मॉड्यूल 10 गतिविधि 6 : विचार करें
एक ऐसी गतिविधि के बारे में सोचें, जहाँ किसी विषय को सिखाने या सीखने के लिए नोटबुक आधारित सर्वेक्षण का उपयोग किया जा सकता है। अपने विचार को साझा करें कि सर्वेक्षण कैसे उस विशेष विषय की समझ को बढ़ाता है
चिंतन के लिए कुछ समय लें और कमेंट बॉक्स में अपनी टिप्पणी दर्ज करें ।
परिवारों म शौचाल्रय सुविधा का पतालगाना |परिवारो ं का प्रकार(संयुक्त य छोटे परिवार|
ReplyDeleteYe ek prakar k learning material hai jismai bacche Ruchi let h note book aadharit shikshan.... Gatividhi k Roop Mai tab aur adhik rochak banega jb baccho ko rubrics k antargat pahele se he related scale aur criteria de de jisse bacche subject se related apne thought descriptions Mai likh sake...
Deleteबच्चों के साथ तालमेल है जरूरी
ReplyDeleteकोई रफ़्तार के साथ काम करने का आदी होता है तो कोई धीरे-धीरे काम करना पंसद करता है। हर शिक्षक को अपनी क्षमता बढ़ाने और नई चीज़ें सीखने के लिए सदैव प्रयत्नशील रहना चाहिए। इसके लिए अपने विचारों को चुनौती देना और ख़ुद को नये अनुभवों के लिए तैयार करना काफ़ी मददगार होता है।
Parivar aur gram me pratidin kitana pani kharch hota hai
Deleteनमस्कार,
ReplyDeleteनोटबुक आधारित सर्वेक्षण एक ऐसी वैज्ञानिक प्रक्रिया है, जिसके माध्यम से विभिन्न वस्तुओं,अनुभवों,घटनाओं, क्षेत्रों, एवं संस्थानों आदि का आंकड़ों के रूप में 1 क्षेत्र अध्ययन 2 मानचित्रण और 3 अभिकलन, कर एक उपचारात्मक कार्य योजना के रूप में प्रस्तावित किया जाता है ताकि वांछित उद्देश्यों की प्राप्ति की जा सकती है। जलीय स्रोत,बीमारियां,निश्चित आयु वर्ग के बच्चों का, कक्षा गत शैक्षिक स्तरों के कौशलों का, जनगणना,पशु गणना तथा पोषण आहार जैसे विषयों पर नोटबुक आधारित सर्वेक्षण कार्य किया जाता है। हम जानते हैं, कि सर्वेक्षण का उद्देश्य सीमित क्षेत्र में निश्चित व्यक्तियों द्वारा निश्चित समयावधि में क्रमबद्ध रूप से आंकड़े एकत्रित कर उस क्षेत्र की सार्वजनिक समस्या का निवारण करना होता है। हमने अक्सर देखा कि हमारे गांव में ग्रामीणों के घर के दरवाजे पर दिन के समय में जलता हुआ एक बल्ब लटका है। वह भी इसलिए कि लोगों को पता चलता रहे कि बिजली अभी गांव में है। जबकि सभी यह जानते हैं कि यह विद्युत का अपव्यय है।
प्राथमिक शिक्षक के रूप में किसी विषय को सीखने या सिखाने के लिए हमारी,नोटबुक आधारित सर्वेक्षण गतिविधि का नाम है-" बत्ती गुल "इस गतिविधि के द्वारा हम पहले हम बच्चों को बताएँगे कि दिन में यदि हम 12 घंटे वल्ब केवल इस बात का पता लगाए रखने के लिए जलाए रखते हैं की बिजली है या नहीं, तो हम अपने देश का 2 किलोग्राम शुद्ध कोयला फिजूल में जलाकर खर्च कर रहे हैं।
बिजली के इस अपव्यय की रोकथाम हेतु हम विद्यालय में एक नोटबुक आधारित सर्वेक्षण कार्य योजना बनाएंगे,जिसके कुछ महत्वपूर्ण बिंदु निम्न प्रकार होंगे।
(01) गांव के नगरी नक्शे को 4 क्षेत्रों में विभाजित करेंगे।
(02) दो-दो छात्रों के चार समूह बनाएंगे।
(03) यह छात्र समूह अपने-अपने क्षेत्रों के दिन में जलते हुए बल्बों को जन्नत करेंगे करेंगे।
(04) बिजली गांव/घर में है इस बात का पता चलते रहने के लिए बल्ब के स्थान छात्रों की सहायता से सही विकल्प जैसे-एल•ई•डी•इन्डीकेटर,ओन/आफ स्विच आदि खोजेंगे।
(05) पी•टी•ए• की बैठक में बिजली के अपव्यय की रोकथाम हेतु छात्र -शिक्षक और अभिभावक आपस में,सुझावात्मक चर्चा आयोजित करनेगे।
(06) सर्वेक्षण के दौरान और सर्वेक्षण की समाप्ति पर कार्य मूल्यांकन कर देखेंगे कि किन-किन छात्रों ने अपनी जिम्मेदारी का ठीक से निर्वहन किया उन्हें पुरस्कृत करेंगे।
(07) सर्वेक्षण कार्य का पुनर्मूल्यांकन करेंगे और देखेंगे कि दिन में जलने वाले बल्बों की संख्या कितनी कम हुई।
बिजली,भोजन,पानी के स्रोत,सड़क और स्वच्छता जैसे विषयों पर हम छात्रों की मदद से नोटबुक आधारित सर्वेक्षण करवा कर,जिम्मेदारी पूर्वक कार्य करने के कौशलों का विकास कर सकते हैं और किसी विषय को सीखने सिखाने के लिए सहज व गतिविधि आधारित बना सकते हैं।
धन्यवाद।
संतोष कुमार अठया
(सहायक शिक्षक)
शासकीय प्राथमिक शाला,एरोरा
जिला-दमोह (म. प्र.)
डाइज कोड नंबर-23120300502
मोबाइल नं. - +919893106699
बच्चों को जब हम जोड़ करना सिखाते हैं तब सबसे पहले बच्चों को इकाई दहाई अंकों का ज्ञान कराते हैं जब बच्चा इकाई अंक दहाई अंक की पहचान करना सीख पाएगा तब ही हम बच्चे को जोड़ करना सिखा देंगे सिखाएंगे जब बच्चा 400 +7=407 का जोड़ सही करेगा बच्चों को जोड़कर अपनी समझआपको विकसित कर पाएगा
ReplyDeleteबच्चों को जब हम जोड़ करना सिखाते हैं तब सबसे पहले बच्चों को इकाई दहाई अंकों का ज्ञान कराते हैं जब बच्चा इकाई अंक दहाई अंक की पहचान करना सीख पाएगा तब ही हम बच्चे को जोड़ करना सिखा देंगे सिखाएंगे जब बच्चा 400 +7=407 का जोड़ सही करेगा बच्चों को जोड़कर अपनी समझआपको विकसित कर पाएगा
Deleteहिंदी या अंग्रेजी विषय को सीखने और सिखाने के लिए हम विभिन्न शिक्षण प्रक्रियाओं, क्षेत्रों गतिविधियों एवं सहायक सामग्रियों से होकर गुजरना पड़ता है। नोटबुक आधारित प्रक्रिया में बच्चों के अभ्यासिका पर लिखो, सुलेखों एवं विभिन्न चिंतन जैसी गतिविधि की शैली रूपण चित्रांकन, बोधगम्यता, लेखन शैली, स्पष्टता, तार्किकता एवं संज्ञानात्मक अभिकल्पों का अभिज्ञान बच्चों में विकसित होता है। जैसे बच्चों को सुलेख लिखने के लिए हम कहते हैं अर्थात समूह मे़ बच्चों की लेखन शैली, वाचन एवं बोधगम्यता एवं लेखन अभिरुचि या विकसित होती है। ऐसी कक्षा गत कार्य हमारे सर्वेक्षण करने से बच्चों की लेखन शैली स्पष्ट था शब्दों की लिखावट वाक्यों की लिखावट शुद्धता एवं शुद्धता लेखन शैली को सहजता से हम जान पाते हैं , कि कौन सा बच्चा लिखने में दक्ष है साथ ही साथ लिखकर उसे पढ़ने में कितनी दक्षता हासिल कर ली है । यह हमें इसका आकलन करने में मदद करता है अर्थात सर्वेक्षण से ही हमें पता चलता है, कि बच्चों में कितना पठन कौशल एवं लेखन कौशल में दक्ष है।
ReplyDeleteरामेश्वर श्रीवास्तव शासकीय कन्या हाथीखाना दतिया इस वीडियो और लेख में आपके द्वारा समझाया गया की इकाई आजीविका का छात्रों के अंदर कैसे लगाव पैदा किया जा सकता है हम छोटे छोटे व्यवसायियों का निरीक्षण भ्रमण कर छात्रों में कैसे व्यवसायियों के प्रति रुचि पैदा कर सकते हैं
ReplyDeleteLatika jaiswal,G.P.S.Panjra
ReplyDeleteSarna, chhindwara
Bachho se swayam jankari ekatrit krwa ker ,note book
Aadharit sarvekshan kr skte h,v aadhyan m ruchi , manobal bda skte h,EX:
1.swantr senaniyon k bare m jankari ekatrit krke..
2. Aattihasik imaraton k chiro k madhyam se jankari v bachoo m ruchi badhana....
3.manchitr,glob k madhyam se aksnsh, desanter rekha,krk rekha,makar rekha aadi vibhinn jankari dena....
4. Letter post krne m lgne wali ticket k jankari btana....
5. Chote chote vyavsay nirikshan kr,baccho m adhyayan m ruchi badhana....
...मौसम,जनजातीय जीवन, सरकार आदि विषयवस्तु हेतु नोटबुक आधारित शिक्षण गतिविधियां बनाई जा सकती हैं।
Deleteबच्चो से अपने निवास से २५ से ३० किलोमीटर दूर आसपास के धार्मिक एवं एतिहासिक स्थानों की जानकारी एकत्रित करवा कर उके बारे में शाळा में सामूहिक विस्तृत चर्चा करके उनको परिवेस की जानकारी आसानी से दी जा सकती हे ये उनके लिए जिज्ञाषा उत्पन्न करेगा एवं रुचिकर भी रहेगा
ReplyDeleteरामनारायण मालवीय
प्राथमिक शिक्षक
एकीकृत माध्यमिक विद्यालय
जाबडिया घरवास
विकास खंड कालापीपल जिला शाजापुर
छोटे छोटे व्यवसायों का निरीक्षण करकेअलग अलग शिक्षण विधि अपनाकर
ReplyDeleteChote chote kam ko puri imandari se kar k
Deleteबच्चों को जब हम जोड़ करना सिखाते हैं तब सबसे पहले बच्चों को इकाई दहाई अंकों का ज्ञान कराते हैं जब बच्चा इकाई अंक दहाई अंक की पहचान करना सीख पाएगा तब ही हम बच्चे को जोड़ करना सिखा देंगे सिखाएंगे जब बच्चा 400 +7=407 का जोड़ सही करेगा बच्चों को जोड़कर अपनी समझआपको विकसित कर पाएगा
ReplyDeleteरघुवीर गुप्ता प्राथमिक शिक्षक शासकीय प्राथमिक विद्यालय नयागांव संकुल केंद्र सहस राम विकासखंड विजयपुर जिला sheopur मध्य प्रदेश नोटबुक सर्वेक्षण एक ऐसी वैज्ञानिक प्रक्रिया है जिसके माध्यम से विभिन्न वस्तुओं का अनुभव घटनाओं क्षेत्रों एवं संस्थानों आदि का आंकड़ों के रूप में क्षेत्र अध्ययन मानचित्रण और अधिक अलंकार एक उपचारात्मक कार योजना के रूप में प्रस्तावित किया जाता है नोटबुक सर्वेक्षण के अंतर्गत हम पशुओं का सर्वेक्षण शौचालयों का सर्वेक्षण बीमारियों के प्रकारों का सर्वेक्षण लोगों को प्राप्त सुविधाओं का सर्वेक्षण लोगों के पास उपलब्ध मकानों का सर्वेक्षण आज कर सकते हैं और बच्चों को एक व्यवहारिक आंकड़ों के रूप में जानकारी प्रदान कर सकते हैं कि हमारे गांव में कौन-कौन सी सुविधाएं किन के पास किस किस प्रकार की हैं
ReplyDeleteमें योगेन्द्र सिंह रघुवंशी श मा शाला बेरुआ सिलवानी जिला रायसेन एमपी बच्चो को सूची स्वयं त्यार करना औरविभिन्न वस्तुओं का अनुभव घटनाओं क्षेत्रों एवं संस्थानों आदि का आंकड़ों के रूप में क्षेत्र अध्ययन मानचित्रण और अधिक के रूप में प्रस्तावित किया जाता है नोटबुक सर्वेक्षण के अंतर्गत हम पशुओं का सर्वेक्षण शौचालयों का सर्वेक्षण किलोमीटर दूर आसपास के धार्मिक एवं एतिहासिक स्थानों की जानकारी एकत्रित करवा कर उके बारे में शाळा में सामूहिक चर्च करके उनको परिवेस की जानकारी आसानी से दी जा सकती हे ये उनके लिए जिज्ञाषा उत्पन्न करेगा एवं भी रहेगा
ReplyDeleteमैं बिजेन्द्र सिंह चौहान शंकुल शिक्षक प्र.अ.उ.प्रा.वि.न.बख्ती किशनी मैनपुरी उ.प्र.
