कला शिक्षण का उद्देश्य कलाकार का निर्माण नहीं हर विषय के शिक्षण में साला की साज-सज्जा में और दैनिक वार्षिक गतिविधियों में कलात्मकता का पुट समाहित करना अधिक उपयोगी है
मैं रवि बेन शासकीय कन्या हाई स्कूल विजयराघवगढ़ जिला कटनी सभी विषयों में कला समेकित शिक्षा का उपयोग कर हम अपने विषयवस्तु को रोचक व सही ढंग से समझा सकते हैं।
विनोदकुमार द्विवेदी GMS Ambedkar Kripalpur Satna MP कला समेकित शिक्षा द्वारा हम छात्रों को किसी भी विषय के पाठ को लेकर कला के माध्यम से एक स्थाई ज्ञान करा सकते है।जैसे वाटर हार्वेस्टिंग के बारे में पानी कैसे गिरता है ,किसी छत से नीचे कैसे आता है फिर वह किस प्रकार किसी बनाए हुए गड्ढे में भारत हुआ आवाज करता है। उस से क्या लाभ है। इस को कर हम किस समश्या का समाधान पा सकते है।
Me saritatiwari ms kothibazar Hoshagabad se hu kla smekit shiksha ak bhut achchha vichar h pratyek mnushya chahe bda ho ya bachcha use kisi na kisi kla se lgav hota h esliye jb hm kisi bhi vishya ko kla se smekit krke bachcho ko smjhate h to vh unke avchetan me ghre se smahit ho jati h
कला समेकित शिक्षा द्वारा हम छात्रों को किसी भी विषय के पाठ को लेकर कला के माध्यम से एक स्थाई ज्ञान करा सकते है।जैसे वाटर हार्वेस्टिंग के बारे में पानी कैसे गिरता है ,किसी छत से नीचे कैसे आता है फिर वह किस प्रकार किसी बनाए हुए गड्ढे में भारत हुआ आवाज करता है। उस से क्या लाभ है। इस को कर हम किस समश्या का समाधान पा सकते है।
कला समेकित शिक्षा द्वारा हम छात्रों को किसी भी विषय के पाठ को लेकर कला के माध्यम से एक स्थाई ज्ञान करा सकते है।जैसे वाटर हार्वेस्टिंग के बारे में पानी कैसे गिरता है ,किसी छत से नीचे कैसे आता है फिर वह किस प्रकार किसी बनाए हुए गड्ढे में भारत हुआ आवाज करता है। उस से क्या लाभ है। इस को कर हम किस समश्या का समाधान पा सकते है।
कला समेकित शिक्षा द्वारा हम छात्रों को किसी भी विषय के पाठ को लेकर कला के माध्यम से एक स्थाई ज्ञान करा सकते है।जैसे वाटर हार्वेस्टिंग के बारे में पानी कैसे गिरता है ,किसी छत से नीचे कैसे आता है फिर वह किस प्रकार किसी बनाए हुए गड्ढे में भारत हुआ आवाज करता है। उस से क्या लाभ है। इस को कर हम किस समश्या का समाधान पा सकते है।
कला समेकित शिक्षा द्वारा हम छात्रों को किसी भी विषय के पाठ को लेकर कला के माध्यम से एक स्थाई ज्ञान करा सकते है।जैसे वाटर हार्वेस्टिंग के बारे में पानी कैसे गिरता है ,किसी छत से नीचे कैसे आता है फिर वह किस प्रकार किसी बनाए हुए गड्ढे में भारत हुआ आवाज करता है। उस से क्या लाभ है। इस को कर हम किस समश्या का समाधान पा सकते है।
मैं चंदूलाल चौहान शा.मा.शाला अमेडा भरवेली बालाघाट से आज की सभी विषयों को कला से जोड़कर शिक्षा देना कितना लाभप्रद होगा। हम देखते है कि कक्षा में बच्चे विभिन्न कलाओं से परिपूर्ण होते है बस हमे बच्चे की उस कला को खोज निकलना है इस मे बच्चे की रुचि देखती है , यदि उसी में उसे प्रोत्साहन मिलता जाएगा तो बच्चे स्कूल प्रतिदिन आएंगे। उसकी इस कला को जोड़ते हुए अन्य विषयों की ओर उसकी रुचि बढाई जा सकती है। जैसे चित्रकला, विभिन्न खेलो में कड़ाई बुनाई आदि । अच्छे गाने की कला इसमें उन्हें अवसर मिलने चाहिए। इस सब बातों पर शिक्षक को ध्यान देना होगा। यदि हम इस पर ध्यान देते रहे तो निश्चय ही बच्चा प्रतिदिन स्कूल आएगा। जब स्कूल आएगा तो कुछ न कुछ वह सीखता है इस समय उसकी रुचियों को पहचान कर उसकेलिए उसे प्रोत्साहन की आवश्यकता है। कला को विभिन्न विषयों से जोड़कर उसमे रुचि जाग्रत की जा सकती है , स्कूल में अच्छे गायक , अच्छे नृत्य क , अच्छे पेंटर को पहचाना जा सकता है।
वर्तमान समय में जेंडर से संबंधित बहुत सारी समस्या उत्पन्न हो रही हैं जिसे mpमॉड्यूलनं 4 में अच्छा सा समझाया गया है ,और आज के समय में इसकी जरूरत भी है । हम सब को मिलकर इस हेतु प्रयास करना बहुत जरूरी है।
जेंडर पर मीडिया के चित्रण का विशलेषण हम विज्ञापन मे किसी उत्पाद को महिलाओ के इस्तेमाल की क्रीम पुरूषों को इस्तेमाल करनें पर गलत दिखाया जाता है पर ऐसा नहीं हो सकता है कोई भी उस उत्पाद का उपयोग किया जा सकता है विज्ञापन में जेंडर भेदभाव नहीं होना चाहिए दिनेश कुमार साहू ( प्राथमिक शिक्षक) शासकीय प्राथमिक विद्यालय लमायचा दतिया म प्र
parasram uikey NPS khuddatola Nainpur कला समेकित शिक्षा द्वारा हम छात्रों को किसी भी विषय के पाठ को लेकर कला के माध्यम से एक स्थाई ज्ञान करा सकते है।जैसे वाटर हार्वेस्टिंग के बारे में पानी कैसे गिरता है ,किसी छत से नीचे कैसे आता है फिर वह किस प्रकार किसी बनाए हुए गड्ढे में भारत हुआ आवाज करता है। उस से क्या लाभ है। इस को कर हम किस समश्या का समाधान पा सकते है।
कला समेकित शिक्षा, जिसमे हम बच्चों के भीतर के कलाकार को बाहर लाने में उसकी मदद करते हुए खेल खेल में बालक उन विषयों को आसानी से जिन्हे हम परंपरागत पध्दति से पढाते है तब बच्चा उन में रूचि नही लेता है, बच्चा अनजाने में ही सीख जाता है, खेलते खेलते कठिन अवधारणाए भी वह आत्मसात कर सकेगा । यहा यह कहना भी उचित है कि अभी तक यह कहा जाता था कि मैने पढा कला समेकित शिक्षा के उपयोग से वह कहेगा मैने सीखा।
हर किसी के पास अलग.अलग मुख्य गुण ध् कोर स्ट्रेंथ होते हैंए चाहे यह मूल्यए विलक्षणताएँए स्वभावए विशेषताए दृष्टिकोणए विश्वास या संसाधन ही क्यों न हों । मुख्य गुणों ध् कोर स्ट्रेंथ में से कुछ माफ़ीए दयालुताए सामूहिक कार्यए शारीरिक व्यायाम क्षमताए संगीत प्रतिभाए विनम्रताए रचनात्मकताए जिज्ञासाए साहसए दयाए हास्य और भी कई अन्य हो सकते हैं। इन्ही सब गुणों की पहचान कर हम बच्चों में उसी प्रतिभा को बढावा देने का कार्य कर सकते है।
इन्दल कुमार यादव हाई स्कूल देवरी विकासखण्ड अमरपुर जिला डिण्डौरी
मैं श्रीमती करुणा ठाकरे आदिवासी कन्या आश्रम भंडारकुंड विकासखंड मोहखेड़ जिला छिंदवाड़ा कला के माध्यम से बच्चों को आसानी से किसी भी बात को समझाया जा सकता है और वहां आसानी से समझ में भी जल्दी आ जाता है हमें किसी भी बात को समझाने के लिए कला के माध्यम से बच्चों को समझाएं तो बच्चे जल्दी एवं आसानी से सीख जाते हैं कला का हमारे समाज में अपितु विश्व मैं अपनी अपनी पहचान को दर्शाती है कला से ही समाज में कलाकार और विश्व में पहुंचता है
मैं श्रीमती करुणा ठाकरे आदिवासी कन्या आश्रम भंडारकुंड विकासखंड मोहखेड़ जिला छिंदवाड़ा कला के माध्यम से बच्चों को आसानी से किसी भी बात को समझाया जा सकता है और वहां आसानी से समझ में भी जल्दी आ जाता है हमें किसी भी बात को समझाने के लिए कला के माध्यम से बच्चों को समझाएं तो बच्चे जल्दी एवं आसानी से सीख जाते हैं कला का हमारे समाज में अपितु विश्व मैं अपनी अपनी पहचान को दर्शाती है कला से ही समाज में कलाकार और विश्व में पहुंचता है
parasram uikey NPS khuddatola Nainpur कला समेकित शिक्षा द्वारा हम छात्रों को किसी भी विषय के पाठ को लेकर कला के माध्यम से एक स्थाई ज्ञान करा सकते है।जैसे वाटर हार्वेस्टिंग के बारे में पानी कैसे गिरता है ,किसी छत से नीचे कैसे आता है फिर वह किस प्रकार किसी बनाए हुए गड्ढे में भारत हुआ आवाज करता है। उस से क्या लाभ है। इस को कर हम किस समश्या का समाधान पा सकते है।
‘कला समेकित अधिगम’ की परिकल्पना ऐसे शिक्षण-शास्त्र के रूप में की गई है जो विद्यालयी-शिक्षा के सभी स्तरों पर लागू होता है। जिसका उद्श्देय विद्यार्थी के संज्ञानात्मक, सामाजिक-भावनात्मक और मनोगत्यात्मक ज्ञानक्षेत्रों (साइकोमोटर डोमेन) को विकास करना है। ‘कला समेकित अधिगम’ ने विषयों के आपसी जडु़ाव और सीखने-सिखाने की प्रक्रिया को कई स्तरों पर समग्रता प्रदान की है।
बच्चों को किसी भी विषय के पाठ को कला के माध्यम से स्थाई ज्ञान प्राप्त करा सकते हैं । छात्रों में शिक्षा के प्रति आकर्षण भी इस विधा से बढ़ाया जा सकता है।
कला के माध्यम से बच्चों को आसानी से किसी भी बात को समझाया जा सकता है और वहां आसानी से समझ में भी जल्दी आ जाता है हमें किसी भी बात को समझाने के लिए कला के माध्यम से बच्चों को समझाएं तो बच्चे जल्दी एवं आसानी से सीख जाते हैं
Kala samekit hmare hr subject ko mjboot bnata h ...iske madhyam,se,hm apne,bchchon k mansik patal,pr ek,systematic,kwonledge,aur concept ko pahunchaane,me madad krta h kyunki jitna aasan,sikhna hota h utna hi jyada hm usko easily upyog kr paate hain..subject science,me bhi,vibhinn gtividhi ho ya,maths ki kitni,bhi prblms Byaaj,hi le,lo
Byaaj ki concept ko hm iska,upyog krke aasani se,smjha,skte hain
%percenatge,wale sawal,bhi asan Anupaat,samanupaat ko bhi easily smjha,skte hain..
Teachers,jitna asaan apne subject me,kala,samekan,ko,jodenge bchhcon ko adhigm,me,utna,hi,aasan,hoga
Kala samekit shiksha ke madham se chhatro ko sthayi gyan prapt hota hai.isme chhatra swayam ki anubhuti se sikhta hai,swayam karke sikhta hai.bachcho ko path (subject )akarshak lagta hai.unhe ko bhi bat asani se avam jaldi samajh me aa jati hai
कला के माध्यम से बच्चों को विभिन्न प्रकार की गतिविधियां कराई जा सकती हैं साथ ही साथ कला समेकित शिक्षा बच्चों के सीखने में मदद करता है। बच्चों को स्वयं से या स्वयं की अनुभूति से जोड़ती है। बच्चे कठिन से कठिन अवधारणाओं को आसानी से आत्मसात कर सकते हैं। कला के माध्यम से बच्चे किसी बात को आसानी से सीख सकते हैं हर किसी के पास अलग-अलग गुण वह विलक्षणता ए होती हैं। कला शिक्षण का मुख्य उद्देश्य कलाकार के अनुभवों रचनात्मक गतिविधियों आदि को आसानी से कर सकते हैं।
कला समेकित शिक्षा द्वारा हम छात्रों को किसी भी विषय के पाठ को लेकर कला के माध्यम से एक स्थाई ज्ञान करा सकते है।जैसे वाटर हार्वेस्टिंग के बारे में पानी कैसे गिरता है ,किसी छत से नीचे कैसे आता है फिर वह किस प्रकार किसी बनाए हुए गड्ढे में भारत हुआ आवाज करता है। उस से क्या लाभ है। इस को कर हम किस समश्या का समाधान पा सकते है।
नाथूराम अहिरवार सहायक शिक्षक मा० शा ० लोधाखेड़ी विकासखंड लटेरी जिला विदिशा
कला को बिभिन्न विषय से जोड़ कर उसमे रुचि जाग्रत की जा सकती है । कक्षा मे कला नाटक गायन वाद विवाद प्रतियोगता गीत संगीत के आयोजन कर अचछे वक्ता पेंटर गायक कलाकार अभिनय कर्ता की पहचान की जा सकरी है । जो शिक्षा के समाकलन से संभव है । यह दायित्व शिक्षको का होता है कि बच्चों की दबी हुयी प्रतिभा को बाहर कैसे लाया जाए इसमे मेहनत व आर्थिक मानसिक परिश्रम की आवश्यकता है । बच्चों मे बहुत सारी प्रतिभा निहित होती है लेकिन हम उसको निखारने का प्रयास नहीं कर पाते हैं । या इस ओर हमारा ध्यान नहीं जा पाता है ।
फरज़ाना खान कला समेकित शिक्षा द्वारा हम छात्रों को किसी भी विषय के पाठ को लेकर कला के माध्यम से एक स्थाई ज्ञान करा सकते है।जैसे वाटर हार्वेस्टिंग के बारे में पानी कैसे गिरता है ,किसी छत से नीचे कैसे आता है फिर वह किस प्रकार किसी बनाए हुए गड्ढे में भारत हुआ आवाज करता है। उस से क्या लाभ है। इस को कर हम किस समश्या का समाधान पा सकते है।
कला के माध्यम से बच्चों को विभिन्न प्रकार की गतिविधियां कराई जा सकती हैं साथ ही साथ कला समेकित शिक्षा बच्चों के सीखने में मदद करता है। बच्चों को स्वयं से या स्वयं की अनुभूति से जोड़ती है। बच्चे कठिन से कठिन अवधारणाओं को आसानी से आत्मसात कर सकते हैं। कला के माध्यम से बच्चे किसी बात को आसानी से सीख सकते हैं हर किसी के पास अलग-अलग गुण वह विलक्षणता ए होती हैं। कला शिक्षण का मुख्य उद्देश्य कलाकार के अनुभवों रचनात्मक गतिविधियों आदि को आसानी से कर सकते हैं।
बच्चों मे बहुत सारी प्रतिभाएं निहित होती हैं लेकिन हम उनको निखारने या उनके माध्यम से बच्चों को सीखने के अवसर प्रदान नहीं कर पाते हैं । या इस ओर हमारा ध्यान नहीं जा पाता है । कला समेकित शिक्षा के द्वारा यही रिक्तता भरी जा सकती है। कला समेकित शिक्षा बच्चों के सीखने में मदद करती है। बच्चों को स्वयं से या स्वयं की अनुभूति से जोड़ती है। बच्चे कठिन से कठिन अवधारणाओं को आसानी से आत्मसात कर सकते हैं। कला के माध्यम से बच्चे किसी बात को जहां आसानी से सीख सकते हैं वहीं उनके भीतर के कलाकार को भी बाहर आने का मौका मिलता है।
मैं राजेंद्र प्रसाद मिश्रा सहायक शिक्षक शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय लक्ष्मण पुर जिला रीवा विकासखंड रीवा मध्य प्रदेश कला समेकित शिक्षा के द्वारा छात्रों द्वारा की गई गतिविधियों व खेल खेल में आनंद आई वातावरण में जो कुछ सीखने को मिलेगा वह उनके जीवन में स्थाई के साथ-साथ जीवन उपयोगी भी होगा व्यवहारिक ज्ञान जीवन जीने की कला भी सीखेंगे कठिन और उबाऊ विषय भी सरस और सरल ढंग से सीख सकेंगे
कला समेकित शिक्षा द्वारा हम बच्चों को कला के आधार से शिक्षा प्रदान कर सकते हैं एवं उनकी अनेक गतिविधियां कराई जा सकती है छात्रों को कला के माध्यम से एक स्थाई ज्ञान दे सकते हैं।
कला शिक्षण किसी भी विषय को संपूर्ण तरीके से समझने के लिए एक स्तंभ है कला के माध्यम से बच्चों की मस्तिष्क पटल पर विषय से संबंधित चित्र बन जाता है इसीलिए प्राथमिक स्तर में बच्चों की किताबें चित्रात्मक होती है जिससे उनके मस्तिष्क में अपने विषय से संबंधित जानकारी का इमेज बन जाता है जो वह अनजाने में ही सीख जाते हैं
कला का उद्देश्य कलाकार बनाना नहीं बच्चों कासर्वागीन विकास तथा गुणवत्ता पूर्ण शिक्षण कौशल बड़ाना है यही कुशल शिक्षक के गुण हैं ऊधम लाल चौपरिया पृधानाध्यापक मा.वि.गिन्दौरा जिलाशिवपुरी म.पृ. डाइस कोड23060306602
कला समेकित शिक्षा से बच्चों को सिखाई गई थी स्थाई रूप से उनके स्मृति पटल पर अंकित हो सकती है अतः बच्चों को हम किसी भी विषय के पाठ को लेकर हम एक स्थाई ज्ञान प्रदान कर सकते हैं अतः कला समेकित शिक्षा विभिन्न विषयों सार्थक सीखने में लाभान्वित कर सकता है
Kala samekit shikchha dwara ham students ko kisi v subject k kisi v lesson ko lekar use kala se jodkar anand purbak activity kr us samjh ko sthayatiw pradan kr sakte h jisse students anandpurwak gyan prapt krne k sath sath apne pahle k anubhav v sanjha karege aur prashann rahege
कला के माध्यम से बच्चों को विभिन्न प्रकार की गतिविधियां कराई जा सकती हैं साथ ही साथ कला समेकित शिक्षा बच्चों के सीखने में मदद करता है। बच्चों को स्वयं से या स्वयं की अनुभूति से जोड़ती है। बच्चे कठिन से कठिन अवधारणाओं को आसानी से आत्मसात कर सकते हैं। कला के माध्यम से बच्चे किसी बात को आसानी से सीख सकते हैं हर किसी के पास अलग-अलग गुण वह विलक्षणता ए होती हैं। कला शिक्षण का मुख्य उद्देश्य कलाकार के अनुभवों रचनात्मक गतिविधियों आदि को आसानी से कर सकते हैं।
कला समेकित शिक्षा, जिसमे हम बच्चों के भीतर के कलाकार को बाहर लाने में उसकी मदद करते हुए खेल खेल में बालक उन विषयों को आसानी से जिन्हे हम परंपरागत पध्दति से पढाते है तब बच्चा उन में रूचि नही लेता है, बच्चा अनजाने में ही सीख जाता है, खेलते खेलते कठिन अवधारणाए भी वह आत्मसात कर सकेगा । यहा यह कहना भी उचित है कि अभी तक यह कहा जाता था कि मैने पढा कला समेकित शिक्षा के उपयोग से वह कहेगा मैने सीखा।
Kala samekit shikchha dwara ham students ko kisi v subject k kisi v lesson ko lekar use kala se jodkar anand purbak activity kr us samjh ko sthayatiw pradan kr sakte h jisse students anandpurwak gyan prapt krne k sath sath apne pahle k anubhav v sanjha karege aur prashann rahege
Rama Khare MS dhonda majholi Jabalpur Kala samekit shiksha ke dwara vishay ki avdharna ko murti roop dene mein sahayata milati hai kavitaon ko acche gayan vadan ke dwara ekanki natak ko class mein abhinay dwara vigyan vishay ko acche Chitra aur model dwara kuchh avdharna ko mukhota banakar kathputliyan dikhakar essay anek anubhav ko dekar ham unhen vishay vishesh ka gyan de sakte hain. Yah Kala samay ki shiksha ke dwara atyant saral sabit hoga
Kalasam make it shiksha ke dwara Ham chhatron ko kisi vishay ko Kala ke madhyam se jodkar saral tarike se sikhane se vah sthai Roop se use vishay ko samajh sakte hain
प्रतिबिंब। इस अवधारणा के लिए बच्चों को सामान्य दर्पण के द्वारा एक दूसरे का चेहरा देखने के लिए कह सकते हैं जिससे वे एक दूसरे का चेहरा देखेंगे और स्वयं का भी देखेंगे तो वह प्रतिबिंब के बारे में जल्दी समझ जाएंगे यह कल गतिविधि अवधारणा को स्पष्ट करने के लिए सही है ठीक है
Kala समेकित शिक्षा द्वारा बच्चो को बहुत आसानी से सभी विषयों से जोड़ा जा सकता है इस माध्यम से बच्चो को सरल तरीके से प्रकृति के माध्यम से विषय को आसानी से समझाया जा सकता है
Through the integrated education of art, the child's interest can be linked to the subject teaching him. If the child is interested in drawing, then he will explain the lesson through various types of pictures so that he can understand it with great interest.
