मॉड्यूल 5 - गतिविधि 3 : सूचना एवं संचार तकनीक शिक्षण, अधिगम और मूल्यांकन में कैसे सहयोग करता है?
सूचना एवं संचार तकनीक शिक्षण, अधिगम और मूल्यांकन में कैसे सहयोग करता है?
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सूचना एवं संचार तकनीक शिक्षण, अधिगम और मूल्यांकन में कैसे सहयोग करता है?
सूचना एवं संचार के माध्यम से विद्यार्थियों में मूल्यांकन की स्थिति महत्वपूर्ण है इसके द्वारा हम कई प्रकार के मूल्यांकन कर सकते हैं रचनात्मकता रचनात्मकता सृजनात्मकता तर्कशक्ति कार्यशैली सूचना एवं संचार में रुचि एवं नई खोज अनुसंधान अन्वेषण अवलोकन माध्यम से मूल्यांकन सरल और आसान हो सकता है सूचना एवं प्रौद्योगिकी का उपयोग शिक्षण में बहुत आवश्यक है
ReplyDeleteसूचना एवं संचार के माध्यम से हम विद्यार्थियों का बेहतर तरीके से मूल्यांकन कर सकते हैं ।
DeleteITC ki taknik on ka prayog Kar shikshan ko behtar banaya ja sakta hai parantu is to sare shikshan ko ka upyog surakshit dhang se karna aur aur shikshak ka samay bhi isase bache sakta hai parantu ise to shikshak ko ine vedon mein dakshata prapt karni hogi aur bacchon ke pass bhi e-way sansadhan mobile laptop computer net balance ka uplabdh hona avashyak hai yadi Ham iske madhyam se mulyankan karna chahte hain anyatha hamare vidyalay mein padh Rahe vidyarthiyon mein jo insan sadhanon ko nahin juta payenge Hind bhavna viksit ho sakti hai iska bhi hamen dhyan rakhna hoga
DeleteWith the help of Information & Communication Technologies (ICT), the student and teacher can communication with each other for transferring the knowledge efficiently.
ReplyDeleteRekha Pal gms jhalariya block Depalpur Suchna AVN Kancha ke Madhyam se Ham vidyarthiyon ka Behtar tarike se mulyankan kar sakte hain
Deleteसूचना एवं संचार के माध्यम से हम विद्यार्थियों का बेहतर तरीके से मूल्यांकन किया जा सकता है
ReplyDeleteICT के माध्यम से हम बच्चों का मूल्यांकन सही व कम समय अच्छी तरह से कर सकते हैं
Deleteसूचना एवं संचार के माध्यम से अधिगम प्रकिया व मूल्यांकन प्रकिया सरल व रोचक बन जाती है।
ReplyDeleteYes इस तकनीक द्वारा शिक्षण अधिगम की प्रकिर्या बड़ी रुचिकर हो जाती है जिससे बच्चे को सीखने में बहुत सहायता मिलती है
Deleteसूचना एवं प्रधोगिकी से सिक्षा के स्तर को अपग्रेड किया जा सकता है साथ ही covid १९ में हम दूरस्थ शिक्षा को बच्चों तक उचित एवम् सरल सुरक्षित माध्यम से पहुंचा सकते है।बच्चों मै अध्यन के प्रति रुचि और नवीन तकनीक के अध्यम से पढ़ाई को बेहतर बनाया जा सकता है
ReplyDeleteसूचना एवं संचार के माध्यम से विद्यार्थियों में मूल्यांकन की स्थिति महत्वपूर्ण है इसके द्वारा हम कई प्रकार के मूल्यांकन कर सकते हैं रचनात्मकता रचनात्मकता सृजनात्मकता तर्कशक्ति कार्यशैली सूचना एवं संचार में रुचि एवं नई खोज अनुसंधान अन्वेषण अवलोकन माध्यम से मूल्यांकन सरल और आसान हो सकता है सूचना एवं प्रौद्योगिकी का उपयोग शिक्षण में बहुत आवश्यक है।
ReplyDeleteबेहतरीन तरीके से समय की बचत करते हुए पढ़ायी व मूल्यांकन व संरक्षण किया जा सकता है
ReplyDeleteसूचना एवं संचार के माध्यम से विद्यार्थियों विद्यार्थियों में मूल्यांकन की स्थिति महत्वपूर्ण है इसके लिए हम कई प्रकार के मूल्यांकन कर सकते हैं रचनात्मक सृजनात्मक तर्कशक्ति कार्यशैली सूचना एवं संचार में रुचि एवं नई खोज अनुसंधान अन्वेषण अवलोकन माध्यम से मूल्यांकन सरल हो सकता है।
ReplyDeleteराष्ट्रीय शिक्षा निति द्वारा विद्यार्थियों को सुचना प्रौद्योगिकी के द्वारा मुल्यांकन कर शिक्षा और विद्यार्थियों को सलर तम पद्धति से अध्ययन करया जा सके।
ReplyDeleteसूचना एवं प्रधोगिकी से सिक्षा के स्तर को अपग्रेड किया जा सकता है साथ ही कोविड- १९ में हम शिक्षा को बच्चों तक दूरस्थ उचित एवम् सरल सुरक्षित माध्यम से पहुंचा सकते है।बच्चों मै अध्ययन के प्रति रुचि और नवीन तकनीक के माध्यम से पढ़ाई को बेहतर बनाया जा सकता है
ReplyDeleteसूचना एवं संचार के माध्यम से विद्यार्थियों में मूल्यांकन की स्थिति महत्वपूर्ण है इसके द्वारा हम कई प्रकार के मूल्यांकन कर सकते हैं रचनात्मकता सृजनात्मकता तर्कशक्ति कार्यशैली सूचना एवं संचार में रुचि एवं नई खोज अनुसंधान अन्वेषण अवलोकन माध्यम से मूल्यांकन सरल और आसान हो सकता है सूचना एवं प्रौद्योगिकी का उपयोग शिक्षण में बहुत आवश्यक है।
Information communication technology ki sahayata se bacchon ko shiksha aasan aur saral tarike se di ja sakti hai
DeleteICT have brought a new era in the creative and smooth transfer of education from teachers to students and it has also rebuild the teacher-student relation on a better perspective.
ReplyDeleteIn Teaching-
ReplyDeleteTeacher use most appropriate A-V Aids to enhance the quality of teaching so that it can help developing understanding, scientific temperament ,thinking,
Expression power and application of the concept etc.
In Learning-
Student with the help of itc can store, retrieve, and process both qualitative and quantitative information fast and accuretly.
In EValuation-
The Teacher and Student can instantaneously get the feedback about the status of his understanding .If the answer is wrong he even can get the correct answer.
सूचना एवं संचार के माध्यम से विद्यार्थियों में मूल्यांकन की स्थिति महत्वपूर्ण है इसके द्वारा हम कई प्रकार के मूल्यांकन कर सकते हैं रचनात्मकता रचनात्मकता सृजनात्मकता तर्कशक्ति कार्यशैली सूचना एवं संचार में रुचि एवं नई खोज अनुसंधान अन्वेषण अवलोकन माध्यम से मूल्यांकन सरल और आसान हो सकता है सूचना एवं प्रौद्योगिकी का उपयोग शिक्षण में बहुत आवश्यक है।
ReplyDeleteMahipal Singh Negi government Middle school Padariya Jaat
ReplyDeleteIct के द्वारा हम शिक्षा, अवलोकन और मूलयाअकन काम कम समय में कर सकते हैं
This is very useful content
ReplyDeleteसूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी से शिक्षा बहुत प्रभावी होती है एवं मूल्यांकन भी प्रभावी तरीके से किया जा सकता है
ReplyDeleteThrough information and communication, the state of assessment in students is important, through this we can do many types of assessment.
ReplyDeleteसूचना एवं प्रधोगिकी से सिक्षा के स्तर को अपग्रेड किया जा सकता है साथ ही covid १९ में हम दूरस्थ शिक्षा को बच्चों तक उचित एवम् सरल सुरक्षित माध्यम से पहुंचा सकते है।बच्चों में अध्यन के प्रति रुचि और नवीन तकनीक के अध्यम से पढ़ाई को बेहतर बनाया जा सकता है
ReplyDeleteसूचना एवं संचार तकनीकी के माध्यम से अधिगम और मूल्यांकन मे बेहतर परिणाम प्राप्त हो सकते हैं|
ReplyDeleteसूचना एवं संचार तकनीकी शिक्षण, अधिगम और मूल्यांकन में सहयोग प्रदान करता क्योंकि इसके माध्यम से बहुत अधिक बहुत अधिक संख्या में मूल्यांकन कर सकते हैं और परिणाम शीघ्र प्राप्त होता है जिससे समय की बचत होती है।
ReplyDeleteसादर नमस्कार,
ReplyDeleteसूचना और संचार प्रौद्योगिकी का मूल्यांकन में बहुत महत्वपूर्ण स्थान है ।आजकल शिक्षा क्षेत्र में, विशेष रूप से शैक्षणिक गतिविधियों में प्रौद्योगिकी को सशक्त करने की प्रक्रिया में सूचना और संचार प्रौद्योगिकी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। आई सी टी छात्र के ज्ञान को बढ़ाने एवं मूल्यांकन का सबसे प्रभावशाली तरीका है। शिक्षा में आई सी टी का उपयोग, शिक्षा की प्रभावशीलता को बढ़ाते हुए अध्यापन और अध्ययन की गुणवत्ता बढ़ाता है। विद्यालयों में छात्रों को पारंपरिक कक्षा के वातावरण की तुलना में प्रौद्योगिकी वातावरण में पढ़ना ज्यादा स्फूर्तिदायक और रूचिकर लगता है।
शिक्षा के वर्तमान परिदृश्य को देखते हुए बहुत से बदलाव हुए हैं, विशेष रूप से पढ़ाने-पढ़ने से लेकर आंकलन-मूल्यांकन तक।आजकल उत्तर -पुस्तिकाओं का मूल्यांकन, जांच कार्य कंप्यूटर के माध्यम से होता है। Onnline बच्चे अपनी जिज्ञासा का समाधान ढूंढ लेते हैं। Online टेस्ट में तुरंत पता चल जाता है,आपसे क्या गलती हुई,और किस क्षेत्र में सुधार की आवश्यकता है।
आई सी टी के माध्यम से ही हम निष्ठा का कोर्स कर रहे हैं, और हमारा मूल्यांकन हो रहा है। सूचना और संचार प्रौद्योगिकी, शिक्षा सहित हर क्षेत्र को अत्यंत प्रभावित कर पढ़ाने-पढ़ने से लेकर आंकलन-मूल्यांकन तक शिक्षा के हर पहलू को प्रभावित कर रही है।
मेरे विचार.....