Deleteहिंदी या अंग्रेजी विषय को सीखने और सिखाने के लिए हम विभिन्न शिक्षण प्रक्रियाओं, क्षेत्रों गतिविधियों एवं सहायक सामग्रियों से होकर गुजरना पड़ता है। नोटबुक आधारित प्रक्रिया में बच्चों के अभ्यासिका पर लिखो, सुलेखों एवं विभिन्न चिंतन जैसी गतिविधि की शैली रूपण चित्रांकन, बोधगम्यता, लेखन शैली, स्पष्टता, तार्किकता एवं संज्ञानात्मक अभिकल्पों का अभिज्ञान बच्चों में विकसित होता है। जैसे बच्चों को सुलेख लिखने के लिए हम कहते हैं अर्थात समूह मे़ बच्चों की लेखन शैली, वाचन एवं बोधगम्यता एवं लेखन अभिरुचि या विकसित होती है। ऐसी कक्षा गत कार्य हमारे सर्वेक्षण करने से बच्चों की लेखन शैली स्पष्ट था शब्दों की लिखावट वाक्यों की लिखावट शुद्धता एवं शुद्धता लेखन शैली को सहजता से हम जान पाते हैं , कि कौन सा बच्चा लिखने में दक्ष है साथ ही साथ लिखकर उसे पढ़ने में कितनी दक्षता हासिल कर ली है । यह हमें इसका आकलन करने में मदद करता है अर्थात सर्वेक्षण से ही हमें पता चलता है, कि बच्चों में कितना पठन कौशल एवं लेखन कौशल में दक्ष है।
Note book ke antargat pashuo ka sarvekshan , dharmik or etihasik sthano ki jankari ekatrit karwa ke bacchon me jigyasa uttppan hogi.
ReplyDeleteमैं नाथूराम अहिरवार सहायक शिक्षक मा०शा०लोधाखेड़ी विकासखंड लटेरीजिला विदिशा disecode 23310416802
ReplyDeleteप्राथमिक शिक्षक के रूप मे किसी विषय को सीखने या सीखने के लिए हमारी नोट बुक आधारित सर्वेक्षण गतिविधि का नाम है । बत्ती गुल इस गतिविधि के द्वारा हम पहले बच्चों को बताएँगे कि दिन मे हम 12 घंटे बल्ब केवल इस बात का पता लगाने के लिए जलाए रखते हैं कि बिजली है या नहीं तो हम अपने देश का दो किलोग्राम कोयला फिजूल मे जला कर बरबाद कर रहे हैं । सर्वेक्षण कार्य का मूल्यांकन करेंगे। और देखेंगे कि दिन मे जलने वाले बल्ब की संख्या कितनी कम हुयी किसी विषय को सीखने सिखाने के लिए सहज व गतिविधि आधारित बना सकते हैं ।
परिवार में शौचालय सुविधा का पता लगाना परिवार को किस प्रकार सुचारु रुप से चलाना संयुक्त छोटे परिवार को आसपास के धार्मिक एवं आध्यात्मिक स्थानों की जानकारी सामूहिक चर्चा करके उनकी परिवेश की जानकारी आसानी से दे सकते हैं।
ReplyDeleteछोटे छोटे व्यवसायों को बच्चों और पालकों से करवाकर शिक्षण गतिविधियों को सुगम तथा रुचिकर बनाऐं गे ।सामाजिक वि. के शिक्षण शास्त्र को करायेंगे।
ReplyDeleteइतिहास में किसी विशेष अवधि की समग्र समझ विकसित करने के लिए हम उस समय की ऐतिहासिक वस्तुओं को एकत्रित करेगें |
ReplyDeleteसंस्थानों आदि का आंकड़ों के रूप में क्षेत्र अध्ययन मानचित्रण और अधिक के रूप में प्रस्तावित किया जाता है नोटबुक सर्वेक्षण के अंतर्गत हम पशुओं का सर्वेक्षण शौचालयों का सर्वेक्षण किलोमीटर दूर आसपास के धार्मिक एवं एतिहासिक स्थानों की जानकारी एकत्रित करवा कर उके बारे में शाळा में सामूहिक चर्च करके उनको परिवेस की जानकारी आसानी से दी जा सकती हे
ReplyDeleteसंस्थानों आदि का आंकड़ों के रूप में क्षेत्र अध्ययन मानचित्रण और अधिक के रूप में प्रस्तावित किया जाता है नोटबुक सर्वेक्षण के अंतर्गत हम पशुओं का सर्वेक्षण शौचालयों का सर्वेक्षण किलोमीटर दूर आसपास के धार्मिक एवं एतिहासिक स्थानों की जानकारी एकत्रित करवा कर उके बारे में शाळा में सामूहिक चर्च करके उनको परिवेस की जानकारी आसानी से दी जा सकती हे
ReplyDeleteव्यवसाय से सम्बंधित चर्चा सर्वेक्षण कराकर
ReplyDeleteराजपाल ठाकुर नोट बुक सर्वेक्षण एक ऐसी निर्धारित प्रकिया है जिसमे हम गतिविधि के माध्यम से बच्चो को सिखाते हे हमे मानचित्र अध्ययन मानचित्र और अधिक रूप मे प्रस्तावित किया जाता है नोटबुक सर्वेक्षण मे हम बूको को इस्तमाल करते है धार्मिक एवं ऐतिहासिक स्थानों की जानकारी एकत्रित करवा कर उसके बाद शाला मै सामूहिक चर्चा करके उनको परिवेश की जानकारी आसानी से दी जाती है
ReplyDeleteनमस्कार,
ReplyDeleteमैं बलवीर सिंह कौरव माध्यमिक शिक्षक शासकीय माध्यमिक विद्यालय बावन पाएगा आनंद नगर ग्वालियर
नोटबुक आधारित सर्वेक्षण एक ऐसी वैज्ञानिक प्रक्रिया है, जिसके माध्यम से विभिन्न वस्तुओं,अनुभवों,घटनाओं, क्षेत्रों, एवं संस्थानों आदि का आंकड़ों के रूप में 1 क्षेत्र अध्ययन 2 मानचित्रण और 3 अभिकलन, कर एक उपचारात्मक कार्य योजना के रूप में प्रस्तावित किया जाता है ताकि वांछित उद्देश्यों की प्राप्ति की जा सकती है। जलीय स्रोत, बीमारियां, निश्चित आयु वर्ग के बच्चों का, कक्षा गत शैक्षिक स्तरों के कौशलों का, जनगणना, पशु गणना तथा पोषण आहार जैसे विषयों पर नोटबुक आधारित सर्वेक्षण कार्य किया जाता है। हम जानते हैं, कि सर्वेक्षण का उद्देश्य सीमित क्षेत्र में निश्चित व्यक्तियों द्वारा निश्चित समयावधि में क्रमबद्ध रूप से आंकड़े एकत्रित कर उस क्षेत्र की सार्वजनिक समस्या का निवारण करना होता है। हमने अक्सर देखा कि हमारे गांव में ग्रामीणों के घर के दरवाजे पर दिन के समय में जलता हुआ एक बल्ब लटका है। वह भी इसलिए कि लोगों को पता चलता रहे कि बिजली अभी गांव में है। जबकि सभी यह जानते हैं कि यह विद्युत का अपव्यय है।
प्राथमिक शिक्षक के रूप में किसी विषय को सीखने या सिखाने के लिए हमारी,नोटबुक आधारित सर्वेक्षण गतिविधि का नाम है-" बत्ती गुल "इस गतिविधि के द्वारा हम पहले हम बच्चों को बताएँगे कि दिन में यदि हम 12 घंटे वल्ब केवल इस बात का पता लगाए रखने के लिए जलाए रखते हैं की बिजली है या नहीं, तो हम अपने देश का 2 किलोग्राम शुद्ध कोयला फिजूल में जलाकर खर्च कर रहे हैं।
बिजली के इस अपव्यय की रोकथाम हेतु हम विद्यालय में एक नोटबुक आधारित सर्वेक्षण कार्य योजना बनाएंगे,जिसके कुछ महत्वपूर्ण बिंदु निम्न प्रकार होंगे।
(01) गांव के नगरी नक्शे को 4 क्षेत्रों में विभाजित करेंगे।
(02) दो-दो छात्रों के चार समूह बनाएंगे।
(03) यह छात्र समूह अपने-अपने क्षेत्रों के दिन में जलते हुए बल्बों को जन्नत करेंगे करेंगे।
(04) बिजली गांव/घर में है इस बात का पता चलते रहने के लिए बल्ब के स्थान छात्रों की सहायता से सही विकल्प जैसे-एल•ई•डी•इन्डीकेटर,ओन/आफ स्विच आदि खोजेंगे।
(05) पी•टी•ए• की बैठक में बिजली के अपव्यय की रोकथाम हेतु छात्र -शिक्षक और अभिभावक आपस में,सुझावात्मक चर्चा आयोजित करनेगे।
(06) सर्वेक्षण के दौरान और सर्वेक्षण की समाप्ति पर कार्य मूल्यांकन कर देखेंगे कि किन-किन छात्रों ने अपनी जिम्मेदारी का ठीक से निर्वहन किया उन्हें पुरस्कृत करेंगे।
(07) सर्वेक्षण कार्य का पुनर्मूल्यांकन करेंगे और देखेंगे कि दिन में जलने वाले बल्बों की संख्या कितनी कम हुई।
बिजली,भोजन,पानी के स्रोत,सड़क और स्वच्छता जैसे विषयों पर हम छात्रों की मदद से नोटबुक आधारित सर्वेक्षण करवा कर,जिम्मेदारी पूर्वक कार्य करने के कौशलों का विकास कर सकते हैं और किसी विषय को सीखने सिखाने के लिए सहज व गतिविधि आधारित बना सकते हैं।
धन्यवाद।
सर्वेक्षण एक ऐसी वैज्ञानिक प्रक्रिया है, जिसके माध्यम से विभिन्न वस्तुओं,अनुभवों,घटनाओं, क्षेत्रों, एवं संस्थानों आदि का आंकड़ों के रूप में 1 क्षेत्र अध्ययन 2 मानचित्रण और 3 अभिकलन, कर एक उपचारात्मक कार्य योजना के रूप में प्रस्तावित किया जाता है ताकि वांछित उद्देश्यों की प्राप्ति की जा सकती है। जलीय स्रोत,बीमारियां,निश्चित आयु वर्ग के बच्चों का, कक्षा गत शैक्षिक स्तरों के कौशलों का, जनगणना,पशु गणना तथा पोषण आहार जैसे विषयों पर नोटबुक आधारित सर्वेक्षण कार्य किया जाता है। हम जानते हैं, कि सर्वेक्षण का उद्देश्य सीमित क्षेत्र में निश्चित व्यक्तियों द्वारा निश्चित समयावधि में क्रमबद्ध रूप से आंकड़े एकत्रित कर उस क्षेत्र की सार्वजनिक समस्या का निवारण करना होता है। हमने अक्सर देखा कि हमारे गांव में ग्रामीणों के घर के दरवाजे पर दिन के समय में जलता हुआ एक बल्ब लटका है। वह भी इसलिए कि लोगों को पता चलता रहे कि बिजली अभी गांव में है। जबकि सभी यह जानते हैं कि यह विद्युत का अपव्यय है।
ReplyDeleteप्राथमिक शिक्षक के रूप में किसी विषय को सीखने या सिखाने के लिए हमारी,नोटबुक आधारित सर्वेक्षण गतिविधि का नाम है-" बत्ती गुल "इस गतिविधि के द्वारा हम पहले हम बच्चों को बताएँगे कि दिन में यदि हम 12 घंटे वल्ब केवल इस बात का पता लगाए रखने के लिए जलाए रखते हैं की बिजली है या नहीं, तो हम अपने देश का 2 किलोग्राम शुद्ध कोयला फिजूल में जलाकर खर्च कर रहे हैं।
बिजली के इस अपव्यय की रोकथाम हेतु हम विद्यालय में एक नोटबुक आधारित सर्वेक्षण कार्य योजना बनाएंगे,जिसके कुछ महत्वपूर्ण बिंदु निम्न प्रकार होंगे।
(01) गांव के नगरी नक्शे को 4 क्षेत्रों में विभाजित करेंगे।
(02) दो-दो छात्रों के चार समूह बनाएंगे।
(03) यह छात्र समूह अपने-अपने क्षेत्रों के दिन में जलते हुए बल्बों को जन्नत करेंगे करेंगे।
(04) बिजली गांव/घर में है इस बात का पता चलते रहने के लिए बल्ब के स्थान छात्रों की सहायता से सही विकल्प जैसे-एल•ई•डी•इन्डीकेटर,ओन/आफ स्विच आदि खोजेंगे।
(05) पी•टी•ए• की बैठक में बिजली के अपव्यय की रोकथाम हेतु छात्र -शिक्षक और अभिभावक आपस में,सुझावात्मक चर्चा आयोजित करनेगे।
(06) सर्वेक्षण के दौरान और सर्वेक्षण की समाप्ति पर कार्य मूल्यांकन कर देखेंगे कि किन-किन छात्रों ने अपनी जिम्मेदारी का ठीक से निर्वहन किया उन्हें पुरस्कृत करेंगे।
(07) सर्वेक्षण कार्य का पुनर्मूल्यांकन करेंगे और देखेंगे कि दिन में जलने वाले बल्बों की संख्या कितनी कम हुई।
बिजली,भोजन,पानी के स्रोत,सड़क और स्वच्छता जैसे विषयों पर हम छात्रों की मदद से नोटबुक आधारित सर्वेक्षण करवा कर,जिम्मेदारी पूर्वक कार्य करने के कौशलों का विकास कर सकते हैं और किसी विषय को सीखने सिखाने के लिए सहज व गतिविधि आधारित बना सकते हैं।सर्वेक्षण एक ऐसी प्रक्रिया है जिसके माध्यम से विभिन्न वस्तुओं का अनुभव घटनाओं क्षेत्रों एवं संस्थानों आदि का आंकड़ों के रूप में क्षेत्र अध्ययन मानचित्रण और अधिक अलंकार एक उपचारात्मक कार योजना के रूप में प्रस्तावित किया जाता है नोटबुक सर्वेक्षण के अंतर्गत हम पशुओं का सर्वेक्षण शौचालयों का सर्वेक्षण बीमारियों के प्रकारों का सर्वेक्षण लोगों को प्राप्त सुविधाओं का सर्वेक्षण लोगों के पास उपलब्ध मकानों का सर्वेक्षण आज कर सकते हैं और बच्चों को एक व्यवहारिक आंकड़ों के रूप में जानकारी प्रदान कर सकते हैं कि हमारे गांव में कौन-कौन सी सुविधाएं किन के पास किस किस प्रकार की हैं