कला समेकित शिक्षा द्वारा हम छात्रों को किसी भी विषय के पाठ को लेकर कला के माध्यम से एक स्थाई ज्ञान करा सकते है। कला के माध्यम से बच्चों को विभिन्न प्रकार की गतिविधियां कराई जा सकती हैं साथ ही साथ कला समेकित शिक्षा बच्चों के सीखने में मदद करता है। बच्चों को स्वयं से या स्वयं की अनुभूति से जोड़ती है। बच्चे कठिन से कठिन अवधारणाओं को आसानी से आत्मसात कर सकते हैं। कला के माध्यम से बच्चे किसी बात को आसानी से सीख सकते हैं हर किसी के पास अलग-अलग गुण व विलक्षणताएं होती हैं। कला शिक्षण के माध्यम से जलीय जीव जंतु एलगी, फंगाई, मछली मेंढक एवं अन्य जीव जंतुओं के बारे में भी जानकारी आसानी से प्राप्त कर जिज्ञासाओं को शांत किया जा सकता है।
कला समेकित शिक्षा द्वारा हम छात्रों को किसी भी विषय के पाठ को लेकर कला के माध्यम से एक स्थाई ज्ञान करा सकते है।जैसे वाटर हार्वेस्टिंग के बारे में पानी कैसे गिरता है ,किसी छत से नीचे कैसे आता है फिर वह किस प्रकार किसी बनाए हुए गड्ढे में भारत हुआ आवाज करता है। उस से क्या लाभ है। इस को कर हम किस समश्या का समाधान पा सकते है।
कला शिक्षण का उद्देश्य कलाकार का निर्माण नहीं हर विषय के शिक्षण में साला की साज-सज्जा में और दैनिक वार्षिक गतिविधियों में कलात्मकता का पुट समाहित करना अधिक उपयोगी है
वास्तव में कला की विभिन्न विधाओं को अपना कर छात्रों के मस्तिष्क विकास के साथ साथ उनमें शिक्षा के प्रति आकर्षण बढाया जा सकता है कला शिक्षण का उद्देश्य कलाकार का निर्माण नहीं हर विषय के शिक्षण में साला की साज-सज्जा में और दैनिक वार्षिक गतिविधियों में कलात्मकता का पुट समाहित करना अधिक उपयोगी है
कला समेकित शिक्षा अनुभवात्मक अधिगमन का एक शेषणिक तरीका है कला समेकित शिक्षा का तात्पर्य अन्य विषयो के साथ एकीकरण से है विभिन्न प्रकार की कलाए सीखने सिखाने की प्रक्रिया का एक अभिन्न अंग बनकर शिक्षण को रोचक एवं मजेदार बना देती है
Suresh Sharma कला समेकित शिक्षा द्वारा हम बच्चों को कला के आधार से शिक्षा प्रदान कर सकते हैं कला को बिभिन्न विषय से जोड़ कर उसमे रुचि जाग्रत की जा सकती है
कला समेकित शिक्षा में प्रत्येक विषय के अंतर्गत रुचिकर गतिविधियों के द्वारा विषयवस्तु के यथार्थ ज्ञान का अनुभव आसपास के वातावरण और परिस्थितियों से जोड़ कर किया जाता है|
नमस्कार, कला समेकित शिक्षण से सीखने वाले का मन, हृदय और शरीर उससे जुड़ जाता है। इससे शिक्षण कलाएँ बच्चों को कई तरह के कौशल और क्षमताओं का उपयोग करने में बेहतर बनाती हैं।कक्षा में पढ़ाएँ जाने वाले विषयों में बेहतर ढंग से शिक्षण किया जा सकता है। इसमें एक तरह से आधार का काम करती है। कई बार छात्र-छात्राएं अपने विचारों को व्यक्त नहीं कर पाते, कला शिक्षण से वे अपने मनोविचारों को बेहतर ढंग से व्यक्त कर सकते हैं। कला शिक्षण के माध्यम से विद्यार्थी निर्भीक, निडर, सहज, आनंदमय वातावरण में शिक्षा ग्रहण करता है। कला समर्थित शिक्षण से सीखने सिखाने को सहज और सरल बनाया जा सकता है। मेरे अपने विचार.... पूनाराम राजपूत GMS- पायलीखुर्द छपारा, सिवनी म.प्र.
कला समेकित शिक्षा द्वारा हम छात्रों को किसी भी विषय के पाठ को लेकर कला के माध्यम से एक स्थाई ज्ञान करा सकते है| कला समेकित शिक्षा में प्रत्येक विषय के अंतर्गत रुचिकर गतिविधियों के द्वारा विषयवस्तु के यथार्थ ज्ञान का अनुभव आसपास के वातावरण और परिस्थितियों से जोड़ कर किया जाता है| कला समेकित शिक्षा द्वारा हम बच्चों को कला के आधार से शिक्षा प्रदान कर सकते हैं कला को बिभिन्न विषय से जोड़ कर उसमे रुचि जाग्रत की जा सकती है
वास्तव में कला की विभिन्न विधाओं के द्वारा बच्चों के ज्ञान में वृद्धि की जा सकती है कला के माध्यम से एक स्थाई ज्ञान करा सकते हैं कला माध्यम से सभी विषय जैसे हिंदी विज्ञान सामाजिक विज्ञान गणित आदि की अमूर्त अवधारणाओं को मूर्त करने और उन्हें एक दूसरे से जोड़ने में सहायक सिद्ध होती है
समाज में सदियों से महिलाओं को पुरुषों की तुलना में कमजोर, अशक्त , अधिक संवेदनशील , भावुक , निर्णय लेने में असमर्थ और हमेशा पुरुषों पर आश्रित माना गया है जो सत्य नही है महिलाएं भी पुरुषों की भाँति सक्षम हैं इस जेंडर असमानता को दूर करते हुए महिलाओं में आत्मविश्वास जाग्रत करने एवं उनमें भरोसा जताने की आवश्यकता है, इसके अलावा ट्रांसजेंडरों को भी मुख्य धारा में लाने की जरूरत है।
कला समेकन मुख्य रूप से कर के सीखने की प्रेरणा है। इसमें छात्र या शिक्षकों को अपने अनुभव के आधार पर विषयों को कला से जोड़कर उस ज्ञान को व्यापक व स्थाई करना होता है। जब विषय को कला से जोड़ते है अनुभव के आधार पर अभिव्यक्ति का मौका देते है और स्वतंत्रता के साथ सीखने का आनन्द प्रदान करते है तो बच्चों में अधिगम की समझ स्थाई हो जाती है।
कला समेकित शिक्षा के माध्यम से हम बच्चों को विषय ज्ञान स्थाई रूप से प्रदान कर सकते हैं । कला समेकित शिक्षा द्वारा वच्चों को सभी विषय से जोड़ा जाता हैं ।वच्चों को स्वत्रंत अभिव्यक्ति का अवसर प्रदान होता हैं ,जिससे प्रत्येक छात्र को अपनी कला को प्रर्दशित करने का अवसर मिलता हैं ।
कला समेकित शिक्षा द्वारा हम वच्चों का संपूर्ण विकास कर सकते हैं, वच्चों के अंदर की कला को हम बाहर ला सकते हैं ।कला समेकित शिक्षा द्वारा हम प्रत्येक विषय से वच्चों को जोड़ कर स्थाई ज्ञान दें सकते हैं ।एवं वच्चों को स्वत्रत अभिव्यक्ति का अवसर प्रदान कर सकते हैं ।
कला समेकित शिक्षा के द्वारा छात्रों को प्रत्येक विषय को पढ़ाते एवं समझाते समय कला के माध्यम से समुचित शिक्षण दिया जा सकता है ! जैसे वाटर हार्वेस्टिंग पानी कैसे गिरता है ! वास्तव में विभिन्न कलाओं के साथ छात्रों को सिखाने से उनके मन मस्तिष्क को पूर्ण रूप से विकसित किया जा सकता है ! शासकीय माध्यमिक विद्यालय रूपाबेड़ी ! धन्यवाद!
कला के प्रति सभी का झुकाव स्वाभाविक रूप से होता है ।अतः जब विद्यार्थी किसी दिलचस्प घटनाक्रम की गहराई में जाने लगता है तब उसे अपने विषय से संबंधित ज्ञान को भी आसानी से जोड़ सकते हैं ।कला द्वारा सीखने में बहुत लाभ है। हां, समय थोड़ा ज्यादा लगता है इसका ध्यान रखना चाहिए।
कला समेकित शिक्षा से छात्रों में अभिव्यक्ति की क्षमता बढती है। इससे उनकी समझ को मजबूती मिलती है। सामाजिक रूढ़ियो को समझते हुए समाज सुधार हेतु काम करते हुए अपना विकास करते हैं।
कला समेकित शिक्षा के द्वारा सभी विषयों और अवधारणाओं को सहज और सरल रूप में विद्यार्थियों तक प्रेषित किया जा सकता है। अमर सिंह सोलंकी शासकीय माध्यमिक विद्यालय द्वारका नगर फंदा पुराना शहर भोपाल मध्यप्रदेश
My self dr Kamlakant Dubey MS boys mangawn Arts integration is an approach to teaching that integrates the fine and performing arts as primary pathways to learning. Arts integration differs from traditional education by its inclusion of both the arts discipline and a traditional subject as part of learning (e.g. using improvisational drama skills to learn about conflict in writing.) The goal of arts integration is to increase knowledge of a general subject area while concurrently fostering a greater understanding and appreciation of the fine and performing arts.