पूनाराम राजपूत
प्राथमिक शिक्षक
शास माध्य शाला पायलीखुर्द
वि.खं- छपारा, जिला-सिवनी म.प्र.
सूचना एवं संचार के माध्यम से मूल्यांकन बहुत सरल तरीके से कियाजा सकता है।
Deleteसूचना एवं संचार के माध्यम से विद्यार्थियों में मूल्यांकन की स्थिति महत्वपूर्ण है इसके द्वारा हम कई प्रकार के मूल्यांकन कर सकते हैं रचनात्मकता रचनात्मकता सृजनात्मकता तर्कशक्ति कार्यशैली सूचना एवं संचार में रुचि एवं नई खोज अनुसंधान अन्वेषण अवलोकन माध्यम से मूल्यांकन सरल और आसान हो सकता है सूचना एवं प्रौद्योगिकी का उपयोग शिक्षण में बहुत आवश्यक है।
ReplyDeleteसूचना एवं संचार तकनीक से अधिगम सुगम बोधगम्य तथा मूल्यांकन सरल एवम् आसान हो जाता है।
ReplyDeleteICT done very nice work
ReplyDeleteसूचना और संचार के माध्यम से हम बच्चों का चहुँ मुखी विकास कर सकते जिसमे नैतिक ज्ञान के साथ व्यौहारि समाजिक ज्ञान के साथ संचार के अनेक माध्यमों से जोडते हुये उनके मानसिक विकास को भी जाग्रित किया जा सकता हैं।
ReplyDeleteसमय की माग को ध्याआन में रखते सुये संचार और प्रोयोद्दगी से जोडकर बच्चों को रचनात्मक कार्य भी सिखाये और बताये जा सकते हैं जिससे बच्चे में तर्क शक्ति का भी विकास होगा।
मैं पवनेश साहू (प्राथमिक शिक्षक) शा. उ. मा. विद्यालय बरखेड़ा स्टेशन जिला रायसेन मध्य प्रदेश
ReplyDeleteआई सी टी ज्ञान को बढ़ाने एवं मूल्यांकन का सबसे प्रभावशाली तरीका है। ICT अध्यापन और अध्ययन की गुणवत्ता बढ़ाता है। विद्यालयों में छात्रों को पारंपरिक कक्षा के वातावरण की तुलना में प्रौद्योगिकी वातावरण में पढ़ना ज्यादा स्फूर्तिदायक और रूचिकर लगता है। विशेष रूप से आंकलन, मूल्यांकन कार्य कंप्यूटर के माध्यम से होता है। बच्चे अपनी जिज्ञासा का समाधान ढूंढ लेते हैं। सूचना और संचार प्रौद्योगिकी, शिक्षा सहित हर क्षेत्र को अत्यंत प्रभावित कर रही है।
सूचना एवं संचार प्रोद्दोगिकी मुल्यांकन का एक सशक्त व प्रामाणिक माध्यम है ।
ReplyDeleteसूचना और संचार प्रौ. मुल्यांकन का एक सशक्त माध्मम है ।
ReplyDeleteमुल्यांकन का अच्छा माध्यम है ।
ReplyDeleteआईसीटी से तात्पर्य सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर की एक ऐसी प्रक्रिया या प्रणाली से है जिसमें डिजिटल जानकारी निर्मित करना, स्टोर करना, पुर्नप्राप्त करना, फेर बदल करना, भेजना और प्राप्त करना संभव है। सूचना एवं संचार के माध्यम से विद्यार्थियों में मूल्यांकन की स्थिति महत्वपूर्ण है इसके द्वारा हम कई प्रकार के मूल्यांकन कर सकते हैं जैसे छात्र की रचनात्मकता, सृजनात्मकता, तर्कशक्ति, कार्यशैली सूचना एवं संचार में रुचि एवं नई खोज , अनुसंधान , अन्वेषण , अवलोकन माध्यम से छात्र का मूल्यांकन सरल और आसान हो सकता है।
ReplyDeleteStudents ko digital madhyam se jodkar learning and adhigam prapti, moolyankan kiya ja sakta hai.
ReplyDeleteDivyasaxena
और
ReplyDeleteवर्तमान परिस्थितियों के कारण शिक्षण अधिगम के विकास व छात्रों के सर्वांगीण विकास का लक्ष्य सूचना संचार प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल कर प्राप्त कर सकते हैं । इसी तरह मूल्यांकन मे भी सूचना संचार प्रौद्योगिकी का उपयोग किया जा सकता है
ReplyDeleteसूचना एवं संचार के माध्यम से अधिगम प्रकिया व मूल्यांकन प्रकिया सरल बन जाती है।
ReplyDeleteसूचना एवं संचार प्रो. मुल्यांकन का सशक्त व प्रामाणिक माध्यम है ।
ReplyDeleteसूचना एवं संचार के माध्यम से विद्यार्थियों में मूल्यांकन आसानी से किया जा सकता है। इसके द्वारा हम कई प्रकार के मूल्यांकन कर सकते हैं रचनात्मकता रचनात्मकता सृजनात्मकता तर्कशक्ति कार्यशैली सूचना एवं संचार में रुचि एवं नई खोज अनुसंधान अन्वेषण अवलोकन माध्यम से मूल्यांकन सरल और आसान हो सकता है सूचना एवं प्रौद्योगिकी का उपयोग शिक्षण में बहुत आवश्यक है। यह हमें कागजों का अधिक उपयोग करने से भी बचाता है।
ReplyDeleteसूचना एवं संचार तकनीक शिक्षण में कम समय में अधिक सूचना संप्रेषण एवम् सटीक मूल्यांकन किया जा सकता है।
ReplyDeleteसूचना एवं संचार तकनीकी शिक्षण का उद्देश्य छात्रों के शैक्षिक स्तर के अग्रेशन से होता है नवीनतम तकनीक माध्यम से छात्रों के शिक्षण गुणवत्ता में कैसे सुधार लाया जा सकता है छात्रों के सतत मूल्यांकन कराके शैक्षिक गुणवत्ता एक अच्छा आधार है।
ReplyDeleteहमारे अनुभवों के आधार पर हमने कोविड19 के संकट काल में सूचना एवं प्रधोगिकी से शिक्षा के स्तर को अपग्रेड किया है साथ ही दूरस्थ शिक्षा को बच्चों तक उचित,सरल एवं सुरक्षित माध्यम से पहुंचाने में सफल रहे हैं।
ReplyDeleteऔर हम कह सकते हैं कि बच्चों में अध्ययन के प्रति रुचि और नवीन तकनीक के माध्यम से पढ़ाई को बेहतर बनाया जा सकता है।
सूचना एवं संचार के माध्यम से विद्यार्थियों में मूल्यांकन की स्थिति महत्वपूर्ण है इसके द्वारा हम कई प्रकार के मूल्यांकन कर सकते हैं रचनात्मकता सृजनात्मकता तर्कशक्ति कार्यशैली सूचना एवं संचार में रुचि एवं नई खोज अनुसंधान अन्वेषण अवलोकन माध्यम से मूल्यांकन सरल और आसान हो सकता है सूचना एवं प्रौद्योगिकी का उपयोग शिक्षण में बहुत आवश्यक है।
आई सी टी छात्र के ज्ञान को बढ़ाने एवं मूल्यांकन का सबसे प्रभावशाली तरीका है। शिक्षा में आई सी टी का उपयोग, शिक्षा की प्रभावशीलता को बढ़ाते हुए अध्यापन और अध्ययन की गुणवत्ता बढ़ाता है। विद्यालयों में छात्रों को पारंपरिक कक्षा के वातावरण की तुलना में प्रौद्योगिकी वातावरण में पढ़ना ज्यादा स्फूर्तिदायक और रूचिकर लगता है।
शिक्षा के वर्तमान परिदृश्य को देखते हुए बहुत से बदलाव हुए हैं, विशेष रूप से पढ़ाने-पढ़ने से लेकर आंकलन-मूल्यांकन तक।आजकल उत्तर -पुस्तिकाओं का मूल्यांकन, जांच कार्य कंप्यूटर के माध्यम से होता है। Onnline बच्चे अपनी जिज्ञासा का समाधान ढूंढ लेते हैं। Online टेस्ट में तुरंत पता चल जाता है,आपसे क्या गलती हुई,और किस क्षेत्र में सुधार की आवश्यकता है।
आई सी टी के माध्यम से ही हम निष्ठा का कोर्स कर रहे हैं, और हमारा मूल्यांकन हो रहा है।
मैं करुणा ठाकरे आदिवासी कन्या आश्रम भंडारकुंड विकासखंड मोहखेड़ जिला छिंदवाड़ा सूचना एवं तकनीकी का आज के समय में बहुत ही महत्व पूर्ण एवं जरूरी हो गया है सूचना एवं संचार माध्यम का महत्वपूर्ण योगदान है क्योंकि इससे कुछ ही पलों में एक स्थान से दूसरे स्थान किसी भी प्रकार की सूचना तुरंत मालूम हो जाती है प्रौद्योगिकी क्षेत्र में भी आजकल संचार एवं तकनीकी का बहुत महत्वपूर्ण स्थान है जहां तक की उपस्थिति भी ऑनलाइन होने लगी है ऑनलाइन पढ़ाई से टेस्ट का परिणाम भी तुरंत मालूम हो जाता है
ReplyDeleteICT
ReplyDeleteMe adhigam
Adhigam k liye aaj ki generation k liye best idea ya,best way h ICT
Kisi bhi topic ko puri trh se,smjhne k liye uski puri detail me jankari ko asan,bnaa deta h ye medium
Hm vidoe dekh skte hain
Smjhte hain usi k adhar pr apne vichar ko bhi hm in ict tecnique ka use krke short video bnaa skte hain bchche bhi isme unki kya,smjh h iska hme short msgs like,share comments de skte hain khud bchche bhi kisi topic pr short video wd example de skte hain..
Totally ye k adhigm me ks,technique ka aaj,k,yug me bahut fayda,h,jiske,liye,bchchon ko sahi direction ek teacher de skta h
Wese bhi bchche aajkl bahut app pr enjoy k liye video bna,hi,rhe hain
Agr unhe sahi direction mile to wo education me iska,use krke khud ko,bhi present kr skte hain
Ab,evaluation..