नोटबुक आधारित सर्वेक्षण एक ऐसी वैज्ञानिक प्रक्रिया है, जिसके माध्यम से विभिन्न वस्तुओं,अनुभवों,घटनाओं, क्षेत्रों, एवं संस्थानों आदि का आंकड़ों के रूप में 1 क्षेत्र अध्ययन 2 मानचित्रण और 3 अभिकलन, कर एक उपचारात्मक कार्य योजना के रूप में प्रस्तावित किया जाता है ताकि वांछित उद्देश्यों की प्राप्ति की जा सकती है। जलीय स्रोत,बीमारियां,निश्चित आयु वर्ग के बच्चों का, कक्षा गत शैक्षिक स्तरों के कौशलों का, जनगणना,पशु गणना तथा पोषण आहार जैसे विषयों पर नोटबुक आधारित सर्वेक्षण कार्य किया जाता है। हम जानते हैं, कि सर्वेक्षण का उद्देश्य सीमित क्षेत्र में निश्चित व्यक्तियों द्वारा निश्चित समयावधि में क्रमबद्ध रूप से आंकड़े एकत्रित कर उस क्षेत्र की सार्वजनिक समस्या का निवारण करना होता है। हमने अक्सर देखा कि हमारे गांव में ग्रामीणों के घर के दरवाजे पर दिन के समय में जलता हुआ एक बल्ब लटका है। वह भी इसलिए कि लोगों को पता चलता रहे कि बिजली अभी गांव में है। जबकि सभी यह जानते हैं कि यह विद्युत का अपव्यय है।
ReplyDeleteप्राथमिक शिक्षक के रूप में किसी विषय को सीखने या सिखाने के लिए हमारी,नोटबुक आधारित सर्वेक्षण गतिविधि का नाम है-" बत्ती गुल "इस गतिविधि के द्वारा हम पहले हम बच्चों को बताएँगे कि दिन में यदि हम 12 घंटे वल्ब केवल इस बात का पता लगाए रखने के लिए जलाए रखते हैं की बिजली है या नहीं, तो हम अपने देश का 2 किलोग्राम शुद्ध कोयला फिजूल में जलाकर खर्च कर रहे हैं।
बिजली के इस अपव्यय की रोकथाम हेतु हम विद्यालय में एक नोटबुक आधारित सर्वेक्षण कार्य योजना बनाएंगे,जिसके कुछ महत्वपूर्ण बिंदु निम्न प्रकार होंगे।
(01) गांव के नगरी नक्शे को 4 क्षेत्रों में विभाजित करेंगे।
(02) दो-दो छात्रों के चार समूह बनाएंगे।
(03) यह छात्र समूह अपने-अपने क्षेत्रों के दिन में जलते हुए बल्बों को जन्नत करेंगे करेंगे।
(04) बिजली गांव/घर में है इस बात का पता चलते रहने के लिए बल्ब के स्थान छात्रों की सहायता से सही विकल्प जैसे-एल•ई•डी•इन्डीकेटर,ओन/आफ स्विच आदि खोजेंगे।
(05) पी•टी•ए• की बैठक में बिजली के अपव्यय की रोकथाम हेतु छात्र -शिक्षक और अभिभावक आपस में,सुझावात्मक चर्चा आयोजित करनेगे।
(06) सर्वेक्षण के दौरान और सर्वेक्षण की समाप्ति पर कार्य मूल्यांकन कर देखेंगे कि किन-किन छात्रों ने अपनी जिम्मेदारी का ठीक से निर्वहन किया उन्हें पुरस्कृत करेंगे।
(07) सर्वेक्षण कार्य का पुनर्मूल्यांकन करेंगे और देखेंगे कि दिन में जलने वाले बल्बों की संख्या कितनी कम हुई।
बिजली,भोजन,पानी के स्रोत,सड़क और स्वच्छता जैसे विषयों पर हम छात्रों की मदद से नोटबुक आधारित सर्वेक्षण करवा कर,जिम्मेदारी पूर्वक कार्य करने के कौशलों का विकास कर सकते हैं और किसी विषय को सीखने सिखाने के लिए सहज व गतिविधि आधारित बना सकते हैं।
इतिहास में किसी विशेष अवधि की समग्र समझ विकसित करना व्यापार से संबंधित चचा करना मद्रा कि पहचान
ReplyDeleteअपने क्षेत्र में पाये जाने वाले जल स्त्रोतों का सर्वेक्षण का कार्य करवा सकते हैं।उन्हें उपयोगी व अनुपयोगी के आधार पर वर्गीकृत करवाया जा सकता है।
ReplyDeleteनमस्कार,
ReplyDeleteमैं बलवीर सिंह कौरव माध्यमिक शिक्षक शासकीय माध्यमिक विद्यालय बावन पाएगा आनंद नगर ग्वालियर
नोटबुक आधारित सर्वेक्षण एक ऐसी वैज्ञानिक प्रक्रिया है, जिसके माध्यम से विभिन्न वस्तुओं,अनुभवों,घटनाओं, क्षेत्रों, एवं संस्थानों आदि का आंकड़ों के रूप में 1 क्षेत्र अध्ययन 2 मानचित्रण और 3 अभिकलन, कर एक उपचारात्मक कार्य योजना के रूप में प्रस्तावित किया जाता है ताकि वांछित उद्देश्यों की प्राप्ति की जा सकती है। जलीय स्रोत,बीमारियां,निश्चित आयु वर्ग के बच्चों का, कक्षा गत शैक्षिक स्तरों के कौशलों का, जनगणना,पशु गणना तथा पोषण आहार जैसे विषयों पर नोटबुक आधारित सर्वेक्षण कार्य किया जाता है। हम जानते हैं, कि सर्वेक्षण का उद्देश्य सीमित क्षेत्र में निश्चित व्यक्तियों द्वारा निश्चित समयावधि में क्रमबद्ध रूप से आंकड़े एकत्रित कर उस क्षेत्र की सार्वजनिक समस्या का निवारण करना होता है। हमने अक्सर देखा कि हमारे गांव में ग्रामीणों के घर के दरवाजे पर दिन के समय में जलता हुआ एक बल्ब लटका है। वह भी इसलिए कि लोगों को पता चलता रहे कि बिजली अभी गांव में है। जबकि सभी यह जानते हैं कि यह विद्युत का अपव्यय है।
माध्यमिक शिक्षक के रूप में किसी विषय को सीखने या सिखाने के लिए हमारी,नोटबुक आधारित सर्वेक्षण गतिविधि का नाम है-" बत्ती गुल "
इस गतिविधि के द्वारा हम पहले हम बच्चों को बताएँगे कि दिन में यदि हम 12 घंटे वल्ब केवल इस बात का पता लगाए रखने के लिए जलाए रखते हैं की बिजली है या नहीं, तो हम अपने देश का 2 किलोग्राम शुद्ध कोयला फिजूल में जलाकर खर्च कर रहे हैं।
बिजली के इस अपव्यय की रोकथाम हेतु हम विद्यालय में एक नोटबुक आधारित सर्वेक्षण कार्य योजना बनाएंगे,जिसके कुछ महत्वपूर्ण बिंदु निम्न प्रकार होंगे।
(01) गांव के नगरी नक्शे को 4 क्षेत्रों में विभाजित करेंगे।
(02) दो-दो छात्रों के चार समूह बनाएंगे
नोटबुक आधारित सर्वेक्षण एक ऐसी वैज्ञानिक प्रक्रिया है, जिसके माध्यम से विभिन्न वस्तुओं,अनुभवों,घटनाओं, क्षेत्रों, एवं संस्थानों आदि का आंकड़ों के रूप में 1 क्षेत्र अध्ययन 2 मानचित्रण और 3 अभिकलन, कर एक उपचारात्मक कार्य योजना के रूप में प्रस्तावित किया जाता है ताकि वांछित उद्देश्यों की प्राप्ति की जा सकती है। जलीय स्रोत,बीमारियां,निश्चित आयु वर्ग के बच्चों का, कक्षा गत शैक्षिक स्तरों के कौशलों का, जनगणना,पशु गणना तथा पोषण आहार जैसे विषयों पर नोटबुक आधारित सर्वेक्षण कार्य किया जाता है। हम जानते हैं, कि सर्वेक्षण का उद्देश्य सीमित क्षेत्र में निश्चित व्यक्तियों द्वारा निश्चित समयावधि में क्रमबद्ध रूप से आंकड़े एकत्रित कर उस क्षेत्र की सार्वजनिक समस्या का निवारण करना होता है। हमने अक्सर देखा कि हमारे गांव में ग्रामीणों के घर के दरवाजे पर दिन के समय में जलता हुआ एक बल्ब लटका है। वह भी इसलिए कि लोगों को पता चलता रहे कि बिजली अभी गांव में है। जबकि सभी यह जानते हैं कि यह विद्युत का अपव्यय है।
ReplyDeleteमाध्यमिक शिक्षक के रूप में किसी विषय को सीखने या सिखाने के लिए हमारी,नोटबुक आधारित सर्वेक्षण गतिविधि का नाम है-" बत्ती गुल "
इस गतिविधि के द्वारा हम पहले हम बच्चों को बताएँगे कि दिन में यदि हम 12 घंटे वल्ब केवल इस बात का पता लगाए रखने के लिए जलाए रखते हैं की बिजली है या नहीं, तो हम अपने देश का 2 किलोग्राम शुद्ध कोयला फिजूल में जलाकर खर्च कर रहे हैं।
बिजली के इस अपव्यय की रोकथाम हेतु हम विद्यालय में एक नोटबुक आधारित सर्वेक्षण कार्य योजना बनाएंगे।
अल्का बैस, प्राथमिक शाला कूकड़ा जगत छिन्दवाड़ा।
ReplyDeleteनोटबुक वो वस्तु है किसके द्वारा हैं अनेकों नोट्स बना सकते हैं जिसके माध्यम से हम वो जानकारी स्थायी रूप से दिमाग में समेटने में सहायक होती है।
जैसा कि प्रशिक्षण में आर्थिक जीवन के बारे में बताया गया है कि किशोरावस्था में बच्चे जान पाते हैं कि उनके माता पिता क्या करते हैं कहां जाते हैं हमारा घर परिवार कैसे चलता है।
बच्चो को धीरे धीरे आर्थिक समझ विकसित होने लगती है।
बच्चे इसके माध्यम से नोटबुक लेकर ये जानेंगे कि क्या दूसरे भी वही काम करते हैं को हमारे माता पिता करते हैं। हमारे घर का खर्च जितने पैसों में चलता है क्या सभी का उतने ही पैसों मै चलता है या चल सकता है या फिर कुछ विद्यार्थी के परिवार वालों को अपनी जरूरतों के साथ समझौता करना पड़ता है। वे किन किं वस्तुओं का प्रयोग करते हैं और वे किन वस्तुओं का प्रयोग नहीं कर सकते। दो या अधिक विद्यार्थियों के परिवारों के बीच इतनी असमानता क्यों होती है।
सारी जानकारी को हासिल कर विद्यार्थी डायरी या नोटबुक में लिखते हैं। इसके माध्यम से वे एक दूसरे को बेहतर समझ पाते हैं और सभी की परिस्थितियों से परिचित होते हैं जिसका प्रभाव उनके अंतरमन पर पड़ता है और वे उनका सम्मान करते हैं। ये न सिर्फ उन्हें जानकारी देता है बल्कि अच्छा व्यक्ति बनने मै भी मदद करता है।
बच्चों के अलग अलग समूह बनाकर विषय देकर सर्वे कार्य करवाया जाय/
ReplyDeleteIsme likhit record rahta hai jis pr vishtrit vivechan kiya ja sakta hai
ReplyDeleteइतिहास में किसी विशेष अवधि की समग्र समझ विकसित करना व्यापार से संबंधित चचा करना मुद्रा की पहचान करना।
ReplyDeleteओमप्रकाश पाटीदार प्रा.शा. नाँदखेड़ा रैय्यत विकासखंड पुनासा जिला खण्डवा
ReplyDeleteबच्चों से आस पास के परिवेश की जानकारी लिखकर लाने के माध्यम से एवं उस एकत्रित जानकारी पर कक्षा में विस्तृत जानकारी दी जा सकती है।
By notebook we can discuss on arguments about literature and science subjects
ReplyDeleteइतिहास में किसी विशेष अवधि की समग्र समझ विकसित करना व्यापार से संबंधित चचा करना मुद्रा की पहचान करना।
ReplyDeleteअपने क्षेत्र में पाये जाने वाले जल स्त्रोतों का सर्वेक्षण का कार्य करवा सकते हैं।उन्हें उपयोगी व अनुपयोगी के आधार और उनकी पास व दूरी के आधार पर पर वर्गीकृत करवाया जा सकता है।
ReplyDeleteNote book m sabhi bachhon ki environmental jankari ko note karne k saath class m sajha ki ja sakti hai.jisse sabhi parikalpnayo ka samadhan ho sakta hai
ReplyDeleteनोटबुक आधारित सर्वेक्षण एक ऐसी वैग्यानिक प्रक्रिया है जिसके माध्यम से हम बच्चों से कई प्रकार के आंकड़ों को एकत्र करवा सकते हैं इससे उनके कौशल में व्रद्धी होती है
ReplyDeleteहैं।सर्वेक्षण एक ऐसी प्रक्रिया है जिसके माध्यम से विभिन्न वस्तुओं का अनुभव घटनाओं क्षेत्रों एवं संस्थानों आदि का आंकड़ों के रूप में क्षेत्र अध्ययन मानचित्रण और अधिक अलंकार एक उपचारात्मक कार योजना के रूप में प्रस्तावित किया जाता है नोटबुक सर्वेक्षण के अंतर्गत हम पशुओं का सर्वेक्षण शौचालयों का सर्वेक्षण बीमारियों के प्रकारों का सर्वेक्षण लोगों को प्राप्त सुविधाओं का सर्वेक्षण लोगों के पास उपलब्ध मकानों का सर्वेक्षण आज कर सकते हैं और बच्चों को एक व्यवहारिक आंकड़ों के रूप में जानकारी प्रदान कर सकते हैं कि हमारे गांव में कौन-कौन सी सुविधाएं किन के पास किस किस प्रकार
ReplyDeleteनोटबुक आधारित सर्वेक्षण ऐसी प्रक्रिया है जिसके माध्यम से बच्चे जानकारी बना सकते हैं कि उनके गांव में कौन-कौन सी सुविधाएं हैं।
ReplyDeleteनोटबुक सर्वेक्षण के अंर्तगत हम पशुओ का सर्वेक्षण,शौचालय ,टीकाकरण आदि के बारे में जानकारी एकत्रित कर हम सीखने के लिए कर सकते है जैसे-टीकाकरण विषय की गणना को नोटबुक पर एकत्रित कर शाला में सामूहिक चर्चा कर उनके बारे में जानकारी को आसानी से दे सकेंगे।