कला समेकित शिक्षा में विषयों को कला से जोड़कर शिक्षा दी जाती है जब हम विषयों को कला से जोड़ते हैं तब बच्चों की विषयों में , शिक्षण सामग्री में रुचि बढ़ जाती है जिससे बच्चा सार्थक रूप से सीखता है |इसमें बच्चों को स्वयं करने की आदत विकसित होती है जिससे कठिन अवधारणा भी बच्चा सरलता पूर्वक सीख जाता है और अवधारणाओं के प्रति बच्चों की समझ अच्छी तरह विकसित हो जाती है|
समेकित शिक्षा में बच्चे बिना किसी भेदभाव के सीखते हैं उनके अंदर यह भावना समाप्त हो जाती है कि हम किसी चीज में विशेष है कि हमें स्त्री है या करो से या दिव्यांगजन है इसलिए समेकित शिक्षा आवश्यक भी है वह इससे बच्चों में बचपन से ही अच्छे समाज का अंकुरण होता है
कला समेकित शिक्षा द्वारा हम छात्रों को किसी भी विषय के पाठ को लेकर कला के माध्यम से एक स्थाई ज्ञान करा सकते है।जैसे वाटर हार्वेस्टिंग के बारे में पानी कैसे गिरता है ,किसी छत से नीचे कैसे आता है फिर वह किस प्रकार किसी बनाए हुए गड्ढे में भारत हुआ आवाज करता है। उस से क्या लाभ है। इस को कर हम किस समश्या का समाधान पा सकते है।
Myself Sukhchain Singh Pendro prathmik shikshak GMS RAJARWARA No1मेरा प्रतिबिंब-कला समेकित शिक्षा योजना बच्चों को, विषयों के सार्थक सीखने में सहायक होते ही हैं। उदाहरण स्वरूप बच्चों द्वारा मिट्टी के बर्तन, खिलौने, मूर्ति निर्माण कार्य से मिट्टी का बनना,नमी क्षमता, आकार परिवर्तन, स्वरूप परिवर्तन,महत्त्व, अवस्था, घुलनशीलता आदिLO विज्ञान, सामाजिक विज्ञान, तथा गणित आदि विषयों को सहज,सरल एवं रोचक तरीके से प्रतिबिंबित करता है। जो कला समेकित शिक्षा को बढ़ावा देता है।
कला समेकित शिक्षा, जिसमे हम बच्चों के भीतर के कलाकार को बाहर लाने में उसकी मदद करते हुए खेल खेल में बालक उन विषयों को आसानी से जिन्हे हम परंपरागत पध्दति से पढाते है तब बच्चा उन में रूचि नही लेता है, बच्चा अनजाने में ही सीख जाता है, खेलते खेलते कठिन अवधारणाए भी वह आत्मसात कर सकेगा । यहा यह कहना भी उचित है कि अभी तक यह कहा जाता था कि मैने पढा कला समेकित शिक्षा के उपयोग से वह कहेगा मैने सीखा।
कला समेकित शिक्षा, जिसमे हम बच्चों के भीतर के कलाकार को बाहर लाने में उसकी मदद करते हुए खेल खेल में बालक उन विषयों को आसानी से जिन्हे हम परंपरागत पध्दति से पढाते है तब बच्चा उन में रूचि नही लेता है, बच्चा अनजाने में ही सीख जाता है, खेलते खेलते कठिन अवधारणाए भी वह आत्मसात कर सकेगा । यहा यह कहना भी उचित है कि अभी तक यह कहा जाता था कि मैने पढा कला समेकित शिक्षा के उपयोग से वह कहेगा मैने सीखा।
Sadhna pandey Ps makronia Vikas khand sagar कला के माध्यम से बच्चे जल्दी सीख सकते हैं यह उनके लिए अति उपयोगी है और कला के माध्यम से बच्चों के भीतर के कलाकार को बाहर लाने में मदद मिलती है इससे बच्चे कई विषयों में पारंगत हो सकते हैं
Yes......It's very easy to teach the students on the basis of their art.It helps to develop the knowledge about any subject. Govt.MS Guradiyadeda Mandsaur
मैं दीप्ति जैन , दतिया । मैं गणित विषय की शिक्षिका हूँ , पर मेरा जुड़ाव विज्ञान संस्कृत हिन्दी जैसे विषयों से भी रहा है । ये बहुत अच्छा मॉड्यूल है मेरा भी मानना है .कि बच्चों को खेल खेल मे ...कोई गतिविधि कराकर ....कला जैसे विषयों से जोड़कर उनका ज्ञान को स्थायित्व दिया जा सकता है .. मैं अपने विद्यालय मे छोटी छोटी activities कराकर और दैनिक जीवन से जुड़े हुए ...अपने आसपास से और बच्चों के घर से जुड़े हुए उदाहरण देकर अपने विषय को समझाती हूँ .... जैसे द्विवीमीय और त्रिविमीय आकृतियों को कक्षा कक्ष मे ही उपलब्ध वस्तुओं को दिखाकर उनसे स्वयं फलक शीर्ष आदि count कराती हूँ ...क्षेत्रफल आदि के सवाल अपने आसपास और कक्षा से ही लेकर समझाती हूँ ...विज्ञान मे सौरमंडल मे ग्रहों की परिक्रमण और परिभ्रमण गति को activity कराकर समझाया .आदि आदि ...ऐसे कई क्रियाकलाप है जिनसे हम बच्चों का ज्ञान स्थायी कर सकते और वो भी पूर्णतः आनंददायी वातावरण मे
Latika jaiswalG.P.S.Panjra, chhindwara Jo vidhyarthi jis kary chetra ya kla m sabhi protsahit kr usichetr m aage badhne ka ka avasar prdan kiya jata h.....
I always think that learning is always possible by heart if you are trying to learn something by mind then definitely it would be only an information not your wisdom so long with heart we need to integrate art with learning because it is a tool which connect your whole body whole mind your whole heart with learning so actual learning take place otherwise just only a part of your body that is your memory mechanization is connected with learning which is partial.
कला समेकित शिक्षा से हम बच्चे की भीतर की काबिलियत को बाहर लाते है,खेल-खेल में बालक उन विषयों को आसानी से समझ जाता है और स्थाई ज्ञान अर्जित करता है जिसे हम परम्परागत पद्द्ति से पढ़ाने के बाबजूद उनमे रुचि उतपन्न नही हो पाती है।कला समेकित शिक्षा के उपयोग से वह कहेगा "मेने सीखा"
क ला शब्द सुनते ही एक सुन्दर चित्र मन मे आता है जहां सुन्दरता का बोध हो आज के परिपेक्ष में कला समेकित शिक्षा बहुत आवश्यक हो गई है हम कक्षा कक्ष में कला के माध्यम से ज्ञान दे सकते हैं कला हमारे जीवन का अभिन्न अंग है विज्ञान हो या सामाजिक विज्ञान कोईभ विषय हम कला से जोड सकते है ' पृथ्वी की गति सौर मंडल का प्ले करवाया जा समताही भाषा में व्यामरण आदि समझाए जा सकते ह . धन्यवाद निष्ठा
मैं पवनेश साहू (प्राथमिक शिक्षक) शा. उ. मा. विद्यालय बरखेड़ा स्टेशन जिला रायसेन मध्य प्रदेश निःसंदेह कला समेकित शिक्षा का अनुभव छात्रों को विषय के सार्थक सीखने में लाभान्वित करता है।
बताएँ कि कैसे कला समेकित शिक्षा का अनुभव छात्रों को आपके विषयों के सार्थक सीखने में लाभान्वित कर सकता है।
कला के माध्यम से बच्चों को विभिन्न प्रकार की गतिविधियां कराई जा सकती हैं साथ ही साथ कला समेकित शिक्षा बच्चों के सीखने में मदद करता है। बच्चों को स्वयं से या स्वयं की अनुभूति से जोड़ती है। बच्चे कठिन से कठिन अवधारणाओं को आसानी से आत्मसात कर सकते हैं। कला के माध्यम से बच्चे किसी बात को आसानी से सीख सकते हैं हर किसी के पास अलग-अलग गुण वह विलक्षणताए होती हैं। कला शिक्षण का मुख्य उद्देश्य कलाकार के अनुभवों रचनात्मक गतिविधियों आदि को आसानी से कर सकते हैं।
इस प्रकार से कला समेकित शिक्षा का अनुभव छात्रों को विभिन्न विषयों के सार्थक सीखने में लाभान्वित कर सकता है। श्रीमती संध्या पटेल मा. वि. बलवाड़ी, खरगोन। धन्यवाद !!! 🙏🙏
कला समेकित शिक्षा द्वारा हम विद्यार्थियों को किसी भी विषय के पाठ को लेकर कला के माध्यम से उन्हें एक स्थाई ज्ञान प्रदान कर सकते है।अतः कला शिक्षा का मुख्य उद्देश्य अनुभव के द्वारा गतिविधियों को सरलता से पूरा कराया जा सकता है।
मैं सुनीत कुमार पांडे शासकीय प्राथमिक शाला चकरा घाट हीरापुर कौड़िया जिला कटनी ✍️✍️✍️✍️✍️✍️✍️ मेरा यह मानना है कि आर्ट समेकित अधिगम या कला समेकित अधिगम परंपरागत अधिगम से ज्यादा श्रेयस्कर है कला समेकित शिक्षा द्वारा हम छात्रों को किसी भी विषय के पाठ को लेकर कला के माध्यम से एक स्थाई ज्ञान करा सकते है।जैसे वाटर हार्वेस्टिंग के बारे में पानी कैसे गिरता है ,किसी छत से नीचे कैसे आता है फिर वह किस प्रकार किसी बनाए हुए गड्ढे में भारत हुआ आवाज करता है। उस से क्या लाभ है। इस को कर हम किस समश्या का समाधान पा सकते है। कला समेकित अधिगम के द्वारा हम कला के विभिन्न पहलुओं को ले करके उसको विज्ञान से जोड़ सकते हैं तथा गणित से भी जोड़ कर के किसी भी पाठ्यवस्तु को बहुत अच्छे तरीके से हम बच्चों को सिखा सकते हैं और यह एक कारगर तरीका होगा सादर धन्यवाद।
कला के प्रति सभी का झुकाव स्वाभाविक रूप से होता है ।अतः जब विद्यार्थी किसी दिलचस्प घटनाक्रम की गहराई में जाने लगता है तब उसे अपने विषय से संबंधित ज्ञान को भी आसानी से जोड़ सकते हैं।कला समेकित शिक्षा बच्चों के सीखने में मदद करती है। बच्चों को स्वयं से या स्वयं की अनुभूति से जोड़ती है। बच्चे कठिन से कठिन अवधारणाओं को आसानी से आत्मसात कर सकते हैं।
chandulalchauhan1963@gmail.com मैं चंदूलाल चौहान शा.मा.शाला अमेडा भरवेली बालाघाट से कला समेकित शिक्षा द्वारा अन्य विषय जैसे गणित , विज्ञान , भाषा , सामाजिक अध्ययन , अग्रेजी , और पर्यायवरण जैसे विषयों को कला से जोड़कर पढ़ाने से कक्षा का वातावरण आनंद दायक हो जाता है जिसे बच्चो की विभिन्न कलाओं के साथ उसपर अन्य गतिविधियों करते हुए। बहुत सी अवधरणाओ को रुचि पूर्वक प्रस्तुत किया जा सकता है। बच्चो उनकी पसंद की कहानी सुनकर उसमे आये शब्दों का अर्थ , सरल शब्दों को मोहवरे में बदलकर उसे समझना, कहानी सुनते समय कहा-कहा अल्प विराम ,पूर्ण विराम का , प्रश्न वाचक का प्रयोग किया जा सकता है उसे समझया जा सकता है , कहानी से प्राप्त बिंदु में सामाजिक , नैतिक , स्वस्थ , सहयोग आदि बिंदु पर चर्चा की जा सकती है। कहानी में आये स्वाद की अलग -अलग तरह से अभिनय द्वारा की प्रस्तुति को समझा जा सकता है। बच्चो की कला को समझ जा सकता है। विभिन्न नाटकों द्वारा सामाजिक संदेश दिए जा सकते है।कहीं संदेशो को अच्छे चित्रों द्वारा प्रस्तुत किया जा सकता है।चित्रों द्वारा बच्चो को इस पर चर्चा कर उसकी सर्जनात्मक ता की जानकारी होती है।
chandulalchauhan1963@gmail.com मैं चंदूलाल चौहान शा.मा.शाला अमेडा भरवेली बालाघाट से कला समेकित शिक्षा द्वारा अन्य विषय जैसे गणित , विज्ञान , भाषा , सामाजिक अध्ययन , अग्रेजी , और पर्यायवरण जैसे विषयों को कला से जोड़कर पढ़ाने से कक्षा का वातावरण आनंद दायक हो जाता है जिसे बच्चो की विभिन्न कलाओं के साथ उसपर अन्य गतिविधियों करते हुए। बहुत सी अवधरणाओ को रुचि पूर्वक प्रस्तुत किया जा सकता है। बच्चो उनकी पसंद की कहानी सुनकर उसमे आये शब्दों का अर्थ , सरल शब्दों को मोहवरे में बदलकर उसे समझना, कहानी सुनते समय कहा-कहा अल्प विराम ,पूर्ण विराम का , प्रश्न वाचक का प्रयोग किया जा सकता है उसे समझया जा सकता है , कहानी से प्राप्त बिंदु में सामाजिक , नैतिक , स्वस्थ , सहयोग आदि बिंदु पर चर्चा की जा सकती है। कहानी में आये स्वाद की अलग -अलग तरह से अभिनय द्वारा की प्रस्तुति को समझा जा सकता है। बच्चो की कला को समझ जा सकता है। विभिन्न नाटकों द्वारा सामाजिक संदेश दिए जा सकते है।कहीं संदेशो को अच्छे चित्रों द्वारा प्रस्तुत किया जा सकता है।चित्रों द्वारा बच्चो को इस पर चर्चा कर उसकी सर्जनात्मक ता की जानकारी होती है।
chandulalchauhan1963@gmail.com मैं चंदूलाल चौहान शा.मा.शाला अमेडा भरवेली बालाघाट से कला समेकित शिक्षा द्वारा अन्य विषय जैसे गणित , विज्ञान , भाषा , सामाजिक अध्ययन , अग्रेजी , और पर्यायवरण जैसे विषयों को कला से जोड़कर पढ़ाने से कक्षा का वातावरण आनंद दायक हो जाता है जिसे बच्चो की विभिन्न कलाओं के साथ उसपर अन्य गतिविधियों करते हुए। बहुत सी अवधरणाओ को रुचि पूर्वक प्रस्तुत किया जा सकता है। बच्चो उनकी पसंद की कहानी सुनकर उसमे आये शब्दों का अर्थ , सरल शब्दों को मोहवरे में बदलकर उसे समझना, कहानी सुनते समय कहा-कहा अल्प विराम ,पूर्ण विराम का , प्रश्न वाचक का प्रयोग किया जा सकता है उसे समझया जा सकता है , कहानी से प्राप्त बिंदु में सामाजिक , नैतिक , स्वस्थ , सहयोग आदि बिंदु पर चर्चा की जा सकती है। कहानी में आये स्वाद की अलग -अलग तरह से अभिनय द्वारा की प्रस्तुति को समझा जा सकता है। बच्चो की कला को समझ जा सकता है। विभिन्न नाटकों द्वारा सामाजिक संदेश दिए जा सकते है।कहीं संदेशो को अच्छे चित्रों द्वारा प्रस्तुत किया जा सकता है।चित्रों द्वारा बच्चो को इस पर चर्चा कर उसकी सर्जनात्मक ता की जानकारी होती है।
कला शिक्षण का उद्देश्य कलाकार का निर्माण नहीं हर विषय के शिक्षण में साला की साज-सज्जा में और दैनिक वार्षिक गतिविधियों में कलात्मकता का पुट समाहित करना अधिक उपयोगी है।
कला समेकित शिक्षा के उपयोग से विद्यार्थी बिना किसी बाधा के अवलोकन करने, अन्वेषण करने, सोचने और सीखने में सक्षम बन जाते हैं। सीखने की इस प्रक्रिया के दौरान बच्चे जटिल अनुभवों को समेकित और सरल करते हैं और संज्ञानात्मक और भावनात्मक समेकन से सृजन करते हैं। इस तरीके से, विद्यार्थी कला के उपयोग से सीखने की प्रक्रियाओं को समृद्ध करता है। राकेश पंथी प्राथमिक शिक्षक खैरोदा ब्लॉक गंज बसोदा जिला विदिशा
कला समेकित शिक्षा द्वारा हम छात्रों को किसी भी विषय के पाठ को लेकर कला के माध्यम से एक स्थाई ज्ञान करा सकते है।जैसे वाटर हार्वेस्टिंग के बारे में पानी कैसे गिरता है ,किसी छत से नीचे कैसे आता है फिर वह किस प्रकार किसी बनाए हुए गड्ढे में भारत हुआ आवाज करता है। उस से क्या लाभ है। इस को कर हम किस समश्या का समाधान पा सकते है।
Rita sharma MS Satnoor Block prasiya Dist Chhindwara कला समेकित शिक्षा किसी भी बात को समझाने के लिए कला के माध्यम से बच्चों को समझाएं तो बच्चे जल्दी एवं आसानी से सीख जाते हैं कला का हमारे जीवन मे महत्वपूर्ण है।
मैं रत्नेश कुमार मिश्रा जनशिक्षक जनशिक्षा केंद्र तेवर जबलपुर ग्रामीण जिला जबलपुर म प्र कला समेकित शिक्षा से किसी भी विषय वस्तु या पाठ का चिरस्थाई ज्ञान दिया जा सकता है। वर्तमान परिवेश में इस तरह के शिक्षण की नितांत आवश्यकता है। यह विद्यार्थियों में रूचि के साथ सीखने की आदत का विकास करता हैं। कला समेकित शिक्षा से विद्यार्थियों को कठिन से कठिन विषय वस्तु को आसानी से उसके परिवेश और आसपास के वातावरण से जोड़कर सिखाया जा सकता हैं। विद्यार्थियों को सीखने में सहजता होती है और वह जल्दी सीखते हैं।
कला समेकित शिक्षा अधिगम किसी भी विषय से जोड़कर किसी सामान्य गतिविधि लेकर बच्चो को रूचिपूर्ण तरीके से शिक्षा दी जा सकती है छात्रों को कठिन से कठिन विषय को सरल गतिविधियों के माध्यम से परिवेश से जोड़कर कला समेकित शिक्षा दी जा सकती है
संगीता जोशी प्राथमिक शिक्षक शासकीय प्राथमिक शाला भमाडा, जन शिक्षा केंद्र मारई ,संकुल केंद्र कुंडालीकला , विकासखंड परासिया, सभी विषयों में हम कला, समेकित शिक्षा का उपयोग करके उससे स्थाई ज्ञान प्राप्त करा सकतें हैं,आकर्षक व मनोरंजन रुचि जागृत करके सिखाया जा सकता है हर बच्चे में कोई ना कोई प्रतिभा अवश्य होती है उसे पहचानना है व निखारना है।
कला समेकित शिक्षा, जिसमे हम बच्चों के भीतर के कलाकार को बाहर लाने में उसकी मदद करते हुए खेल खेल में बालक उन विषयों को आसानी से जिन्हे हम परंपरागत पध्दति से पढाते है तब बच्चा उन में रूचि नही लेता है, बच्चा अनजाने में ही सीख जाता है, खेलते खेलते कठिन अवधारणाए भी वह आत्मसात कर सकेगा । यहा यह कहना भी उचित है कि अभी तक यह कहा जाता था कि मैने पढा कला समेकित शिक्षा के उपयोग से वह कहेगा मैने सीखा।
कला समेकित शिक्षा बच्चों को खेल -खेल में कठिन कार्यो को भी सरल बना देता है बच्चो के कौशल और क्षमताओ का उपयोग करने में सक्षम बनाता है और उन्हें सीखने में प्रोत्साहित करता है!