Isme hm objective system se
Bchchon ko quize krwakr
Khoj krwakr
Kisi topic pr apna detail m image ko kese apni video me lakr usse related data dalkr kese hm present kr skte hain iska compition krwa skte hain
Hm ict ka,use krke bchchon ko aage ki exams,k liye,bhi, tyyar kr skte hain..bchchon,me kuchh activity krwakr
Srjnatmkta vegyanic drshtikon k adhar pr aur presence of mind activity bhi ict me asani se,kr skte hain...bs agr guide krne wala,sahi,ho to hmare bchche is,ict se,bahut kuchh sikhkr apni jankaari,share kr skte
सूचना एवं संचार के माध्यम से विद्यार्थियों में मूल्यांकन की स्थिति महत्वपूर्ण है इसके द्वारा हम कई प्रकार के मूल्यांकन कर सकते हैं रचनात्मकता रचनात्मकता सृजनात्मकता तर्कशक्ति कार्यशैली सूचना एवं संचार में रुचि एवं नई खोज अनुसंधान अन्वेषण अवलोकन माध्यम से मूल्यांकन सरल और आसान हो सकता है सूचना एवं प्रौद्योगिकी का उपयोग शिक्षण में बहुत आवश्यक है
ReplyDeleteKailash prasad yadav
ReplyDeletem.s soojipurva Gangeo rewa m.p
मेरे विचार
वर्तमान परिस्थितियों के कारण शिक्षण अधिगम के विकास व छात्रों के सर्वांगीण विकास का लक्ष्य सूचना संचार प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल कर प्राप्त कर सकते हैं । इसी तरह मूल्यांकन मे भी सूचना संचार प्रौद्योगिकी का उपयोग किया जा सकता
मॉड्यूल 5 - गतिविधि 3 : सूचना एवं संचार तकनीक शिक्षण, अधिगम और मूल्यांकन में कैसे सहयोग करता है?
ReplyDeleteOctober 22, 2020
सूचना एवं संचार तकनीक शिक्षण, अधिगम और मूल्यांकन में कैसे सहयोग करता है?
ये निम्नप्रकार से सहयोग करता है----
सूचना और संचार प्रौद्योगिकी का मूल्यांकन में बहुत महत्वपूर्ण स्थान है ।आजकल शिक्षा क्षेत्र में, विशेष रूप से शैक्षणिक गतिविधियों में प्रौद्योगिकी को सशक्त करने की प्रक्रिया में सूचना और संचार प्रौद्योगिकी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। आई सी टी छात्र के ज्ञान को बढ़ाने एवं मूल्यांकन का सबसे प्रभावशाली तरीका है। शिक्षा में आई सी टी का उपयोग, शिक्षा की प्रभावशीलता को बढ़ाते हुए अध्यापन और अध्ययन की गुणवत्ता बढ़ाता है। विद्यालयों में छात्रों को पारंपरिक कक्षा के वातावरण की तुलना में प्रौद्योगिकी वातावरण में पढ़ना ज्यादा स्फूर्तिदायक और रूचिकर लगता है।
शिक्षा के वर्तमान परिदृश्य को देखते हुए बहुत से बदलाव हुए हैं, विशेष रूप से पढ़ाने-पढ़ने से लेकर आंकलन-मूल्यांकन तक।आजकल उत्तर -पुस्तिकाओं का मूल्यांकन, जांच कार्य कंप्यूटर के माध्यम से होता है। Onnline बच्चे अपनी जिज्ञासा का समाधान ढूंढ लेते हैं। Online टेस्ट में तुरंत पता चल जाता है,आपसे क्या गलती हुई,और किस क्षेत्र में सुधार की आवश्यकता है।
आई सी टी के माध्यम से ही हम निष्ठा का कोर्स कर रहे हैं, और हमारा मूल्यांकन हो रहा है। सूचना और संचार प्रौद्योगिकी, शिक्षा सहित हर क्षेत्र को अत्यंत प्रभावित कर पढ़ाने-पढ़ने से लेकर आंकलन-मूल्यांकन तक शिक्षा के हर पहलू को प्रभावित कर रही है।
श्रीमती संध्या पटेल
शा.मा. वि. बलवाड़ी, खरगोन।
धन्यवाद !!!
ICT se mulyankan kaam asaan ho gya hai ,or samay ki bhi bachat hai .
ReplyDeleteShakuntala Sharma
LDT sagmanhiya tola
Manwati Tiwari, ps urrahat, Rewa
ReplyDeleteजानकारियों तक आसान पहुंच होना अधिगम को सुचारू रूप से बनाए रखती है, अगर सही सूचना और ज्ञान सहज तरीके से उपलब्ध कराई जाए तो बच्चो को सीखने में रुचि होती है। सूचना और संचार इसी कड़ी में अधिगम और शिक्षण में उपयोगी हो सकते है। सही सूचना का शिक्षक द्वारा अपने शिक्षण पद्धति में शामिल करके बच्चो तक सही संचार करना शिक्षक के लिए भी उपयुक्त होता है।
सूचना और संचार प्रौद्योगिकी का मूल्यांकन में बहुत महत्वपूर्ण स्थान है ।आजकल शिक्षा क्षेत्र में, विशेष रूप से शैक्षणिक गतिविधियों में प्रौद्योगिकी को सशक्त करने की प्रक्रिया में सूचना और संचार प्रौद्योगिकी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। आई सी टी छात्र के ज्ञान को बढ़ाने एवं मूल्यांकन का सबसे प्रभावशाली तरीका है। शिक्षा में आई सी टी का उपयोग, शिक्षा की प्रभावशीलता को बढ़ाते हुए अध्यापन और अध्ययन की गुणवत्ता बढ़ाता है। विद्यालयों में छात्रों को पारंपरिक कक्षा के वातावरण की तुलना में प्रौद्योगिकी वातावरण में पढ़ना ज्यादा स्फूर्तिदायक और रूचिकर लगता है।
ReplyDeleteशिक्षा के वर्तमान परिदृश्य को देखते हुए बहुत से बदलाव हुए हैं, विशेष रूप से पढ़ाने-पढ़ने से लेकर आंकलन-मूल्यांकन तक।आजकल उत्तर -पुस्तिकाओं का मूल्यांकन, जांच कार्य कंप्यूटर के माध्यम से होता है। Onnline बच्चे अपनी जिज्ञासा का समाधान ढूंढ लेते हैं। Online टेस्ट में तुरंत पता चल जाता है,आपसे क्या गलती हुई,और किस क्षेत्र में सुधार की आवश्यकता है।
आई सी टी के माध्यम से ही हम निष्ठा का कोर्स कर रहे हैं, और हमारा मूल्यांकन हो रहा है। सूचना और संचार प्रौद्योगिकी, शिक्षा सहित हर क्षेत्र को अत्यंत प्रभावित कर पढ़ाने-पढ़ने से लेकर आंकलन-मूल्यांकन तक शिक्षा के हर पहलू को प्रभावित कर रही है।
रचनात्मक तार्किक शक्ति सूचना एवं संचार के माध्यम से बच्चों का मूल्यांकन कर सकते हैं
ReplyDeleteशिक्षा मे ICT का उपयोग अति आवश्यक है
ReplyDeleteसूचना एवं संचार तकनीक शिक्षण मे बहुत सहयोग करती है । आज के समय मे इस क्षेत्र का योगदान शिक्षा मे बहुत महत्वपूर्ण स्थान रखता है । covid-19 की इस आपातकालीन स्थिति मे तो ict का योगदान बहुत महत्वपूर्ण हो गया है । मैंने भी whatsapp तथा video calling के जरिए छात्रों तक शिक्षा संबंधी मटेरियल गृहकार्य आदि को प्रेषित कर उनसे homework के रूप मे तथा अन्य चर्चा द्वारा feedback प्राप्त किया .....उनसे mobile द्वारा सतत संपर्क मे रही .....इस प्रकार मैंने भी ICT का प्रयोग किया ......तथा online exam मे पारदर्शिता रहती है तुरंत परिणाम site पर आ जाता है ।और भी कई स्तरों पर ICT बहुत फायदेमंद है ।
ReplyDeleteधन्यवाद 🙏
दीप्ति जैन माध्यमिक शिक्षक
शा .मा. वि . सोनागिर स्टेशन दतिया
सुनील कुमार बिसेन बालाघाट
ReplyDeleteITC के माध्यम से मूल्यांकन बहुत सरल तरीके से कर सकते है,,,बच्चो को मोबाइल के माध्यम से विषयानुसार प्रश्न भेजकर आंसर प्राप्त कर सकते है,,जिससे बच्चे डिजिटल संचार का ज्ञान होगा,,और नाइ जानकारी प्राप्त करने के प्रति अग्रसर होता है।
सूचना और संचार तकनीक शिक्षण अधिगम और मूल्यांकन में बहुत ही सहयोग करता है। इस तकनीक से अधिकांशतः विद्यार्थी स्वयं ही रचनात्मक तरीके से सीखते हैं और मूल्यांकन करना तो और भी आसान है ।हां ,शिक्षक का मार्गदर्शन बहुत मायने रखता है।
ReplyDeleteITC के माध्यम से बच्चों का मूल्यांकन बहुत सरल तरीके से कर सकते हैं । विषयानुसार प्रश्न भेजकर बच्चों से उत्तर मोबाइल पर प्राप्त कर सकते हैं । इससे बच्चों को डिजिटल संचार काज्ञान प्राप्त होगा ।
ReplyDeleteआई टी सी के उपयोग से हम कई प्रकार से सकारात्मक सोच के साथ अपने कौशलों में और निखार ला सकते हे
ReplyDeleteITC के माध्यम से हम कई प्रकार से इसका उपयोग मूल्यांकन में भी कर सकते हे जैसे अभी कोविड के कारण हम कक्षा 1 से 8 तक बच्चों का मूल्यांकन वाट्स एप क्विज के माध्यम से कर रहे हे
ReplyDeleteसूचना एवं संचार तकनीकी शिक्षण अधिगम और मूल्यांकन में सहयोग करता है इस मूल्यांकन में कोई भेदभाव नहीं होता और विद्यार्थियों का परीक्षा परिणाम तुरंत प्राप्त हो जाता है।
ReplyDeleteगुणवत्तामें सुधार होता है।
ReplyDeleteपारंपरिक विधि मे बदलाव।
शिक्षण को प्रभावी बनाने के लिए।
श्रव्य द्रृश्य सहित बहु ज्ञानेन्द्रियों ग्रहणशील रणनीति प्रदान करता है, जिससे अधिगम की व्रृद्धि होती है।
स्वयं निर्धारित गति से अधिगम और अवधारणा को प्रोत्साहित करता है।
अधिगम के साधनों का कहीं भी और कभी भी अधिगम का अवसर प्रदान करता है ।
इस तकनीक दूारा शिक्षण अधिगम की प्रक्रिया बहुत रूचिकर हो जाती है
ReplyDeleteजिससे बच्चे को सीखने मे बहुत मद्दत मिलती है
इस लिये इसमे बच्चो का मूल्यांकन भी आसानी से किया जा सकता है
सूचना एवं संचार तकनीकी से हम शिक्षण में मूल्यांकन आसानी से कर सकते हैं और हमें बहुत ही सुंदर जनक स्थिति से बच्चों का रचनात्मक सर्जनात्मक मूल्यांकन कर सकते हैं
ReplyDeleteसूचना और संचार तकनीक का आधुनिक शिक्षण मे महत्वपूर्ण स्थान हो गया है।ईन आधुनिक तकनीको का शिक्षण मे उपयोग करना जितना महत्वपूर्ण हो गया है उतना ही महत्वपूर्ण शिक्षको का अपडेट होना भी है।सुचना तकनीक का उपयोग करके शिक्षक के साथसाथ छात्र भी नवसृजन,संग्रहण,पुनःप्राप्ति, फेरबदल,प्रेषण,प्राप्ति और विश्लेषण स्वयं कर सकते है।ईसका उपयोग करके शिक्षण को प्रभावी,मनोरंजनात्मक ,एवं नये ज्ञान से जोडा जा सकता है,रूचिकर शिक्षण के साथसाथ रूचिकर मूल्यांकन भी सूचना तकनीक के कारण संभव हो गया है।अनिल केचे,स.शि.,प्रा.शा.भरियाढाना, तामियाँ, छिंदवाड़ा, म.प्र.
