यादि पूछने चाहिए, साथ ही लिखवा कर बुलवाना चाहिए।
ReplyDeleteविध्यार्थी को इकाई , दहाई, सैकड़ा, हज़ार, आदी का प्रश्न पूछना चाहिए यदि उससे नही बनता तो उसे बताना चाहिए। इनके क्रम से लिखना के विषय में बताना होंगा।maths को दैनिक जीवन से जोड़ने का प्रयास करना चाहिए
ReplyDeleteबिद्यार्थी को अंको को इकाई, दहाई, आदी के सही क्रम मे जोड़ने का पूर्व ज्ञान नही हैं, अंको को इकाई दहाई आदि क्रम में लिखने का प्रश्न न पूछना चाहिये॥
ReplyDeleteKamal Kaushal
ReplyDeleteGPS Santer
विध्यार्थी को इकाई , दहाई, सैकड़ा, हज़ार, आदी का प्रश्न पूछना चाहिए यदि उससे नही बनता तो उसे बताना चाहिए। इनके क्रम से लिखना के विषय में बताना होंगा।
मुझे लगता है ऊपरोक्त संक्रिया को हल झरने में बच्चे को स्थानीय मान का पूर्व ज्ञान नही था ।
समस्या को हल करने के लिये बच्चों से 400 से 7 आगे गिनने
को कहा जा सकता है।
बच्चे को इकाई, दहाई और सैकड़ा का ज्ञान नहीं है।इसलिए वह 400+7=1100 बता रहा है । हमे पहले संख्याओं में इकाई दहाई और सैकड़ा के महत्व को समझना चाहिए।
ReplyDeleteविध्यार्थी को इकाई , दहाई, सैकड़ा, हज़ार, आदी का प्रश्न पूछना चाहिए यदि उससे नही बनता तो उसे बताना चाहिए। इनके क्रम से लिखना के विषय में बताना होंगा।maths को दैनिक जीवन से जोड़ने का प्रयास करना चाहिए
ReplyDeleteसबसे पहले अनुभव के आधार पर अंक की पहचान करवाना स्थान पूछना फिर kn सा अंक है पुछना किस स्थान पर रखना है जोड़ के सवाल को कहा से लिखना शुरू करना है ऐसे इस तरह से3 शिखने के लिए प्रेरित करना
ReplyDeleteबिद्यार्थी को अंको को इकाई, दहाई, आदी के सही क्रम मे जोड़ने का पूर्व ज्ञान नही हैं, अंको को इकाई दहाई आदि क्रम में लिखने का प्रश्न न पूछना चाहिये॥
ReplyDeleteस्थानीय मान की समझ नहीं है समझाते हुए इकाई, दहाई, सैकड़ा, हज़ार, आदी का प्रश्न पूछना चाहिए
ReplyDeleteमुझे लगता है ऊपरोक्त संक्रिया को हल झरने में बच्चे को स्थानीय मान का पूर्व ज्ञान नही था ।
ReplyDeleteसमस्या को हल करने के लिये बच्चों से 400 से 7 आगे गिनने
को कहा जा सकता है।
बच्चें को अभी स्थानीय मान की समझ नही है ।पहले हमें ये विकसित करना होगी ।
ReplyDeleteविद्यार्थियों को स्थानीय मान का पूर्व ज्ञान नहीं है। उन्हें इकाई,दहाई, सैकड़ा का ज्ञान समझाते हुए इस तरह के प्रश्नों को हल करवाना चाहिए।
ReplyDeleteबच्चों को पहले ईकाई दहाई के बारे मे बताना चाहिए
ReplyDeleteस्थानीय मान की समझ नहीं है समझाते हुए इकाई, दहाई, सैकड़ा, हज़ार, आदी का प्रश्न पूछना चाहिए
Bachcho se ikai, dhai, sekda, ke prasna puchege aor n aane pr unhe samjhayege . Fir 400 me 7 Jodie lgayege
ReplyDeleteKamla shinde B.M.STemla छात्रों को ईकाई, दहाई का ज्ञान पहले देना चाहिए फ़िर ऐसे सवाल हल करने को देना चाहिए
ReplyDeleteबच्चों को स्थानीय मान की समझ नहीं है ।बच्चे अभी इकाई, दहाई के बारे में नहीं जानते हैं ।
ReplyDeleteबच्चे को स्थानीय मान इकाई दहाई इन सबसे पहले बच्चे को अनुभव वाह सा चित्र संकेत जो इस वीडियो एवं वीडियो प्रतिलिपि में बताया गया है उसके अनुसार बच्चे को अंको के नीचे अंक लिखना एवं 100 के बाद 101 तरीके से उसको बता कर उसने को जमा कर और फिर हम उसको कर सकते हैं
DeleteMangala Upadhyay bachhe ne 100ke sathan ke sankhaya jodi usko ikai ki ore se jodna sikhayenge
ReplyDeleteबिद्यार्थी को अंको को इकाई, दहाई, आदी के सही क्रम मे जोड़ने का पूर्व ज्ञान नही हैं, अंको को इकाई दहाई आदि क्रम में लिखने का प्रश्न न पूछना चाहिये॥
ReplyDeleteछात्र को स्थानीय मान का ज्ञान नहीं है ,हम उसे 400से आगे गिनती बढ़ाने कहेंगे 401,402,403,404.....407इस तरह योग करना सिखायेंगे व लिखना भी बतायेंगे ।
ReplyDeleteविद्यार्थी को इकाई दहाई सैकड़ा के नीचे दूसरी संख्या को सही क्रम में लिखना नहीं आता है ।उसे इकाई के नीचे इकाई लिखना सिखाना चाहिए फिर उससे प्रश्न पूछेंगे कि अब हम किस तरफ से जोड़ेंगे ,इकाई की तरफ से या दूसरी ओर से ?और फिर उसे इकाई की ओर से जोड़ने का सबक सिखाएंगे ।
ReplyDeleteछात्र को दाशमिक प्रणाली के अवधारणाओं को सरलतम विधा इकाई, दहाई,को मूर्त अभ्यास कराकर स्थानीय मान एवं जातीय मान के अभ्यास कराकर ठीक किया जा सकता है।
ReplyDeleteMyself dr Kamlakant Dubey ms boys mangawn
ReplyDeleteTeacher should give student knowledge about place values
पहले हम बच्चे को अंकों का ज्ञान इकाई दहाई सैकड़ों ज्ञान करवाएंगे छोटे छोटे जोड़ना सवाल सिखाएंगे फिर इस सवाल को समझाएंगे
ReplyDeleteविध्यार्थी को इकाई , दहाई, सैकड़ा, हज़ार, आदी का प्रश्न पूछना चाहिए यदि उससे नही बनता तो उसे बताना चाहिए। इनके क्रम से लिखना के विषय में बताना होंगा।
ReplyDeleteछात्र को अभी इकाई, दहाई की प्रक्रिया विधि से पूर्णतः परिचित नहीं होने से वह जोड़ते समय बाद वाली संख्या इकाई की तरफ से नहीं लिख रहा है। उसे इकाई दहाई सेकड़ा इत्यादि का ज्ञान देने के पश्चात, फिर वह दुबारा ऐसी गलती नहीं करेगा।
ReplyDeleteबच्चों को बोलकर ही नही लिख लिख कर भी बारबार गणित लगाना चाहिए। केवल बोलकर ही पढ़ाने से बच्चा 700के आगे काउंट करता चला गया 800 900 1000 लिख कर बताने से बच्चों की समझ जादा मजबूत बनती है बहुत आनंद लेते हैं
ReplyDeleteबच्चों को इकाई दहाई सैकड़ा बताते हुए अंको का स्थानीय मान ज्ञात कराएंगें उसके बाद 1 अंक को 1 अंक से जोड़ना सिखाएंगे इसी तरह एक एक अंक बढ़ाते जाएंगे।
ReplyDeleteबच्चों को स्थानीय मान की अवधारणा का ज्ञान कराया जाना जरूरी है
ReplyDeleteहम बच्चों को सबसे पहले इकाई दहाई सेकने का ज्ञान कराएंगे इसके बाद उसको 1-1 संख्या लिखने को कहेंगे। इससे बच्चे को समझ में आएगा।
ReplyDeleteविद्यार्थियों को इकाई ढाई सैकड़ा का ज्ञान बताकर उनसे उस विषय पर प्रश्न पूछना चाहिए।उसके पश्चात लिखने को कहेंगे अगर विद्यार्थी को समझ नही आता तो पुनः समझाना।
ReplyDeleteछात्र अभी इकाई दहाई सैकड़ा से संबंधित जोड़ने की प्रक्रिया से पूर्णता परिचित नहीं है। अंको को इकाई दहाई सैकड़ा आदि की क्रम में लिखने के प्रश्न पूछना चाहिए या समस्या को हल करने के लिए बच्चों से 400 से 7 आगे गिरने के लिए कहा जा सकता है।