बच्चो के मस्तिष्क शरीर और आत्मा में जो कुछ भी सर्वोत्कृष्ट है उसका विकास करने में कला समेकित शिक्षा अत्यंत महत्वपूर्ण है यदि हम गीत के माध्यम से नए शब्दों को सिखाए या अन्य किसी कला के माध्यम से तो बच्चे का ज्ञान स्थाई तो होगा उसकी झिजक मिटेगी वह उत्साहित होगा सोचेगा आज कोन सी गतिविधि karyengi mam कल की गतिविधि तो बहुत अच्छी थी घर पर भी उस कराई गतिविधि को सोचेगा और अनजाने में ही होमवर्क हो जाएगा जैसे नवीन शब्दों को सिखाने के लिए एक गीत आधारित गतिविधि कराती हू उसमें हर बच्चे को एक नाम देती हूं जैसे किसी बच्चे का नाम गुहा, अंबर मेखला आदि इन नामों को गीत में शामिल करती हूं गीत अभिनय गतिविधि मामाजी के राकेट से हम चांद की सैर को जाएंगे अंबर किसको ले जाओगे ये शिक्षक पूछेगा छात्र गाकर बोलेगा नभ को लेकर जाऊंगा नाचते हुए जल्दी अपना नाम लिखाओ और जोर से ताली बजाओ छात्र डांस करते हुए बोर्ड तक आएगा और अपना नाम अंबर और अपने दोस्त का नाम नभ लिखेगा इस प्रकार हर बच्चे से करवाना तथा बाद में बोर्ड पर लिखे शब्दों का संकलन और चर्चा
कला समेकित शिक्षा के द्वारा हम विद्यार्थियों को खेल-खेल में स्थायी शिक्षण उनके मानस पटल पर अंकित कर सकते हैं,इससे विद्यार्थियों कोअधिगम स्थायी और चिरकाल तक स्मृति में रह सकता हैं।
कला समेकित शिक्षा का अनुभव छात्रों को सभी विषयों को सीखने में सहायक होता है। इसमें छात्र को गतिविधियों के माध्यम से अपनी विषय वस्तु को सरल बनाकर अभिव्यक्ति के अवसर प्राप्त होते हैं।छात्र स्वतंत्र सोचकर,कल्पना कर, प्रयोग ,अवलोकन ,निष्कर्ष आदि अभ्यासके द्वारा विषयवस्तु को अच्छी तरह से समझ कर अपनी क्षमताओं को उपयोग करते हुए सक्षम हो सकते हैं ,
मैं चंदूलाल चौहान शा.मा.शाला अमेडा भरवेली बालाघाट से कला समेकित शिक्षा से विभिन्न विषयों को जोड़कर विषय को आनंद मय बनाया जा सकता है। गणित , भाषा , विज्ञान , अग्रेजी samajik अध्ययन पर्यावरण आदि। कहानी , कविता , नाटक , वार्तालाप , आदि गतिविधियों द्वारा बच्चो को भाषा , गणित , विज्ञान , सामाजिक अध्ययन आदि से संबंधित लर्निग आउटकम प्राप्त किया जा सकता है। कक्ष में विभिन प्रकार की गतिविधि कर अन्य विषयों से जोड़ा जा सकता है। बच्चो को कहानी सुनकर या उससे कहानी सुनकर उसमे आये नवीन शब्दो का अर्थ बताना कहानी बताते समय कहा - कहा अलप विराम का उपयोग करना पूर्ण विराम , प्रश्नवाचक चिन्ह का उपयोग करना आदि। विभिन्न प्रतियोगिताओं को आयोजित कर संगीत , नृत्य.,पेंटिग आदि द्वारा बच्चो में रुचि जाग्रत करना। पेंटिंग पर चर्चा कर विषय से जोड़ना।
कला मनुष्य की स्वाभाविक प्रवृत्ति है जब भी कुछ करने की बारी आती है कुछ नया करना होता है तो हम जरूर करते हैं उसी का परिणाम है कि आज हम इतने विकसित परिस्थितियों में पहुंच चुके हैं बच्चा जब भी कुछ नया करता है तो प्रत्येक विषय के साथ में उसको सीखने में मदद मिलती है कला एक समेकित शिक्षण का एक भाग है।
NEERAJ KUMAR SINGH PS MAIDHI SADAR CHANDAULI. this module is involves natural art of study material with creative learning in both of the teacher and students.
में सारस्वत शुक्ला प्राथमिक विद्यालय उदयपुरा गढ़ाकोटा सागर कला से सभी विषयों की पढ़ाई की जरूरत है इससे बच्चो में बहुत ही जल्दी सीखने की प्रक्रिया को बढ़ावा मिलता है।हमारे मन पर नाटकों का प्रभाव बहुत जल्दी पड़ता है।
में सारस्वत शुक्ला प्राथमिक विद्यालय उदयपुरा कला से बच्चो के दिमाग में ज्यादा सोचने की शक्ति का विकास होता है।और कला के द्वारा को भी सिखाया जाता हैं वह अमित छाप छोड़ जाता हैं।
Kala shikshan ke dwara bacchon ko vigyan ganit paryavaran vishayon mein Devi darshan gyan ko bada sakte hain Kala abhiyan ke dwara acche se samjha sakte hain
कला समेकित शिक्षा छात्रों के लिए लाभकारी है इसमें बच्चा गतिविधि के माध्यम से सीखता है जिससे बच्चे को सीखने में रुचि बढ़ती है और उस गतिविधि के माध्यम से वह विषय वस्तु समझ जाता है |
कला समेकित शिक्षा द्वारा हम छात्रों को किसी भी विषय के पाठ को लेकर कला के माध्यम से एक स्थाई ज्ञान करा सकते है।जैसे वाटर हार्वेस्टिंग के बारे में पानी कैसे गिरता है ,किसी छत से नीचे कैसे आता है फिर वह किस प्रकार किसी बनाए हुए गड्ढे में भारत हुआ आवाज करता है। उस से क्या लाभ है। इस को कर हम किस समश्या का समाधान पा सकते है।
दिलीप सिंह ठाकुर,शिक्षक, शासकीय एकीकृत शाला, घाना, घुन्सौर, जबलपुर के विचार के अनुसार कला समेकित शिक्षा को सभी विषयों से जोड़ने पर विषय वस्तु को आकर्षक और सम्मोहक बनाता है... दिलीप सिंह ठाकुर, जबलपुर
यह कोर्स हमारे और हमारे बच्चों के भविष्य के लिए बहुत लाभकारी है।
मेरा यह मानना है कि आर्ट समेकित अधिगम या कला समेकित अधिगम परंपरागत अधिगम से ज्यादा श्रेयस्कर है कला समेकित शिक्षा द्वारा हम छात्रों को किसी भी विषय के पाठ को लेकर कला के माध्यम से एक स्थाई ज्ञान करा सकते है।जैसे वाटर हार्वेस्टिंग के बारे में पानी कैसे गिरता है ,किसी छत से नीचे कैसे आता है फिर वह किस प्रकार किसी बनाए हुए गड्ढे में भारत हुआ आवाज करता है। उस से क्या लाभ है। इस को कर हम किस समश्या का समाधान पा सकते है। कला समेकित शिक्षा द्वारा हम विद्यार्थियों को किसी भी विषय के पाठ को लेकर कला के माध्यम से उन्हें एक स्थाई ज्ञान प्रदान कर सकते है।अतः कला शिक्षा का मुख्य उद्देश्य अनुभव के द्वारा गतिविधियों को सरलता से पूरा कराया जा सकता है।
कला समेकित शिक्षा के उपयोग से शिक्षक बच्चों को भाषा विज्ञान सामाजिक विज्ञान और गणित विषय को इतनी अच्छी तरह से शिक्षण करा सकते हैं की बच्चों में उपरोक्त विषयों को अधिक रोचक ढंग से पढ़ने के लिए प्रेरित होगें और सरल तरीके से सीख सकेंगे विषय सामग्री उनके बुद्धि पटल पर अधिक समय तक अंकित रहेगी और उसके अनुभवों का लाभ वे आगे चलकर अपने जीवन में प्राप्त कर सकेंगे।
कला समेकित शिक्षा द्वारा बच्चों में स्थाई ज्ञान को समाहित किया जासकता है। जिसे बच्चा कभी भूलेगा नहीं। यह एक स्थाई ज्ञान है। साथ ही बच्चों में मनो विज्ञान भी बढ़ेगा।
स्वामी के शिक्षा व शिक्षा है जिसमें बालकों के विकास के लिए सभी आयामों को मिलाया जाता है द्वारा सभी विषय गणित अंग्रेजी हिंदी सामाजिक विज्ञान विज्ञान और संस्कृत समय समय होता है जिससे बच्चों की समाज बढ़ती है
Damini Damak shyam Ghata ki chama,ghan ghor at I dhor te.Kokila kalapi kal kujat hai jit-tit,shikar me sheetal samir ki jhakor te. Barsat ka mausam bada suhana mausam hota hai,Iska Aanand abhutpurve hota hai.
विद्यालय नेतृत्व का छात्र अधिगम पर प्रभाव (चार प्रकार), इस अवधारणा को आप अपने विद्यालय के संदर्भ में कैसे क्रियान्वित करेंगे? चिंतन के लिए कुछ समय लें और कमेंट बॉक्स में अपनी टिप्पणी दर्ज करें।
प्रभावशाली नेतृत्वकर्ता बनने के लिए आप में क्या प्रमुख गुण होने चाहिए? उनमें से कुछ निम्नलिखित हैं- पहल करना सकारात्मक दृष्टिकोण रखना स्वप्रेरित होना परिवर्तन लाने के लिए सतत प्रयत्नशील रहना आपके अनुसार प्रभावशाली नेतृत्वकर्ता में अन्य कौन-कौन से गुण होने चाहिए? चिंतन के लिए कुछ समय लें और कमेंट बॉक्स में अपनी टिप्पणी दर्ज करें।
कला शिक्षण का उद्देश्य कलाकार का निर्माण नहीं हर विषय के शिक्षण में साला की साज-सज्जा में और दैनिक वार्षिक गतिविधियों में कलात्मकता का पुट समाहित करना अधिक उपयोगी है
ReplyDeleteमैं रवि बेन शासकीय कन्या हाई स्कूल विजयराघवगढ़ जिला कटनी
Deleteसभी विषयों में कला समेकित शिक्षा का उपयोग कर हम अपने विषयवस्तु को रोचक व सही ढंग से समझा सकते हैं।
Ice is so cold. We saw it First in pictures.after it saw & feel of ice-cream seller.
ReplyDeleteविनोदकुमार द्विवेदी
ReplyDeleteGMS Ambedkar Kripalpur Satna MP
कला समेकित शिक्षा द्वारा हम छात्रों को किसी भी विषय के पाठ को लेकर कला के माध्यम से एक स्थाई ज्ञान करा सकते है।जैसे वाटर हार्वेस्टिंग के बारे में पानी कैसे गिरता है ,किसी छत से नीचे कैसे आता है फिर वह किस प्रकार किसी बनाए हुए गड्ढे में भारत हुआ आवाज करता है। उस से क्या लाभ है। इस को कर हम किस समश्या का समाधान पा सकते है।
कला समेकित शिक्षा किसी भी विषय के शिक्षण के लिए आवश्यक होती है। कला किसी भी विषयवस्तु को रोचक बना सकता है जिससे बच्चों की याद्दास्त स्थायी हो जाती है।
DeleteMe saritatiwari ms kothibazar Hoshagabad se hu kla smekit shiksha ak bhut achchha vichar h pratyek mnushya chahe bda ho ya bachcha use kisi na kisi kla se lgav hota h esliye jb hm kisi bhi vishya ko kla se smekit krke bachcho ko smjhate h to vh unke avchetan me ghre se smahit ho jati h
DeleteI appreciate your thoughts.
DeleteKala shikshan adhigam mein hi shamil hai ye students ke Kaushal me vriddhi karne mein saksham hai.
ReplyDeleteकला समेकित शिक्षा द्वारा हम छात्रों को किसी भी विषय के पाठ को लेकर कला के माध्यम से एक स्थाई ज्ञान करा सकते है।जैसे वाटर हार्वेस्टिंग के बारे में पानी कैसे गिरता है ,किसी छत से नीचे कैसे आता है फिर वह किस प्रकार किसी बनाए हुए गड्ढे में भारत हुआ आवाज करता है। उस से क्या लाभ है। इस को कर हम किस समश्या का समाधान पा सकते है।
ReplyDeleteकला समेकित शिक्षा द्वारा हम छात्रों को किसी भी विषय के पाठ को लेकर कला के माध्यम से एक स्थाई ज्ञान करा सकते है।
ReplyDeleteकला समेकित शिक्षा द्वारा हम छात्रों को किसी भी विषय के पाठ को लेकर कला के माध्यम से एक स्थाई ज्ञान करा सकते है।जैसे वाटर हार्वेस्टिंग के बारे में पानी कैसे गिरता है ,किसी छत से नीचे कैसे आता है फिर वह किस प्रकार किसी बनाए हुए गड्ढे में भारत हुआ आवाज करता है। उस से क्या लाभ है। इस को कर हम किस समश्या का समाधान पा सकते है।
ReplyDeleteवास्तव में कला की विभिन्न विधाओं को अपना कर छात्रों के मस्तिष्क विकास के साथ साथ उनमें शिक्षा के प्रति आकर्षण बढाया जा सकता है
ReplyDeleteI am shailendra singh gaur and I am really wanted to say that tis course is too much good and it is also very good for students
ReplyDeleteमैं ममता सिंह गौर हूँ मैं बताना चाहती हूं कि यह कोर्स हमारे और बच्चों के लिए बहुत ही लाभकारी है
ReplyDeleteकला समेकित शिक्षा द्वारा हम छात्रों को किसी भी विषय के पाठ को लेकर कला के माध्यम से एक स्थाई ज्ञान करा सकते है।जैसे वाटर हार्वेस्टिंग के बारे में पानी कैसे गिरता है ,किसी छत से नीचे कैसे आता है फिर वह किस प्रकार किसी बनाए हुए गड्ढे में भारत हुआ आवाज करता है। उस से क्या लाभ है। इस को कर हम किस समश्या का समाधान पा सकते है।
ReplyDeleteकला समेकित शिक्षा द्वारा बच्चो को आकर्षित करके रुचि उत्तपन कराकर सभी विषय का ज्ञान दिया जा सकता है।
DeleteKala samekit shiksha me anubhav karke seekhate hai,isliye adhik upyogi hai
Deleteकला समेकित शिक्षा द्वारा हम छात्रों को किसी भी विषय के पाठ को लेकर कला के माध्यम से एक स्थाई ज्ञान करा सकते है।जैसे वाटर हार्वेस्टिंग के बारे में पानी कैसे गिरता है ,किसी छत से नीचे कैसे आता है फिर वह किस प्रकार किसी बनाए हुए गड्ढे में भारत हुआ आवाज करता है। उस से क्या लाभ है। इस को कर हम किस समश्या का समाधान पा सकते है।
ReplyDeleteमैं चंदूलाल चौहान शा.मा.शाला अमेडा भरवेली बालाघाट से आज की सभी विषयों को कला से जोड़कर शिक्षा देना कितना लाभप्रद होगा। हम देखते है कि कक्षा में बच्चे विभिन्न कलाओं से परिपूर्ण होते है बस हमे बच्चे की उस कला को खोज निकलना है इस मे बच्चे की रुचि देखती है , यदि उसी में उसे प्रोत्साहन मिलता जाएगा तो बच्चे स्कूल प्रतिदिन आएंगे। उसकी इस कला को जोड़ते हुए अन्य विषयों की ओर उसकी रुचि बढाई जा सकती है। जैसे चित्रकला, विभिन्न खेलो में कड़ाई बुनाई आदि । अच्छे गाने की कला इसमें उन्हें अवसर मिलने चाहिए। इस सब बातों पर शिक्षक को ध्यान देना होगा। यदि हम इस पर ध्यान देते रहे तो निश्चय ही बच्चा प्रतिदिन स्कूल आएगा। जब स्कूल आएगा तो कुछ न कुछ वह सीखता है इस समय उसकी रुचियों को पहचान कर उसकेलिए उसे प्रोत्साहन की आवश्यकता है। कला को विभिन्न विषयों से जोड़कर उसमे रुचि जाग्रत की जा सकती है , स्कूल में अच्छे गायक , अच्छे नृत्य क , अच्छे पेंटर को पहचाना जा सकता है।
ReplyDeleteकला समेकित शिक्षा द्वारा हम बच्चों को स्थाई शिक्षा प्रदान कर सकते हैं किसी झरने से पानी किस प्रकार गिरता है और कैसी आवाज करता है
ReplyDeleteवर्तमान समय में जेंडर से संबंधित बहुत सारी समस्या उत्पन्न हो रही हैं जिसे mpमॉड्यूलनं 4 में अच्छा सा समझाया गया है ,और आज के समय में इसकी जरूरत भी है ।
ReplyDeleteहम सब को मिलकर इस हेतु प्रयास करना बहुत जरूरी है।
जेंडर पर मीडिया के चित्रण का विशलेषण हम विज्ञापन मे किसी उत्पाद को महिलाओ के इस्तेमाल की क्रीम पुरूषों को इस्तेमाल करनें पर गलत दिखाया जाता है पर ऐसा नहीं हो सकता है कोई भी उस उत्पाद का उपयोग किया जा सकता है विज्ञापन में जेंडर भेदभाव नहीं होना चाहिए दिनेश कुमार साहू ( प्राथमिक शिक्षक) शासकीय प्राथमिक विद्यालय लमायचा दतिया म प्र
ReplyDeleteकला समेकित शिक्षा द्वारा हम छात्रों को किसी भी विषय के पाठ को लेकर कला के माध्यम से एक स्थाई ज्ञान करा सकते है।
ReplyDeleteparasram uikey NPS khuddatola Nainpur कला समेकित शिक्षा द्वारा हम छात्रों को किसी भी विषय के पाठ को लेकर कला के माध्यम से एक स्थाई ज्ञान करा सकते है।जैसे वाटर हार्वेस्टिंग के बारे में पानी कैसे गिरता है ,किसी छत से नीचे कैसे आता है फिर वह किस प्रकार किसी बनाए हुए गड्ढे में भारत हुआ आवाज करता है। उस से क्या लाभ है। इस को कर हम किस समश्या का समाधान पा सकते है।
ReplyDeleteसमेकीत कला से विद्यार्थियों में सीखने के नए अवसर किसृजनात्मकता होती है ,समस्त विषयो से जुड़कर कला रुचि का
ReplyDeleteKala samekit shiksha ke madhyam se chhatron mein jo Gyan hoga vah sthai Roop se hoga.