ReplyDeleteविद्यालय में शिक्षक और विद्यार्थी के बीच समझ सामंजस्य और जानकारी का आदान प्रदान होना आवश्यक है,,,
ReplyDeleteनोटबुक आधारित सर्वेक्षण के द्वारा नवीन अवधारणाओं को सहज और सरल रूप से सीखना सिखाना होता है।
ReplyDeleteअमर सिंह सोलंकी शासकीय माध्यमिक विद्यालय द्वारका नगर फंदा पुराना शहर भोपाल मध्यप्रदेश 462010
छोटे छोटे व्यवसायों को बच्चों और पालकों से करवाकर शिक्षण गतिविधियों को सुगम तथा रुचिकर बनाऐं गे ।सामाजिक विज्ञान के शिक्षण शास्त्र को करायेंगे।
ReplyDeleteनोटबुक आधारित सर्वेक्षण के द्वारा छात्र छात्राओं से अनेक प्रकार की गतिविधि कराई जा सकती है जिसमें विशेष तौर से आंकड़ों का एकत्रीकरण कराया जा सकता है विद्यार्थियों के ग्रुप बनाकर उन्हें जल सर्वेक्षण वन सर्वेक्षण जनसंख्या सर्वेक्षण पशुपालन सर्वेक्षण का कार्य भी कराया जा सकता है जिससे छात्र छात्राओं की समझ बढ़ेगी और वह अनेक प्रकार के नोट्स तैयार कर कक्षा में ग्रुप का प्रस्तुतीकरण कर सकते हैं
ReplyDeleteनोटबुक आधारित गतिविधि यह पता लगाने के लिए गांव में किन-किन घरों में शौचालयों का उपयोग होता है कितने घर में शौचालय नहीं का एक विवरण अपने घर पर दादा दादी से पूछ कर तैयार कर लाएं
ReplyDeleteनोटबुक आधारित सर्वेक्षण के द्वारा छात्र छात्राओं से अनेक प्रकार की गतिविधि कराई जा सकती है जिसमें विशेष तौर से आंकड़ों का एकत्रीकरण कराया जा सकता है विद्यार्थियों के ग्रुप बनाकर उन्हें जल सर्वेक्षण वन सर्वेक्षण जनसंख्या सर्वेक्षण पशुपालन सर्वेक्षण का कार्य भी कराया जा सकता है जिससे छात्र छात्राओं की समझ बढ़ेगी और वह अनेक प्रकार के नोट्स तैयार कर कक्षा में ग्रुप का प्रस्तुतीकरण कर सकते हैं
ReplyDeleteकिसी विषय को सीखने सिखाने के लिए नोटबुक आधारित सर्वेक्षण का उपयोग किया जा सकता है । इसके लिए हम अपने विद्यालय के बच्चों को किसी भी विषय वस्तु पर सर्वेक्षण करने के लिए कह सकते हैं जैसे आपके आसपास कौन-कौन से वृक्ष हैं, आपके आसपास किस किस प्रकार के भवन बने हैं, आपके आसपास किस प्रकार की शासकीय भवन है ऐसी कई विषय वस्तु बच्चों को सर्वेक्षण करने को कह सकते हैं इस सर्वेक्षण को बच्चे अपनी नोटबुक पर नोट करेंगे एवं जानकारी एकत्रित करेंगे इसके द्वारा बच्चे लेखन शैली तार्किकता संज्ञानात्मकता का विकास होगा। ---मदनगोपाल नामदेव शासकीय हाई स्कूल इमलिया नरेंद्र एकीकृत शाला जन शिक्षा केंद्र शासकीय सरोजनी नायडू कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बैरसिया विकासखंड बैरसिया जिला भोपाल
ReplyDeleteAgriculture se students ko parichit karana
ReplyDeleteनोटबुक आधारित सर्वेक्षण के द्वारा छात्र छात्राओं से अनेक प्रकार की गतिविधि कराई जा सकती है जिसमें विशेष तौर से आंकड़ों का एकत्रीकरण कराया जा सकता है विद्यार्थियों के ग्रुप बनाकर उन्हें जल सर्वेक्षण वन सर्वेक्षण जनसंख्या सर्वेक्षण पशुपालन सर्वेक्षण का कार्य भी कराया जा सकता है जिससे छात्र छात्राओं की समझ बढ़ेगी और वह अनेक प्रकार के नोट्स तैयार कर कक्षा में ग्रुप का प्रस्तुतीकरण कर सकते हैं
ReplyDeleteनोटबुक आधारित सर्वेक्षण एक ऐसी प्रक्रिया है जिसके माध्यम से विभिन्न वस्तुओं,अनुभवी,घटनाओं,क्षेत्रों एवम् संस्थानों आदि का आकड़ो के रूप में कार्य योजना तैयार कर सकते है।
ReplyDeleteछोटे छोटे व्यवसाय को अपना कर गतिविधियों के माध्यम से बच्चों को सिखायेंगे
ReplyDeleteअपने क्षेत्र में पाये जाने वाले जल स्रोतों का सर्वेक्षण कार्य छात्रों से करवा सकते है, उनके उपयोग और अनुपयोग व उनके पास और दूरी के आधार पर उनका वर्गीकरण किया जा सकता है।
ReplyDeleteनोटबुक आधारित सर्वेक्षण का उपयोग करके हम बच्चों से आर्थिक गतिविधियों की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं ।इसमें कॉलम होंगे:- क्रमांक ,मुखिया का नाम ,रोजगार करने वाले सदस्यों की संख्या ,रोजगार का प्रकार , बचत ( हां या नहीं में लिखना ) एवं अन्य कोई कालम लिख सकते हैं। इस प्रकार हम देखते हैं कि बच्चा समझ जाता है कि यदि रोजगार करने वाले अधिक है तो बचत होती है अन्यथा नहीं ।खासकर ग्रामीण इलाकों में। इस प्रकार उसमें समझ विकसित होती है कि आर्थिक गतिविधियों को बढ़ाने के लिए किसी भी प्रकार का रोजगार करना जरूरी होता है ;चाहे शासकीय हो गया प्राइवेट।
ReplyDeleteNote book adharit gatividhi me school me baccho ko ek sarvekshan karne ko bol sakte hai.class ke sabhi baccho ko apne ghar me subah se sham tak vibhinn karyo me use hone wale pani ki list (litre me) banane ke liye kahe.jab sabhi baccho ke dwara bni list prapt ho jaye to hum sabhi lists ka vishleshan karke ye pata lga sakte hai ki kis karya me jyada pani kharch ho raha hai,isme kami karke pani ka upvyay roka ja sakta hai.
ReplyDeleteSantosh Moye
Madhymik shikshak
NMS Richhphal,teh-punasa,Dist-khandwa(mp)
अपने क्षेत्र में पाये जाने वाले जल स्त्रोतों का सर्वेक्षण का कार्य करवा सकते हैं।उन्हें उपयोगी व अनुपयोगी के आधार और उनकी पास व दूरी के आधार पर पर वर्गीकृत करवाया जा सकता है।
ReplyDeleteनोटबुक सर्वेशन एक वैज्ञानिक पद्धति है ।इसके आधार पर हम विभिन्न प्रकार के आंकड़ों को एकत्रित करके उनका अध्ययन करवा सकते हैं। पानी, जल ,मिट्टी, इनका सर्वेक्षण करना उपयोगी सिद्ध हुआ है।
ReplyDeleteनोटबुक आधारित सर्वेक्षण द्वारा नवीन अवधारणाओं को सीखना सिखाना सहज होता है
ReplyDeleteनोटबुक सर्वेक्षण के अंर्तगत हम पशुओ का सर्वेक्षण,शौचालय ,टीकाकरण आदि के बारे में जानकारी एकत्रित कर हम सीखने के लिए कर सकते है जैसे-टीकाकरण विषय की गणना को नोटबुक पर एकत्रित कर शाला में सामूहिक चर्चा कर उनके बारे में जानकारी को आसानी से दे सकेंगे
ReplyDeleteसंस्थानों आदि का आंकड़ों के रूप में क्षेत्र अध्ययन मानचित्रण और अधिक के रूप में प्रस्तावित किया जाता है नोटबुक सर्वेक्षण के अंतर्गत हम पशुओं का सर्वेक्षण शौचालयों का सर्वेक्षण किलोमीटर दूर आसपास के धार्मिक एवं एतिहासिक स्थानों की जानकारी एकत्रित करवा कर उके बारे में शाळा में सामूहिक चर्च करके उनको परिवेस की जानकारी आसानी से दी जा सकती हे
ReplyDeleteविद्यार्थी अपने माता पिता चाचा चाची व पड़ोसियों से संपर्क कर चर्चा कर सकते हैं आप क्या कार्य करते हैं कितना समय लगता है कितनी यात्रा करते हैं क्या काम करना पड़ता है कितना वेतन मिलता है आप घर पे कितने बजे जाते हैं और कितने बजे वापस आते हैं आंकड़े इकट्ठा करना और नोटबुक में लिखना
ReplyDeleteनोटबुक आधारित सर्वेक्षण के द्वारा छात्र छात्राओं से अनेक प्रकार की गतिविधि कराई जा सकती है जिसमें विशेष तौर से आंकड़ों का एकत्रीकरण कराया जा सकता है विद्यार्थियों के ग्रुप बनाकर उन्हें जल सर्वेक्षण वन सर्वेक्षण जनसंख्या सर्वेक्षण पशुपालन सर्वेक्षण का कार्य भी कराया जा सकता है जिससे छात्र छात्राओं की समझ बढ़ेगी और वह अनेक प्रकार के नोट्स तैयार कर कक्षा में ग्रुप का प्रस्तुतीकरण कर सकते हैं
ReplyDelete
ReplyDeleteनोटबुक आधारित सर्वेक्षण एक ऐसी वैग्यानिक प्रक्रिया है जिसके माध्यम से हम बच्चों से कई प्रकार के आंकड़ों को एकत्र करवा सकते हैं इससे उनके कौशल में व्रद्धी होती है
छोटे छोटे व्यवसायो क्ष निरीक्षण कर अलग-अलग शिक्षण विधि अपनाकर इतिहास मे किसी विशेष अवधि की समग्र समझ विकसित करने के लिये हम उस समय की एतिहासिक वस्तुओं को इकट्ठा करेंगे।
ReplyDeleteबच्चो को अपने गली मोहल्ले में प्राथमिक सुविधाओं जैसे नल , बिजली, पेयजल, शौचालय आदि सुविधाये कितने लोगो को मिल रही है इसकी जानकारी हम सर्वे करवा सकते है ।
ReplyDeleteविषय को सीखने और सिखाने के लिए हम विभिन्न शिक्षण प्रक्रियाओं, क्षेत्रों गतिविधियों एवं सहायक सामग्रियों से होकर गुजरना पड़ता है। नोटबुक आधारित प्रक्रिया में बच्चों के अभ्यासिका पर लिखो, सुलेखों एवं विभिन्न चिंतन जैसी गतिविधि की शैली रूपण चित्रांकन, बोधगम्यता, लेखन शैली, स्पष्टता, तार्किकता एवं संज्ञानात्मक अभिकल्पों का अभिज्ञान बच्चों में विकसित होता है। जैसे बच्चों को सुलेख लिखने के लिए हम कहते हैं अर्थात समूह मे़ बच्चों की लेखन शैली, वाचन एवं बोधगम्यता एवं लेखन अभिरुचि या विकसित होती है।
ReplyDeleteMy comment
ReplyDeleteMy comment
ReplyDeleteमै भवन निर्माण मे लगने वाली निर्माण सामग्री को जानने के लिये नोटबुक आधारित सर्वेक्षण का उपयोग करूंगा।ईसके लिये मै बच्चो के समूह को एक प्रश्नावलि तैयार कर दूंगा और बच्चे किसी निर्माणाधीन भवन मे जाकर कार्य करने वाले श्रृमिको से प्रश्नपूछकर सर्वेक्षण का कार्य कर अपनी समझ विकसित करेंगे और कक्षा मे आकर अपने अनुभव साझा करपायेंगे।ऐसा करने से बच्चे ये जान पायेंगे कि भवन निर्माण मे कौन सी सामग्री उपयोग होती,कहाँ से आती है ,कैसे कार्य आगे बढता है ,आदि।अनिल केचे,स.शि.,शा.प्रा.शा.भरियाढाना, पातालकोट,तामियाँ, छिंदवाड़ा
ReplyDeleteनोटबुक सर्वेक्षण से उस विषय विशेष को समझ ने में बच्चों को मदद मिलेगी
ReplyDeleteनोटबुक सर्वेक्षण से उस विषय विशेष को समझ ने में बच्चों को मदद मिलेगी
ReplyDeleteCorrect
Deleteसंस्थानों आदि का आंकड़ों के रूप में क्षेत्र अध्ययन मानचित्रण और अधिक के रूप में प्रस्तावित किया जाता है नोटबुक सर्वेक्षण के अंतर्गत हम पशुओं का सर्वेक्षण शौचालयों का सर्वेक्षण किलोमीटर दूर आसपास के धार्मिक एवं एतिहासिक स्थानों की जानकारी एकत्रित करवा कर उके बारे में शाळा में सामूहिक चर्च करके उनको परिवेस की जानकारी आसानी से दी जा सकती
ReplyDeleteनोटबुक आधारित सर्वेक्षण में हम बरसात कब हुई खेती से संबंधित क्रियाकलाप करवा सकते है।
ReplyDeleteनोटबुक आधारित सर्वेक्षण में छात्रों को अपने क्षेत्र में स्थित धार्मिक, ऐतिहासिक, शासकीय इमारतों की जानकारी एकत्र करने को कहा जा सकता हैं। इसके अंतर्गत वे इन इमारतों की परस्पर दूरी, बनावट, उनके निर्माण का समय आदि के आधार पर सर्वेक्षण सूची तैयार की जा सकती हैं।
ReplyDeleteनोटबुक आधारित सर्वेक्षण द्वारा विभिन्न वस्तुओं, अनुभवों, घटनाओं आदि का आंकड़ो के रूप में पता लगाकर उद्देसियो की प्राप्ति की जा सकती है उदाहरण हमारे घर का खर्च कितने पैसों म चलता है क्या सभी का उतना ही पैसों में चलता है या चल सकता है कुछ परिवारों को अपनी जरूरतों के साथ समझोता करना पड़ता है दो परिवारों के बीच इतनी असमानता क्यों होती है ये सारी जानकारी हासिल कर विद्यार्थी डायरी या नोटबुक में लिख सकते हैं इसके माध्यम से वे एक दूसरे को समझ पाते हैं एवं सभी परिस्थितियों से भी परिचित होते हैं.