ReplyDeletePankaj Kumar Patel.gms-suddi.सूचना एवं संचार के माध्यम से अधिगम प्रक्रिया व मूल्यांकन प्रक्रिया सरल व रोचक बन जाती है।
ReplyDeleteSuchna aur sanchar ke madhyam se bacchon ko shiksha Dena bahut hi aasan ho sakta hai
ReplyDeleteThrough information and communication excellent bond can be made between teachers and students and support in learning and evaluation.
ReplyDeleteसूचना एवं संचार तकनीकी एक शिक्षा का प्रभावी माध्यम है! बच्चों में नवीनतम तकनीकी माध्यम से विषय के प्रति रुचि बढ़ाई जा सकती है! विद्यार्थियों का उच्च उच्च मानदंडों के अनुसार मूल्यांकन में सुधार किया जा सकता है ! अतः नवीन जानकारी अनुसंधान अन्वेषण एवं अवलोकन के माध्यम से मूल्यांकन को सरल और आसान बनाया जा सकता है ! इसलिए सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी का उपयोग शिक्षण में आवश्यक रूप से किया जाना चाहिए !
ReplyDelete1.गुणवत्ता मे सुधार होना। 2.पारंपरिक विधि मे बदलाव के लिए ।3. शिक्षण को प्रभावी बनाने के लिए। 4. श्रव्य, दृश्य सहित बहु ज्ञानेन्द्रियाँ ग्रहणशील रणनीति प्रदान करना, जिससे अधिगम की वृद्धि होती है ।5. स्वयं निर्धारित गति से अधिगम और अवधारणा निर्माण को प्रोत्साहन करता है ।
ReplyDeleteसूचना और संचार के माध्यम से विद्यार्थियों का मूल्यांकन करना श्रेयष्कर होगा =दिलीप सिंह ठाकुर, जबलपुर
ReplyDeleteसूचना एवं संचार तकनीकी शिक्षण अधिगम और मूल्यांकन में सहयोग करता है इस मूल्यांकन में कोई भेदभाव नहीं होता और विद्यार्थियों का परीक्षा परिणाम तुरंत प्राप्त हो जाता है।
ReplyDeleteइस तकनीक द्वारा मूल्यांकन आसान ओर प्रभावी हो जाता है। सुधार के क्षेत्रों का पता आसानी से लगाया जा सकता है और उस पर सुधारात्मक कार्यवाही की जा सकती है। Anjana chopra m. S. Nayagaon
ReplyDeleteसूचना और संचार प्रौद्योगिकी के माध्यम से मूल्यांकन बहुत ही सरलता से और कम समय में निष्पक्षता के साथ संपन्न कर ही रहे हैं। इस तकनीक से शिक्षा में सुधार लाया जा सकता है। आज सारे विश्व में सब से अधिक इस तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है।
ReplyDeleteमैं चंदू लाल चौहान शा.मा.शाला अमेडा भरवेली बालाघाट से आज कोरोना काल मे शिक्षा के क्षेत्र में ICT एक वरदान साबित हो रही है । आज सभी शैक्षिक संस्था पूरी तरह बंद है ऐसे समय ICT अर्थात मोबाइल के माध्यम से बच्चों को E content भेजकर बच्चो की पढ़ाई को रुकने नही दिया। बच्चे भी बड़े उत्साह से पढ़ाई कर रहे है । इस प्रकार आने वाले समय मे ICT उचित प्रयोग कर बच्चो की पढ़ाई में अधिकांश कठिन अवधारणा को समझने में कैसे उपयोग किया जाए। ICT से तात्पर्य है सूचना और संचार प्रौद्योगिकी है यूनेस्को के अनुसार ICT से तात्पर्य प्रौद्योगिकी उपकरणों और संसाधनों केक सेट है जिसके माध्यम से डिजिटल जानकारी संग्रह और संचरण किया जा सकताःहै।जैसे हम अपने स्मार्टफोन से किसी वस्तु या व्यक्ति की तस्वीर खीचते है वह एक डिजिटल निर्मित सामग्री है जो हम अपने फोन में संग्रहित कर लेते है । इसे कभी पुनः देखा जा सकता है इसकी कई प्रतियां तैयार की जा सकती है और इसमें इच्छा अनुसार बदलाव भी किया जा सकते है इसे दूसरे को ििइंटरनेट , सोशल मीडिया के द्वारा दूसरे को भेजा जा सकता है इस पर वह लाइक , कमेंट और फिट बैक भी तत्काल भेजता है। यह ICT का उपयोग किया कहते है शिक्षक अपने छात्रों को शिक्षण सामग्री मेल या व्हाट एप्प द्वारा भेजना और छात्रों द्वारा उस पर कमेंट करने। ICT का उपयोग हर जगह नही किया जा सकता जैसे खाने की सामग्री का प्रदर्शन व अवलोकन द्वारा ही छात्र कर सकते है उसका स्वाद , गंध आकर आदि। ICT के माध्यम से शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ाने व शिक्षण को प्रभावी बनाने ,परपरागत पद्धति में बदलाव करने के लिए
ReplyDeleteICT के अंतर्गत सर्जन , प्राप्ति पुनः प्राप्ति ,किया जा सकता है। NR OER एक डिजिटल पुस्तकालय है जहाँ वीडियो , आडियो प्रश्न बैंक , अध्ययन के लिए विभिन्न चित्र, डिजिटल पाठ्य सामग्री , प्राप्त सामग्री को डाउनलोड किया और शेयर किया जा सकता है।
Satish dev Chaurasia, सूचना एवं संचार के माध्यम से विद्यार्थियों में मूल्यांकन की स्थिति महत्वपूर्ण है इसके द्वारा हम कई प्रकार के मूल्यांकन कर सकते हैं रचनात्मकता रचनात्मकता सृजनात्मकता तर्कशक्ति कार्यशैली सूचना एवं संचार में रुचि एवं नई खोज अनुसंधान अन्वेषण अवलोकन माध्यम से मूल्यांकन सरल और आसान हो सकता है
ReplyDeleteयद्यपि सूचना और संचार ब्रहद ग्यान मे बहुत कम समय मे बहुत अधिक भूमिका निभाती है, बच्चो के पठन पाठन से लेकर मूल्याकन तक यह कोविड 19मे यह सशक्त माध्यम बन चुकी है, यह सामान्य तौर पर भी शिक्षक और शिक्षार्थी दोनो के लिये उपयोगी सिद्ध हो रही है!