ReplyDeleteबच्चों को स्थानीय मान की अवधारणा का ज्ञान कराया जाना जरूरी है
ReplyDeleteबच्चों को स्थानीय मान की अवधारणा का ज्ञान कराया जाना जरूरी है
ReplyDeleteइस छात्र को स्थानीय मान का ज्ञान नही था,
ReplyDeleteइसी करण से वह अंको को सही ढंग से न रख कर जोड़ की संक्रिया को गलत किया।छात्रों में जोड़ के पहले स्थानीयमान को अच्छी तरह से समझने की जरूरत होती है।
बिद्यार्थी को अंको को इकाई, दहाई, आदी के सही क्रम मे जोड़ने का पूर्व ज्ञान नही हैं, अंको को इकाई दहाई आदि क्रम में लिखने का प्रश्न न पूछना चाहिये॥
ReplyDeleteशिक्षक ने बच्चों को कक्षा 4 के गणित का 1 + जोड़ने के लिए दिए जो इस प्रकार है 400 + 7 + 2100 जोड़कर दिखाएं। जिसमें बच्चों ने जो जोड़ का तरीका नहीं था अर्थात जोड़कर हम विभिन्न तरीकों को अपना सकते हैं बच्चों को स्थानीय मान का ज्ञान नहीं था। बस बच्चों को स्थानीय मान के आधार पर 3 रन किए जोड़ सिखाने की प्रविधियां को बताना तथा उनको विभिन्न प्रकार के जोड़ों को सिखाना शिक्षार्थी का प्रमुख दायित्व है हम इस तरह भी जोड़ को बच्चों के समक्ष रख सकते हैं -
ReplyDeleteसै0 द0 इ0
4 0 0
+ 7
-----------------
4 0 7
----------------
बच्चों को स्थानीय मान की अवधारणाओं को से अवगत कराना तथा स्थानीय मान के माध्यम से जोड़ने की विभिन्न विधियों को उन्हें बताना तथा जोड़ने के विभिन्न कौशलों आदि के माध्यम से उदाहरण देकर समझाना नितांत आवश्यक है। साथ ही छात्रों को धार्मिक विधाओं से अवगत कराना तथा उन्हें इकाई दहाई सैकड़ा की विधिवत ज्ञान कराना होगा तभी उन्हें जोड़ जोड़ ने आज की प्रवृत्तियों का विकास हो सकता है साथ ही साथ उन्हें विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से भी जोर को शामिल किया जा सकता है।
विद्यार्थी को इकाई और दहाई की समझ होनी चाहिए और अंको का ज्ञान होना चाहिए
ReplyDeleteछात्र को दाशमिक प्रणाली के अवधारणाओं को सरलतम विधा इकाई, दहाई,को मूर्त अभ्यास कराकर स्थानीय मान एवं जातीय मान के अभ्यास कराकर ठीक किया जा सकता है।
ReplyDelete400+7=1100 इस तरह कि गलत अवधारणा को करने वाले विद्यार्थियों को इकाई दहाई सैकड़ा की समझ नहीं थी वह स्थानीय मान की समझ को ठीक से नहीं समझ पाया था।
ReplyDeleteछात्र की सही अवधारणा को संबोधित करने के लिए छात्र से स्थानीय मान से संबंधित प्रश्न पूछने चाहिए। विद्यार्थी को 400 के आगे 7 और गिनने को भी कहा जा सकता है।
विध्यार्थी को इकाई , दहाई, सैकड़ा, हज़ार, आदी का प्रश्न पूछना चाहिए यदि उससे नही बनता तो उसे बताना चाहिए। इनके क्रम से लिखना के विषय में बताना होंगा।
ReplyDeleteबच्चा यदि इस तरह की गलती कर रहा है तो इससे यह परि लक्षित हो रहा है कि उसे संख्या का ही जानकारी सही तरीके से नहीं हुआ है बच्चा 400 का मतलब ही नहीं समझ पाया है कि 400 वास्तव में किस का प्रतिनिधित्व करता है यदि उसे संख्या के महत्व का ज्ञान हो जाए तो वह कभी भी 400 में संख्या 7 को जोड़ने के बाद 1100 नहीं लिखेगा । अतः संख्याओं का ज्ञान कराते समय विधिवत संख्याओं के महत्व को भी समझाना अति आवश्यक है। तब संख्याओं के जोड़ के समय छात्र द्वारा इस तरह की रटन्त पद्धति के अनुभवों का प्रदर्शन नहीं किया जाएगा।
ReplyDeleteइन बच्चों को ईकाई ,दहाई, सैंकड़ा व
ReplyDeleteसंख्याओं के स्थानीय मान का ज्ञान नही है । अत: उन्हे यह पूर्व ज्ञान दिया जाना चाहिये ।
बच्चों को इकाई दहाई सैकड़ा अर्थात 3 अंकों वाली संख्या में जोड़ के लिए एक अंकिय संख्या, और 2 अंक की संख्या तथा तीन अंकिय संख्या किस प्रकार लिखे और फिर जोड़ें, इसका बार-बार अभ्यास कराया जाना चाहिए एक अंकीय संख्या केवल इकाई होती है उसे इकाई अंक के नीचे लिखा लिखा जाना चाहिए ! सबकी भिन्न-भिन्न समझ होने के बाद भी इसे आसानी से सिखाया जा सकता है! जय मां भारती ! शासकीय माध्यमिक विद्यालय रूपाबेड़ी
ReplyDeleteमै करणसिंह पवार शासकीय हाईस्कूल पिपरी रैयत त+जि बुरहानपुर मध्यप्रदेश में प्राथमिक शिक्षक के पद पर पदस्थ हूं।
ReplyDeleteविद्यार्थी को इकाई दहाई सैकड़ा के नीचे दूसरी संख्या को सही क्रम में लिखना नहीं आता है ।उसे इकाई के नीचे इकाई लिखना सिखाना चाहिए फिर उससे प्रश्न पूछेंगे कि अब हम किस तरफ से जोड़ेंगे ,इकाई की तरफ से या दूसरी ओर से ?और फिर उसे इकाई की ओर से जोड़ने का सबक सिखाएंगे ।
ASHIM KUMAR TIWARI CAC BALSAMUD RAJPUR BARWANI
ReplyDeleteप्राथमिक विद्यालयों के शिक्षकों के साथ की विभिन्न कार्यशालाओं में मैंने अक्सर यह देखा है कि शिक्षक आधार तैयार करने वाले अभ्यासों पर पर्याप्त समय नहीं लगाते। उनका झुकाव सीधे ही औपचारिक संक्रियाओं पर छलाँग लगाने की ओर ज्यादा होता है। जिस रफ्तार से वे पढ़ाते हैं और जो पाठ्य सामग्री वे इस्तेमाल करते हैं अक्सर वह भी ऐसी नहीं होती कि अवधारणा को धीरे-धीरे दिमाग में पूरी तरह बिठाने के लिए पर्याप्त समय मिले।
स्थानीय मान की समझ नहीं है, बच्चों को पहले संख्याओं का ज्ञान कराना होगा संख्या पढना सीखने के बाद इकाई दहाई के बारे मे बताना चाहिए।
ReplyDeleteविध्यार्थी को इकाई , दहाई, सैकड़ा, हज़ार, आदी का प्रश्न पूछना चाहिए यदि उससे नही बनता तो उसे बताना चाहिए। इनके क्रम से लिखना के विषय में बताना होंगा।maths को दैनिक जीवन से जोड़ने का प्रयास करना चाहिए
ReplyDeleteमेरे विचार से,,,,
ReplyDeleteविद्यार्थी को इकाई, दहाई,सैकड़ा,हजार के अंकों का एवम उनके स्थानीयमानं का ज्ञान नही है,अतः उसे सवर्प्रथम इकाई, दहाई, सैकड़ा,हजार वाली संख्याओं के प्रश्न पूछना और उनके स्थानीयमानं के बारे में बताना तथा जिस संख्या का जो मान है वह उसी संख्या के साथ जोड़ी या घटाई जायेगी या उसी क्रम से उसके नीचे लिखी जायेगी फिर हल करने को कहेंगे ।
Sushma shrivastava Jabalpur
Place velue of numbers is very nececery
ReplyDeleteपहले हम बच्चों को गिनती सिखाएगे फिर उनकों इकाई और दहाई फिर सैकडा के बारे में अवगत करायेगे
ReplyDeleteविद्यार्थी को इकाई ,दहाई ,सैकड़ा हजार के बारे में बताएंगे और बच्चे को दैनिक क्रियाओं में जोड़ घटाने से भी अवगत कराएंगे ..