ReplyDeleteनोटबुक आधारित सर्वेक्षण एक ऐसी वैज्ञानिक प्रक्रिया है। जिसके माध्यम से हम बच्चों से कई प्रकार के आंकड़ों को एकत्र करवा सकते हैं। इससे उनके कौसल में वृद्धि होती है।
ReplyDeleteNotebook adharit srvekshan ke dvara hum bachcho dvaray yah sarve karva sakte he ki hmare gaw me indhan ya jlavan ke rup me kin kin sansadhno ka upyog kiya jata he jese kitne log ges chulha . Gobar ges. Kerosin
ReplyDeleteHitar .lakdi kando ka upyog jalavan ke rup me karte he .
नोटबुक आधारित सर्वेक्षण के द्वारा छात्र छात्राओं से अनेक प्रकार की गतिविधि कराई जा सकती है बिजली,भोजन,पानी के स्रोत,सड़क और स्वच्छता जैसे विषयों पर हम छात्रों की मदद से नोटबुक आधारित सर्वेक्षण करवा कर,जिम्मेदारी पूर्वक कार्य करने के कौशलों का विकास कर सकते हैं और किसी विषय को सीखने सिखाने के लिए सहज व गतिविधि आधारित बना सकते हैं।
ReplyDeleteहिंदी या अंग्रेजी विषय को सीखने और सिखाने के लिए हम विभिन्न शिक्षण प्रक्रियाओं, क्षेत्रों गतिविधियों एवं सहायक सामग्रियों से होकर गुजरना पड़ता है। नोटबुक आधारित प्रक्रिया में बच्चों के अभ्यासिका पर लिखो, सुलेखों एवं विभिन्न चिंतन जैसी गतिविधि की शैली रूपण चित्रांकन, बोधगम्यता, लेखन शैली, स्पष्टता, तार्किकता एवं संज्ञानात्मक अभिकल्पों का अभिज्ञान बच्चों में विकसित होता है। जैसे बच्चों को सुलेख लिखने के लिए हम कहते हैं अर्थात समूह मे़ बच्चों की लेखन शैली, वाचन एवं बोधगम्यता एवं लेखन अभिरुचि या विकसित होती है। ऐसी कक्षा गत कार्य हमारे सर्वेक्षण करने से बच्चों की लेखन शैली स्पष्ट था शब्दों की लिखावट वाक्यों की लिखावट शुद्धता एवं शुद्धता लेखन शैली को सहजता से हम जान पाते हैं , कि कौन सा बच्चा लिखने में दक्ष है साथ ही साथ लिखकर उसे पढ़ने में कितनी दक्षता हासिल कर ली है । यह हमें इसका आकलन करने में मदद करता है अर्थात सर्वेक्षण से ही हमें पता चलता है, कि बच्चों में कितना पठन कौशल एवं लेखन कौशल में दक्ष है।
ReplyDeleteनोटबुक आधारित सर्वेक्षण एक ऐसी वैज्ञानिक प्रक्रिया है। जिसके माध्यम से हम बच्चों से कई प्रकार के आंकड़ों को एकत्र करवा सकते हैं। इससे उनके कौसल में वृद्धि होती है।
ReplyDeleteबच्चों के साथ तालमेल है जरूरी
ReplyDeleteकोई रफ़्तार के साथ काम करने का आदी होता है तो कोई धीरे-धीरे काम करना पंसद करता है। हर शिक्षक को अपनी क्षमता बढ़ाने और नई चीज़ें सीखने के लिए सदैव प्रयत्नशील रहना चाहिए। इसके लिए अपने विचारों को चुनौती देना और ख़ुद को नये अनुभवों के लिए तैयार करना काफ़ी मददगार होता है।
We can given the written activities to the students count the population if village
ReplyDeleteHow many male.
Female
Post graduate
Graduate
Intermediate
High school
And middle pass
And how many people are doing job.
नोट बुक्स आधरित सर्व छात्रोंका मानसिक विकास के लिए अतिआवश्यक है जैसे शाला में एक सी लम्बाई बाले छात्रों की संख्या लिखना आदि ।
ReplyDeleteशरद कुमार श्रीवास्तव शिक्षक, शासकीय माध्यमिक शाला सुनपुरा, तहसील व जिला विदिशा मध्य प्रदेश।
ReplyDeleteनोटबुक आधारित सर्वेक्षण एक ऐसी प्रक्रिया है जिसके माध्यम से विद्यार्थी विभिन्न प्रकार के अनुभव करते हैं।वे विभिन्न क्षेत्रों में जाते हैं और आंकड़ों को एकत्रित करके उन्हें संकलित करते हैं।
इस प्रक्रिया में हम सबसे पहले क्षेत्र का अध्ययन करते हैं,जिसका हमें सर्वेक्षण करना है ।उसके बारे में विद्यार्थियों के समूह से विस्तृत चर्चा करते हैं। उनको सर्वेक्षण के बिंदु नोट कराते हैं जिनके आधार पर वे अपने अवलोकन को लिपिबद्ध करेंगे।इसके बाद निश्चित समय पश्चात सभी बच्चे विद्यालय में एकत्रित होंगे और अपने अपने सर्वेक्षण केबिंदुओं को प्रदर्शित करेंगे। उसके आधार पर शिक्षक और विद्यार्थी सर्वेक्षण के निष्कर्ष निकालेंगे।
शरद कुमार श्रीवास्तव शिक्षक माध्यमिक शाला सुनपुरा विदिशा।
नोटबुक आधारित सर्वेक्षण के द्वारा छात्र छात्राओं से अनेक प्रकार की गतिविधि कराई जा सकती है जिसमें विशेष तौर से आंकड़ों का एकत्रीकरण कराया जा सकता है विद्यार्थियों के ग्रुप बनाकर उन्हें जल सर्वेक्षण वन सर्वेक्षण जनसंख्या सर्वेक्षण पशुपालन सर्वेक्षण का कार्य भी कराया जा सकता है
ReplyDeleteनोट बुक सर्वेक्षण एक ऐसी प्रकिया है जिसके माध्यम से हम बच्चों के विचारों को अलग-अलग तरीके से जान सकते हैं। जैसे गांव के कुएँ या हैण्डपम्प के जल की सामान्य गुणवत्ता जानने के लिए की जल मीठा है, खारा है या जंग लगा मटमैला है।
ReplyDeleteनोटबुक आधारित सर्वेक्षण एक ऐसी प्रक्रिया है जिसके माध्यम से विभिन्न वस्तुओं,अनुभवी,घटनाओं,क्षेत्रों एवम् संस्थानों आदि का आकड़ो के रूप में कार्य योजना तैयार कर सकते है।
DeleteVibhinna prakar k vyvsayo k bare me jankari lekr suchi banvaye aur bataye ki aarthik arjan hetu kaise karya kiya jata hai,konse karya adhik labh dete hai
ReplyDeleteछोटे छोटे व्यवसायों का निरीक्षण करकेअलग अलग शिक्षण विधि अपनाकर
ReplyDeleteपी टी ए.की बैठक मैं बिजली के अपव्यय की रोक थाआम हेतु छात्र पालक और शिक्षक आपस मैं सुझावात्मक चर्चा आयोजित करें गे
ReplyDeleteइतिहास में किसी विशेष अवधि की समग्र समझ विकसित करना व्यापार से संबंधित चचा करना मुद्रा की पहचान करना।
ReplyDeleteबच्चों के साथ तालमेल है जरूरी
ReplyDeleteकोई रफ़्तार के साथ काम करने का आदी होता है तो कोई धीरे-धीरे काम करना पंसद करता है। हर शिक्षक को अपनी क्षमता बढ़ाने और नई चीज़ें सीखने के लिए सदैव प्रयत्नशील रहना चाहिए। इसके लिए अपने विचारों को चुनौती देना और ख़ुद को नये अनुभवों के लिए तैयार करना काफ़ी मददगार होता है।
को बच्चों और पालकों से करवाकर शिक्षण गतिविधियों को सुगम तथा रुचिकर बनाऐं गे ।सामाजिक वि. के शिक्षण शास्त्र को करायेंगे।
ReplyDeleteबच्चो को किसी विषय को सिखाने के लिए जैसे किसी व्यसाय, मजदूरी मौसम, जलवायु आदि का सर्वेक्षण कराया जाए तो बच्चो को उस विषय पर विशेष समझ एवम इस्थाई से रूप से सीखने में विषय की समझ को बढ़ाता है।
ReplyDeleteमहेंद्र यादव
प्रा वि बलखड़िया
सर्वेक्षण एक ऐसी प्रक्रिया है जिसके माध्यम से विभिन्न वस्तुओं के अनुभव, घटनाओं, क्षेत्रों एवं संस्थानों आदि का आंकड़ों के रूप में क्षेत्र अध्ययन मानचित्रण और एक उपचारात्मक कार्य योजना के रूप में प्रस्तावित किया जाता है। नोटबुक सर्वेक्षण के अंतर्गत हम पशुओं का सर्वेक्षण शौचालयों का सर्वेक्षण बीमारियों के प्रकारों का सर्वेक्षण लोगों को प्राप्त सुविधाओं का सर्वेक्षण लोगों के पास उपलब्ध मकानों का सर्वेक्षण कर सकते हैं और बच्चों को एक व्यवहारिक आंकड़ों के रूप में जानकारी प्रदान कर सकते हैं कि हमारे गांव में कौन-कौन सी सुविधाएं हैं और किस किस के पास है।
ReplyDeleteशिक्षक छात्रों की शाला में अनियमितता , उसके एकाकीपन, शाला में लड़ाई करना आदि का भी पारिवारिक/सामाजिक सर्वेक्षण कर सकते हैं
नोट बुक आधारित सर्वेक्षण के संबंध में हमारे सभी शिक्षक साथियों के बहुत ही उपयोगी विचार ज्ञान वर्धक जानकारी मिली सभी सरस्वती पुत्रों को हृदय से धन्यवाद
ReplyDelete-सर्वेक्षण एक ऐसी प्रक्रिया है जिसके माध्यम से विभिन्न वस्तुओं के अनुभव, घटनाओं, क्षेत्रों एवं संस्थानों आदि का आंकड़ों के रूप में क्षेत्र अध्ययन मानचित्रण और एक उपचारात्मक कार्य योजना के रूप में प्रस्तावित किया जाता है। नोटबुक सर्वेक्षण के अंतर्गत हम पशुओं का सर्वेक्षण शौचालयों का सर्वेक्षण बीमारियों के प्रकारों का सर्वेक्षण लोगों को प्राप्त सुविधाओं का सर्वेक्षण लोगों के पास उपलब्ध मकानों का सर्वेक्षण कर सकते हैं और बच्चों को एक व्यवहारिक आंकड़ों के रूप में जानकारी प्रदान कर सकते हैं कि हमारे गांव में कौन-कौन सी सुविधाएं हैं और किस किस के पास है।
ReplyDeleteशिक्षक छात्रों की शाला में अनियमितता , उसके एकाकीपन, शाला में लड़ाई करना आदि का भी पारिवारिक/सामाजि
नोटबुक सर्वेक्षण में विषय विशेष की समझ विकसित हो थी है
ReplyDeleteमैं अपनी कक्षा के छात्रों के समूह बनाकर उनसे अपने मोहल्ले में 10-10 परिवारों में प्रतिएक परिवार में सदस्यों की संख्या और उनमें से प्रत्येक द्वारा किए जाने वाले कार्यों, उनके द्वारा हर माह की कमाई जाने वाली राशि, तथा उनकी योग्यता तथा उनके कार्यों के घंटो को एक सर्वेक्षण कर डायरी में लिखकर लाने को कहूंगा।
ReplyDeleteसकीना बानो सहायक शिक्षिका
ReplyDeleteनोट बुक आधारित सर्वेक्षण के द्वारा नवीन अवधारणाओं को सरल रूप से सीखना सिखाना होता है जिससे किसी सीमित क्षेत्र के आंकड़े एकत्रित कर उस क्षेत्र की समस्या का निवारण करना होता है।
Anil Kumar panthianilkumar141@gmail.com परिवार में शौचालय सुविधा का पता लगाना परिवार को किस प्रकार सुचारु रुप से चलाना संयुक्त छोटे परिवार को आसपास के धार्मिक एवं आध्यात्मिक स्थानों की जानकारी सामूहिक चर्चा करके उनकी परिवेश की जानकारी आसानी से दे सकते हैं।
ReplyDeleteछोटे छोटे व्यवसायों को बच्चों और पालकों से करवाकर शिक्षण गतिविधियों को सुगम तथा रूचिकर बनाया जा सकता है।
ReplyDeleteऐसी गतिविधियां जिनमें किसी विषय को सिखाने या सीखने के लिए नोटबुक आधारित सर्वेक्षण का उपयोग बेहतरीन तरीके से किया जा सकता है निम्नलिखित हो सकती है
ReplyDelete1. पशु गणना, वर्गीकरण एवं उपयोग
2. पेड़-पौधों की गणना, वर्गीकरण एवं उपयोग
3. मित्रों की दिनचर्या संबंधी सर्वे
4. बसों के संचालन के समय की जानकारी
आदि गतिविधियां नोट बुक आधारित सर्वे का हिस्सा होकर सीखने-सिखाने में उपयोगी हो सकती है...