ReplyDeleteकला समेकित शिक्षा, जिसमे हम बच्चों के भीतर के कलाकार को बाहर लाने में उसकी मदद करते हुए खेल खेल में बालक उन विषयों को आसानी से जिन्हे हम परंपरागत पध्दति से पढाते है तब बच्चा उन में रूचि नही लेता है, बच्चा अनजाने में ही सीख जाता है, खेलते खेलते कठिन अवधारणाए भी वह आत्मसात कर सकेगा । यहा यह कहना भी उचित है कि अभी तक यह कहा जाता था कि मैने पढा कला समेकित शिक्षा के उपयोग से वह कहेगा मैने सीखा।
ReplyDeleteहर किसी के पास अलग.अलग मुख्य गुण ध् कोर स्ट्रेंथ होते हैंए चाहे यह मूल्यए विलक्षणताएँए स्वभावए विशेषताए दृष्टिकोणए विश्वास या संसाधन ही क्यों न हों । मुख्य गुणों ध् कोर स्ट्रेंथ में से कुछ माफ़ीए दयालुताए सामूहिक कार्यए शारीरिक व्यायाम क्षमताए संगीत प्रतिभाए विनम्रताए रचनात्मकताए जिज्ञासाए साहसए दयाए हास्य और भी कई अन्य हो सकते हैं। इन्ही सब गुणों की पहचान कर हम बच्चों में उसी प्रतिभा को बढावा देने का कार्य कर सकते है।
ReplyDeleteइन्दल कुमार यादव हाई स्कूल देवरी विकासखण्ड अमरपुर जिला डिण्डौरी
समेकित कला से छात्रों में स्थायी कौशल का सृजन किया जा सकता है ।
ReplyDeleteहम बच्चों को माचिस की तीलीयो से विभिन्न प्रकार की आकृतियों को बनाने का बोलते हैं और किसी प्रेरणादायक कहानी को नाटक के रुप में प्रस्
ReplyDeleteSamekit kala k madhyam se vidhyarthiyo ko seekhne k naye avar prapt hote hai. Kala vidhyarthio me kuch naya seekhne ki ruchi jagrit kar sakti hai.
ReplyDeleteमैं श्रीमती करुणा ठाकरे आदिवासी कन्या आश्रम भंडारकुंड विकासखंड मोहखेड़ जिला छिंदवाड़ा कला के माध्यम से बच्चों को आसानी से किसी भी बात को समझाया जा सकता है और वहां आसानी से समझ में भी जल्दी आ जाता है हमें किसी भी बात को समझाने के लिए कला के माध्यम से बच्चों को समझाएं तो बच्चे जल्दी एवं आसानी से सीख जाते हैं कला का हमारे समाज में अपितु विश्व मैं अपनी अपनी पहचान को दर्शाती है कला से ही समाज में कलाकार और विश्व में पहुंचता है
ReplyDeleteमैं श्रीमती करुणा ठाकरे आदिवासी कन्या आश्रम भंडारकुंड विकासखंड मोहखेड़ जिला छिंदवाड़ा कला के माध्यम से बच्चों को आसानी से किसी भी बात को समझाया जा सकता है और वहां आसानी से समझ में भी जल्दी आ जाता है हमें किसी भी बात को समझाने के लिए कला के माध्यम से बच्चों को समझाएं तो बच्चे जल्दी एवं आसानी से सीख जाते हैं कला का हमारे समाज में अपितु विश्व मैं अपनी अपनी पहचान को दर्शाती है कला से ही समाज में कलाकार और विश्व में पहुंचता है
ReplyDeleteparasram uikey NPS khuddatola Nainpur कला समेकित शिक्षा द्वारा हम छात्रों को किसी भी विषय के पाठ को लेकर कला के माध्यम से एक स्थाई ज्ञान करा सकते है।जैसे वाटर हार्वेस्टिंग के बारे में पानी कैसे गिरता है ,किसी छत से नीचे कैसे आता है फिर वह किस प्रकार किसी बनाए हुए गड्ढे में भारत हुआ आवाज करता है। उस से क्या लाभ है। इस को कर हम किस समश्या का समाधान पा सकते है।
ReplyDelete‘कला समेकित अधिगम’ की परिकल्पना ऐसे शिक्षण-शास्त्र के रूप में की गई है जो विद्यालयी-शिक्षा
ReplyDeleteके सभी स्तरों पर लागू होता है।
जिसका उद्श्देय विद्यार्थी के संज्ञानात्मक, सामाजिक-भावनात्मक और
मनोगत्यात्मक ज्ञानक्षेत्रों (साइकोमोटर डोमेन) को विकास करना है। ‘कला समेकित अधिगम’ ने
विषयों के आपसी जडु़ाव और सीखने-सिखाने की प्रक्रिया को कई स्तरों पर समग्रता प्रदान की है।
कला एकीकरण का अर्थ है। विभिन्न पाठ्यक्रम क्षेत्रों के सीखने-सिखाने के साथ ‘कला का संयोजन’ करना।
ReplyDeleteकला समेकित शिक्षा जिसमें बच्चे खेल खेल में कठिन अबधारणाओ को आत्मसात कर सकेगा बच्चो में सीखने के नए अवसर कीसृजनात्मकता होती है
ReplyDeleteबच्चों को किसी भी विषय के पाठ को कला के माध्यम से स्थाई ज्ञान प्राप्त करा सकते हैं ।
ReplyDeleteछात्रों में शिक्षा के प्रति आकर्षण भी इस विधा से बढ़ाया जा सकता है।
कला के माध्यम से बच्चों को आसानी से किसी भी बात को समझाया जा सकता है और वहां आसानी से समझ में भी जल्दी आ जाता है हमें किसी भी बात को समझाने के लिए कला के माध्यम से बच्चों को समझाएं तो बच्चे जल्दी एवं आसानी से सीख जाते हैं
ReplyDeleteKala samekit hmare hr subject ko mjboot bnata h ...iske madhyam,se,hm apne,bchchon k mansik patal,pr ek,systematic,kwonledge,aur concept ko pahunchaane,me madad krta h kyunki jitna aasan,sikhna hota h utna hi jyada hm usko easily upyog kr paate hain..subject science,me bhi,vibhinn gtividhi ho ya,maths ki kitni,bhi prblms
ReplyDeleteByaaj,hi le,lo
Byaaj ki concept ko hm iska,upyog krke aasani se,smjha,skte hain
%percenatge,wale sawal,bhi asan
Anupaat,samanupaat ko bhi easily smjha,skte hain..
Teachers,jitna asaan apne subject me,kala,samekan,ko,jodenge bchhcon ko adhigm,me,utna,hi,aasan,hoga
कला समेकित शिक्षा बच्चों को स्वयं से या स्वानुभूति से जोड़ती है ।जो बात स्वयं अनुभव की जाती है उससे जल्दी सीखा जा सकता है ।
ReplyDeleteKala samekit shiksha ke madham se chhatro ko sthayi gyan prapt hota hai.isme chhatra swayam ki anubhuti se sikhta hai,swayam karke sikhta hai.bachcho ko path (subject )akarshak lagta hai.unhe ko bhi bat asani se avam jaldi samajh me aa jati hai
ReplyDeleteकला समेकित शिक्षा बच्चों हो स्वयं से या सहानुभूति से जोड़ती है जो बात स्वयं अनुभव की जाती है उससे जल्दी सीखा जा सकता है।
ReplyDeleteकला के माध्यम से बच्चों को विभिन्न प्रकार की गतिविधियां कराई जा सकती हैं साथ ही साथ कला समेकित शिक्षा बच्चों के सीखने में मदद करता है। बच्चों को स्वयं से या स्वयं की अनुभूति से जोड़ती है। बच्चे कठिन से कठिन अवधारणाओं को आसानी से आत्मसात कर सकते हैं। कला के माध्यम से बच्चे किसी बात को आसानी से सीख सकते हैं हर किसी के पास अलग-अलग गुण वह विलक्षणता ए होती हैं। कला शिक्षण का मुख्य उद्देश्य कलाकार के अनुभवों रचनात्मक गतिविधियों आदि को आसानी से कर सकते हैं।
ReplyDeleteकला समेकित शिक्षा द्वारा हम छात्रों को किसी भी विषय के पाठ को लेकर कला के माध्यम से एक स्थाई ज्ञान करा सकते है।जैसे वाटर हार्वेस्टिंग के बारे में पानी कैसे गिरता है ,किसी छत से नीचे कैसे आता है फिर वह किस प्रकार किसी बनाए हुए गड्ढे में भारत हुआ आवाज करता है। उस से क्या लाभ है। इस को कर हम किस समश्या का समाधान पा सकते है।
ReplyDeleteनाथूराम अहिरवार सहायक शिक्षक मा० शा ० लोधाखेड़ी विकासखंड लटेरी जिला विदिशा
ReplyDeleteकला को बिभिन्न विषय से जोड़ कर उसमे रुचि जाग्रत की जा सकती है । कक्षा मे कला नाटक गायन वाद विवाद प्रतियोगता गीत संगीत के आयोजन कर अचछे वक्ता पेंटर गायक कलाकार अभिनय कर्ता की पहचान की जा सकरी है । जो शिक्षा के समाकलन से संभव है । यह दायित्व शिक्षको का होता है कि बच्चों की दबी हुयी प्रतिभा को बाहर कैसे लाया जाए इसमे मेहनत व आर्थिक मानसिक परिश्रम की आवश्यकता है । बच्चों मे बहुत सारी प्रतिभा निहित होती है लेकिन हम उसको निखारने का प्रयास नहीं कर पाते हैं । या इस ओर हमारा ध्यान नहीं जा पाता है ।
फरज़ाना खान
ReplyDeleteकला समेकित शिक्षा द्वारा हम छात्रों को किसी भी विषय के पाठ को लेकर कला के माध्यम से एक स्थाई ज्ञान करा सकते है।जैसे वाटर हार्वेस्टिंग के बारे में पानी कैसे गिरता है ,किसी छत से नीचे कैसे आता है फिर वह किस प्रकार किसी बनाए हुए गड्ढे में भारत हुआ आवाज करता है। उस से क्या लाभ है। इस को कर हम किस समश्या का समाधान पा सकते है।
कला के माध्यम से बच्चों को विभिन्न प्रकार की गतिविधियां कराई जा सकती हैं साथ ही साथ कला समेकित शिक्षा बच्चों के सीखने में मदद करता है। बच्चों को स्वयं से या स्वयं की अनुभूति से जोड़ती है। बच्चे कठिन से कठिन अवधारणाओं को आसानी से आत्मसात कर सकते हैं। कला के माध्यम से बच्चे किसी बात को आसानी से सीख सकते हैं हर किसी के पास अलग-अलग गुण वह विलक्षणता ए होती हैं। कला शिक्षण का मुख्य उद्देश्य कलाकार के अनुभवों रचनात्मक गतिविधियों आदि को आसानी से कर सकते हैं।
ReplyDeleteबच्चों मे बहुत सारी प्रतिभाएं निहित होती हैं लेकिन हम उनको निखारने या उनके माध्यम से बच्चों को सीखने के अवसर प्रदान नहीं कर पाते हैं । या इस ओर हमारा ध्यान नहीं जा पाता है ।
ReplyDeleteकला समेकित शिक्षा के द्वारा यही रिक्तता भरी जा सकती है।
कला समेकित शिक्षा बच्चों के सीखने में मदद करती है। बच्चों को स्वयं से या स्वयं की अनुभूति से जोड़ती है। बच्चे कठिन से कठिन अवधारणाओं को आसानी से आत्मसात कर सकते हैं। कला के माध्यम से बच्चे किसी बात को जहां आसानी से सीख सकते हैं वहीं उनके भीतर के कलाकार को भी बाहर आने का मौका मिलता है।
मैं राजेंद्र प्रसाद मिश्रा सहायक शिक्षक शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय लक्ष्मण पुर जिला रीवा विकासखंड रीवा मध्य प्रदेश कला समेकित शिक्षा के द्वारा छात्रों द्वारा की गई गतिविधियों व खेल खेल में आनंद आई वातावरण में जो कुछ सीखने को मिलेगा वह उनके जीवन में स्थाई के साथ-साथ जीवन उपयोगी भी होगा व्यवहारिक ज्ञान जीवन जीने की कला भी सीखेंगे कठिन और उबाऊ विषय भी सरस और सरल ढंग से सीख सकेंगे
Deleteकला समेकित शिक्षा द्वारा हम बच्चों को कला के आधार से शिक्षा प्रदान कर सकते हैं एवं उनकी अनेक गतिविधियां कराई जा सकती है छात्रों को कला के माध्यम से एक स्थाई ज्ञान दे सकते हैं।
ReplyDeleteलड़का लड़की एक समान हैं
ReplyDeleteकला शिक्षण के माध्यम से छात्रों में सृजनात्मकता का विकाश होता है
ReplyDeleteकला शिक्षण किसी भी विषय को संपूर्ण तरीके से समझने के लिए एक स्तंभ है कला के माध्यम से बच्चों की मस्तिष्क पटल पर विषय से संबंधित चित्र बन जाता है इसीलिए प्राथमिक स्तर में बच्चों की किताबें चित्रात्मक होती है जिससे उनके मस्तिष्क में अपने विषय से संबंधित जानकारी का इमेज बन जाता है जो वह अनजाने में ही सीख जाते हैं
ReplyDeleteकला का उद्देश्य कलाकार बनाना नहीं बच्चों कासर्वागीन विकास तथा गुणवत्ता पूर्ण शिक्षण कौशल बड़ाना है यही कुशल शिक्षक के गुण हैं ऊधम लाल चौपरिया पृधानाध्यापक मा.वि.गिन्दौरा जिलाशिवपुरी म.पृ. डाइस कोड23060306602
ReplyDeleteकला समेकित शिक्षा द्वारा हम छात्रों को किसी भी विषय के किसी भी पाठ को लेकर कला के माध्यम से एक स्थाई ज्ञान करा सकते है।
ReplyDeleteकला समेकित शिक्षा से बच्चों को सिखाई गई थी स्थाई रूप से उनके स्मृति पटल पर अंकित हो सकती है अतः बच्चों को हम किसी भी विषय के पाठ को लेकर हम एक स्थाई ज्ञान प्रदान कर सकते हैं अतः कला समेकित शिक्षा विभिन्न विषयों सार्थक सीखने में लाभान्वित कर सकता है
ReplyDeleteTeacher can present his subject make easy to the class.....Diwakar Rashmi Singh
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DeleteKala samekit shikchha dwara ham students ko kisi v subject k kisi v lesson ko lekar use kala se jodkar anand purbak activity kr us samjh ko sthayatiw pradan kr sakte h jisse students anandpurwak gyan prapt krne k sath sath apne pahle k anubhav v sanjha karege aur prashann rahege
ReplyDeleteKala samekit shikshan students ke sarvangin Vikas ke liye aavashyak hai
ReplyDeleteDivyasaxena
Kala shikcha k madhyam se baccho ka sarvangeed Vikas hota h.