ReplyDeleteबच्चों को इकाई दहाई सैकड़ा अर्थात 3 अंकों वाली संख्या में जोड़ के लिए एक अंकिय संख्या, और 2 अंक की संख्या तथा तीन अंकिय संख्या किस प्रकार लिखे और फिर जोड़ें, इसका बार-बार अभ्यास कराया जाना चाहिए एक अंकीय संख्या केवल इकाई होती है उसे इकाई अंक के नीचे लिखा लिखा जाना चाहिए ! सबकी भिन्न-भिन्न समझ होने के बाद भी इसे आसानी से सिखाया जा सकता है! जय मां भारती ! शासकीय माध्यमिक विद्यालय रूपाबेड़ी
ReplyDeleteइस प्रकार के प्रश्न को हल करने के लिए उसे संख्या पद्धति और अवधारणा समझना चाहिए जिसमें इकाई दहाई सैकड़ा हजार जैसी संख्याओं के स्थानीय मान को समझाया जाता है।
ReplyDeleteIn various classes (standards) with teachers in primary schools, I have often noticed that teachers do not spend enough time on practices that build a foundation. Their inclination is more to jump directly to formal operations. The speed with which they teach and the textual materials they use is often not enough to allow enough time for the concept to slowly be fully embedded in the brain.
ReplyDeleteबच्चों को पहले ईकाई दहाई के बारे मे बताना चाहिए
ReplyDeleteश्रीमती रजिया बेगम
ReplyDeleteशासकीय प्राथमिक बालक शाला पगरा
ब्लॉक गुनौर (जिला पन्ना)
छात्रों में स्थानीय मान की समाज को विकसित कर के चोट की संक्रिया को कराएं या किसी गतिविधि खेल के माध्यम से बच्चों में वस्तुओं या चीजों को गिनने की समझ को विकसित करने का प्रयास किया जाना चाहिए दी गई गतिविधि में बच्चा 400+7=1100 का जोड़ यह प्रदर्शित करता है कि बच्चे को जोड़ आता है परंतु उसे इकाई और दहाई सैकड़ा की समझ अभी उसमें विकसित नहीं हुई है
अतः हमें सबसे पहले बच्चे में उसके अंको की समझ को विकसित करना होगा और उनके स्थानीय मान को भी बताना होगा जिससे कि बच्चा संख्याओं को सही स्थान पर रखकर जोड़ पाए और सार्थक उत्तर निकाल पाए
श्रीमती रजिया बेगम
ReplyDeleteशासकीय प्राथमिक बालक शाला पगरा
ब्लॉक गुनौर (जिला पन्ना)
छात्रों में स्थानीय मान की समझ को विकसित कर के जोड़ की संक्रिया को कराएं या किसी गतिविधि खेल के माध्यम से बच्चों को वस्तुओं या चीजों को गिनने की समझ को विकसित करने का प्रयास किया जाना चाहिए ।
दी गई गतिविधि में बच्चा 400+7=1100 का जोड़ यह प्रदर्शित करता है कि बच्चे को जोड़ आता है परंतु उसे इकाई और दहाई सैकड़ा की समझ अभी उसमें विकसित नहीं हुई है
अतः हमें सबसे पहले बच्चे में उसके अंको की समझ को विकसित करना होगा और उनके स्थानीय मान को भी बताना होगा जिससे कि बच्चा संख्याओं को सही स्थान पर रखकर जोड़ पाए और सार्थक उत्तर निकाल पाए।
Chatra ko sankhya likhne ki smjh nhi h ath use once tens se sambandhit questions puchana chahiy
ReplyDeleteविद्यार्थी को अंको को इकाई, दहाई, आदी के सही क्रम मे जोड़ने का पूर्व ज्ञान नही हैं, अंको को इकाई दहाई आदि क्रम में लिखने का प्रश्न न पूछे|
ReplyDeleteविद्यार्थी को इकाई, दहाई,सैकड़ा,हजार के अंकों का एवम उनके स्थानीयमानं का ज्ञान नही है,विद्यार्थी को अंको को इकाई, दहाई, आदी के सही क्रम मे जोड़ने का पूर्व ज्ञान नही हैं, अंको को इकाई दहाई आदि क्रम में लिखने या समझने संबंधी प्रश्न पूछे जा सकते हैं|अतः उसे सवर्प्रथम इकाई, दहाई, सैकड़ा,हजार वाली संख्याओं के प्रश्न पूछना और उनके स्थानीयमानं के बारे में बताना तथा जिस संख्या का जो मान है वह उसी संख्या के साथ जोड़ी या घटाई जायेगी या उसी क्रम से उसके नीचे लिखी जायेगी फिर हल करने का प्रयास कराएंगे।
ReplyDeleteछात्रों में स्थानीय मान की समझ को विकसित कर के जोड़ की संक्रिया को कराएं या किसी गतिविधि खेल के माध्यम से बच्चों को वस्तुओं या चीजों को गिनने की समझ को विकसित करने का प्रयास किया जाना चाहिए
Gatividhi k madhyam se hal karana chaahiye
ReplyDeleteपहले हम बच्चे को अंकों का ज्ञान इकाई दहाई सैकड़ों ज्ञान करवाएंगे छोटे छोटे सवाल सिखाएंगे फिर इस सवाल को समझाएंगे तो बच्चे को भी सही या गल का अंदाजा लगा लेंगे
ReplyDeleteOk
ReplyDeleteOk
ReplyDeleteइस तरह की समस्या वाले विद्यार्थी को स्थानीय मान का ज्ञान नहीं था
ReplyDeleteउत्तर (1) -मेरे मत से विद्यार्थियों को स्थानीयमान का पूर्व ज्ञान नहीं था.इस कारण उनसे ये गलती हुई है.
ReplyDelete(2) _सर्वप्रथम बच्चों को अंक ज्ञान, फिर स्थानीयमान का ज्ञान,( सैंकड़ा - दहाई - ईकाई) को समझायेंगे., फिर एक अंक का जोड़, फिर दो अंकों का जोड़, और फिर तीन अंकों का जोड़ समझायेंगे.और बच्चों को ध्यान से समझने का बोलेंगे छोटे छोटे सरल जोड़ के मौखिक फिर लिखित प्रश्न पूछेंगे. बच्चों से नहीं बनेगा तो फिर से उन्हें प्यार से समझायेंगे.
श्रीमती सुधा शर्मा👍 (सहायक शिक्षक))
शा. मा. शा. बाग फरहत अफजा ऐशबाग भोपाल- (म. प्र.) दिनाँक -17/11/2020.
पहले हम बच्चे को अंकों का ज्ञान फिर इकाई, दहाई, सैकड़ों का ज्ञान करवाएंगे छोटे छोटे जोड़ना सवाल सिखाएंगे फिर इस सवाल को समझाएंगे
ReplyDeleteपहले बच्चों को अंक ज्ञान कराया फिर स्थानीय मान एवं इकाई ,दहाई , सैकड़ा का ज्ञान करवाएंगे फिर छोटे- छोटे जोड़ने के सवाल सिखाएंगे फिर इस सवाल को समझाएंगे।
ReplyDeleteइन विद्यार्थियों को स्थानीय मान का ज्ञान नहीं था। विद्यार्थियों से पहले इकाई ,दहाई ,सैकड़ा ,हजार की जानकारी पूछना चाहिए था ।उन्हें 100 -100 के बंडल बनाकर 400 दिखाना चाहिए ,उसके बाद सात जोड़ना बताना चाहिए। इस प्रकार की गतिविधि माचिस की तीलियों के सहायता से आसानी से की जा सकती है।
ReplyDeleteExcellent,We have to explain place value chart ,then by match sticks we can explain by bundle of hundreds and single 7 sticks , process of adding.