ReplyDeleteमैं रत्नेश मिश्रा जनशिक्षक जनशिक्षा केंद्र तेवर जबलपुर ग्रामीण जिला जबलपुर म प्र
ReplyDeleteसूचना और संचार तकनीक के माध्यम से शिक्षण में ऐसी विषय वस्तु को सरलता से समझाया जा सकता है जिसको समझाने के लिए अन्य सहायक सामग्री उचित नहीं होती है। कई बार वीडियो के माध्यम से शिक्षण को रोचक व प्रभावी ढंग से प्रस्तुत किया जा सकता है।
वीडियो रूचिकर होने के कारण विद्यार्थियों में सीखने की गति में वृद्धि होती है।
वर्तमान में प्रतियोगी परीक्षाओं में तकनीकी के माध्यम से प्रश्न पत्र दिया जाता है और परीक्षा समाप्त होने के कुछ घंटों पश्चात रिजल्ट सामने आ जाता है इससे समय की बचत के साथ साथ पारदर्शिता ज्यादा होती है। आजकल शिक्षक भी गूगल शीट पर प्रश्न तैयार कर रहें हैं।
इस तरह से सूचना व संचार तकनीक के उपयोग से शिक्षण अथिगम में वृद्धि हुई है तथा मूल्यांकन कार्य में पारदर्शिता और समय की बचत होने लगी है।
सूचना एवं संचार तकनीक के द्वारा हम किसी भी मूल्यांकन का नतीजा आसानी से निकाल सकते है,
ReplyDeleteइसका उदाहरण विभिन्न परीक्षाओं का एक निश्चित समय मे नतीजा निकालना हो सकता है।
जंस ख्या सर्वे, प्राप्त डाटा का परिणाम निकलना एक सहयोग है इस तकनीक का।
आई सी टी कोविड 19में पढ़ाई का सबसे अच्छा माध्यम है।
ReplyDeleteसूचना एवं संचार तकनीकी में डिजिटल जानकारी निर्माण ,संरक्षण ,पुनर्प्राप्ति फेरबदल, प्रेषण एवं प्राप्ति जैसी प्रक्रिया में शामिल है अतः इस तकनीक के द्वारा छात्रों का शिक्षण अधिगम और मूल्यांकन बहुत ही आसान हो जाता है| वीडियो क्लिपिंग के माध्यम से बच्चों के सामने शिक्षण सामग्री को प्रभावी एवं रुचिकर तरीके से प्रस्तुत किया जा सकता है जिससे उन्हें सीखने में आसानी होती है तथा मूल्यांकन की प्रक्रिया भी पारदर्शिता के साथ कम समय में पूर्ण हो जाती है |
ReplyDeleteसूचना एवं संचार तकनीकी में डिजिटल जानकारी निर्माण ,संरक्षण ,पुनर्प्राप्ति फेरबदल, प्रेषण एवं प्राप्ति जैसी प्रक्रिया में शामिल है अतः इस तकनीक के द्वारा छात्रों का शिक्षण अधिगम और मूल्यांकन बहुत ही आसान हो जाता है| वीडियो क्लिपिंग के माध्यम से बच्चों के सामने शिक्षण सामग्री को प्रभावी एवं रुचिकर तरीके से प्रस्तुत किया जा सकता है जिससे उन्हें सीखने में आसानी होती है तथा मूल्यांकन की प्रक्रिया भी पारदर्शिता के साथ कम समय में पूर्ण हो जाती है |
ReplyDeleteसूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी के माध्यम से छात्रों में मूल्यांकन रचनात्मकता सृजनात्मकता तर्कशक्ति कार्यशैली सूचना एवं संचार में रुचि एवं नई खोज अनुसंधान अन्वेषण अवलोकन माध्यम से मूल्यांकन सरल एवं आसान बनाया जा सकता है
ReplyDeleteसूचना एवं संचार तकनीकी शिक्षा अधिगम में विशेषकर प्राथमिक स्तर पर सहयोग नहीं करती है बजाय सहयोग के यह शिक्षकों का कार्य जटिल करते हुए.बढ़ा देती है।दूरस्थ अंचल के शिक्षकों के लिए यह बहुत समस्या जनक है।
ReplyDeleteआईसीटी – समर्थित आँकलन व्यक्तिगत परीक्षण परिस्थितियों में संलग्न होने के लिए बच्चों के क्षेत्र प्रदान करते हैं। ... आईसीटी एकीकृत मूल्यांकन बच्चों को तत्काल प्रतिक्रिया प्रदान करते हैं। प्रौद्योगिकी समर्थित मूल्यांकन बच्चों के आत्मविश्वास के स्तर को बढ़ाता है क्योंकि उन्हें अपने सीखने के परिणाम तुरन्त मिलते हैं।
ReplyDeleteसूचना और प्रौद्योगिकी के सधनो से अच्छी शिक्षा दी जा सकती है ।
ReplyDeleteसूचना एवं प्रौद्योगिकी के साधनों से शिक्षण अधिगम प्रक्रिया को शुभम बनाया जा सकता है हालांकि जिस प्रकार से हर कार्य में लाभ के साथ हानि होती है उसी प्रकार यहां थोड़ी सी दिक्कतें जो दूरस्थ अंचलों में बसे हैं जंगली क्षेत्रों में बसे हैं वहां के शिक्षकों को आईसीटी के उपयोग करने में बहुत दिक्कत आती है वहां विश का उपयोग कर ही नहीं पातेलेकिन जो बच्चे इसका उपयोग कर पाते हैं जो शिक्षक इसका प्रयोग कर पाते हैं उनमें आत्मविश्वास बढ़ता है
ReplyDeleteश्रीमती चंद्रिका कौरव
एमएस स्टेशन गंज गाडरवारा
जिला नरसिंहपुर मध्य प्रदेश
सूचना सूचना एवं संचार तकनीक शिक्षण विद्यार्थियों मैं शिक्षण गुणवत्ता लाने के लिए उनके स्तर सुधार के लिए विभिन्न मूल्यांकन करवाते हैं। kuruna 19 विद्यार्थियों में शिक्षण सुधार लाने के लिए ऑनलाइन मूल्यांकन अभी चल रहे हैं शिक्षकों की इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।
ReplyDeleteवर्तमान में व्हाट्सएप के माध्यम से जो जो digilap group में अध्ययन हेतु वीडियो भेजे जा रहे है वो अधिगम के , तथा
ReplyDeleteबच्चे जो साप्ताहिक पेपर कर रहे हैं और मूल्यांकन किया जा रहा है यह ict सबसे अच्छे उदाहरण है ।
राष्ट्रीय शिक्षा निति द्वारा विद्यार्थियों को सुचना प्रौद्योगिकी के द्वारा मुल्यांकन कर शिक्षा और विद्यार्थियों को सलर तम पद्धति से अध्ययन करया जा सके।
ReplyDeleteBachcho ke shi mulyakn avm sarvagen Vikas me ICT ek saskt madhyam he
ReplyDeleteआईसीटी का तात्पर्य प्रौद्योगिकी तकनीकी के माध्यम से बच्चों को सरलतम रूप से शिक्षण प्रदान किया जा रहा है आईटीसी सबसे अच्छा उदाहरण है।
ReplyDeleteसूचना एवं प्रोद्योगिकी के माध्यम से बच्चों के लिए नई खोज,अन्वेषण अवलोकन के माध्यम से मूल्याकंन में सहयोग प्राप्त किया जा सकता है।
ReplyDeleteसुचना एवं संचार के द्वारा हम मूल्यानकन को सरल माध्यम से कर सकते हैं।
ReplyDeleteSukhada Bhadoria
ReplyDeletePS heeralal ka pura
चना एवं संचार के माध्यम से विद्यार्थियों विद्यार्थियों में मूल्यांकन की स्थिति महत्वपूर्ण है इसके लिए हम कई प्रकार के मूल्यांकन कर सकते हैं रचनात्मक सृजनात्मक तर्कशक्ति कार्यशैली सूचना एवं संचार में रुचि एवं नई खोज अनुसंधान अन्वेषण अवलोकन माध्यम से मूल्यांकन सरल हो सकता है।
सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी के माध्यमों से अधिगम एवं मूल्यांकन को सरल एवं रुचिकर बनाया जासकता है।इसमें छात्रों की अधिक सहभागिता सम्भव है।
ReplyDeleteसूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी हर क्षेत्र में आवश्यक है लेकिन शिक्षा क्षेत्र में अति महत्वपूर्ण व उपयोगी है। इससे शिक्षक , बच्चे अपने शिक्षण में उपयोग कर अपने मानसिक विकास में वृद्धि कर सकते है। शारीरिक विकास को गतिशील बना सकते है। शिक्षण, मूल्यांकन एवम् संधारण को सरल बना सकते हैं और प्रत्येक स्तर के बच्चों के शिक्षण विकास मील का पत्थर है
ReplyDeleteसूचना एवं संचार के माध्यम से हम विद्यार्थियों का बेहतर तरीके से मूल्यांकन कर सकते
ReplyDeleteसूचना एवं संचार के द्वारा छात्र स्वतंत्र रुप से अपना जवाब दे सकते हैं और उनके ज्ञान को सही मूल्यांकन किया जा सकता है
ReplyDeleteसूचना एवं संचार प्रद्योगिकी का प्रयोग कर हम बच्चो के सर्वागीण विकास में एहम भूमिका निभा सकते हैं।
ReplyDeleteसूचना और संचार तकनीक अधिगम और मूल्यांकन में शिक्षक के लिए एक माध्यम है जिसके द्वारा अधिगम बिंदुओं पर सॉफ्टवेयर हार्डवेयर सिस्टम के द्वारा किसी भी सब्जेक्ट को, समझाना उस पर विभिन्न प्रतिक्रियाएं लेना सरल और सुगम है जब हम कक्षा के भीतर या बाहर बहू ज्ञानेंद्रिय तरीकों से शिक्षण का कार्य संपादित करते हैं तो उसका इंपैक्ट छात्रों के ज्ञान पर सदर और बेहतर होता है
ReplyDeleteICT का सबसे महत्वपूर्ण उपयोग कोविड-19 के दौरान शिक्षण कार्यों में हुआ जब d.el.ed की कक्षाएं ऑनलाइन माध्यम से आयोजित की गई ।जिसमें शिक्षकों ने बेहतर तरीके से अपनी बात छात्र अध्यापकों तक पहुंचाई और छात्र अध्यापकों ने उस पर निरंतर फीडबैक देते हुए अपनी सहभागिता प्रदान की। यह आईसीटी के सर्वोत्तम उपयोग का उदाहरण रहा।
ReplyDeletebacchon mein adhyayan ke prati Ruchi Navin takniki were Navin khoja anusandhan anveshan aur logon se mulyankan saral AVN aasan ho sakta hai ICT ka upyog avashyak hai
ReplyDeleteTeaching and evaluation through ICT is good for everyone. Video & audio use our more parts of body. It takes less time
ReplyDeleteसूचना एवं संचार तकनीकी शिक्षण अधिगम और मूल्यांकन में सहयोग प्रदान करता है क्योंकि इसके माध्यम से बहुत अधिक संख्या में मूल्यांकन कर सकते हैं और परिणाम शीघ्र प्राप्त होता है जिससे समय की बचत होती है
ReplyDeleteSuchna AVN Sanchar praudyogiki Ka prayog Kar Ham bacchon ke sarvangik Vikas Mein Aham Bhumika Nibha sakte hain aur anman ho rahe Vikas Ka aasani se mulyankan prapt kar sakte hain aur aage pahuncha sakte hain
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ReplyDeleteसूचना एवं संचार तकनीक के द्वारा शिक्षण अधिगम प्रक्रिया को रुचिकर विषयवस्तु, नई गतिविधियों और मनोरंजक खेल का समावेश कर सुगम बनाया जा सकता है|साथ ही विषयवस्तु से सम्बन्धित नई खोज व जानकारी को बच्चों को उपलब्ध कराया जा सकता है |मूल्यांकन में भी नई तकनीक का समावेश कर मूल्यांकन को रोचक व आसान बनाया जा सकता है|