ReplyDeleteteachercanpresenthissubjectmakeeasytotheclass.sumanlatakhare
ReplyDeleteकला के माध्यम से बच्चे किसी बात को आसानी से सीख सकते हैं कला समेकित शिक्षा बच्चों के सीखने में मदद करती है।
ReplyDeleteTeacher can present his subject make easy to the class krishna bundela
ReplyDeleteकला समेकित शिक्षा बच्चों के सीखने में मदद करती है।
ReplyDeleteकला समेकित शिक्षा बच्चों के सीखने में मदद करती है। कला के माध्यम से बच्चे किसी बात को आसानी से सीख सकते हैं
ReplyDeleteकला के माध्यम से बच्चों को विभिन्न प्रकार की गतिविधियां कराई जा सकती हैं साथ ही साथ कला समेकित शिक्षा बच्चों के सीखने में मदद करता है। बच्चों को स्वयं से या स्वयं की अनुभूति से जोड़ती है। बच्चे कठिन से कठिन अवधारणाओं को आसानी से आत्मसात कर सकते हैं। कला के माध्यम से बच्चे किसी बात को आसानी से सीख सकते हैं हर किसी के पास अलग-अलग गुण वह विलक्षणता ए होती हैं। कला शिक्षण का मुख्य उद्देश्य कलाकार के अनुभवों रचनात्मक गतिविधियों आदि को आसानी से कर सकते हैं।
ReplyDeleteकला समेकित शिक्षा से हम बच्चो की शिक्षा में सुधार कर सकते है।
ReplyDelete
ReplyDeleteकला समेकित शिक्षा, जिसमे हम बच्चों के भीतर के कलाकार को बाहर लाने में उसकी मदद करते हुए खेल खेल में बालक उन विषयों को आसानी से जिन्हे हम परंपरागत पध्दति से पढाते है तब बच्चा उन में रूचि नही लेता है, बच्चा अनजाने में ही सीख जाता है, खेलते खेलते कठिन अवधारणाए भी वह आत्मसात कर सकेगा । यहा यह कहना भी उचित है कि अभी तक यह कहा जाता था कि मैने पढा कला समेकित शिक्षा के उपयोग से वह कहेगा मैने सीखा।
Kala samekit shikchha dwara ham students ko kisi v subject k kisi v lesson ko lekar use kala se jodkar anand purbak activity kr us samjh ko sthayatiw pradan kr sakte h jisse students anandpurwak gyan prapt krne k sath sath apne pahle k anubhav v sanjha karege aur prashann rahege
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ReplyDeleteRama Khare MS dhonda majholi Jabalpur Kala samekit shiksha ke dwara vishay ki avdharna ko murti roop dene mein sahayata milati hai kavitaon ko acche gayan vadan ke dwara ekanki natak ko class mein abhinay dwara vigyan vishay ko acche Chitra aur model dwara kuchh avdharna ko mukhota banakar kathputliyan dikhakar essay anek anubhav ko dekar ham unhen vishay vishesh ka gyan de sakte hain. Yah Kala samay ki shiksha ke dwara atyant saral sabit hoga
ReplyDeleteकला समेकित शिक्षा का अनुभव विषयों को सिखाने में सार्थक सिद्ध हो सकता हैं
ReplyDeleteKalasam make it shiksha ke dwara Ham chhatron ko kisi vishay ko Kala ke madhyam se jodkar saral tarike se sikhane se vah sthai Roop se use vishay ko samajh sakte hain
ReplyDeleteप्रतिबिंब।
ReplyDeleteइस अवधारणा के लिए बच्चों को सामान्य दर्पण के द्वारा एक दूसरे का चेहरा देखने के लिए कह सकते हैं जिससे वे एक दूसरे का चेहरा देखेंगे और स्वयं का भी देखेंगे तो वह प्रतिबिंब के बारे में जल्दी समझ जाएंगे यह कल गतिविधि अवधारणा को स्पष्ट करने के लिए सही है ठीक है
कला समेकित शिक्षा के द्वारा हम छात्रों को विषय से आसानी से जोड सकते हैं और उनकी सीखने की गति को बढा सकते हैं
ReplyDeleteब्राजिल के दिन आनंद दायी ,कविता पानी बाबा जल्दी आ किसी भट्टा लाआ
ReplyDeleteKala समेकित शिक्षा द्वारा बच्चो को बहुत आसानी से सभी विषयों से जोड़ा जा सकता है इस माध्यम से बच्चो को सरल तरीके से प्रकृति के माध्यम से विषय को आसानी से समझाया जा सकता है
ReplyDeleteThrough the integrated education of art, the child's interest can be linked to the subject teaching him. If the child is interested in drawing, then he will explain the lesson through various types of pictures so that he can understand it with great interest.
ReplyDeleteकला समेकित शिक्षा द्वारा हम छात्रों को किसी भी विषय के पाठ को लेकर कला के माध्यम से एक स्थाई ज्ञान करा सकते है।
ReplyDeleteकला के माध्यम से बच्चों को विभिन्न प्रकार की गतिविधियां कराई जा सकती हैं साथ ही साथ कला समेकित शिक्षा बच्चों के सीखने में मदद करता है। बच्चों को स्वयं से या स्वयं की अनुभूति से जोड़ती है। बच्चे कठिन से कठिन अवधारणाओं को आसानी से आत्मसात कर सकते हैं। कला के माध्यम से बच्चे किसी बात को आसानी से सीख सकते हैं हर किसी के पास अलग-अलग गुण व विलक्षणताएं होती हैं। कला शिक्षण के माध्यम से जलीय जीव जंतु एलगी, फंगाई, मछली मेंढक एवं अन्य जीव जंतुओं के बारे में भी जानकारी आसानी से प्राप्त कर जिज्ञासाओं को शांत किया जा सकता है।
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ReplyDeleteकला समेकित शिक्षा द्वारा हम छात्रों को किसी भी विषय के पाठ को लेकर कला के माध्यम से एक स्थाई ज्ञान करा सकते है।जैसे वाटर हार्वेस्टिंग के बारे में पानी कैसे गिरता है ,किसी छत से नीचे कैसे आता है फिर वह किस प्रकार किसी बनाए हुए गड्ढे में भारत हुआ आवाज करता है। उस से क्या लाभ है। इस को कर हम किस समश्या का समाधान पा सकते है।
ReplyDeleteGood
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ReplyDeleteकला शिक्षण का उद्देश्य कलाकार का निर्माण नहीं हर विषय के शिक्षण में साला की साज-सज्जा में और दैनिक वार्षिक गतिविधियों में कलात्मकता का पुट समाहित करना अधिक उपयोगी है
ReplyDeleteवास्तव में कला की विभिन्न विधाओं को अपना कर छात्रों के मस्तिष्क विकास के साथ साथ उनमें शिक्षा के प्रति आकर्षण बढाया जा सकता है कला शिक्षण का उद्देश्य कलाकार का निर्माण नहीं हर विषय के शिक्षण में साला की साज-सज्जा में और दैनिक वार्षिक गतिविधियों में कलात्मकता का पुट समाहित करना अधिक उपयोगी है
ReplyDeleteKala ke madhyam se ham chhatron Ko jyada se jyada vishay vastu ko samjha sakte hain
ReplyDeleteकला में समेकित शिक्षा के द्वारा छात्र सक्रिय होते हैं गतिविधियों के द्वारा अनुभव आत्मक सीखने से ज्ञान स्थाई गहरा होता है
ReplyDeleteकला समेकित शिक्षा अनुभवात्मक अधिगमन का एक शेषणिक तरीका है
ReplyDeleteकला समेकित शिक्षा का तात्पर्य अन्य विषयो के साथ एकीकरण से है विभिन्न प्रकार की कलाए सीखने सिखाने की प्रक्रिया का एक अभिन्न अंग बनकर शिक्षण को रोचक एवं मजेदार बना देती है
Suresh Sharma
ReplyDeleteकला समेकित शिक्षा द्वारा हम बच्चों को कला के आधार से शिक्षा प्रदान कर सकते हैं कला को बिभिन्न विषय से जोड़ कर उसमे रुचि जाग्रत की जा सकती है
कला समेकित शिक्षा में प्रत्येक विषय के अंतर्गत रुचिकर गतिविधियों के द्वारा विषयवस्तु के यथार्थ ज्ञान का अनुभव आसपास के वातावरण और परिस्थितियों से जोड़ कर किया जाता है|
ReplyDeleteनमस्कार,
ReplyDeleteकला समेकित शिक्षण से सीखने वाले का मन, हृदय और शरीर उससे जुड़ जाता है। इससे शिक्षण कलाएँ बच्चों को कई तरह के कौशल और क्षमताओं का उपयोग करने में बेहतर बनाती हैं।कक्षा में पढ़ाएँ जाने वाले विषयों में बेहतर ढंग से शिक्षण किया जा सकता है। इसमें एक तरह से आधार का काम करती है। कई बार छात्र-छात्राएं अपने विचारों को व्यक्त नहीं कर पाते, कला शिक्षण से वे अपने मनोविचारों को बेहतर ढंग से व्यक्त कर सकते हैं। कला शिक्षण के माध्यम से विद्यार्थी निर्भीक, निडर, सहज, आनंदमय वातावरण में शिक्षा ग्रहण करता है। कला समर्थित शिक्षण से सीखने सिखाने को सहज और सरल बनाया जा सकता है।
मेरे अपने विचार....
पूनाराम राजपूत
GMS- पायलीखुर्द
छपारा, सिवनी म.प्र.
कला समेकित शिक्षा द्वारा हम छात्रों को किसी भी विषय के पाठ को लेकर कला के माध्यम से एक स्थाई ज्ञान करा सकते है|
ReplyDeleteकला समेकित शिक्षा में प्रत्येक विषय के अंतर्गत रुचिकर गतिविधियों के द्वारा विषयवस्तु के यथार्थ ज्ञान का अनुभव आसपास के वातावरण और परिस्थितियों से जोड़ कर किया जाता है|
कला समेकित शिक्षा द्वारा हम बच्चों को कला के आधार से शिक्षा प्रदान कर सकते हैं कला को बिभिन्न विषय से जोड़ कर उसमे रुचि जाग्रत की जा सकती है
कृपया इस पेज की लिंक डाइरेक्ट साझा करें ।Browser पर लिंक टाइप करने की बजाय यह एक आसान तरीका होगा।
ReplyDeleteवास्तव में कला की विभिन्न विधाओं के द्वारा बच्चों के ज्ञान में वृद्धि की जा सकती है कला के माध्यम से एक स्थाई ज्ञान करा सकते हैं कला माध्यम से सभी विषय जैसे हिंदी विज्ञान सामाजिक विज्ञान गणित आदि की अमूर्त अवधारणाओं को मूर्त करने और उन्हें एक दूसरे से जोड़ने में सहायक सिद्ध होती है
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ReplyDeleteसमाज में सदियों से महिलाओं को पुरुषों की तुलना में कमजोर, अशक्त , अधिक संवेदनशील , भावुक , निर्णय लेने में असमर्थ और हमेशा पुरुषों पर आश्रित माना गया है जो सत्य नही है महिलाएं भी पुरुषों की भाँति सक्षम हैं इस जेंडर असमानता को दूर करते हुए महिलाओं में आत्मविश्वास जाग्रत करने एवं उनमें भरोसा जताने की आवश्यकता है, इसके अलावा ट्रांसजेंडरों को भी मुख्य धारा में लाने की जरूरत है।
ReplyDeleteकला समेकन मुख्य रूप से कर के सीखने की प्रेरणा है। इसमें छात्र या शिक्षकों को अपने अनुभव के आधार पर विषयों को कला से जोड़कर उस ज्ञान को व्यापक व स्थाई करना होता है। जब विषय को कला से जोड़ते है अनुभव के आधार पर अभिव्यक्ति का मौका देते है और स्वतंत्रता के साथ सीखने का आनन्द प्रदान करते है तो बच्चों में अधिगम की समझ स्थाई हो जाती है।
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ReplyDeleteJab bacche use abhinay ke drara thekte hetosajiv chitran lagta hai orpadai rochak hojati hai
ReplyDeleteकला समेकित शिक्षा के माध्यम से हम बच्चों को विषय ज्ञान स्थाई रूप से प्रदान कर सकते हैं । कला समेकित शिक्षा द्वारा वच्चों को सभी विषय से जोड़ा जाता हैं ।वच्चों को स्वत्रंत अभिव्यक्ति का अवसर प्रदान होता हैं ,जिससे प्रत्येक छात्र को अपनी कला को प्रर्दशित करने का अवसर मिलता हैं ।
ReplyDeleteकला समेकित शिक्षा द्वारा हम वच्चों का संपूर्ण विकास कर सकते हैं, वच्चों के अंदर की कला को हम बाहर ला सकते हैं ।कला समेकित शिक्षा द्वारा हम प्रत्येक विषय से वच्चों को जोड़ कर स्थाई ज्ञान दें सकते हैं ।एवं वच्चों को स्वत्रत अभिव्यक्ति का अवसर प्रदान कर सकते हैं ।
ReplyDeleteकला समेकित शिक्षा के द्वारा छात्रों को प्रत्येक विषय को पढ़ाते एवं समझाते समय कला के माध्यम से समुचित शिक्षण दिया जा सकता है ! जैसे वाटर हार्वेस्टिंग पानी कैसे गिरता है ! वास्तव में विभिन्न कलाओं के साथ छात्रों को सिखाने से उनके मन मस्तिष्क को पूर्ण रूप से विकसित किया जा सकता है ! शासकीय माध्यमिक विद्यालय रूपाबेड़ी ! धन्यवाद!
ReplyDeleteकला समेकित शिक्षा द्वारा हम छात्रों को किसी भी विषय के पाठ को लेकर कला के माध्यम से एक स्थाई ज्ञान करा सकते है।
ReplyDeleteकला के प्रति सभी का झुकाव स्वाभाविक रूप से होता है ।अतः जब विद्यार्थी किसी दिलचस्प घटनाक्रम की गहराई में जाने लगता है तब उसे अपने विषय से संबंधित ज्ञान को भी आसानी से जोड़ सकते हैं ।कला द्वारा सीखने में बहुत लाभ है। हां, समय थोड़ा ज्यादा लगता है इसका ध्यान रखना चाहिए।
ReplyDeleteKala samekit shiksha bhachchon k gyan k vikas me bahut sahayak h..kala ko subjects se jod kar gyan me vriddhi kar sakte h.
ReplyDeleteKala samekit shiksha bhachchon k gyan vikas k liye bahut sahayak h..
ReplyDeleteकला समेकित शिक्षा से छात्रों में अभिव्यक्ति की क्षमता बढती है। इससे उनकी समझ को मजबूती मिलती है। सामाजिक रूढ़ियो को समझते हुए समाज सुधार हेतु काम करते हुए अपना विकास करते हैं।
ReplyDeleteकला समेकित शिक्षा के द्वारा सभी विषयों और अवधारणाओं को सहज और सरल रूप में विद्यार्थियों तक प्रेषित किया जा सकता है।
ReplyDeleteअमर सिंह सोलंकी
शासकीय माध्यमिक विद्यालय द्वारका नगर फंदा पुराना शहर भोपाल मध्यप्रदेश
My self dr Kamlakant Dubey MS boys mangawn
ReplyDeleteArts integration is an approach to teaching that integrates the fine and performing arts as primary pathways to learning. Arts integration differs from traditional education by its inclusion of both the arts discipline and a traditional subject as part of learning (e.g. using improvisational drama skills to learn about conflict in writing.) The goal of arts integration is to increase knowledge of a general subject area while concurrently fostering a greater understanding and appreciation of the fine and performing arts.