DeleteSarika Gupta,Katni
ReplyDeleteबच्चों से 100 से आगे की गिनती का अभ्यास और शून्य की अवधारणा के साथ स्थानीय मान के अभ्यास
ReplyDeleteऔर400
+007
______
की तरह करे l
बच्चे को इकाई दहाई सैकड़ा का ज्ञान नहीं था अतः उसे सर्व प्रथम इकाई दहाई की ज्ञान से अवगत कराना होगा जिसके लिए उससे सरल प्रश्न जैसे अंक कौन-कौन से होते हैं संख्या किसे कहते हैंआदि
ReplyDeleteFirst of all, explain the local value to the children, only after studying it properly, the child will be taught a way to write down the number of ten and hundreds of units below the unit and teach them to add the numbers.
ReplyDeleteFirst of all, explain the local value to the children, only after studying it properly, the child will be taught a way to write down the number of ten and hundreds of units below the unit and teach them to add the numbers.
ReplyDeleteबच्चों से प्रश्न किया जा सकता है कि क्या आप बता सकते हैं कि 100-100के माचिस की तीलियो के 4बंडल और 7खुली तीलियो को मिलाकर कितनी संख्या बनती है?
ReplyDeleteबच्चे को स्थानीय मान और अंकित मान की समझ नहीं है।बच्चा इकाई ,दहाई आदि स्थान की समझ नहीं रखता है।
ReplyDeleteइस कारण गलत योग करता है।
अमर सिंह सोलंकी
शासकीय माध्यमिक विद्यालय द्वारका नगर फंदा पुराना शहर भोपाल मध्यप्रदेश
पहले हम बच्चे को अंकों का ज्ञान इकाई दहाई सैकड़ों ज्ञान करवाएंगे छोटे छोटे जोड़ना सवाल सिखाएंगे फिर इस सवाल को समझाएंगे।
ReplyDeleteबच्चों को इकाई दहाई सैकड़ा हजार का ज्ञान नहीं है उन्हें पहले आसान सवाल कराने चाहिए उसके बाद में कठिन पर पहुंच पाएंगे
ReplyDeleteविध्यार्थी को इकाई , दहाई, सैकड़ा, हज़ार, आदी का प्रश्न पूछना चाहिए यदि उससे नही बनता तो उसे बताना चाहिए।
ReplyDeleteसर्व प्रथम छात्रों को इकाई, दहाई ,सैकड़े की समझ विकसित करेंगे । जब वे इनसे परिचित हो जाये तभी उन्हें इस प्रकार के सवालों को हल करावे वे अवश्य सही उत्तर दे पाएंगे
ReplyDeleteछात्रों को सख्याओ का क्रम का ज्ञान नहीं था।उन्हें इकाई,दहाई,........का क्रम का ज्ञान नहीं था।
ReplyDeleteJanki Thakur पहले हम बच्चे को अंकों का ज्ञान इकाई दहाई सैकड़ों ज्ञान करवाएंगे छोटे छोटे जोड़ना सवाल सिखाएंगे फिर इस सवाल को समझाएंगे
ReplyDeleteबच्चों को पहले ईकाई दहाई के बारे मे बताना चाहिए है ।
ReplyDeleteबच्चे को इकाई दहाई सैकड़ा और स्थानीय मान की समझ नहीं है हम पहले सरल तरीके से जोड़ सिखाने के लिए 100 ,100 के 4 तीलियों के बंडल और 7 तीलियां उसके सामने रखेंगे फिर उन्हें गिनने को कहेंगे इस प्रकार वह 400+7=407 सही जोड़ कर पाएगा फिर हम स्थानी मान को समझाएंगे 400 बोलेंगे 4 सेकंडे के स्थान पर है दहाई और इकाई में शून्य है। इकाई एक ,दहाई 10 की और सैकडा 100का होता हैं 4 सैकडे मे लिखे ,0 दहाई में,0इकाई में इसीलिए 7 , 1 अंक है इसलिए जोड़ करते समय इकाई के नीचे 70लिखा जाएगा । इस प्रकार वह इकाई दहाई सैकड़ा और स्थानीय मान समझ पाएगा।
ReplyDeleteस्थानीय मान की समझ नहीं है समझाते हुए इकाई, दहाई, सैकड़ा, हज़ार, आदी का प्रश्न पूछना चाहिए
ReplyDeleteबच्चे को इकाई दहाई सैकड़ा और स्थानी मान की समझ नहीं है। पहले हम सरल तरीके से जोड़ सिखाने के लिए 100 100 के 4 तीलियों के बंडल और 7 तीलियां उसके सामने रखेंगे फिर गिनने को कहेंगे इस तरह गेवह गिनकर बता देगा 100+100+100+100+7= 407 और वह सही जोड़ कर पाएगा। फिर हम स्थानी मान और इकाई दहाई सैकड़ा को समझाएंगे। इकाई 1 अंक दहाई 10 की सैकडा 100का होता है ।अबअमुंह से निकल रहा है 400 तो 4 सेकंड के स्थान पर और दहाई मैं 0 इकाई में 0 लिखने को कहेंगे फिर नीचे 7 अकेला अंक है इसलिए उसे इकाई में लिखने को कहेंगे। इस प्रकार व है इकाई दहाई सैकड़ा और स्थानीय मान को समझ पाएगा।
ReplyDeleteAnon la guan karane ke bad charron ko ikai dahai saikda ka gyan karana abssyk hai. Our ikai ke neeche ikai dahai ke neeche dahai saikde ke neeche saikda likhne ka gayan karana hota hai. Tabhi chhatr sahi ankon ka jod ghatana nahi kar padega.
ReplyDeleteIkai dhai dhai Gyan avashyak hi
ReplyDeleteस्थानीय मान की जानकारी देना आवश्यक है
ReplyDeleteमैं विजय सिंह जन शिक्षक ब्लॉक फंदा ग्रामीण जिला भोपाल बच्चे को इकाई दहाई आदि का ज्ञान नहीं है शिक्षक के द्वारा बच्चे को जोड़ की संक्रिया तो सिखाई है परंतु अवधारणा स्पष्ट नहीं की गई है बच्चे को यह पूर्व ज्ञान है कि जोड़ना है परंतु कैसे जोड़ना है यह स्पष्ट नहीं है अतः बच्चे से यह प्रश्न पूछे जा सकते हैं कि इकाई की संख्या कौन सी है दहाई की संख्या कौन सी है आदि
ReplyDeleteविध्यार्थी को इकाई , दहाई, सैकड़ा, हज़ार, आदी का प्रश्न पूछना चाहिए यदि उससे नही बनता तो उसे बताना चाहिए। इनके क्रम से लिखना के विषय में बताना होंगा।
ReplyDeleteमुझे लगता है ऊपरोक्त संक्रिया को हल झरने में बच्चे को स्थानीय मान का पूर्व ज्ञान नही था ।
समस्या को हल करने के लिये बच्चों से 400 से 7 आगे गिनने
को कहा जा सकता है।
छात्रों को इकैक दहाई सेंकड़े का ज्ञान देने के बाद उन्हें इकाई के नीचे इकाई दहाई के नीचे दहाई और सेंकड़े के नीचे सेंकड़े का अंक लिख कर जोड़ना सिखाना चहाइए ।
ReplyDeleteNEELIMA ASTHANA
MS KAMLA NEHRU BHOPAL
सबसे पहले विद्यार्थी को स्थानीय मान का ज्ञान होना चाहिए और उन्हें यह बताना चाहिए कि संख्या शुरु कहां से होती हैं इकाई दहाई सैकड़ा हजार स्थानीय मान बताने के बाद हम उन्हें जोड़ने के लिए कहें कि हमेशा इकाई के अंक को पहले जोड़े फिर दहाई में दहाई के अंकों सैकड़ा में सैकड़ा इस प्रकार से वह अपनी जोड़ की समझ को विकसित कर पाएगा और अच्छे से जोड़ पाएगा जैसे। 400
ReplyDelete+007
..........