ReplyDeleteसूचना व संचार प्रौद्योगिकी (IT) उन कार्यों के लिए इस्तेमाल किया जाता है जो इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से सूचना के पारेषण, संग्रहण, निर्माण, प्रदर्शन या आदान-प्रदान में काम आते हैं। सूचना व संचार प्रौद्योगिकी की इस व्यापक परिभाषा के तहत रेडियो, टीवी, वीडियो, डीवीडी, टेलीफोन (लैंडलाइन और मोबाइल फोन दोनों ही), सैटेलाइट प्रणाली, कम्प्यूटर और नेटवर्क हार्डवेयर एवं सॉफ्टवेयर आदि सभी आते हैं; इसके अलावा इन प्रौद्योगिकी से जुड़ी हुई सेवाएं और उपकरण, जैसे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग, ई-मेल और ब्लॉग्स आदि भी आईसीटी के दायरे में आते हैं।
ReplyDeleteश्रीमती उमा चंद्रोल प्राथमिक शिक्षक शिक्षा गारंटी शाला इंदिरा कॉलोनी ककैया सूचना एवं संचार तकनीकी शिक्षण अधिगम से मूल्यांकन में सरलता एवं सहायता होती है इसका परिणाम तुरंत देखने को मिल जाता है एवं की गई गलतियों में सुधार की बहुत अच्छी संभावना होती है यह बहुत ही अच्छा सीखने का माध्यम है इसमें शुद्धता अधिकतम बनी रहती है
ReplyDeleteसूचना और संचार के साधनों के माध्यम से शिक्षक बच्चों को बेहतरीन शिक्षा उपलब्ध करा सकते हैं साथ ही अन्य विषय विशेषज्ञ से भी बच्चों का मार्गदर्शन करा सकते हैं और इन के माध्यम से बच्चों को विश्व की जानकारी और घटनाओं से परिचित करा सकते हैं इन के माध्यम से बच्चों को घटनाओं को घटते हुए दिखाया वह सुनाया जा सकता है।
ReplyDeleteSuchna yam sanchar ke madhyam se ham baccho ka behtar tarike se mulyakan kar sakte hai
ReplyDeleteनमस्कार मैं सुंदर सूर्यवंशी माध्यमिक शिक्षक शासकीय माध्यमिक शाला चिखली मुका सा ।सूचना एवं संचार तकनीकी शिक्षण अधिगम और मूल्यांकन के लिए एक नवीन तकनीक है जिसका उपयोग हम परंपरागत तकनीक की अपेक्षा आसानी से कर सकते हैं क्योंकि इसमें अधिगम के संसाधनों का वास्तविक रूप में प्रयोग किया जाता हैसूचना एवं संचार के माध्यम से विद्यार्थियों विद्यार्थियों में मूल्यांकन की स्थिति महत्वपूर्ण है इसके लिए हम कई प्रकार के मूल्यांकन कर सकते हैं रचनात्मक सृजनात्मक तर्कशक्ति कार्यशैली सूचना एवं संचार में रुचि एवं नई खोज अनुसंधान अन्वेषण अवलोकन माध्यम से मूल्यांकन सरल हो सकता है।इसलिए इस तकनीक को हम आसानी से प्रयोग कर सकते हैं एवं नवीन होने के कारण जिज्ञासा आत्मक भी है।।
ReplyDeleteसरस्वता शुक्ला प्राथमिक विद्यालय उदयपुरा सूचना और संचार तकनीकी ने पूरी दुनिया को प्रभावित किया हैं।उसमे बच्चो का मूल्यांकन भी शामिल हैं जिससे निष्पक्ष और स्वतंत्र मूल्यांकन किया जा रहा है।जिसमें गलती में सुधार की संभावना होती हैं।यह सीखने का बहुत अच्छा माध्यम है।
ReplyDeleteSuchna or prodhiki ke madhyam se ham baccho ko beggar tarike se mulyankan kr skte he.yah sikhne ka behtar madhyam he.
ReplyDeleteसूचना और संचार प्रौद्योगिकी के माध्यम से बच्चों का मूल्यांकन बहुत आसान होता है इससे गलती की संभावना कम होती है वह परिणाम अच्छे आते हैं।
ReplyDeleteसूचना और प्रौद्योगिकी के माध्यम से हम बेहद रुचिकर रूप से बच्चों का समग्र मूल्यांकन कर सकते हैं
ReplyDeleteमानकुंवर दांगी
ReplyDeleteबेहतरीन तरीके से समय की बचत करते हुए पढ़ायी व मूल्यांकन व संरक्षण किया जा सकता है
सूचना और संचार प्रौद्योगिकी के माध्यम से हम विद्यार्थियों में रचनात्मकता, सृजनात्मकता, तर्क शक्ति एवं नई नई खोज के अनुसंधान को विकसित करके उनका मूल्यांकन कर सकते हैं ।
ReplyDeleteIct k madhyam se hum bachoo ja mulyankan kam samay mein achee se kar sakte hai ,evam bachee iske madhyam se bhaut kuch sikh sakte hai aur yeh aj k jamane mein bhaut jaruri hai
ReplyDeleteसूचना एवं प्रधोगिकी से सिक्षा के स्तर को अपग्रेड किया जा सकता है साथ ही covid १९ में हम दूरस्थ शिक्षा को बच्चों तक उचित एवम् सरल सुरक्षित माध्यम से पहुंचा सकते है । गलती में सुधार की संभावना होती हैं।यह सीखने का बहुत अच्छा माध्यम सॉफ्टवेयर हार्डवेयर सिस्टम के द्वारा किसी भी सब्जेक्ट को, समझाना उस पर विभिन्न प्रतिक्रियाएं लेना सरल और सुगम है जब हम कक्षा के भीतर या बाहर बहू ज्ञानेंद्रिय तरीकों से शिक्षण का कार्य संपादित करते हैं तो उसका इंपैक्ट छात्रों के ज्ञान पर सदर और बेहतर होता है।
ReplyDeleteSamay ki bachat aur nishpachh mulyakan me technology ka aham yogdan hai
ReplyDeleteसूचना एवं संचार माध्यम शिक्षण-अधिगम में इस प्रकार महत्वपूर्ण हैं कि हम इसकी सहायता से अलग-अलग लोगों के विचारों व अनुभवों से लाभ उठा सकते हैं साथ ही हम मूल्याकंन के डाटा को भविष्य के लिए सुरक्षित कर सकते हैं तथा अन्य जगहों के मूल्यांकन के डाटा के साथ एनालिसिस कर सकते हैं।
ReplyDeleteICT ki sahayata se bacchon ka moolyankan km samay me aasani se kiya ja sakta h or ye bacchon ke liye bhi ruchikar hota h
ReplyDeleteKishan Badole GMS JAROLI BLOCK KADRAWAD DIST. KHARGONE YES suchana aur prodyogiki se student jaldi dikhate hain.
ReplyDeleteMsno ol kasrawad khargone
ReplyDeleteIct in learning by the tools presentation slide , soft ware CD, chips inter net , digital learning, e cont learning etc
Test _ questions papers set check , result sheet , revaluation, evaluation, project work etc we can do easily
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सूचना एवं संचार के माध्यम से शिक्षण अधिगम एवं मूल्यांकन की प्रक्रिया प्रभावित होती है क्योंकि इसकी सहायता से छात्र बेहतर तरीके से सीख पाते हैं और शिक्षक भी बेहतर तरीके से बच्चों को सिखा पाता है एवं छात्रों का ऑल राउंड डेवलपमेंट कर पाता है अतः अंत में उनका मूल्यांकन करने में सक्षम हो पाता है
ReplyDeleteबृज बिहारी शुक्ल
ReplyDeleteमाध्यमिक शिक्षक
शासकीय हाई स्कूल बुढ़िया
जिला-रीवाँ , मध्यप्रदेश
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शिक्षण में ICT के प्रयोग का सबसे बड़ा उदाहरण तो यह निष्ठा प्रशिक्षण ही है। ICT के माध्यम से ही हम सभी शिक्षकगण यह प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे है । इस प्रशिक्षण में ICT के सभी अंगों का पूर्ण प्रयोग किया गया है जिसमे अधिगम एवं मूल्यांकन भी शामिल है।
इस कोरोना काल मे हम सभी ICT के प्रयोग से छात्रों को पढ़ा रहे है एवं उनका मूल्यांकन भी कर रहे है। डीजिलेप कक्षा पूर्णतः ICT पर आधारित है। यह शिक्षा के क्षेत्र में एक क्रांतिकारी कदम है।
सूचना एवं संचार तकनीकी शिक्षण अधिगम मूल्यांकन विधिवत व्यवस्थित किया जा सकता है इस पद्धति से हर प्रकार से मूल्यांकन रचनात्मक रचनात्मक आदि के द्वारा किया जा सकता है दूरस्थ शिक्षण पद्धति के द्वारा मूल्यांकन कार्य करने में आसानी होती है
ReplyDeleteसूचना एवं संचार के माध्यम से विद्यार्थियों में मूल्यांकन की स्थिति महत्वपूर्ण है इसके द्वारा हम कई प्रकार के मूल्यांकन कर सकते हैं रचनात्मकता रचनात्मकता सृजनात्मकता तर्कशक्ति कार्यशैली सूचना एवं संचार में रुचि एवं नई खोज अनुसंधान अन्वेषण अवलोकन माध्यम से मूल्यांकन सरल और आसान हो सकता है सूचना एवं प्रौद्योगिकी का उपयोग शिक्षण में बहुत आवश्यक है।
ReplyDeleteA k Nanda boys Middle school Ramnagar vikaskhand bichhiya district Mandla.
ReplyDeleteसूचना एवं संचार तकनीकी ने आज दुनिया को अनवरत सक्रिय रहने की सौगात दी है। ताजा उदाहरण वर्तमान समय है जब हम विद्यार्थियों के सम्मुख ना होते हुए भी सदा संपर्क में रहते हैं शिक्षण कार्य कर सकते हैं अधिगम की सारी गतिविधियां कर सकते हैं एवं साथ ही मूल्यांकन कर त्वरित समस्याओं का निदान भी कर सकते हैं कुल मिलाकर आज हमारे पास दुनिया का संपूर्ण डाटा है जिसे हम विद्यार्थियों से शेयर कर सकते हैं शिक्षण तकनीक को उच्च कोटि प्रदान कर वांछित रिजल्ट प्राप्त कर सकते हैं।जैसे मोबाइल से या लैपटॉप कंप्यूटर से ऑनलाइन टीचिंग व अन्य सुगम संसाधन जैसे विभिन्न ऐप के माध्यम से फिल्म के माध्यम से वीडियो के माध्यम से सूचनाओं का आदान-प्रदान उनका विश्लेषण और उन पर व्यापक परिचर्चा आयोजित कर सकते हैं।
ICT के माध्यम से शिक्षक शिक्षण सामग्री का सृजन कर सकता है, उसे स्टोर कर सकता है, उसमे फेरबदल कर सकता है, उसे विभिन्न माध्यमों से कहीं भेज सकता है, उसे पुनर्प्राप्त कर सकता है। इस माध्यम से बच्चे की कई ज्ञानेंदियों का उपयोग होता है जिससे अधिगम प्रक्रिया सुदृढ़ होती है।
ReplyDeleteसूचना एवं संचार के माध्यम से विद्यार्थियों विद्यार्थियों में मूल्यांकन की स्थिति महत्वपूर्ण है इसके लिए हम कई प्रकार के मूल्यांकन कर सकते हैं रचनात्मक सृजनात्मक तर्कशक्ति कार्यशैली सूचना एवं संचार में रुचि एवं नई खोज अनुसंधान अन्वेषण अवलोकन माध्यम से मूल्यांकन सरल हो सकता है
ReplyDeleteICT inspirementaly quick obserb senstively. then learning process increased.