कला समेकित शिक्षा द्वारा बच्चे सरल व रुचिकर ढंग से सीखेगे।बच्चों को शिक्षित करना आसान होगा।बच्चे विद्यालय से दूर नहीं होगे।
ReplyDeleteHam chhatron ko Kala ke madhyam se sthai gyan kara sakte hain students ke Kaushal mein vriddhi kar sakte hain
ReplyDeleteकला समेकित शिक्षा में विषयों को कला से जोड़कर शिक्षा दी जाती है जब हम विषयों को कला से जोड़ते हैं तब बच्चों की विषयों में , शिक्षण सामग्री में रुचि बढ़ जाती है जिससे बच्चा सार्थक रूप से सीखता है |इसमें बच्चों को स्वयं करने की आदत विकसित होती है जिससे कठिन अवधारणा भी बच्चा सरलता पूर्वक सीख जाता है और अवधारणाओं के प्रति बच्चों की समझ अच्छी तरह विकसित हो जाती है|
ReplyDeleteसमेकित शिक्षा में बच्चे बिना किसी भेदभाव के सीखते हैं उनके अंदर यह भावना समाप्त हो जाती है कि हम किसी चीज में विशेष है कि हमें स्त्री है या करो से या दिव्यांगजन है इसलिए समेकित शिक्षा आवश्यक भी है वह इससे बच्चों में बचपन से ही अच्छे समाज का अंकुरण होता है
ReplyDeleteवास्तव में कला की विभिन्न विधाओं को अपना कर छात्रों के मस्तिष्क विकास के साथ साथ उनमें शिक्षा के प्रति आकर्षण बढाया जा सकता है
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ReplyDeleteकला समेकित शिक्षा द्वारा हम छात्रों को किसी भी विषय के पाठ को लेकर कला के माध्यम से एक स्थाई ज्ञान करा सकते है।जैसे वाटर हार्वेस्टिंग के बारे में पानी कैसे गिरता है ,किसी छत से नीचे कैसे आता है फिर वह किस प्रकार किसी बनाए हुए गड्ढे में भारत हुआ आवाज करता है। उस से क्या लाभ है। इस को कर हम किस समश्या का समाधान पा सकते है।
ReplyDeleteकला समेकित शिक्षा द्वारा हम छात्रों को किसी भी विषय के पाठ को लेकर कला के माध्यम से एक स्थाई ज्ञान करा सकते है
ReplyDeleteColours make it Shiksha Dhara ham chhatron Ko Kisi bhi Vishay ke paath ko Lekar water Mein Pani kaise girta hai bata sakte hain
ReplyDeleteकला समेकित शिक्षा के द्वारा छात्रों के ज्ञान और कौशल में विकास किया जा सकता है
ReplyDeleteMyself Sukhchain Singh Pendro prathmik shikshak GMS RAJARWARA No1मेरा प्रतिबिंब-कला समेकित शिक्षा योजना बच्चों को, विषयों के सार्थक सीखने में सहायक होते ही हैं। उदाहरण स्वरूप बच्चों द्वारा मिट्टी के बर्तन, खिलौने, मूर्ति निर्माण कार्य से मिट्टी का बनना,नमी क्षमता, आकार परिवर्तन, स्वरूप परिवर्तन,महत्त्व, अवस्था, घुलनशीलता आदिLO विज्ञान, सामाजिक विज्ञान, तथा गणित आदि विषयों को सहज,सरल एवं रोचक तरीके से प्रतिबिंबित करता है। जो कला समेकित शिक्षा को बढ़ावा देता है।
ReplyDeleteकला समेकित शिक्षा, जिसमे हम बच्चों के भीतर के कलाकार को बाहर लाने में उसकी मदद करते हुए खेल खेल में बालक उन विषयों को आसानी से जिन्हे हम परंपरागत पध्दति से पढाते है तब बच्चा उन में रूचि नही लेता है, बच्चा अनजाने में ही सीख जाता है, खेलते खेलते कठिन अवधारणाए भी वह आत्मसात कर सकेगा । यहा यह कहना भी उचित है कि अभी तक यह कहा जाता था कि मैने पढा कला समेकित शिक्षा के उपयोग से वह कहेगा मैने सीखा।
ReplyDeleteकला समेकित शिक्षा, जिसमे हम बच्चों के भीतर के कलाकार को बाहर लाने में उसकी मदद करते हुए खेल खेल में बालक उन विषयों को आसानी से जिन्हे हम परंपरागत पध्दति से पढाते है तब बच्चा उन में रूचि नही लेता है, बच्चा अनजाने में ही सीख जाता है, खेलते खेलते कठिन अवधारणाए भी वह आत्मसात कर सकेगा । यहा यह कहना भी उचित है कि अभी तक यह कहा जाता था कि मैने पढा कला समेकित शिक्षा के उपयोग से वह कहेगा मैने सीखा।
ReplyDeleteSadhna pandey
ReplyDeletePs makronia
Vikas khand sagar
कला के माध्यम से बच्चे जल्दी सीख सकते हैं यह उनके लिए अति उपयोगी है
और कला के माध्यम से बच्चों के भीतर के कलाकार को बाहर लाने में मदद मिलती है इससे बच्चे कई विषयों में पारंगत हो सकते हैं
Yes......It's very easy to teach the students on the basis of their art.It helps to develop the knowledge about any subject.
ReplyDeleteGovt.MS Guradiyadeda
Mandsaur
मैं दीप्ति जैन , दतिया ।
ReplyDeleteमैं गणित विषय की शिक्षिका हूँ , पर मेरा जुड़ाव विज्ञान संस्कृत हिन्दी जैसे विषयों से भी रहा है । ये बहुत अच्छा मॉड्यूल है मेरा भी मानना है .कि बच्चों को खेल खेल मे ...कोई गतिविधि कराकर ....कला जैसे विषयों से जोड़कर उनका ज्ञान को स्थायित्व दिया जा सकता है ..
मैं अपने विद्यालय मे छोटी छोटी activities कराकर और दैनिक जीवन से जुड़े हुए ...अपने आसपास से और बच्चों के घर से जुड़े हुए उदाहरण देकर अपने विषय को समझाती हूँ ....
जैसे द्विवीमीय और त्रिविमीय आकृतियों को कक्षा कक्ष मे ही उपलब्ध वस्तुओं को दिखाकर उनसे स्वयं फलक शीर्ष आदि count कराती हूँ ...क्षेत्रफल आदि के सवाल अपने आसपास और कक्षा से ही लेकर समझाती हूँ ...विज्ञान मे सौरमंडल मे ग्रहों की परिक्रमण और परिभ्रमण गति को activity कराकर समझाया .आदि आदि ...ऐसे कई क्रियाकलाप है जिनसे हम बच्चों का ज्ञान स्थायी कर सकते और वो भी पूर्णतः आनंददायी वातावरण मे
जीवन जीना एक कला है गिर जाना कमाल नही है गिर कर उठ जाना कमाल है करके सीखना ही कला हैं।
ReplyDeleteLatika jaiswalG.P.S.Panjra, chhindwara
ReplyDeleteJo vidhyarthi jis kary chetra ya kla m sabhi protsahit kr usichetr m aage badhne ka ka avasar prdan kiya jata h.....
I always think that learning is always possible by heart if you are trying to learn something by mind then definitely it would be only an information not your wisdom so long with heart we need to integrate art with learning because it is a tool which connect your whole body whole mind your whole heart with learning so actual learning take place otherwise just only a part of your body that is your memory mechanization is connected with learning which is partial.
ReplyDeleteकला समेकित शिक्षा से हम बच्चे की भीतर की काबिलियत को बाहर लाते है,खेल-खेल में बालक उन विषयों को आसानी से समझ जाता है और स्थाई ज्ञान अर्जित करता है जिसे हम परम्परागत पद्द्ति से पढ़ाने के बाबजूद उनमे रुचि उतपन्न नही हो पाती है।कला समेकित शिक्षा के उपयोग से वह कहेगा "मेने सीखा"
ReplyDeleteक ला शब्द सुनते ही एक सुन्दर चित्र मन मे आता है जहां सुन्दरता का बोध हो आज के परिपेक्ष में कला समेकित शिक्षा बहुत आवश्यक हो गई है हम कक्षा कक्ष में कला के माध्यम से ज्ञान दे सकते हैं कला हमारे जीवन का अभिन्न अंग है विज्ञान हो या सामाजिक विज्ञान कोईभ विषय हम कला से जोड सकते है ' पृथ्वी की गति सौर मंडल का प्ले करवाया जा समताही भाषा में व्यामरण आदि समझाए जा सकते ह . धन्यवाद निष्ठा
ReplyDeleteबच्चा अपने पूर्व ज्ञान व कला के माध्यम से बहुतसे कौशल विकसित करके स्कूल में प्रवेश करता है अतः कला समावेश के माध्यम से उसके ज्ञान को आगे बढ़ना आसान है
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ReplyDeleteमैं पवनेश साहू (प्राथमिक शिक्षक) शा. उ. मा. विद्यालय बरखेड़ा स्टेशन जिला रायसेन मध्य प्रदेश
ReplyDeleteनिःसंदेह कला समेकित शिक्षा का अनुभव छात्रों को विषय के सार्थक सीखने में लाभान्वित करता है।
मॉड्यूल 6 - गतिविधि 6: प्रतिबिंब
ReplyDeleteOctober 22, 2020
बताएँ कि कैसे कला समेकित शिक्षा का अनुभव छात्रों को आपके विषयों के सार्थक सीखने में लाभान्वित कर सकता है।
कला के माध्यम से बच्चों को विभिन्न प्रकार की गतिविधियां कराई जा सकती हैं साथ ही साथ कला समेकित शिक्षा बच्चों के सीखने में मदद करता है। बच्चों को स्वयं से या स्वयं की अनुभूति से जोड़ती है। बच्चे कठिन से कठिन अवधारणाओं को आसानी से आत्मसात कर सकते हैं। कला के माध्यम से बच्चे किसी बात को आसानी से सीख सकते हैं हर किसी के पास अलग-अलग गुण वह विलक्षणताए होती हैं। कला शिक्षण का मुख्य उद्देश्य कलाकार के अनुभवों रचनात्मक गतिविधियों आदि को आसानी से कर सकते हैं।
इस प्रकार से कला समेकित शिक्षा का अनुभव छात्रों को विभिन्न विषयों के सार्थक सीखने में लाभान्वित कर सकता है।
श्रीमती संध्या पटेल
मा. वि. बलवाड़ी, खरगोन।
धन्यवाद !!! 🙏🙏
कला समेकित शिक्षा द्वारा हम विद्यार्थियों को किसी भी विषय के पाठ को लेकर कला के माध्यम से उन्हें एक स्थाई ज्ञान प्रदान कर सकते है।अतः कला शिक्षा का मुख्य उद्देश्य अनुभव के द्वारा गतिविधियों को सरलता से पूरा कराया जा सकता है।
ReplyDeleteयह कोर्स हमारे और हमारे बच्चों के भविष्य के लिए बहुत लाभकारी है।
ReplyDeleteमैं सुनीत कुमार पांडे शासकीय प्राथमिक शाला चकरा घाट हीरापुर कौड़िया जिला कटनी
ReplyDelete✍️✍️✍️✍️✍️✍️✍️
मेरा यह मानना है कि आर्ट समेकित अधिगम या कला समेकित अधिगम परंपरागत अधिगम से ज्यादा श्रेयस्कर है
कला समेकित शिक्षा द्वारा हम छात्रों को किसी भी विषय के पाठ को लेकर कला के माध्यम से एक स्थाई ज्ञान करा सकते है।जैसे वाटर हार्वेस्टिंग के बारे में पानी कैसे गिरता है ,किसी छत से नीचे कैसे आता है फिर वह किस प्रकार किसी बनाए हुए गड्ढे में भारत हुआ आवाज करता है। उस से क्या लाभ है। इस को कर हम किस समश्या का समाधान पा सकते है।
कला समेकित अधिगम के द्वारा हम कला के विभिन्न पहलुओं को ले करके उसको विज्ञान से जोड़ सकते हैं तथा गणित से भी जोड़ कर के किसी भी पाठ्यवस्तु को बहुत अच्छे तरीके से हम बच्चों को सिखा सकते हैं और यह एक कारगर तरीका होगा सादर धन्यवाद।
Kala samekit Shiksha dwara Ham chhatron Ko Kisi bhi Vishay ke paath ko Lekar Kala ke Madhyam se ek Sthan Gyan kara sakte hain
ReplyDeleteKala samekit Shiksha dwara Ham chhatron Ko Kisi bhi Vishay ki paath ko Lekar Kala ke Madhyam se ek sthai Gyan kara sakte hain
ReplyDeleteKala Samay ke Shiksha dwara Ham chhatron Ko Kisi bhi Vishay ki paath ko Lekar Kala ke Madhyam se ek is gyan kara sakte hain
ReplyDeleteKala samekit adhigam ke dwara Hum kala ki vibhinnan Pahluo ko sbhi vishyo se jod skte he taki bacche or saralta se gyan prapt kr ske.
ReplyDeleteकला समेकित शिक्षा द्वारा हम छात्रों को किसी भी विषय के पाठ को लेकर कला के माध्यम से एक स्थाई ज्ञान करा सकते है।
ReplyDeleteकला के प्रति सभी का झुकाव स्वाभाविक रूप से होता है ।अतः जब विद्यार्थी किसी दिलचस्प घटनाक्रम की गहराई में जाने लगता है तब उसे अपने विषय से संबंधित ज्ञान को भी आसानी से जोड़ सकते हैं।कला समेकित शिक्षा बच्चों के सीखने में मदद करती है। बच्चों को स्वयं से या स्वयं की अनुभूति से जोड़ती है। बच्चे कठिन से कठिन अवधारणाओं को आसानी से आत्मसात कर सकते हैं।
ReplyDeletechandulalchauhan1963@gmail.com
ReplyDeleteमैं चंदूलाल चौहान शा.मा.शाला अमेडा भरवेली बालाघाट से कला समेकित शिक्षा द्वारा अन्य विषय जैसे गणित , विज्ञान , भाषा , सामाजिक अध्ययन , अग्रेजी , और पर्यायवरण जैसे विषयों को कला से जोड़कर पढ़ाने से कक्षा का वातावरण आनंद दायक हो जाता है जिसे बच्चो की विभिन्न कलाओं के साथ उसपर अन्य गतिविधियों करते हुए। बहुत सी अवधरणाओ को रुचि पूर्वक प्रस्तुत किया जा सकता है। बच्चो उनकी पसंद की कहानी सुनकर उसमे आये शब्दों का अर्थ , सरल शब्दों को मोहवरे में बदलकर उसे समझना, कहानी सुनते समय कहा-कहा अल्प विराम ,पूर्ण विराम का , प्रश्न वाचक का प्रयोग किया जा सकता है उसे समझया जा सकता है , कहानी से प्राप्त बिंदु में सामाजिक , नैतिक , स्वस्थ , सहयोग आदि बिंदु पर चर्चा की जा सकती है। कहानी में आये स्वाद की अलग -अलग तरह से अभिनय द्वारा की प्रस्तुति को समझा जा सकता है। बच्चो की कला को समझ जा सकता है। विभिन्न नाटकों द्वारा सामाजिक संदेश दिए जा सकते है।कहीं संदेशो को अच्छे चित्रों द्वारा प्रस्तुत किया जा सकता है।चित्रों द्वारा बच्चो को इस पर चर्चा कर उसकी सर्जनात्मक ता की जानकारी होती है।
chandulalchauhan1963@gmail.com
ReplyDeleteमैं चंदूलाल चौहान शा.मा.शाला अमेडा भरवेली बालाघाट से कला समेकित शिक्षा द्वारा अन्य विषय जैसे गणित , विज्ञान , भाषा , सामाजिक अध्ययन , अग्रेजी , और पर्यायवरण जैसे विषयों को कला से जोड़कर पढ़ाने से कक्षा का वातावरण आनंद दायक हो जाता है जिसे बच्चो की विभिन्न कलाओं के साथ उसपर अन्य गतिविधियों करते हुए। बहुत सी अवधरणाओ को रुचि पूर्वक प्रस्तुत किया जा सकता है। बच्चो उनकी पसंद की कहानी सुनकर उसमे आये शब्दों का अर्थ , सरल शब्दों को मोहवरे में बदलकर उसे समझना, कहानी सुनते समय कहा-कहा अल्प विराम ,पूर्ण विराम का , प्रश्न वाचक का प्रयोग किया जा सकता है उसे समझया जा सकता है , कहानी से प्राप्त बिंदु में सामाजिक , नैतिक , स्वस्थ , सहयोग आदि बिंदु पर चर्चा की जा सकती है। कहानी में आये स्वाद की अलग -अलग तरह से अभिनय द्वारा की प्रस्तुति को समझा जा सकता है। बच्चो की कला को समझ जा सकता है। विभिन्न नाटकों द्वारा सामाजिक संदेश दिए जा सकते है।कहीं संदेशो को अच्छे चित्रों द्वारा प्रस्तुत किया जा सकता है।चित्रों द्वारा बच्चो को इस पर चर्चा कर उसकी सर्जनात्मक ता की जानकारी होती है।
chandulalchauhan1963@gmail.com
ReplyDeleteमैं चंदूलाल चौहान शा.मा.शाला अमेडा भरवेली बालाघाट से कला समेकित शिक्षा द्वारा अन्य विषय जैसे गणित , विज्ञान , भाषा , सामाजिक अध्ययन , अग्रेजी , और पर्यायवरण जैसे विषयों को कला से जोड़कर पढ़ाने से कक्षा का वातावरण आनंद दायक हो जाता है जिसे बच्चो की विभिन्न कलाओं के साथ उसपर अन्य गतिविधियों करते हुए। बहुत सी अवधरणाओ को रुचि पूर्वक प्रस्तुत किया जा सकता है। बच्चो उनकी पसंद की कहानी सुनकर उसमे आये शब्दों का अर्थ , सरल शब्दों को मोहवरे में बदलकर उसे समझना, कहानी सुनते समय कहा-कहा अल्प विराम ,पूर्ण विराम का , प्रश्न वाचक का प्रयोग किया जा सकता है उसे समझया जा सकता है , कहानी से प्राप्त बिंदु में सामाजिक , नैतिक , स्वस्थ , सहयोग आदि बिंदु पर चर्चा की जा सकती है। कहानी में आये स्वाद की अलग -अलग तरह से अभिनय द्वारा की प्रस्तुति को समझा जा सकता है। बच्चो की कला को समझ जा सकता है। विभिन्न नाटकों द्वारा सामाजिक संदेश दिए जा सकते है।कहीं संदेशो को अच्छे चित्रों द्वारा प्रस्तुत किया जा सकता है।चित्रों द्वारा बच्चो को इस पर चर्चा कर उसकी सर्जनात्मक ता की जानकारी होती है।
कला शिक्षण का उद्देश्य कलाकार का निर्माण नहीं हर विषय के शिक्षण में साला की साज-सज्जा में और दैनिक वार्षिक गतिविधियों में कलात्मकता का पुट समाहित करना अधिक उपयोगी है।
ReplyDeleteThrough art consolidated education of the children any part can be easily undrestood and the children can study with intrest
ReplyDeleteकला समेकित शिक्षा के उपयोग से विद्यार्थी बिना किसी बाधा के अवलोकन करने, अन्वेषण करने, सोचने और सीखने में सक्षम बन जाते हैं। सीखने की इस प्रक्रिया के दौरान बच्चे जटिल अनुभवों को समेकित और सरल करते हैं और संज्ञानात्मक और भावनात्मक समेकन से सृजन करते हैं। इस तरीके से, विद्यार्थी कला के उपयोग से सीखने की प्रक्रियाओं को समृद्ध करता है।
ReplyDeleteराकेश पंथी प्राथमिक शिक्षक खैरोदा ब्लॉक गंज बसोदा जिला विदिशा
कला समेकित शिक्षा द्वारा हम छात्रों को किसी भी विषय के पाठ को लेकर कला के माध्यम से एक स्थाई ज्ञान करा सकते है।जैसे वाटर हार्वेस्टिंग के बारे में पानी कैसे गिरता है ,किसी छत से नीचे कैसे आता है फिर वह किस प्रकार किसी बनाए हुए गड्ढे में भारत हुआ आवाज करता है। उस से क्या लाभ है। इस को कर हम किस समश्या का समाधान पा सकते है।
ReplyDeleteKala Samekit shiksha duvera Ham chhatron Ko Kisi Vishay ke paath ko Lekar Kala ke Madhyam se ek Sthan Gyan kara sakte hain
ReplyDeleteKala Samekit shiksha duvera hum chhatron ko kisi vishay ke paath ko lekar ke madhyam se ek sath gyan kara sakte h
ReplyDeleteRanjna raut p .s ghanadhana, chandangaon
ReplyDeleteBachhoo khel khel m gathividhi shikh the h....