407
Shrimati Chandrika kaurav
MS station Ganj gadrwara district Narsinghpur MP
विद्यार्थियों को पहले स्थानीय मान की जानकारी देना आवश्यक है
ReplyDeleteStudents ko place value ka knowledge nahi hai.student se 400 ki digits ki ones tens nd hundreds janna chahiye . Next que 7 ones h or tens ,7 ko kahan likh na h.ctc.
ReplyDeleteजैसा कि हम बच्चों के अध्यापन हेतु हर बार पूर्व ज्ञान और बाहरी ज्ञान से जोड़ने की बात कहते अथवा सुनते है,
ReplyDeleteवैसे ही यदि शिक्षक की भूमिका में दायित्व निर्वहन में आने के पूर्व या पश्चात के अपने व्ययवसायिक प्रशिक्षण और सेवाकालीन प्रशिक्षणों के अपने ज्ञान को पुन: स्मरण करते हुए नवीन निर्देशों से जोड़ते हुए गणित शिक्षण में ELPS का उपयोग करते हुए , यानि अनुभव, भाषा, चित्र/सामग्री, संकेत के क्रम का परिपालन करते हुए फिर प्रक्रिया और अंत में परिणाम के लिए अवलोकन और दोहराव तथा पुनर्बलन का क्रमशः उपयोग करें तो सीखने के प्रतिफलों को प्राप्त कर सकने में सक्षम होगें।
अत:सटीक परिणाम प्राप्ति हेतु क्रमश: अंक पहचान, संख्या पहचान, अनुभव(गतिविधि) के पश्चात ही तथ्य ज्ञान व प्रक्रिया ज्ञान का गणितीय व स्थानीय भाषा के सम्मिलित उपयोग व परिवेश अनुसार गतिविधियों का उपयोग किया जाना आवश्यक है।
Bachche ko ikai,dahai,aur sthaniyaman aadi ke prasn hal karvane chahiye.
ReplyDeleteजैसा कि हम बच्चों के अध्यापन हेतु हर बार पूर्व ज्ञान और बाहरी ज्ञान से जोड़ने की बात कहते अथवा सुनते है,
ReplyDeleteवैसे ही यदि शिक्षक की भूमिका में दायित्व निर्वहन में आने के पूर्व या पश्चात के अपने व्ययवसायिक प्रशिक्षण और सेवाकालीन प्रशिक्षणों के अपने ज्ञान को पुन: स्मरण करते हुए नवीन निर्देशों से जोड़ते हुए गणित शिक्षण में ELPS का उपयोग करते हुए , यानि अनुभव, भाषा, चित्र/सामग्री, संकेत के क्रम का परिपालन करते हुए फिर प्रक्रिया और अंत में परिणाम के लिए अवलोकन और दोहराव तथा पुनर्बलन का क्रमशः उपयोग करें तो सीखने के प्रतिफलों को प्राप्त कर सकने में सक्षम होगें।
अत:सटीक परिणाम प्राप्ति हेतु क्रमश: अंक पहचान, संख्या पहचान, अनुभव(गतिविधि) के पश्चात ही तथ्य ज्ञान व प्रक्रिया ज्ञान का गणितीय व स्थानीय भाषा के सम्मिलित उपयोग व परिवेश अनुसार गतिविधियों का उपयोग किया जाना आवश्यक है।
Latika jaiswal
ReplyDeleteG.P.S.Panjra,sarna, chhindwara
1. Bachho ko ones, tens, hundred.....Ka gyan karyenge.
2.Ikai ke ikai k niche,dhai k niche dhai jodne ka anubhav dena hoga.....
3.smsya ko hl krne k liye bachoo se400 se 7 aage ginne
Ko kha ja skta h....
बच्चों को गणित में सबसे पहले इकाई दहाई का क्रम सिखाये फिर जोड़ करना
ReplyDeleteसबसे पहले हम बच्चों को संख्या ज्ञान कराने के बाद उसे लिखने के क्रम इकाई दहाई सैकड़ा को समझाएंगे इसके बाद उनके स्थानीय मान को समझाएंगे उन्हें सिखाएंगे उसके बाद कैसे जुड़ा हुआ घटाया जाता है यह बताएंगे
ReplyDeleteविध्यार्थी को इकाई , दहाई, सैकड़ा, हज़ार, आदी का प्रश्न पूछना चाहिए यदि उससे नही बनता तो उसे बताना चाहिए। इनके क्रम से लिखना के विषय में बताना होंगा।
ReplyDeleteबच्चों को इकाई दहाई का ज्ञान संख्या के साथ-साथ कराते रहें चलेंगे तो बच्चों को गाय के नीचे इकाई और दहाई के नीचे दा है लिखने की समझ विकसित हो जाएगी फिर वह जोड़ने घटाने का काम ठीक ढंग से कर सकेंगे हरिओम नमस्कार
ReplyDeleteThis comment has been removed by the author.
ReplyDeleteVidhyarthi koo ikai,dahai,sekda,harar, aadi ka prashna poochna chahaiye yadi usse nhi banta to use batana chahaiyeबच्चों को इकाई दहाई का ज्ञान संख्या के साथ-साथ कराते रहें चलेंगे तो बच्चों को गाय के नीचे इकाई और दहाई के नीचे दा है लिखने की समझ विकसित हो जाएगी फिर वह जोड़ने घटाने का काम ठीक ढंग से कर सकेंगे
ReplyDelete407 +7=1100 का जोड़ यह दर्शाता है कि बच्चे को जोड़ की संक्रिया आती है जबकि उसे इकाई दहाई और स्थानीय मान का बोध ना होने के कारण वह है संख्या को गलत तरीके से जोड़ देता है।
ReplyDeleteजबकि उसे
400
+007
–––––
407
होना चाहिए, यदि शिक्षण में हम उनके अनुभवो को जोड़कर उन्हें सिखाए तो बहुत ही सारगर्भित परिदृश्य में वातावरण निर्माण होगा। और शिक्षण प्रभावी ढंग से सम्पन होगा।
सादर
सुनीत
✍🏻✍🏻✍🏻✍🏻✍🏻✍🏻✍🏻
Prathmik shikshak Begumganj sabse pahle bacchon ko ikai dahai Gyan karengeइकाई दहाई सैकड़ा को समझाएंगे इसके बाद उनके स्थानीय मान को समझाएंगे उन्हें सिखाएंगे उसके बाद कैसे जुड़ा हुआ घटाया जाता है यह बताएंगे
ReplyDeleteपहले हम छात्रो को अंक की पहचान कराएगेअनुभव से चित्रो से चिन्हौ से स्थानिय मान का ज्ञान नही करने से छात्र गलत जोड घटाव करेगे
ReplyDeleteबच्चे को अंकों की इकाई दहाई सैकड़ा हजार का ज्ञान नहीं है अंको को इकाई दहाई सैकड़ा हजार के क्रम में लिखने के प्रश्न पूछना चाहिए
ReplyDeleteविध्यार्थी को इकाई , दहाई, सैकड़ा, हज़ार, आदी का प्रश्न पूछना चाहिए यदि उससे नही बनता तो उसे बताना चाहिए।
ReplyDeleteप्रायमरी में E.L.p.S. विधि का उपयोग कर संख्या ज्ञान करवाना चाहिए।
ReplyDeleteबच्चों को इकाई दहाई सैकड़ा बताते हुए अंको का स्थानीय मान ज्ञात कराएंगें उसके बाद 1 अंक को 1 अंक से जोड़ना सिखाएंगे इसी तरह एक एक अंक बढ़ाते जाएंगे।
ReplyDeleteBaccho ko ikai rahai ko sahi kram me samjhane ka prayas karna chahiye.