ReplyDeleteSuchna aur sanchar ke madhyam seham bachho ko behtar treeke se shikshad de sakte h
ReplyDeleteRashtiya siksha neeti (NEP) dwara vidhyartiyo ko suchana prodyogiki dwara mulyankan kar siksha ko saral aur asan bana sakte hai
ReplyDeleteSuchna prodyogiki ka upyog mulyankan me zaruri hai
Rita Makode
ReplyDeleteMS Dhamnod
सूचना एवं संचार के माध्यम से विद्यार्थियों विद्यार्थियों में मूल्यांकन की स्थिति महत्वपूर्ण है इसके लिए हम कई प्रकार के मूल्यांकन कर सकते हैं रचनात्मक सृजनात्मक तर्कशक्ति कार्यशैली सूचना एवं संचार में रुचि एवं नई खोज अनुसंधान अन्वेषण अवलोकन माध्यम से मूल्यांकन सरल हो सकता है।
रचनात्मक, कोशलात्मक, तार्किक, अधिगम,और मूल्याकंन मे डिजिटल प्राराणी का अनुसरण कर सकते हैं
ReplyDeleteसूचना एवं संचार तकनीक शिक्षण अधिगम एवम् मूल्यांकन में बहुपयोगी कार्य करती है रचनात्मक कार्य सृजनात्मक तर्कशक्ति फास्ट कार्यशैली मूल्यांकन में समय की बचत सटीक और विश्वसनीय मूल्यांकन अधिक समय तक सुरक्षित रखने में उपयोगी आदि कार्य कर सकते है
ReplyDeleteRakesh panthi primary teacher Khairoda bagrod block Ganj Basoda district Vidisha unique I'd BY7721
ReplyDeleteसूचना एवं संचार के माध्यम से हम कई प्रकार के मूल्यांकन कर सकते हैं।
बच्चों का रचनात्मक मूल्यांकन कर सकते हैं ।
सृजनात्मक मूल्यांकन कर सकते हैं।
बच्चों की तर्कशक्ति का मूल्यांकन कर सकते हैं। इस माध्यम से मूल्यांकन प्रक्रिया सरल एवं सुगम हो जाती है।
ICT ke Dera him bachcho ka bethar tarike se mulyankan Kar sakte hai.
ReplyDeleteमनोज कुमार पवार शासकीय प्राथमिक शाला नानखेड़ा जिला खंडवा
ReplyDeleteजैसा कि हम जानते हैं कोविड-19 के दौरान समस्त शालाएं बंद होने के कारण हम शिक्षक बच्चों की पहुंच से काफी दूर है ऐसी स्थिति में हम सूचना एवं संचार तकनीकी का उपयोग कर बच्चों से सतत संपर्क में रह सकते हैं सूचना एवं संचार तकनीक का प्रयोग कर शिक्षण को सरल व सुगम तरीके से बच्चों तक पहुंचाया जा सकता है साथ ही शिक्षण उपरांत बच्चों के मूल्यांकन के लिए भी हम सूचना एवं संचार तकनीक का उपयोग कर कम समय में सरलता से मूल्यांकन कर सकते हैं
सूचना और संचार तकनीकी के माध्यम से बच्चों को कोई भी शैक्षिक सामग्री भेज कर उस पर फीडबैक ले सकते हैं
ReplyDeleteICT se shikshan karya mein bahut badi madad milti hai bacchon ko aur drishya shravya donon prakar ke Jo upkaran hai ICT ke antargat usse bacchon ko shikshan karya mein madad bhi milati hai aur bacche poorna roop se shikhte hain kaksha ke bahar bhi aur kaksha ke bhitar wese is prakar se ICT ka taatparya keval suchna avam sanchar praudyogiki se Na hote hue shikshan karya mein bhi bahut adhik mahatvpurn upyogi siddh Hui hai
ReplyDeleteIइस तकनिकी से विद्यार्थियों का मूल्यांकन कम समय में प्रभावी तरीके से कर सकते हैं |
ReplyDeleteसूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी के माध्यम से हम छात्रों का सही मूल्यांकन कम समय में कर सकते हैं।
ReplyDeleteTechnically help in many side in our lives. It also helps in study in the class
ReplyDeleteTechnically help in the class Diwakar Rashmi Singh
ReplyDeleteसूचना एवं संचार तकनीकी के माध्यम से बच्चों को बेहतर शिक्षण दृश्य श्रव्य माध्यम से प्रदान किया जा सकता है तथा कॉविड की विषम परिस्थितियों में भी DigiLep ग्रुप के माध्यम से बच्चों को शिक्षा प्रदान करने में सहायता प्राप्त हुई है साथ ही सूचना में संचार के माध्यम से बच्चों में रचनात्मक सृजनात्मक तर्कशक्ति कार्यशैली का विकास हुआ है साथ ही इसके माध्यम से बच्चों का मूल्यांकन भी आसान हुआ है अतः सूचना एवं प्रौद्योगिकी के माध्यम से शिक्षण बेहतर हो रहा है तथा यह शिक्षकों के लिए भी अध्यापन कार्य में सहयोगी सिद्ध हो रही है
ReplyDeleteICT suchna praudyogiki ki ke dwara Ham ka sahi aur mulyankan kar sakte hain iske bahut hi acche parinaam prapt hote Hain
ReplyDeleteICT se bachche behtar seekhte hai.
ReplyDeleteMe sandhya tripathi suchna air sanchar ke shikahasdena bahut hi aasanho saktaShai
ReplyDeleteIctdoneverynicework
ReplyDeleteICT शिक्षण ,अधिगम को रुचिकर बना सकती है और मूल्यांकन भी सही हो सकता है।
ReplyDeleteसूचना एवं संचार के माध्यम से विद्यार्थियों में मूल्यांकन की स्थिति महत्वपूर्ण है इसके द्वारा हम कई प्रकार के मूल्यांकन कर सकते हैं रचनात्मकता रचनात्मकता सृजनात्मकता तर्कशक्ति कार्यशैली सूचना एवं संचार में रुचि एवं नई खोज अनुसंधान अन्वेषण अवलोकन माध्यम से मूल्यांकन सरल और आसान हो सकता है सूचना एवं प्रौद्योगिकी का उपयोग शिक्षण में बहुत आवश्यक है
ReplyDeleteKrishna bundela I cut down very nice work
ReplyDeleteसूचना एवं संचार तकनीक से शिक्षण कार्य में सहायता प्राप्त होती है तथा अनेक उदाहरण डिजिटल तकनीक से बड़ी ही सुगमता से संभव हो जाते है, वहीं विद्यार्थियों को अधिगम करने में सूचना एवं संचार तकनीक से सहायता मिलती है पुराने समय में विद्यार्थी केवल पुस्तकों से ही ज्ञान प्राप्त करते थे एवं नोट्स आदि के लिए निर्भर थे वहीं आज वे केवल एक क्लिक पर संसार के श्रेष्ठतम ज्ञान और सूचना को प्राप्त कर लेते हैं इसी प्रकार सूचना एवं संचार तकनीक से मूल्यांकन कार्य में भी बड़ी सहायता मिलती है पहले मूल्याँकन कार्य में महीनों लगते थे वही आज कुछ घण्टों में ही लाखों विद्यार्थियों के परीक्षा परिणाम मिल जाना आई सी टी द्वारा ही संभव हुआ है |
ReplyDeleteसूचना और प्रौद्योगिकी के साधनों से अच्छी शिक्षा दी जा सकती है तथा इससे आसानी से मूल्यांकन हो जाता है कोरोना का ईमेल सीटी बच्चों की पढ़ाई के लिए अच्छा साधन है।
ReplyDeleteसूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी का प्रयोग करके बच्चों का सर्वांगीण विकास किया जा सकता है
ReplyDeleteसूचना एवं संचार के माध्यम से विद्यार्थियों विद्यार्थियों में मूल्यांकन की स्थिति महत्वपूर्ण है इसके लिए हम कई प्रकार के मूल्यांकन कर सकते हैं रचनात्मक सृजनात्मक तर्कशक्ति कार्यशैली सूचना एवं संचार में रुचि एवं नई खोज अनुसंधान अन्वेषण अवलोकन माध्यम से मूल्यांकन सरल हो सकता है।
ReplyDeleteसूचना एवं संचार तकनीक में हम श्रव्य-दृश्य को वहुज्ञानेन्द्रीय द्वारा ग्रहणशील करता है।अधिगम के साधनों का कभी भी अधिगम का अवसर प्रदान करने के साथ स्वम् निर्धारित गति से अधिगम को प्रोत्साहित करता है
ReplyDeleteइस तकनीक द्वारा शिक्षण अधिगम की प्रकिर्या बड़ी रुचिकर हो जाती है जिससे बच्चे को सीखने में बहुत सहायता मिलती है| :)
ReplyDeleteSuchna AVN sanchar ke madhyam se ham vidyarthiyon ka behtar tarike se mulyankan kar sakte hain AVN durasth shiksha abhiyan aasani se kar sakte hain
ReplyDeleteसूचना एवं संचार के माध्यम से विद्यार्थियों में मूल्यांकन की स्थिति महत्वपूर्ण है इसके द्वारा हम कई प्रकार के मूल्यांकन कर सकते हैं रचनात्मकता रचनात्मकता सृजनात्मकता तर्कशक्ति कार्यशैली सूचना एवं संचार में रुचि एवं नई खोज अनुसंधान अन्वेषण अवलोकन माध्यम से मूल्यांकन सरल और आसान हो सकता है सूचना एवं प्रौद्योगिकी का उपयोग शिक्षण में बहुत आवश्यक
ReplyDeleteबच्चों के लिए अधिगम सरल हो जाता है
ReplyDeleteICT ke madhyam se bacchon ko behtar shikshan kar sakte hain mulyankan Sahi prakar se ho sakta hai
ReplyDeleteMamta bhatt
ReplyDeleteसूचना एवं संचार के माध्यम से हम विद्यार्थियों का बेहतर तरीके से मूल्यांकन किया जा सकता है