धन्यवाद..
परिवार में शौचालय सुविधा का पता लगाना परिवार को किस प्रकार सुचारु रुप से चलाना संयुक्त छोटे परिवार को आसपास के धार्मिक एवं आध्यात्मिक स्थानों की जानकारी सामूहिक चर्चा करके उनकी परिवेश की जानकारी आसानी से दे सकते हैं@फ्रॉम-देवीलाल सोनी(प्राथमिक शिक्षक)
ReplyDeleteनमस्कार मैं सुंदर सूर्यवंशी माध्यमिक शिक्षक शासकीय माध्यमिक शाला चिखलीमुकासा विकासखंड अमरवाड़ा
ReplyDeleteबच्चों से नोटबुक आधारित गतिविधि करवाने के लिए किसी प्रकार का सर्वेक्षण कराया जा सकता है जो ग्रामीण क्षेत्र में आसानी से उपलब्ध होगा जैसे पेयजल की समस्या पेयजल की उपलब्धता स्वच्छता शौचालय की उपलब्धता इत्यादि से बच्चे का भाषाई एवं सामाजिक विकास संभव हो सकेगा। एवं समसामयिक तात्कालिक सामाजिक आवश्यकता परेशानियां एवं उनके निदान के बारे में भी सोच सकेंगे।
नोटबुक आधारित सर्वेक्षण नवीन अवधारणाओं पर सरल रूप से सीखना और सिखाना होता है या एक प्रकार का पूर्ण वैज्ञानिक सर्वेक्षण होता है जनगणना सर्वेक्षण पशु गणना सर्वेक्षण और भी कई प्रकार के सर्वेक्षण हम सफलतापूर्वक बच्चों को करना सिखा सकते हैं
ReplyDeleteमैं उषा रघुवंशी कन्या प्राथमिक विद्यालय जूना ब्यावरा बच्चों को जब हम जोड़ करना सिखाते हैं तब सबसे पहले बच्चे को इकाई दहाई अंकों का ज्ञान कराते हैं जब बच्चा इकाई अंक दहाई अंक की पहचान करना सीख जाएगा तभी हम बच्चों को जोड़ करना सिखाएंगे जब बच्चा 407 407 बराबर 407 का जोड़ सही करेगा छोटे-छोटे व्यवसाय को बच्चों और पालकों से करवा कर शिक्षण गतिविधियों को सुगम तथा रुचिकर बनाएंगे सामाजिक विज्ञान के शिक्षण शास्त्र को कराएंगे
ReplyDeleteNotbook aadharit sarvekshan me us isthan vishesh k Majdoor varg k bare me aankden aktrit kr us vyavsay ki jankari kr sakte hain .
ReplyDeleteनोटबुक आधारित सर्वेक्षण के द्वारा छात्र छात्राओं से अनेक प्रकार की गतिविधि कराई जा सकती है जिसमें विशेष तौर से आंकड़ों का एकत्रीकरण कराया जा सकता है विद्यार्थियों के ग्रुप बनाकर उन्हें जल सर्वेक्षण वन सर्वेक्षण जनसंख्या सर्वेक्षण पशुपालन सर्वेक्षण का कार्य भी कराया जा सकता है जिससे छात्र छात्राओं की समझ बढ़ेगी और वह अनेक प्रकार के नोट्स तैयार कर कक्षा में ग्रुप का प्रस्तुतीकरण कर सकते हैं
ReplyDeleteबच्चो से अपने निवास से २५ से ३० किलोमीटर दूर आसपास के धार्मिक एवं एतिहासिक स्थानों की जानकारी एकत्रित करवा कर उके बारे में शाला में सामूहिक विस्तृत चर्चा करके उनको परिवेश की जानकारी आसानी से दी जा सकती है यह उनके लिए जिज्ञाषा उत्पन्न करेगा एवं रुचिकर भी रहेगा।
ReplyDeleteबच्चो से अपने निवास से20 से 40किलोमीटर दूर आसपास के धार्मिक एवं एतिहासिक स्थानों की जानकारी एकत्रित करवा कर उनकेबारे में शाळा में सामूहिक विस्तृत चर्चा करके उनको परिवेश की जानकारी आसानी से दी जा सकती हे ये उनके लिए जिज्ञाषा उत्पन्न करेगा एवं रुचिकर भी रहेगा
ReplyDeleteअपने घर के आसपास होने वाले व्यवसायों का सर्वेक्षण बच्चों में वास्तविक समझ को बढ़ाएगा।
ReplyDeleteअलग अलग तरह के व्यवसायियों के बारे में जानकारी नोट करके उनहे वासतविक समझ बढाने के प्रयास करने का अवसर प्रदान करना।
ReplyDeleteJai. Shri. Krishna
ReplyDeletePushpa singh MS bagh farhat afza phanda old city jsk-girls station bhopal
ReplyDeleteNote-Book Aadharit sarvekshan me hum vishay-vastu aadharot chitra,nakshsa,etc.shaikshik dastavejo ko vibhinn books se collect kar adhigam bindu ke anusar arrange kar chart bana kar class me presentation de sakte hai.Students ke samuh banakar is par dis cuss kar sakte hai.jo vishy-vastu ko Rochak ,Saral banati students ki jigyasa ko badhati hai.
Chhote- chhote vyvsayo ko bachcho aur palako se karvakar shikshan gatividhiyo ko sugam ttha ruchikar banayege samajik vigyan ke shikshan shastra ko karayege.
ReplyDeleteबच्चों के साथ तालमेल है जरूरी
ReplyDeleteकोई रफ़्तार के साथ काम करने का आदी होता है तो कोई धीरे-धीरे काम करना पंसद करता है। हर शिक्षक को अपनी क्षमता बढ़ाने और नई चीज़ें सीखने के लिए सदैव प्रयत्नशील रहना चाहिए। इसके लिए अपने विचारों को चुनौती देना और ख़ुद को नये अनुभवों के लिए तैयार करना काफ़ी मददगार होता है।
तत्कालीन परिवेश , अभिलेख , चित्र, सामाजिक, राजनैतिक, आर्थिक अवधारणाएं आदि को आधार बनाकर। तथा पालन पोषण, पारिवारिक परिवेश, विद्यालय गतिविधियों और शिक्षा में भेद भाव को समाप्त कर सुधार की आवश्यकता है।
ReplyDeleteUnknownDecember 1, 2020 at 4:05 AM
ReplyDeleteनोटबुक आधारित सर्वेक्षण के द्वारा छात्र छात्राओं से अनेक प्रकार की गतिविधि कराई जा सकती है जिसमें विशेष तौर से आंकड़ों का एकत्रीकरण कराया जा सकता है विद्यार्थियों के ग्रुप बनाकर उन्हें जल सर्वेक्षण वन सर्वेक्षण जनसंख्या सर्वेक्षण पशुपालन सर्वेक्षण का कार्य भी कराया जा सकता है जिससे छात्र छात्राओं की समझ बढ़ेगी और वह अनेक प्रकार के नोट्स तैयार कर कक्षा में ग्रुप का प्रस्तुतीकरण कर सकते हैं
सर्वेक्षण (Surveying) उस कलात्मक विज्ञान को कहते हैं जिससे पृथ्वी की सतह पर स्थित बिंदुओं की समुचित माप लेकर, किसी पैमाने पर आलेखन (plotting) करके, उनकी सापेक्ष क्षैतिज और ऊर्ध्व दूरियों का कागज या, दूसरे माध्यम पर सही-सही ज्ञान कराया जा सके।
ReplyDeleteनोटबुक आधारित सर्वेक्षण एक ऐसी वैग्यानिक प्रक्रिया है जिसके माध्यम से हम बच्चों से कई प्रकार के आंकड़ों को एकत्र करवा सकते हैं इससे उनके कौशल में व्रद्धी होती है
ReplyDeleteबच्चों के साथ तालमेल है जरूरी
ReplyDeleteकोई रफ़्तार के साथ काम करने का आदी होता है तो कोई धीरे-धीरे काम करना पंसद करता है। हर शिक्षक को अपनी क्षमता बढ़ाने और नई चीज़ें सीखने के लिए सदैव प्रयत्नशील रहना चाहिए। इसके लिए अपने विचारों को चुनौती देना और ख़ुद को नये अनुभवों के लिए तैयार करना काफ़ी मददगार होता है।
Vyvsay se sambandhit charcha sarvechhan karakar
ReplyDeleteJal ke vibhinna upyog ka note book aadharit sarvekshan kiya ja sakta he.
ReplyDeleteबच्चों के साथ तालमेल है जरूरी
ReplyDeleteकोई रफ़्तार के साथ काम करने का आदी होता है तो कोई धीरे-धीरे काम करना पंसद करता है। हर शिक्षक को अपनी क्षमता बढ़ाने और नई चीज़ें सीखने के लिए सदैव प्रयत्नशील रहना चाहिए। इसके लिए अपने विचारों को चुनौती देना और ख़ुद को नये अनुभवों के लिए तैयार करना काफ़ी मददगार होता है।
बच्चों के साथ तालमेल है जरूरी
ReplyDeleteकोई रफ़्तार के साथ काम करने का आदी होता है तो कोई धीरे-धीरे काम करना पंसद करता है। हर शिक्षक को अपनी क्षमता बढ़ाने और नई चीज़ें सीखने के लिए सदैव प्रयत्नशील रहना चाहिए। इसके लिए अपने विचारों को चुनौती देना और ख़ुद को नये अनुभवों के लिए तैयार करना काफ़ी मददगार होता है।
नोटबुक आधारित गतिविधि से हम बच्चों को आसानी से आंकड़ो का एकत्रिकरण कर उसकी समझ विकसित कर सकते है।
ReplyDeleteनोटनुक आधारित ऐसी गतिविधि होती है जिसके द्वारा हम छात्रों का कौशल ज्ञान वढ़ा सकते है
ReplyDeleteनोटबुक सर्वेक्षण बच्चे जल्दी समझेंगे क्योंकि इसमें बच्चे स्वयं देखेंगे समझेंगें और लिखेंगे I
ReplyDeleteबच्चों के साथ तालमेल है जरूरी
ReplyDeleteकोई रफ़्तार के साथ काम करने का आदी होता है तो कोई धीरे-धीरे काम करना पंसद करता है। हर शिक्षक को अपनी क्षमता बढ़ाने और नई चीज़ें सीखने के लिए सदैव प्रयत्नशील रहना चाहिए। इसके लिए अपने विचारों को चुनौती देना और ख़ुद को नये अनुभवों के लिए तैयार करना काफ़ी मददगार होता है।
ऐसी गतिविधि जिसमे नोटबुक का उपयोग होता है। सर्वेक्षण करना ,जैसे दैनिक उपयोग कि चिजो कि सुची एवं कक्षा मे सभी विद्यार्थियों की रूची को सुची बध्द करना ।पशुगणना, तेदुपत्ता सर्वेक्षण आदि से बच्चों को गतिविधियों द्वारा समझना चाहिए।
ReplyDeleteनोटबुक आधारित सर्वेक्षण में संयुक्त परिवार और एकल परिवार तथा अवैध घरों में शौचालय की व्यवस्था एवं घरों में कचरा प्रबंधन कहां पर होता है इस आधार पर बच्चों को हम सर्वे का कार्य दे सकते हैं
ReplyDeleteअरुणा शर्मा
शासकीय माध्यमिक शाला खूंथी जिला सतना मध्य प्रदेश
Kisi bhi vaigyanik prakriya jaise paudho ka vargikaran,manav ango,evam anya vishayo par aadharit anubhavo ko shredhibaddh kar sikhne sikhane ke liye notebook ka upyog karenge.
ReplyDeleteनोटबुक सर्वेक्षण के अंतर्गत हम छात्रों को अपने गांव में पशु गणना प्रति परिवार विविध पेड़ों की गणना वर्तमान में निर्मित शौचालयों की गणना आदि के आंकड़े एकत्र कर विश्लेषण करते हुए परिचर्चा करना आदि इन विविध गतिविधियों के माध्यम से छात्र अपने आसपास की विविध प्रकार की जानकारी एकत्र करेंगे तथा उनका विश्लेषण करते हुए ज्यादा से ज्यादा सीख पाएंगे
ReplyDeleteतीरथ प्रसाद कचेर
माध्यमिक शिक्षक
शासकीय माध्यमिक शाला सुडडी
बच्चों के साथ तालमेल है जरूरी
ReplyDeleteकोई रफ़्तार के साथ काम करने का आदी होता है तो कोई धीरे-धीरे काम करना पंसद करता है। हर शिक्षक को अपनी क्षमता बढ़ाने और नई चीज़ें सीखने के लिए सदैव प्रयत्नशील रहना चाहिए। इसके लिए अपने विचारों को चुनौती देना और ख़ुद को नये अनुभवों के लिए तैयार करना काफ़ी मददगार होता है।
बच्चों के साथ तालमेल है जरूरी
ReplyDeleteकोई रफ़्तार के साथ काम करने का आदी होता है तो कोई धीरे-धीरे काम करना पंसद करता है। हर शिक्षक को अपनी क्षमता बढ़ाने और नई चीज़ें सीखने के लिए सदैव प्रयत्नशील रहना चाहिए। इसके लिए अपने विचारों को चुनौती देना और ख़ुद को नये अनुभवों के लिए तैयार करना काफ़ी मददगार होता है।
विद्यार्थी अपने परिवार के सदस्यों के नाम, उम्र, योग्यता, व्यवसाय का नाम, स्थान, दूरी, परिवहन का साधन, पहनावा आदि के बारे में सर्वे के प्रश्नों से जानकारी एकत्रित कर व्यक्तियों की विविध जानकारी से अवगत हो सकते हैं.विद्यार्थी संवाद कौशल एवं आंकड़ों के एकत्रीकरण एवं प्रस्तुतीकरण द्वारा परिवार की समझ को बढ़ाएंगे.