ReplyDeleteबच्चे को स़ंख्या तो सिख गया पर अंकों का किस स्थान पर क्या मान होगा वो समझ नही सका ।उसको पहले अंक का स्थानीय मान समझ कर इकाई ,दहाई सैकड़ा कि समझ विकसित करने से एकसंख्याका जोड फिर धीरे धीरे संख्या का विस्तार रूप से जोडना सिखाया जाय तो जल्दी सिख जाता है।
ReplyDeleteKailash
ReplyDeleteबच्चे को इकाई, दहाई एवं सैकड़ा के क्रम का ज्ञान कराते हुए जोड़ करने तथा अंकों को इकाई, दहाई, सैकड़ा के नीचे यथा स्थान पर रखवाते हुए बार-बार अभ्यास कराए जाने की आवश्यकता है। संख्यांक सही स्थान पर रखने का तुजर्वा बच्चा हासिल नहीं कर सका है, परिणामतः उसने 407 उत्तर के स्थान पर 1100 गलत उत्तर अंकित कर दिया। इसके पूर्व उसे गणितीय संक्रियाओं का उचित ज्ञान कराया जाना आवश्यक होगा।
ReplyDelete-'$aral' pohari
Kailash
ReplyDeleteSthanik Mano ka uchit gyan karwana chahiye.
ReplyDeleteThis comment has been removed by the author.
ReplyDeleteBachche se puchhege ki 10+7= kitna hoga 100+7or fir 400+7 par charcha karenge
ReplyDeleteतेजराम लिल्हारे शिक्षक शा.मा.शाला भिमजोरी । शिक्षकों को अध्यापन कार्य कराते समय उनके घर एवं आसपास के वातावरण की वस्तुओं से परिचय कराया जाए । उनके परिवार के प्रचलित भाषा मे चित्रों द्वारा अंकों के संकेतों को बताया जाए । उसके पश्चात् इकाई,दहाई और सैकड़ा को समझाया जाए । इसके पश्चात् 400+7=1100 यदि बच्चा हल निकालता है , तो उसको इकाई,दहाई और सैकड़ा का ज्ञान उसे समझ नहीं आया है ।आप उन्हें पुनः संख्याओं का स्थानीय मान समझाएं ।बच्चा संख्याओं का स्थानीय मान पूर्ण रुप से समझने पर 400+7=407,हल निकालेगा ।
ReplyDeleteबच्चे को इकाई दहाई सैकड़े पूर्व ज्ञान नहीं होने से
ReplyDeleteस्थानीय मान के बारे में पढ़ाने के लिए तीर कार्ड का उपयोग करना
तैयारी
योजना बनाएँ कि आप अपने विद्यार्थियों को समूह में कैसे संगठित करेंगे। अपनी कक्षा द्वारा तीन या चार के समूह में कार्य किए जाने के लिए तीर कार्ड के पर्याप्त सेट तैयार करें। संसाधन 2 प्रतिलिपि बनाने या प्रिंट करने के लिए कुछ नमूने प्रदान करता है। एक बार कार्ड के कुछ सेट बना लेने पर, आप उन्हें कई अवसरों पर दोबारा उपयोग कर पाएँगे।
संसाधन 3 में इस गतिविधि के साथ उपयोग करने के लिए कथनों की सूची देखें। उन कथनों का चयन करें, जिनका उपयोग आप अपने पाठ में करना चाहेंगे। प्रत्येक समूह को कार्ड का एक पूरा सेट दें और उनसे कार्डो को सफाई से अपने सामने रखने के लिए कहें। ऐसा करने के लिए कुछ मिनट दें – विद्यार्थियों के लिए बस उन कार्ड को रखना और उन पर दी गई संख्याओं को देखना एक बहुमूल्य अनुभव होता है।
गतिवधि
विद्यार्थियों के ध्यान को कार्ड के दाईं छोर पर बने तीर की ओर आकर्षित करें। एक संख्या बनाते समय ये तीर हमेशा एक दूसरे के ऊपर होने चाहिए। संख्या कैसे बनती है इस पर ध्यान आकर्षित करते हुए, दो या तीन संख्याएं बनाकर प्रदर्शन करें।
चित्र 1
400 ->
007 ->
-----------
407
-----------
उदाहरण के लिए, चित्र 1 यह दिखाता है कि 400 + 7 से संख्या 407 कैसे बनती है।
चित्र 1 तीर कार्ड में संख्या 407।
सबसे पहले हम बच्चों को संख्या ज्ञान कराने के बाद उसे लिखने के क्रम इकाई दहाई सैकड़ा को समझाएंगे इसके बाद उनके स्थानीय मान को समझाएंगे उन्हें सिखाएंगे उसके बाद कैसे जोड़ व घटाव किया जा सकता है बताएगे।
ReplyDeleteबच्चे को इकाई दहाई सैकड़ा आदि का ठीक तरह से ज्ञान नहीं है अतः उस से इसी संबंध में प्रश्न पूछने चाहिए संदीप मिश्रा एकीकृत शाला हाई स्कूल गोंडी गोला जिला बैतूल मध्य प्रदेश
ReplyDeleteस्थानीय मान की अवधारणा एवं ईकाई दहाई सैकड़ा का ज्ञान उसके पूर्व अनुभवों के आधार पर कराना होगा जैसा विडियो में बताया गया है कि बच्चे को अनुभव के आधार पर बच्चा क्या अनुभव रखता है उसके बाद क्या उसकी भाषा है उसके बाद क्या उसका चित्र देखकर वह कुछ सीख रहा है उसके बाद संकेत पर जाएं क्योंकि इस संख्या में संकेत का बड़ा महत्व दिया गया है परंतु जब तक बच्चा अपने अनुभव को शेयर नहीं करेगा जब तक वह इन संकेतों को तक नहीं पहुंच पाएगा और वह इस प्रश्न सवाल को नहीं कर पाएंगे इसके लिए हम को संकेत उसके बाद इकाई दहाई के संकेत उसके बाद डिजिट के नीचे डिजिट लिखने का अभ्यास जो लास्ट में होगा उसके बाद ही बच्चा इस सवाल को हल कर पाएगा
ReplyDeleteStudents ko phale hum ank phir do ank phir teen anko ka jod karne ko kahenge sath hi ekai dahahi saikde ka bhee gayan karayege.
ReplyDeleteश्रीमती राधा यादव जिला अशोकनगर विकासखंड ईसागढ़ शासकीय माध्यमिक विद्यालय सेमर खेड़ी की शिक्षिका हूं।
ReplyDeleteअध्यापकों को अध्यापन कार्य कराते समय विद्यार्थियों को घर एवं आसपास के वातावरण की वस्तुओं से परिचय कराना चाहिए उनके परिवार के मैं जो भाषा बोली जाती है उसी भाषा में उनको सिखाया जाए जिससे कि विद्यार्थी जल्दी से सीख सकते हैं उसके पश्चात इकाई , दहाई और सेकड़ा को समझाया जाए इसके पश्चात यदि बच्चा हल निकालता है तो उसको इकाई दहाई और सैकड़ा का ज्ञान उसे समझ नहीं आया है उसे पूर्ण संख्याओं का स्थानीय मान समझाएं बच्चा संख्याओं का स्थानीय मान पूर्ण रूप से समझने पर 400+7=407 हल् निकालेगा।
बच्चों को इकाई, दहाई, सैकड़ा, हजार के ज्ञान की जानकारी लेनी चाहिए तथा उसमें जानकारी का अभाव पाये जाने पर समझाना चाहिए।
ReplyDeleteहमें बच्चों की उम्र के अनुसार समझाना चाहिए एवं यह देखना चाहिए कि कमजोर छात्रों को और अन्य विधि से किस प्रकार समझाया जा सकता है
ReplyDeleteBachche se puchhege ki12+8=kitna hoga 100+9= or fir500+6= par charcha karenge
ReplyDeleteविद्याथियों को दांयी से बांयी ओर जोड़ने का पूर्व ज्ञान नही था,दहाई एवं सैकड़ा की संख्याओ को जोड़ने के ज्ञान से भी परिचित नही है।हम विद्यार्थियों से पूछेंगे कि इकाई,दहाई, सैकड़ा क्या होता है तथा संख्याओ को किस ओर से जोड़ते है।
ReplyDeleteबच्चे को इकाई,दहाई, सै। इसीलिए वह 400+उ7=1100 बता रहा है। हमें पहले संख्याओं मे इकाई, दहाई और सैकड़ा के महत्व को समझाना चाहिए।
ReplyDeleteविध्यार्थी को इकाई , दहाई, सैकड़ा, हज़ार, आदी का प्रश्न पूछना चाहिए यदि उससे नही बनता तो उसे बताना चाहिए।
ReplyDeleteविध्यार्थी को इकाई , दहाई, सैकड़ा, हज़ार, आदी का प्रश्न पूछना चाहिए यदि उससे नही बनता तो उसे बताना चाहिए।
ReplyDeleteविध्यार्थी को इकाई , दहाई, सैकड़ा, हज़ार, आदी का प्रश्न पूछना चाहिए यदि उससे नही बनता तो उसे बताना चाहिए। इनके क्रम से लिखना के विषय में बताना होंगा।maths को दैनिक जीवन से जोड़ने का प्रयास करना चाहिए
ReplyDeletewe should first clarify the concept of unit,dahai,secada.and while adding it should be understood that the unit will write the unit below the digit.