.
Msno 01 kasrawad khargon e
ReplyDeletePaper boat butter fly frog
red veer bahutia and subu
is very useful in my teaching learning effectively .
Kala samiti sikhsah dwara ham baccho ko kisi Bhi vishay ke padh ko le kr gyaan de skte h
ReplyDeleteकला समेकित शिक्षा जिसमें बच्चे खेल खेल में कठिन अबधारणाओ को आत्मसात कर सकेगा बच्चो में सीखने के नए अवसर कीसृजनात्मकता होती है
ReplyDeleteRita sharma
ReplyDeleteMS Satnoor
Block prasiya
Dist Chhindwara
कला समेकित शिक्षा किसी भी बात को समझाने के लिए कला के माध्यम से बच्चों को समझाएं तो बच्चे जल्दी एवं आसानी से सीख जाते हैं कला का हमारे जीवन मे महत्वपूर्ण है।
मैं रत्नेश कुमार मिश्रा जनशिक्षक जनशिक्षा केंद्र तेवर जबलपुर ग्रामीण जिला जबलपुर म प्र
ReplyDeleteकला समेकित शिक्षा से किसी भी विषय वस्तु या पाठ का चिरस्थाई ज्ञान दिया जा सकता है। वर्तमान परिवेश में इस तरह के शिक्षण की नितांत आवश्यकता है। यह विद्यार्थियों में रूचि के साथ सीखने की आदत का विकास करता हैं। कला समेकित शिक्षा से विद्यार्थियों को कठिन से कठिन विषय वस्तु को आसानी से उसके परिवेश और आसपास के वातावरण से जोड़कर सिखाया जा सकता हैं। विद्यार्थियों को सीखने में सहजता होती है और वह जल्दी सीखते हैं।
कला समेकित शिक्षा के माध्यम से बच्चों को खेल-खेल में पढ़ाई और आसानी से सीख जाते हैं
ReplyDeleteKala shikshan adhigam mein hi shamil hai ye students ke Kaushal me vriddhi karne mein saksham hai.
ReplyDeleteकला समेकित शिक्षा अधिगम किसी भी विषय से जोड़कर किसी सामान्य गतिविधि लेकर बच्चो को रूचिपूर्ण तरीके से शिक्षा दी जा सकती है छात्रों को कठिन से कठिन विषय को सरल गतिविधियों के माध्यम से परिवेश से जोड़कर कला समेकित शिक्षा दी जा सकती है
ReplyDeleteby the help of kala samakit siksha we can explain the concepts more wisely to our student.
ReplyDeleteसंगीता जोशी प्राथमिक शिक्षक शासकीय प्राथमिक शाला भमाडा, जन शिक्षा केंद्र मारई ,संकुल केंद्र कुंडालीकला
ReplyDelete, विकासखंड परासिया, सभी विषयों में हम कला, समेकित शिक्षा का उपयोग करके उससे स्थाई ज्ञान प्राप्त करा सकतें हैं,आकर्षक व मनोरंजन रुचि जागृत करके सिखाया जा सकता है हर बच्चे में कोई ना कोई प्रतिभा अवश्य होती है उसे पहचानना है व निखारना है।
Lesson me kala ka samawesh karke bachche aasani se koshal vikshit kar sakte hai
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ReplyDeleteHam sabhi subjects me Kala samekit shiksha ke madhyam se apni vishey vastu Ko sahi Tariqe se samjha sakte h
ReplyDeleteकला समेकित शिक्षा, जिसमे हम बच्चों के भीतर के कलाकार को बाहर लाने में उसकी मदद करते हुए खेल खेल में बालक उन विषयों को आसानी से जिन्हे हम परंपरागत पध्दति से पढाते है तब बच्चा उन में रूचि नही लेता है, बच्चा अनजाने में ही सीख जाता है, खेलते खेलते कठिन अवधारणाए भी वह आत्मसात कर सकेगा । यहा यह कहना भी उचित है कि अभी तक यह कहा जाता था कि मैने पढा कला समेकित शिक्षा के उपयोग से वह कहेगा मैने सीखा।
ReplyDeleteमानकुंवर दांगी
ReplyDeleteवास्तव में कला की विभिन्न विधाओं को अपना कर छात्रों के मस्तिष्क विकास के साथ साथ उनमें शिक्षा के प्रति आकर्षण बढाया जा सकता है
Lesson me kala ka samawesh karke bachche aasani se koshal vikshit kar sakte hai
ReplyDeleteकला समेकित शिक्षा बच्चों को खेल -खेल में कठिन कार्यो को भी सरल बना देता है बच्चो के कौशल और क्षमताओ का उपयोग करने में सक्षम बनाता है और उन्हें सीखने में प्रोत्साहित करता है!
ReplyDeleteसभी विषयों में कला समेकित शिक्षा का उपयोग कर हम अपने विषयवस्तु को रोचक व सही ढंग से समझा सकते हैं।
ReplyDeleteबच्चो के मस्तिष्क शरीर और आत्मा में जो कुछ भी सर्वोत्कृष्ट है उसका विकास करने में कला समेकित शिक्षा अत्यंत महत्वपूर्ण है यदि हम गीत के माध्यम से नए शब्दों को सिखाए या अन्य किसी कला के माध्यम से तो बच्चे का ज्ञान स्थाई तो होगा उसकी झिजक मिटेगी वह उत्साहित होगा सोचेगा आज कोन सी गतिविधि karyengi mam कल की गतिविधि तो बहुत अच्छी थी घर पर भी उस कराई गतिविधि को सोचेगा और अनजाने में ही होमवर्क हो जाएगा जैसे नवीन शब्दों को सिखाने के लिए एक गीत आधारित गतिविधि कराती हू उसमें हर बच्चे को एक नाम देती हूं जैसे किसी बच्चे का नाम गुहा, अंबर मेखला आदि इन नामों को गीत में शामिल करती हूं
ReplyDeleteगीत अभिनय गतिविधि
मामाजी के राकेट से हम चांद की सैर को जाएंगे
अंबर किसको ले जाओगे
ये शिक्षक पूछेगा
छात्र गाकर बोलेगा
नभ को लेकर जाऊंगा
नाचते हुए
जल्दी अपना नाम लिखाओ और जोर से ताली बजाओ
छात्र डांस करते हुए बोर्ड तक आएगा और अपना नाम अंबर और अपने दोस्त का नाम नभ लिखेगा
इस प्रकार हर बच्चे से करवाना तथा बाद में बोर्ड पर लिखे शब्दों का संकलन और चर्चा
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ReplyDeleteकला समेकित शिक्षा के द्वारा हम विद्यार्थियों को खेल-खेल में स्थायी शिक्षण उनके मानस पटल पर अंकित कर सकते हैं,इससे विद्यार्थियों कोअधिगम स्थायी और चिरकाल तक स्मृति में रह सकता हैं।
ReplyDeleteकला समेकित शिक्षा के द्वारा विद्यार्थी के ज्ञान में आसानी से वृद्धि की जा सकती है |
ReplyDeleteकला समेकित शिक्षा को विषयों से जोड़ने से विषय रुचि कर हो जाता है। छात्रों को समझने में आसानी होती है।
ReplyDeleteकला समेकित शिक्षा का अनुभव छात्रों को सभी विषयों को सीखने में सहायक होता है। इसमें छात्र को गतिविधियों के माध्यम से अपनी विषय वस्तु को सरल बनाकर अभिव्यक्ति के अवसर प्राप्त होते हैं।छात्र स्वतंत्र सोचकर,कल्पना कर, प्रयोग ,अवलोकन ,निष्कर्ष आदि अभ्यासके द्वारा विषयवस्तु को अच्छी तरह से समझ कर अपनी क्षमताओं को उपयोग करते हुए सक्षम हो सकते हैं ,
ReplyDeleteमैं चंदूलाल चौहान शा.मा.शाला अमेडा भरवेली बालाघाट से कला समेकित शिक्षा से विभिन्न विषयों को जोड़कर विषय को आनंद मय बनाया जा सकता है। गणित , भाषा , विज्ञान , अग्रेजी samajik अध्ययन पर्यावरण आदि। कहानी , कविता , नाटक , वार्तालाप , आदि गतिविधियों द्वारा बच्चो को भाषा , गणित , विज्ञान , सामाजिक अध्ययन आदि से संबंधित लर्निग आउटकम प्राप्त किया जा सकता है। कक्ष में विभिन प्रकार की गतिविधि कर अन्य विषयों से जोड़ा जा सकता है। बच्चो को कहानी सुनकर या उससे कहानी सुनकर उसमे आये नवीन शब्दो का अर्थ बताना कहानी बताते समय कहा - कहा अलप विराम का उपयोग करना पूर्ण विराम , प्रश्नवाचक चिन्ह का उपयोग करना आदि। विभिन्न प्रतियोगिताओं को आयोजित कर संगीत , नृत्य.,पेंटिग आदि द्वारा बच्चो में रुचि जाग्रत करना। पेंटिंग पर चर्चा कर विषय से जोड़ना।
ReplyDeleteवास्तव में कला की विभिन्न विधाओं को अपना कर छात्रों के मस्तिष्क विकास के साथ साथ उनमें शिक्षा के प्रति आकर्षण बढाया जा सकता है
ReplyDeleteकला मनुष्य की स्वाभाविक प्रवृत्ति है जब भी कुछ करने की बारी आती है कुछ नया करना होता है तो हम जरूर करते हैं उसी का परिणाम है कि आज हम इतने विकसित परिस्थितियों में पहुंच चुके हैं बच्चा जब भी कुछ नया करता है तो प्रत्येक विषय के साथ में उसको सीखने में मदद मिलती है कला एक समेकित शिक्षण का एक भाग है।
ReplyDeleteअनुभव से सीखी हुई शिक्षा स्थायी और सच्ची होती है।शिक्षार्थी इससे लाभान्वित होते हैं।
ReplyDeleteNEERAJ KUMAR SINGH PS MAIDHI SADAR CHANDAULI.
ReplyDeletethis module is involves natural art of study material with creative learning in both of the teacher and students.
में सारस्वत शुक्ला प्राथमिक विद्यालय उदयपुरा गढ़ाकोटा सागर कला से सभी विषयों की पढ़ाई की जरूरत है इससे बच्चो में बहुत ही जल्दी सीखने की प्रक्रिया को बढ़ावा मिलता है।हमारे मन पर नाटकों का प्रभाव बहुत जल्दी पड़ता है।
ReplyDeleteमें सारस्वत शुक्ला प्राथमिक विद्यालय उदयपुरा कला से बच्चो के दिमाग में ज्यादा सोचने की शक्ति का विकास होता है।और कला के द्वारा को भी सिखाया जाता हैं वह अमित छाप छोड़ जाता हैं।
ReplyDeleteArt integrated learning is Very special way to get stability in the concepts.
ReplyDeleteसमेकीत कला से विद्यार्थियों में सीखने के नए अवसर किसृजनात्मकता होती है ,समस्त विषयो से जुड़कर कला रुचि
ReplyDeleteKala shikshan ke dwara bacchon ko vigyan ganit paryavaran vishayon mein Devi darshan gyan ko bada sakte hain Kala abhiyan ke dwara acche se samjha sakte hain
ReplyDeleteकला समेकित शिक्षा छात्रों के लिए लाभकारी है इसमें बच्चा गतिविधि के माध्यम से सीखता है जिससे बच्चे को सीखने में रुचि बढ़ती है और उस गतिविधि के माध्यम से वह विषय वस्तु समझ जाता है |
ReplyDeleteकला समेकित शिक्षा द्वारा हम छात्रों को किसी भी विषय के पाठ को लेकर कला के माध्यम से एक स्थाई ज्ञान करा सकते है।जैसे वाटर हार्वेस्टिंग के बारे में पानी कैसे गिरता है ,किसी छत से नीचे कैसे आता है फिर वह किस प्रकार किसी बनाए हुए गड्ढे में भारत हुआ आवाज करता है। उस से क्या लाभ है। इस को कर हम किस समश्या का समाधान पा सकते है।
ReplyDeleteदिलीप सिंह ठाकुर,शिक्षक, शासकीय एकीकृत शाला, घाना, घुन्सौर, जबलपुर के विचार के अनुसार कला समेकित शिक्षा को सभी विषयों से जोड़ने पर विषय वस्तु को आकर्षक और सम्मोहक बनाता है... दिलीप सिंह ठाकुर, जबलपुर
ReplyDeleteयह कोर्स हमारे और हमारे बच्चों के भविष्य के लिए बहुत लाभकारी है।
ReplyDeleteमेरा यह मानना है कि आर्ट समेकित अधिगम या कला समेकित अधिगम परंपरागत अधिगम से ज्यादा श्रेयस्कर है
कला समेकित शिक्षा द्वारा हम छात्रों को किसी भी विषय के पाठ को लेकर कला के माध्यम से एक स्थाई ज्ञान करा सकते है।जैसे वाटर हार्वेस्टिंग के बारे में पानी कैसे गिरता है ,किसी छत से नीचे कैसे आता है फिर वह किस प्रकार किसी बनाए हुए गड्ढे में भारत हुआ आवाज करता है। उस से क्या लाभ है। इस को कर हम किस समश्या का समाधान पा सकते है।
कला समेकित शिक्षा द्वारा हम विद्यार्थियों को किसी भी विषय के पाठ को लेकर कला के माध्यम से उन्हें एक स्थाई ज्ञान प्रदान कर सकते है।अतः कला शिक्षा का मुख्य उद्देश्य अनुभव के द्वारा गतिविधियों को सरलता से पूरा कराया जा सकता है।
Kala samekit shiksha ke duara baccho ko badi hi asani se samjhya ja sakta hai or bacche bhi ruchi ke sath sikhege.
ReplyDeleteकला समेकित शिक्षा के उपयोग से शिक्षक बच्चों को भाषा विज्ञान सामाजिक विज्ञान और गणित विषय को इतनी अच्छी तरह से शिक्षण करा सकते हैं की बच्चों में उपरोक्त विषयों को अधिक रोचक ढंग से पढ़ने के लिए प्रेरित होगें और सरल तरीके से सीख सकेंगे विषय सामग्री उनके बुद्धि पटल पर अधिक समय तक अंकित रहेगी और उसके अनुभवों का लाभ वे आगे चलकर अपने जीवन में प्राप्त कर सकेंगे।
ReplyDeleteकला समेकित शिक्षा द्वारा बच्चों में स्थाई ज्ञान को समाहित किया जासकता है। जिसे बच्चा कभी भूलेगा नहीं। यह एक स्थाई ज्ञान है। साथ ही बच्चों में मनो विज्ञान भी बढ़ेगा।
ReplyDeleteस्वामी के शिक्षा व शिक्षा है जिसमें बालकों के विकास के लिए सभी आयामों को मिलाया जाता है द्वारा सभी विषय गणित अंग्रेजी हिंदी सामाजिक विज्ञान विज्ञान और संस्कृत समय समय होता है जिससे बच्चों की समाज बढ़ती है
ReplyDeleteDamini Damak shyam Ghata ki chama,ghan ghor at I dhor te.Kokila kalapi kal kujat hai jit-tit,shikar me sheetal samir ki jhakor te.
ReplyDeleteBarsat ka mausam bada suhana mausam hota hai,Iska Aanand abhutpurve hota hai.