ReplyDeleteसभी बच्चों को समूह में बांटकर प्रत्येक समूह को अपने आसपास व्यवसाय नोटबुक सर्वेक्षण करवा सकते हैं जिससे बच्चे विभिन्न प्रकार के व्यवसाय के आंकड़े एकत्र कर सकते हैं उनका वर्गीकरण कर सकते हैं कक्षा में नोटबुक या चार्ट बनाकर या बोर्ड पर लिखकर उनका प्रस्तुतीकरण करवा सकते हैं
ReplyDeleteबिजली,भोजन,पानी के स्रोत,सड़क और स्वच्छता जैसे विषयों पर हम छात्रों की मदद से नोटबुक आधारित सर्वेक्षण करवा कर,जिम्मेदारी पूर्वक कार्य करने के कौशलों का विकास कर सकते हैं और किसी विषय को सीखने सिखाने के लिए सहज व गतिविधि आधारित बना सकते हैं।
ReplyDeleteनोट बुक आधारित सर्वेक्षण में हम गांव में उपलब्ध जानवरो की जानकारी एकत्रित करके बच्चों को उनकी अलग अलग भूमिका के बारे में बता सकते हैं
ReplyDeletePrathamik shikshak ke rup me kisi vishayo ko sikhne sikhane ke lite hamari notebook adharit sarvekshan ke antargat ham pashuyo ka sarvekshan shauchalayo ka sarvekshan kilomiter dur aspas ke dharmik avam aitihasik sthano ki jankari akatrit karvakar uske bare me samuhik charcha karke unke parivar ki jankari asani se de sakte hai.
ReplyDeleteNotebook sarvekshan karwakar as pas k paryavaran vastu ki jankri ekatrit krwa skte hai.
ReplyDeleteहिंदी या अंग्रेजी विषय को सीखने और सिखाने के लिए हम विभिन्न शिक्षण प्रक्रियाओं, क्षेत्रों गतिविधियों एवं सहायक सामग्रियों से होकर गुजरना पड़ता है। नोटबुक आधारित प्रक्रिया में बच्चों के अभ्यासिका पर लिखो, सुलेखों एवं विभिन्न चिंतन जैसी गतिविधि की शैली रूपण चित्रांकन, बोधगम्यता, लेखन शैली, स्पष्टता, तार्किकता एवं संज्ञानात्मक अभिकल्पों का अभिज्ञान बच्चों में विकसित होता है। जैसे बच्चों को सुलेख लिखने के लिए हम कहते हैं अर्थात समूह मे़ बच्चों की लेखन शैली, वाचन एवं बोधगम्यता एवं लेखन अभिरुचि या विकसित होती है। ऐसी कक्षा गत कार्य हमारे सर्वेक्षण करने से बच्चों की लेखन शैली स्पष्ट था शब्दों की लिखावट वाक्यों की लिखावट शुद्धता एवं शुद्धता लेखन शैली को सहजता से हम जान पाते हैं , कि कौन सा बच्चा लिखने में दक्ष है साथ ही साथ लिखकर उसे पढ़ने में कितनी दक्षता हासिल कर ली है । यह हमें इसका आकलन करने में मदद करता है अर्थात सर्वेक्षण से ही हमें पता चलता है, कि बच्चों में कितना पठन कौशल एवं लेखन कौशल में दक्ष है।
ReplyDeleteबच्चों को जब हम जोड़ करना सिखाते हैं तब सबसे पहले बच्चों को इकाई दहाई अंकों का ज्ञान कराते हैं जब बच्चा इकाई अंक दहाई अंक की पहचान करना सीख पाएगा तब ही हम बच्चे को जोड़ करना सिखा देंगे सिखाएंगे जब बच्चा 400 +7=407 का जोड़ सही करेगा बच्चों को जोड़कर अपनी समझआपको विकसित कर पाएगा
ReplyDeleteनोटबुक आधारित सर्वेक्षण में हम बरसात कब हुई खेती से संबंधित क्रियाकलाप करवा सकते है।
ReplyDeletevidhiyaarti ko aajevika ke bare me arthik gatividhi ke bare me bata sakte hi. bacho se vibhin gatividhi ke suchi banane ekae ko kese pahraya jaye.
ReplyDeleteनोटबुक आधारित परीक्षण एक ऐसी प्रक्रिया है जिससे हम बच्चों से बहुत प्रकार के आँकडों को इकत्रित करवा सकते।इससे उनके कौशल में वृद्धि होती है।
ReplyDeleteछोटे छोटे व्यवसायों को बच्चों और पालकों से करवाकर शिक्षण गतिविधियों को सुगम तथा रुचिकर बनाऐं गे ।सामाजिक वि. के शिक्षण शास्त्र को करायेंगेइतिहास में किसी विशेष अवधि की समग्र समझ विकसित करना व्यापार से संबंधित चचा करना मुद्रा की पहचान करना।
ReplyDeleteApne aas pass jal sroton ka sarvekshan karvana
ReplyDeleteनोटबुक आधारित सर्वेक्षण के द्वारा हम बच्चों में तथ्य व आँकड़ो के संकलन के माध्यम से उनके ज्ञान व कौशल का विकास करते हैं ।
ReplyDeleteनोटबुक आधारित सर्वेक्षण बच्चों को परिवार के सदस्य समुदाय के सदस्य की संख्यात्मक जानकारी आसपास के परिवेश की वस्तुएं एवं प्रकार से संबंधित आंकड़े बनाना आदि
ReplyDeleteबच्चों को जब हम जोड़ करना सिखाते हैं तब सबसे पहले बच्चों को इकाई दहाई अंकों का ज्ञान कराते हैं जब बच्चा इकाई अंक दहाई अंक की पहचान करना सीख पाएगा तब ही हम बच्चे को जोड़ करना सिखा सकते है
ReplyDeleteछोटे छोटे व्यवसाय को अपनाकर बच्चों से कक्षा में ही गतिविधि करवाएं
ReplyDeleteमैं पवनेश साहू (प्राथमिक शिक्षक) शा. उ. मा. विद्यालय बरखेड़ा स्टेशन जिला रायसेन मध्य प्रदेश
ReplyDeleteकिसी विषय को सिखाने या सीखने के लिए नोटबुक आधारित सर्वेक्षण का उपयोग किया जा सकता है।
Notebook ke आधारित सरबेक्छड़ बच्चोंको परिवार के सदस्य समुदाय के सदस्य को जोड़ कर हम अच्छी शिक्षा दे सकते है ।
ReplyDeleteजब से शालाएं बंद हुई हैं बच्चों का रुझान टी.व्ही.एवं मोबाइल पर कार्टून देखने की तरफ़ बढा है, तो हम इसे ही एक गतिविधि में शामिल करेंगे।
ReplyDeleteबच्चों को 1-2 शिक्षाप्रद कार्टून देखने को कहेंगे और उसमें उन्हें क्या बहुत अच्छा लगा?,क्या ग़लत लगा ?, आप उसमें क्या और अच्छा करना चाहेंगे ? तथा आपको इसे देखकर क्या सीख/शिक्षा मिली ?
इसे नोटबुक पर तरीके से लिखकर लाने को कहेंगे... इससे बच्चे की एकाग्रता बढेगी, कार्टून जिसे वह सिर्फ मनोरंजन के लिए देखता था, उसके प्रति नजरिया बदलेगा, अपने विचारों को व्यक्त करने की क्षमता का विकास होगा, वाक्य सही/ग़लत है की समझ बढेगी, लिखाई सुधरेगी।
मेरे विचार से यह भी एक नोटबुक आधारित सर्वेक्षण का उपयोग हो सकता है।🙏
सर्वेक्षण का उद्देश्य सीमित क्षेत्र में निश्चित व्यक्तियों द्वारा निश्चित समयावधि में क्रमबद्ध रूप से आंकड़े एकत्रित कर उस क्षेत्र की सार्वजनिक समस्या का निवारण करना होता है।
ReplyDeleteनोट बुक आधरित सर्वेक्षण के लिये बच्चों को अपने आसपास साफ-सफाई किस प्रकार से रखी जाती हैं अपनी नोट बुक में प्रत्येक घर की जानकारी संधारित करे।इस गतिविधि के द्वारा समझ विकसित करेंगें।
ReplyDeleteनोटबुक सर्वेक्षण एक ऐसी वैज्ञानिक प्रक्रिया है जिसके माध्यम से विभिन्न वस्तुओं का अनुभव घटनाओं क्षेत्रों एवं संस्थानों आदि का आंकड़ों के रूप में क्षेत्र अध्ययन मानचित्रण और अधिक अलंकार एक उपचारात्मक कार योजना के रूप में प्रस्तावित किया जाता है नोटबुक सर्वेक्षण के अंतर्गत हम पशुओं का सर्वेक्षण शौचालयों का सर्वेक्षण बीमारियों के प्रकारों का सर्वेक्षण लोगों को प्राप्त सुविधाओं का सर्वेक्षण लोगों के पास उपलब्ध मकानों का सर्वेक्षण आज कर सकते हैं और बच्चों को एक व्यवहारिक आंकड़ों के रूप में जानकारी प्रदान कर सकते हैं कि हमारे गांव में कौन-कौन सी सुविधाएं किन के पास किस किस प्रकार की हैं
ReplyDeleteमैं करणसिंह पवार शास. हाई. स्कूल पिपरी रैय्यत त+जि बुरहानपुर (म. प्र) प्राथमिक शिक्षक के पद पर कार्यरत हूँ।
ReplyDeleteबच्चों को जब हम जोड़ करना सिखाते हैं तब सबसे पहले बच्चों को इकाई दहाई अंकों का ज्ञान कराते हैं जब बच्चा इकाई अंक दहाई अंक की पहचान करना सीख पाएगा तब ही हम बच्चे को जोड़ करना सिखा देंगे सिखाएंगे जब बच्चा 400 +7=407 का जोड़ सही करेगा बच्चों को जोड़कर अपनी समझआपको विकसित कर पाएगा
notebook mey students sey apney aaspass ki jankari ka survey kara saktey hey example village key Male female educated ,uneducated person and other things
ReplyDeleteनोटबुक आधारित सर्वेक्षण में छात्रों को अपने आसपास के स्वच्छता अभियान के तहत अपने गांव का अवलोकन कर लोगों को अपने आसपास के परिवेश को स्वच्छ बनाने में छात्रों की अहम भूमिका होती हैं।
ReplyDeleteछोटे छोटे व्यवसायों का निरीक्षण करकेअलग अलग शिक्षण विधि अपनाकर
ReplyDeleteबच्चे को आसपास के छोटे-छोटे व्यवसाय को देखकर कक्षा में गतिविधि के लिए प्रेरित करना
ReplyDeleteमॉड्यूल 10 गतिविधि 6 : विचार करें
ReplyDeleteएक ऐसी गतिविधि के बारे में सोचें, जहाँ किसी विषय को सिखाने या सीखने के लिए नोटबुक आधारित सर्वेक्षण का उपयोग किया जा सकता है।
जब से शालाएं बंद हुई हैं, बच्चों का रुझान टी.व्ही.एवं मोबाइल पर कार्टून देखने की तरफ़ बढा है, तो हम इसे ही एक गतिविधि में शामिल करेंगे।
बच्चों को 1-2 शिक्षाप्रद कार्टून देखने को कहेंगे और उसमें उन्हें क्या बहुत अच्छा लगा?,क्या ग़लत लगा ?, आप उसमें क्या और अच्छा करना चाहेंगे ? तथा आपको इसे देखकर क्या सीख/शिक्षा मिली ?
इसे नोटबुक पर तरीके से लिखकर लाने को कहेंगे... इससे बच्चे की एकाग्रता बढेगी, कार्टून जिसे वह सिर्फ मनोरंजन के लिए देखता था, उसके प्रति नजरिया बदलेगा, अपने विचारों को व्यक्त करने की क्षमता का विकास होगा, वाक्य सही/ग़लत है की समझ बढेगी, लिखाई सुधरेगी।
मेरे विचार से यह भी एक नोटबुक आधारित सर्वेक्षण का उपयोग हो सकता है। उसी प्रकार से रोज जो डिजिलेप कि सामग्री दी जाती है बच्चो को उसे भी रोजाना दिनाँक सहित अपनी कॉपी में नोट करने को कहे ,ताकि उस गतिविधि को ध्यान से पढ़े और ओर लिखे। यही नही जो हमारा घर हमारा विद्यालय के तहत जो किव्ज़ ली जाती है उसे भी बच्चें अपनी - अपनी नोटबुक में प्रश्नोत्तरी लिखेंगे।
जिन बच्चों के घर पर अखबार आता है, उन्हें उसमे से नोट्स बनाने के लिए कह सकते है। इत्यादि प्रकार से मेरे विचार से यह भी एक नोटबुक आधारित सर्वेक्षण का उपयोग हो सकता है।
धन्यवाद !!!!!!