ReplyDeletesunil kumar malviya Headmaster nms Bhanpur (Alirajpur)
विद्यार्थी को ईकाई ,दहाई, सैकड़ा, हजार आदि से सम्बंधित प्रश्न पूछना और लिखना के विषय मे बताना होगा।
ReplyDeleteBachon ko sthaniye man ki sahi jankari nhi thi,is liye galati huwi
ReplyDeleteBachon ko sthaniye man ki sahi jankari nhi thi,is liye galati huwi
ReplyDeleteis bacche ko ikai dahai saikda ka gyan nahin tha sath mein hi bacche ko sthan imaan ki samajh Nahin Hai atah bacchon ko is tarah ka sawal Dene se pahle ham unko ekai dahai saikda ki samajh vah sthaniya man Ki samay se pahle parichit karva den Taki baccha apni sankriyan ko sahi se jod sakebacche ko koi bhi sankhya karane se pahle uski purv ki avdharna ko post Kiya Jana chahie jab tak uski purv ki avdharna kuchh Nahin Ki jaati Hain tab tak baccha ISI tarah Ki galtiyan Karta Hai atah bacchon Ke purv gyan ko jodte hue aage ki gatividhi kadvi jaani chahie Taki vah apni safalta prapt kar sake
ReplyDeleteबच्चे को इकाई, दहाई और सैकड़ा का ज्ञान नहीं है।इसलिए वह 400+7=1100 बता रहा है । हमे पहले संख्याओं में इकाई दहाई और सैकड़ा के महत्व को समझना चाहिए।
ReplyDeleteBachho ko ekai dhai ka gyan karayenge aur fir jodna sikhate wakat ikai ke niche ikai aur dahai ka niche dahai likhana sikhayenge pahale do anko ka jod likhneke liye denger.
ReplyDeleteबच्चे को इकाई दहाई सैकड़ा का पूर्वज्ञान नहीं था।उससे स्थानीय मान संबंधी प्रश्न पूछने चाहिए।
ReplyDeleteBaccho ko anguli ke madhyam se jodne ka anubhav tha unhe ekahi dahai sekda ka gyaan nahi tha baccho ko ekai dahai sekda ka gyaan karwana hoga tab we jod ka sahi kram sikh payenge.
ReplyDeleteबच्चा अपने अनुभव के आधार पर केवल अंकों को जोड़ पा रहा है। उसे केवल 1से 9 तक के अंकों का तथा उसे जोड़ने का ज्ञान है। उसे अभी 0 की समझ नहीं है क्योंकि उसने केवल अंकों का अनुभव प्राप्त किया है। अतः उसे 0 की पहचान बताना आवश्यक है ।
ReplyDeleteयहां बच्चे को स्थानीय मान की अवधारणा स्पष्ट न होने के कारण उसने संख्या को गलत स्थान पर लिख दी है बच्चा अपनी जगह पर सही कर रहा है क्योंकि उसे स्थानीय मान की समझ नहीं है अतः उसे स्थानीय मान की अवधारणा को समझाना होगा।
ReplyDeleteइस प्रकार की गलती का वर्णन करते हुए Home schooling जनकJohn Holt अपनी किताब How to children fail में लिखते हैं कि हमें बच्चो की गलती निकालने से पहले उस गलती के होने की वजह की भली प्रकार से जान लेना चाहिए । कभी कभी बच्चे दो अंकों की संख्या को एक ही स्थानीय मान की परिधि में रख कर दिया करते हैं
जो उनकी समझ में तो सही होता है पर गणित के नियमों पर सही नहीं
इन विद्याथियों को इकाई दहाई सैकड़ा का पूर्वज्ञान नहीं ।
ReplyDeleteउसे ये बताना चाहिए के इकाई के अंक को इकाई से ,दहाई के अंक को दहाई से और सैकड़ा के अंक को सैकड़ा से जोड़ करना था।
धन्यवाद्
बच्चा यदि इस तरह की गलती कर रहा है तो इससे यह परि लक्षित हो रहा है कि उसे संख्या का ही जानकारी सही तरीके से नहीं हुआ है बच्चा 400 का मतलब ही नहीं समझ पाया है कि 400 वास्तव में किस का प्रतिनिधित्व करता है यदि उसे संख्या के महत्व का ज्ञान हो जाए तो वह कभी भी 400 में संख्या 7 को जोड़ने के बाद 1100 नहीं लिखेगा । अतः संख्याओं का ज्ञान कराते समय विधिवत संख्याओं के महत्व को भी समझाना अति आवश्यक है। तब संख्याओं के जोड़ के समय छात्र द्वारा इस तरह की रटन्त पद्धति के अनुभवों का प्रदर्शन नहीं किया जाएगा।
ReplyDeleteबच्चे को इकाई दहाई सैकड़ा का पूर्वज्ञान नहीं था।उससे स्थानीय मान संबंधी प्रश्न पूछने चाहिए।
ReplyDeleteसबसे पहले बच्चे से अंक पहचान फिर स्थान पहचान संख्या लिखने के क्रम की जानकारी प्राप्त करना चाहिए इसके बाद जोड़ संक्रिया करना सिखाना चाहिए
ReplyDeleteविद्यार्थी ने जिस तरह से सवाल हल किया है उससे यह पता चलता है कि विद्यार्थी को इकाई दहाई सैकड़ा का ज्ञान नहीं था। विद्यार्थी को पहले यह सिखाया जाना चाहिए की इकाई के नीचे इकाई का अंक दहाई के नीचे दहाई का अंक तथा सैकड़ा के नीचे सैकड़ा का अंक रखा जाना चाहिए फिर जोड़ लगाना चाहिए। इसके लिए विद्यार्थी को पहले छोटे-छोटे जोड़ के सवालों का पर्याप्त अभ्यास कराया जाना चाहिए।
ReplyDeleteइन विद्यार्थियों को स्थानीय मान का पूर्व ज्ञान नहीं था उन्हें सवर्प्रथम इकाई, दहाई, सैकड़ा,हजार वाली संख्याओं के प्रश्न पूछना और उनके स्थानीयमान के बारे में बताना तथा जिस संख्या का जो मान है वह उसी संख्या के साथ जोड़ी या घटाई जायेगी या उसी क्रम से उसके नीचे लिखी जायेगी फिर हल करने का प्रयास कराएंगे।
ReplyDeleteछात्रों में स्थानीय मान की समझ को विकसित करने के पश्चात ही जोड़ की संक्रिया को कराएं शिक्षक द्वारा किसी गतिविधि और खेल के माध्यम से बच्चों को वस्तुओं या चीजों को गिनने की समझ को विकसित करने का प्रयास किया जाना चाहिए
विद्यार्थी द्वारा त्रुटिपूर्ण हल से यह जान सकते है कि उसे अंको की पहचान तो है लेकिन प्रत्येक अंक के स्थानीयमान की समझ नही है।अतः विद्यार्थी को सवाल देने से पहले स्थानियमान की समझ विकसित करना आवश्यक है।
ReplyDeleteStudents ko ikai dhai ka gyan krana chahiye fir is tarah ke jode dena chahiye
ReplyDeletePushpa singh (U.DT) MS bagh farhat afza phanda old city jsk-girls station.
ReplyDeleteStudent ko sthaniya man ka purv gyan nahi tha.
Sabse pahle student ko ye banana padega ki,Jodie ya ghtane ke liye sankhya ko uske sthaniya man ke anusar hi neche likhkar jode ya ghtaye.