सूचना एवं प्रौद्योगिकी के द्वारा मूल्यांकन सहज और सरल हो जाता है
ReplyDeleteइस तकनीक के उपयोग से छात्रों के विभिन्न गुणों के बारे में जाना जा सकता है उनके अंदर की रचनात्मक कार्यात्मक एवं तार्किक शैली का अवलोकन किया जा सकता है उनके इन गुणों का विकास किया जा सकता है तथा उनके सर्वांगीण विकास में सहायता की जा सकती है
ReplyDeleteसूचना एवं संचार के माध्यम से हम विद्यार्थियों का बेहतर तरीके से मूल्यांकन कर सकते हैं ।
ReplyDeleteसूचना एवं प्रौद्योगिकी के द्वारा मूल्यांकन सहज और सरल हो जाता है बच्चों में अध्ययन के प्रति रुचि और नवीन तकनीक के अध्यम से पढ़ाई को बेहतर बनाया जा सकता है।
ReplyDeleteसूचना एवं संचार के माध्यम से विद्यार्थियों का बेहतर मूल्यांकन कर सकते हैं
ReplyDeleteसूचना एवं संचार तकनीक शिक्षण में कम समय में अधिक सूचना संप्रेषण एवम् सटीक मूल्यांकन किया जा सकता है।
ReplyDeleteसूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी से शिक्षा बहुत प्रभावी होती है एवं मूल्यांकन भी प्रभावी तरीके से किया जा सकता है
ReplyDeleteआईसीटी के माध्यम से मूल्यांकन विभिन्न तरीकों से कम समय में अच्छी तरह से किया जा सकता है ही साथ ही अधिक संख्या में प्रतिभागी या छात्र भाग ले सकते हैं
ReplyDeleteसूचना एवं संचार तकनीकी के द्वारा अधिगम और मूल्यांकन में बेहतर सुधार हो सकते है।
ReplyDeleteसूचना और संचार प्रौद्योगिकी द्वारा शिक्षण सरल हो गया है। छात्र उदाहरण द्वारा स्वयं करके विषय वस्तु सीख रहे हैं। विभिन्न डिजिटल उपकरणों के द्वारा मुल्यांकन करना सरल हो गया है।
ReplyDeleteइससे विद्यार्थियों को रोचक तरीके से, कम समय में , प्रभावी रूप से सिखाना,सीखना, मूल्यांकन हो जाता है।
ReplyDeleteSuchna AVm praudyogiki ke Madhyam se Shikshan adhigam AVm mulyankan ko aur Adhik Rochak Banaya Ja Sakta hi
ReplyDeleteसूचना एवं संचार तकनीकी शिक्षण, अधिगम और मूल्यांकन में सहयोग प्रदान करता क्योंकि इसके माध्यम से बहुत अधिक बहुत अधिक संख्या में मूल्यांकन कर सकते हैं और परिणाम शीघ्र प्राप्त होता है जिससे समय की बचत होती है।
ReplyDeleteसूचना एवं संचार के माध्यम से हम छात्रों का अच्छी तरह से मूल्यांकन कर सकते हैं। मूल्यांकन रुचि कर वो सरल हो जाता है।
ReplyDeleteict शिक्षण का एक अंग बन गया है । इसकी सहायता से अधिगम को रुचिपूर्ण बनाया जा सकता है । तथा यह सभी की पहुँच आसान हो जाती है । कोई भेदभाव देखने को नही मिलता । समय की बचत भी करता है । कमियों को सुधारने का भी विकल्प रहता है । मूल्यांकन सही व बिना भेदभाव के व पक्षपात के कम समय मे हो जाता हैं। भविष्य में इसकी उपयोगिता बढ़ती ही जाना है। लिंगभेद की समस्या का हल मिल जाता है । ict से ? ..... Deepak Tripathi . GMS Durgapur nagod satna.
ReplyDeleteसूचना एवं संचार के माध्यम से विद्यार्थियों में मूल्यांकन की स्थिति महत्वपूर्ण है इसके द्वारा हम कई प्रकार के मूल्यांकन कर सकते हैं रचनात्मकता रचनात्मकता सृजनात्मकता तर्कशक्ति कार्यशैली सूचना एवं संचार में रुचि एवं नई खोज अनुसंधान अन्वेषण अवलोकन माध्यम से मूल्यांकन सरल और आसान हो सकता है सूचना एवं प्रौद्योगिकी का उपयोग शिक्षण में बहुत आवश्यक है।
ReplyDeleteसूचना और संचार प्रौद्योगिकी के माध्यम से रचनात्मक सृजनात्मक तर्कशक्ति कार्यशैली एवं तार्किक आज सभी सम्मिलित है ।सूचना एवं संचार के माध्यम से बच्चों के व्यापक रूप से मूल्यांकन आसानी से कर सकते हैं ।इसके माध्यम से बच्चों में सीख तर्कशक्ति सृजनशीलता जैसे गुणों का विकास होता है । इस तकनीक से समय-समय पर प्रभावी मूल्यांकन आसानी से किया जा सकता है। सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी के माध्यम से बच्चों को बेहतर दृश्य एवं श्रम सामग्री के माध्यम से शिक्षण को बेहतर बना सकते हैं।
ReplyDeleteसूचना एवं संचार तकनीक से हम शिक्षण एवं विद्यार्थियों का मूल्यांकन बेहतर तरीके से कर सकते हैं।
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ReplyDeleteI.C.T ke karan hi covid 19 ke is kathin samay me.shikshad sambhav ho paya h online paper lene me saralta hui phone par at karke samjhaya door rahkar bhi bahut achhe se padhai kara paye
सूचना एवं संचार तकनीकी शिक्षण का उपयोग करके अधिगम को अधिगम और मूल्यांकन को सरल और सहज बनाया जा सकता है कम समय में मूल्यांकन किया जा सकता है और इस तकनीक का उपयोग कर बच्चों को किसी भी चीज को रिवाइज करने के लिए बार-बार सीखने के लिए आसानी रहती है
ReplyDeletemai shrimati jyoti sour ms sarkhadi block Khurai district sagar suchana avam progiki shikshan adhigam mai help karte hai jisse bachhe digital medium dekhkar seekhte hai sath he unse digital medium se he feedback milta hai yeh ICT evaluations mai bhi bahut help karti hai ismai different types ke exam online karbake bachho ko mulayankan Kiya jata hai jisse pta chal jata hai ki bachho ne apni padybashtu ko kitna Jana or samagha isprakar se ICT teaching learning or evaluations mai help karti hai
ReplyDeleteआई.सी.टी.के सहयोग से हम शिक्षण अधिगम और मूल्यांकन को और अधिक प्रभावशील व सरल तथा रुचिकर बना सकते है।साथ ही समय की भी बचत होती है।
ReplyDelete020 at 1:21 AM
ReplyDeleteसूचना एवं संचार तकनीकी शिक्षण, अधिगम और मूल्यांकन में सहयोग प्रदान करता क्योंकि इसके माध्यम से बहुत अधिक बहुत अधिक संख्या में मूल्यांकन कर सकते हैं और परिणाम शीघ्र प्राप्त होता है जिससे समय की बचत होती है।
सुचना एवं संचार के माध्यम से अधिगम व मूल्यांकन प्रक्रिया सरल व रोचक बन जाती है जिससे बच्चों को सिखने मे बहुत सहायता मिलती है
ReplyDeleteICT- सूचना और संचार प्रौद्योगिकी के माध्यम से हम विद्यार्थीयों में रचनात्मकता, सृजनात्कमकता, तर्क शक्ति एवं नई-नई खोज के अनुसंधान को विकसित करके उनका मूल्यांकन कर सकते है। इस सतत प्रक्रिया समय की बचत होगी।
ReplyDeleteसूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी के माध्यम से बच्चों को सीखने में बहुत मदद मिलती है बच्चे के लिए यह कार्य रुचिकर हो जाता है
ReplyDeleteसूचना और संचार के माध्यम छात्रों को अपडेट रखने में नई जानकारी प्राप्त करके छात्र का अधिगम स्तर बढ़ाया जा सकता है तथा इससे बच्चों का मूल्यांकन सीखने की गति उसका रुझान का सम्यक पता लग सकता है
ReplyDeleteइस तकनीकि के द्वारा हम शिक्षण को और अधिक प्रभावी और रोचक बना सकते हैं।
ReplyDeleteआजकल हम शिक्षक अधिगम के लिए आईसीटी का ही उपयोग कर रहे हैं जैसे हमने डिजीलाइफ ग्रुप बनाया है जिसमें हम पाठ्य सामग्री डालते हैं बच्चे उन्हें अपने मोबाइल पर इंटरनेट चालू करके देख पा रहे हैं वह फीडबैक भी दे पा रहे हैं तथा व्हाट्सएप एसेसमेंट के द्वारा टेस्ट के द्वारा बच्चों का मूल्यांकन भी किया जा रहा है इस प्रकार आज के संदर्भ में आईसीटी के द्वारा सरकारी स्कूल की पढ़ाई जा रही है
ReplyDeleteसूचना एवं संचार अधिगम एवं शिक्षण में मूल्यांकन सरल हो जाता है।हम रचनात्मक सृजनात्मक हर तरह से मूल्यांकन कर सकते हैं।
ReplyDeleteसुचना एवम संचार तकनीकी के माध्यम से हम शिक्षा के उच्च स्तर पा सकते है।जो कि आज के युग की आवश्कता है। डिजिटल के इस युग में इतिहास ,विज्ञानं पर्यावरण आदि की भरपूर जानकारी विश्वस्तर प्राप्त कर ,विधार्थियो के साथ साझा कर सकते है। तकनीकी ज्ञान को भी बड़ा कर,नई सोच की ओर बड़ सकते है।
ReplyDeleteमा.शा.धगडिया वि.तामिया
जिला छिंदवाडा