नोटबुक आधारित सर्वेक्षण से हम विद्यार्थियों को सांख्यिकीय गणना, अधिक संख्याओं/विस्तृत क्षेत्र की गणना/संकलन करना आसानी से सीखा सकते हैं।
ReplyDeleteG M S jhamar District Narsinghpur
ReplyDeleteनोट बुक के आधार पर विद्यार्थियों को अपने आसपास के वातावरण से परिचित कराने के लिए भ्रमण पर ले जाये वहा व्यक्तियो के कार्य उनके रहन सहन साफ-सफाई और संस्कृति के विषयों पर जानकारी प्राप्त करने के लिए अध्ययन किया जाना चाहिए हर वर्ग के लोगों के प्रति संवेदनशील के भा व जाग्रत कराना है ।
नोटबुक सर्वेक्षण के अन्तर्गत हम पशुओं, शौचालय,जल स्रोतों आदि के आंकड़े एकत्रित कर सकते है तथा उनका वर्गीकरण भी कर सकते हैं ।
ReplyDeleteनमस्कार,
ReplyDeleteनोटबुक आधारित सर्वेक्षण एक ऐसी वैज्ञानिक प्रक्रिया है, जिसके माध्यम से विभिन्न वस्तुओं,अनुभवों,घटनाओं, क्षेत्रों, एवं संस्थानों आदि का आंकड़ों के रूप में 1 क्षेत्र अध्ययन 2 मानचित्रण और 3 अभिकलन, कर एक उपचारात्मक कार्य योजना के रूप में प्रस्तावित किया जाता है ताकि वांछित उद्देश्यों की प्राप्ति की जा सकती है। जलीय स्रोत,बीमारियां,निश्चित आयु वर्ग के बच्चों का, कक्षा गत शैक्षिक स्तरों के कौशलों का, जनगणना,पशु गणना तथा पोषण आहार जैसे विषयों पर नोटबुक आधारित सर्वेक्षण कार्य किया जाता है। हम जानते हैं, कि सर्वेक्षण का उद्देश्य सीमित क्षेत्र में निश्चित व्यक्तियों द्वारा निश्चित समयावधि में क्रमबद्ध रूप से आंकड़े एकत्रित कर उस क्षेत्र की सार्वजनिक समस्या का निवारण करना होता है। हमने अक्सर देखा कि हमारे गांव में ग्रामीणों के घर के दरवाजे पर दिन के समय में जलता हुआ एक बल्ब लटका है। वह भी इसलिए कि लोगों को पता चलता रहे कि बिजली अभी गांव में है। जबकि सभी यह जानते हैं कि यह विद्युत का अपव्यय है।
प्राथमिक शिक्षक के रूप में किसी विषय को सीखने या सिखाने के लिए हमारी,नोटबुक आधारित सर्वेक्षण गतिविधि का नाम है-" बत्ती गुल "इस गतिविधि के द्वारा हम पहले हम बच्चों को बताएँगे कि दिन में यदि हम 12 घंटे वल्ब केवल इस बात का पता लगाए रखने के लिए जलाए रखते हैं की बिजली है या नहीं, तो हम अपने देश का 2 किलोग्राम शुद्ध कोयला फिजूल में जलाकर खर्च कर रहे हैं।
बिजली के इस अपव्यय की रोकथाम हेतु हम विद्यालय में एक नोटबुक आधारित सर्वेक्षण कार्य योजना बनाएंगे,जिसके कुछ महत्वपूर्ण बिंदु निम्न प्रकार होंगे।
(01) गांव के नगरी नक्शे को 4 क्षेत्रों में विभाजित करेंगे।
(02) दो-दो छात्रों के चार समूह बनाएंगे।
(03) यह छात्र समूह अपने-अपने क्षेत्रों के दिन में जलते हुए बल्बों को जन्नत करेंगे करेंगे।
(04) बिजली गांव/घर में है इस बात का पता चलते रहने के लिए बल्ब के स्थान छात्रों की सहायता से सही विकल्प जैसे-एल•ई•डी•इन्डीकेटर,ओन/आफ स्विच आदि खोजेंगे।
(05) पी•टी•ए• की बैठक में बिजली के अपव्यय की रोकथाम हेतु छात्र -शिक्षक और अभिभावक आपस में,सुझावात्मक चर्चा आयोजित करनेगे।
(06) सर्वेक्षण के दौरान और सर्वेक्षण की समाप्ति पर कार्य मूल्यांकन कर देखेंगे कि किन-किन छात्रों ने अपनी जिम्मेदारी का ठीक से निर्वहन किया उन्हें पुरस्कृत करेंगे।
(07) सर्वेक्षण कार्य का पुनर्मूल्यांकन करेंगे और देखेंगे कि दिन में जलने वाले बल्बों की संख्या कितनी कम हुई।
बिजली,भोजन,पानी के स्रोत,सड़क और स्वच्छता जैसे विषयों पर हम छात्रों की मदद से नोटबुक आधारित सर्वेक्षण करवा कर,जिम्मेदारी पूर्वक कार्य करने के कौशलों का विकास कर सकते हैं और किसी विषय को सीखने सिखाने के लिए सहज व गतिविधि आधारित बना सकते हैं।
धन्यवाद।
गणेशराव देशमुख
(प्राथमिक शिक्षक)
शासकीय प्राथमिक शाला बेहड़ी, आमला
जिला-बैतूल (म. प्र.)
डाइज कोड नंबर-23350105001
बच्चों को जब हम जोड़ करना सिखाते हैं तब सबसे पहले बच्चों को इकाई दहाई अंकों का ज्ञान कराते हैं जब बच्चा इकाई अंक दहाई अंक की पहचान करना सीख पाएगा तब ही हम बच्चे को जोड़ करना सिखा देंगे सिखाएंगे जब बच्चा 400 +7=407 का जोड़ सही करेगा बच्चों को जोड़कर अपनी समझआपको विकसित कर पाएगा
ReplyDeleteछोटे छोटे व्यवसायों को बच्चों और पालकों से करवाकर शिक्षण गतिविधियों को सुगम तथा रुचिकर बनाऐं गे ।सामाजिक वि. के शिक्षण शास्त्र को करायेंगे।
ReplyDeleteनोटबुक सर्वेक्षण के अंतर्गत हम छात्रों को अपने गांव में पशु गणना प्रति परिवार विविध पेड़ों की गणना वर्तमान में निर्मित शौचालयों की गणना आदि के आंकड़े एकत्र कर विश्लेषण करते हुए परिचर्चा करना आदि इन विविध गतिविधियों के माध्यम से छात्र अपने आसपास की विविध प्रकार की जानकारी एकत्र करेंगे तथा उनका विश्लेषण करते हुए ज्यादा से ज्यादा सीख पाएंगे
ReplyDelete
ReplyDeleteनोट बुक के आधार पर विद्यार्थियों को अपने आसपास के वातावरण से परिचित कराने के लिए भ्रमण पर ले जाये वहा व्यक्तियो के कार्य उनके रहन सहन साफ-सफाई और संस्कृति के विषयों पर जानकारी प्राप्त करने के लिए अध्ययन किया जाना चाहिए हर वर्ग के लोगों के प्रति संवेदनशील के भा व जाग्रत
किसी विषय को सीखने सिखाने के लिए नोटबुक आधारित सर्वेक्षण का उपयोग किया जा सकता है । इसके लिए हम अपने विद्यालय के बच्चों को किसी भी विषय वस्तु पर सर्वेक्षण करने के लिए कह सकते हैं जैसे आपके आसपास कौन-कौन से वृक्ष हैं, आपके आसपास किस किस प्रकार के भवन बने हैं, आपके आसपास किस प्रकार की शासकीय भवन है ऐसी कई विषय वस्तु बच्चों को सर्वेक्षण करने को कह सकते हैं इस सर्वेक्षण को बच्चे अपनी नोटबुक पर नोट करेंगे एवं जानकारी एकत्रित करेंगे इसके द्वारा बच्चे लेखन शैली तार्किकता संज्ञानात्मकता का विकास होगा
ReplyDeleteनोटबुक आधारित सर्वेक्षण का उपयोग किया जा सकता है । इसके लिए हम अपने विद्यालय के बच्चों को किसी भी विषय वस्तु पर सर्वेक्षण करने के लिए कह सकते हैं जैसे आपके आसपास कौन-कौन से वृक्ष हैं, आपके आसपास किस किस प्रकार के भवन बने हैं, आपके आसपास किस प्रकार की शासकीय भवन है ऐसी कई विषय वस्तु बच्चों को सर्वेक्षण करने को कह सकते हैं इस सर्वेक्षण को बच्चे अपनी नोटबुक पर नोट करेंगे एवं जानकारी एकत्रित करेंगे इसके द्वारा बच्चे लेखन शैली तार्किकता संज्ञानात्मकता का विकास होगा।
ReplyDeleteनोटबुक सर्वेक्षण के द्वारा विद्यार्थी अपने आसपास के दस परिवारों के सदस्यो के व्यवसायों एवं कार्य का सर्वे से जानकारी से अवगत होगे
ReplyDeleteनोटबुक सर्वेक्षण के द्वारा विद्यार्थी अपने आसपास के दस परिवारों के सदस्यो के व्यवसायों एवं कार्य का सर्वे से जानकारी से अवगत होगे
ReplyDeleteDifferent teaching areas, activities, Evam gati vidhiyon se hokr guzarna padta hai note book aadharhit prakriya Mai baccho ki abhyasika pr likhe sulekhon evam vibhin Chintan jesi gatividhi ki sheli rupadn chitrankan bodhgyamyata lekhan shaily spashta tarkikta evam sangyanatmakta abhikalpo Ka abhigyaan bacchon Mai viksit Hota hai sulekh likhne se lekhan shaily vachan tath bodhgyamta evam lekhan abhi Ruchi viksit Hoti hai.
ReplyDeleteबच्चों के सीखने का तरीका एवं आधार कुछ बच्चे तेज गति से सीखते हैं कुछ माध्यम और कुछ धीरे-धीरे सीखते हैं बच्चों की नोटबुक में + घटाओ और गुणा और भाग के सवाल देकर पता किया जा सकता है! शिक्षक के लिए यह सर्वेक्षण उस विशेष विषय की समझ को बढ़ाता है!
ReplyDeleteनोट बुक सर्वेक्षण के द्वारा छात्र अपने मुहल्ले की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं
ReplyDeleteरत्नेश कुमार मिश्रा जनशिक्षक जनशिक्षा केंद्र तेवर जबलपुर ग्रामीण जिला जबलपुर म प्र
ReplyDeleteघर पर पढ़ने वाले विद्यार्थियों का सर्वेक्षण करना हैं। सबसे पहले हम विद्यार्थियों के घर जाकर पालकों से विद्यार्थियों के बारे में पूछेगे कि वह सुबह और शाम कितने बजे से कितने बजे तक पढ़ाई करता हैं और किस किस विषय को प्रतिदिन पढ़ता है। ऐसे कम से कम 5 विद्यार्थियों के सर्वेक्षण को नोट करेगें इसके बाद अंत में निष्कर्ष से तय करते हैं कौन सा विद्यार्थी अधिक समय तक अध्ययन करता हैं और उसका स्तर क्या है।
इसी तरह हम विद्यार्थियों को आसपास की सजीव और निर्जीव वस्तुओं का सर्वेक्षण कार्य दे सकते हैं। यह प्रक्रिया विद्यार्थियों को करके सीखने की आदत का विकास करती है।
अपने क्षेत्र में पाये जाने वाले जल स्त्रोतों का सर्वेक्षण का कार्य करवा सकते हैं।उन्हें उपयोगी व अनुपयोगी के आधार और उनकी पास व दूरी के आधार पर पर वर्गीकृत करवाया जा सकता है।
ReplyDeleteअपनी कक्षा मैं सामाजिक बिज्ञान का सामाजिक जीवन में महात्वपूरण अंग है
ReplyDeleteनोटबुक में बच्चों से अपने घर के आसपास के लोगों के रहन सहन धंधे,साधनों खेती कऱने के बारे में लिखकर लाने को कहेंगे ।नोटबुक में सवाल करके लाने को.भी कह सकते हैं ।
ReplyDeleteसड़क किनारे सुरक्षित ढंग से बच्चों को बैठाकर सामने से गुजरने वाले यातायात के साधनों की विशेषताओं जैसे-गति,सुरक्षा, सस्ता, महंगा आदि को अपने अपने नोटबुक में अंकित करने का निर्देश देंगे।फिर वर्ग में उनकी समीक्षा सामुहिक रूप से करेंगे।
ReplyDeleteबच्चों को जब हम जोड़ करना सिखाते हैं तब सबसे पहले बच्चों को इकाई दहाई अंकों का ज्ञान कराते हैं जब बच्चा इकाई अंक दहाई अंक की पहचान करना सीख पाएगा तब ही हम बच्चे को जोड़ करना सिखा देंगे सिखाएंगे जब बच्चा 400 +7=407 का जोड़ सही करेगा बच्चों को जोड़कर अपनी समझआपको विकसित कर पाएगाchhaya malviya p/s paijanwara CHHINDWARA parasia
ReplyDeleteNotebook adhaarit sarvekshan se baccho me tark shakti avem tulnaatmak shakti ka vikas hota hai aur ve notebook sarvekshan se stithi ko samajh pate hai.
ReplyDeleteबच्चों के साथ तालमेल है जरूरी
ReplyDeleteकोई रफ़्तार के साथ काम करने का आदी होता है तो कोई धीरे-धीरे काम करना पंसद करता है। हर शिक्षक को अपनी क्षमता बढ़ाने और नई चीज़ें सीखने के लिए सदैव प्रयत्नशील रहना चाहिए। इसके लिए अपने विचारों को चुनौती देना और ख़ुद को नये अनुभवों के लिए तैयार करना काफ़ी मददगार होता है।
REPLY
हम बच्चों को ऐतिहासिक स्थान का भ्रमण करा कर नोटबुक में एकत्रित करना महापुरुषों की जीवनशैली से अवगत करा सकते है ओर व्यापार व्यसाय हेतु उपयोगी बना सकते है।
ReplyDeleteMausam janjati Jeevan Sarkar Aadi Vishay vastu per notebook aadharit Shikshan vidhiyan Banaye Ja sakte hain
ReplyDeleteनोटबुक आधारित सर्वेक्षण एक ऐसी वैज्ञानिक प्रक्रिया है। जिसके माध्यम से हम बच्चों से कई प्रकार के आंकड़ों को एकत्र करवा सकते हैं। इससे उनके कौसल में वृद्धि होती है।
ReplyDeleteNote book aadharrit sarvekshan me baccho ko aajivika topik par baccho se apne ghar par dada dadi mammi papa se unka vyapar ,shaikshik yogyata,karya ka nam, ityadi par note likhakar is vishay vishesh par samajh badhegi.
ReplyDeleteअपने क्षेत्र में पाये जाने वाले जल स्त्रोतों का सर्वेक्षण का कार्य करवा सकते हैं।उन्हें उपयोगी व अनुपयोगी के आधार और उनकी पास व दूरी के आधार पर पर वर्गीकृत करवाया जा सकता है।
ReplyDelete