छात्र में स्थानीय मान की समझ विकसित नहीं है बच्चे को अंको का ज्ञान पूर्णता नहीं है जिसके कारण बच्चे ने सही क्रम में जोड़कर प्रदर्शन नहीं किया केवल 4 और 7 को जोड़ा सुनने की अवधारणा से अनभिज्ञ है
ReplyDeleteदिलीप सिंह ठाकुर, शिक्षक, शासकीय एकीकृत शाला, घाना, घुन्सौर, जबलपुर =सर्वप्रथम बच्चे में इकाई, दहाई, सैकड़ा, हजार... जैसी अवधारणाएं विकसित करना चाहिए तत्पश्चात उनमें स्थानीय मान की अवधारणा से परिचय करवाना चाहिए। बच्चे को अंको का ज्ञान तो है परन्तु संक्रियाएँ जोड़, घटाना, गुणा, भाग से पूरी तरह परिचित नहीं है..... दिलीप सिंह ठाकुर, घाना,जबलपुर
ReplyDeleteबच्चे में सीखने की ललक जन्म से मृत्यु तक चलती रहती है । वह वस्तु देखता है अनुभव करता है फिर वह अपनी भाषा में उसे बोलता है चाहे उस वस्तु का वास्तविक नाम कुछ भी हो वह अपनी भाषा में कहने का प्रयास करता है फिर वह चित्र बनता है और समझने का प्रयास करता है तब वह उस वस्तु का एक निश्चित चिन्हांकन कर पाता है
ReplyDeleteसीखने सीखने की प्रक्रिया जीवन पर्यन्त चलती रहती है और वह उसका प्रतिफल प्राप्त करने में लगा रहता है प्राथमिक इस्तर प्र उसे चिन्ह चित्र खिलौने और आसपास सहज उपलब्ध जैसे आनज के दाने पत्थर लकड़ी के टुकड़े आदि के माध्यम से भी वह बहुत कुछ सीख सकता है। मगर यह तभी संभव है जब उसे समय समय पर उचित मार्गदर्शन मिलता रहे ।
नमस्कार मैं सुंदरलाल सूर्यवंशी माध्यमिक शिक्षक शासकीय माध्यमिक शाला चिखली मुकासा विकासखंड अमरवाड़ा बच्चे को पहले संख्या का ज्ञान कराना आवश्यक है जिसमें उसे इकाई दहाई सैकड़ा का ज्ञान होना चाहिए और शिक्षक को इकाई के नीचे इकाई इस प्रकार
ReplyDelete400
+7
प्रश्न पूछना एवं करवाना चाहिए था बच्चे इस प्रकार से आसानी से कर पाते हैं।
स्थानीय मान की समझ से संबंधित प्रश्नो पर चर्चा करते हुए। इकाई,दहाई, सैकडा की समझ आधारित प्रश्न।
ReplyDeleteNovember 17, 2020 at 8:19 PM
ReplyDeleteबच्चे को स़ंख्या तो सिख गया पर अंकों का किस स्थान पर क्या मान होगा वो समझ नही सका ।उसको पहले अंक का स्थानीय मान समझ कर इकाई ,दहाई सैकड़ा कि समझ विकसित करने से एकसंख्याका जोड फिर धीरे धीरे संख्या का विस्तार रूप से जोडना सिखाया जाय तो जल्दी सिख जाता है।
छात्र को अभी इकाई दहाई का पूर्व ज्ञान नहीं है ।छात्र को अभी इकाई, दहाई से संबंधित लिखकर जोड़ने की प्रक्रिया से पूर्णतः परिचित नहीं हैं। वह जोड़ते समय बाद वाली संख्या इकाई की तरफ से नहीं लिख रहा है। उसे इकाई दहाई सेकड़ा इत्यादि पूछने चाहिए, साथ ही लिखवा कर बुलवाना चाहिए।
ReplyDeleteयदि बच्चा इस तरह की गलती करता है तो इसका मतलब यह हुआ कि उस बच्चे के शिक्षक में योग्यता या प्रयास की कमी है
ReplyDeleteपहले बच्चो को इकाई, दहाई, सैकड़ा अर्थात् स्थानीय मान के बारे में बताया।जाना चाहिए ।
ReplyDeleteविद्यार्थी से इकाई दहाई सैकड़ा हजार आदि का प्रश्न पूछना चाहिए वह नहीं बता पाता है तो उसे सिखाना चाहिए इनको क्रम से लिखने के विषय में बताना होगा
ReplyDeleteबच्चों को पहले हम अंकों ज्ञान,इकाई,दहाई ,सैकड़ों का ज्ञान करवायेंगे फिर उन्हें छोटे-छोटे जोड के सवाल सिखाएंगे।
ReplyDeleteछात्र को अभी इकाई दहाई का पूर्व ज्ञान नहीं है ।छात्र को अभी इकाई, दहाई से संबंधित लिखकर जोड़ने की प्रक्रिया से पूर्णतः परिचित नहीं हैं। वह जोड़ते समय बाद वाली संख्या इकाई की तरफ से नहीं लिख रहा है। उसे इकाई दहाई सेकड़ा इत्यादि पूछने चाहिए, साथ ही लिखवा कर बुलवाना
ReplyDeleteमुझे लगता है ऊपरोक्त संक्रिया को हल झरने में बच्चे को स्थानीय मान का पूर्व ज्ञान नही था ।
ReplyDeleteसमस्या को हल करने के लिये बच्चों से 400 से 7 आगे गिनने
को कहा जा सकता है।
विद्यार्थी को इकाई दहाई सैकड़ा के नीचे दूसरी संख्या को सही क्रम में लिखना नहीं आता है ।उसे इकाई के नीचे इकाई लिखना सिखाना चाहिए फिर उससे प्रश्न पूछेंगे कि अब हम किस तरफ से जोड़ेंगे ,इकाई की तरफ से या दूसरी ओर से ?और फिर उसे इकाई की ओर से जोड़ने का सबक सिखाएंगे
ReplyDeleteबच्चे को इकाई दहाई सैकड़ा का ज्ञान नहीं है उसे यह समझाना चाहिए कि इकाई से इकाई जुड़ती है । दहाई से दहाई जुड़ती है। और सैकड़ा से सैकड़ा जोड़ते हैं। और दिए गए प्रश्न में 400 में इकाई स्थान पर 0 है और 7 में इकाई के स्थान पर 7 है। अतः 400 में 7 जोड़ने पर उत्तर 407होगा।
ReplyDeleteपहले बच्चे को 400 एवं 7 का ज्ञान करवाएंगे। उसके बाद इकाई के साथ इकाई दहाई के साथ दहाईएवं से कड़े के साथ सैकडा की संख्या जोड़ेंगे अति आवश्यक है कि बच्चे को प्रारंभिक इकाई दहाई सैकड़ा का ज्ञान होना आवश्यक है उसके पश्चात छात्र आसानी से 400 एवं 7:00 का जोड़ कर पाएंगे
ReplyDeleteछात्रों को ईकाइ, दहाई, सैकड़ा आदि का अभ्यास करवांयगे इकाई के नीचे इकाई दहाई के नीचे दहाई आदि लिखकर जोडने का अभ्यास कराएगे
ReplyDeleteBaccho ko ekai,Dahai ki avdharna se awgat karana awashyak hai.
ReplyDeleteविद्यार्थी को इकाई दहाई सैकड़ा के नीचे दूसरी संख्या को सही क्रम में लिखना नहीं आता है ।उसे इकाई के नीचे इकाई लिखना सिखाना चाहिए फिर उससे प्रश्न पूछेंगे कि अब हम किस तरफ से जोड़ेंगे ,इकाई की तरफ से या दूसरी ओर से ?और फिर उसे इकाई की ओर से जोड़ने का सबक सिखाएंगे
ReplyDeleteबिद्यार्थी को अंको को इकाई, दहाई, आदी के सही क्रम मे जोड़ने का पूर्व ज्ञान नही था, अंको को इकाई दहाई आदि क्रम में बताना चाहिए।
ReplyDeleteविध्यार्थी को पहले इकाई , दहाई, सैकड़ा, हज़ार, आदी का ज्ञान देना होगा ।
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