मॉड्यूल 3 - गतिविधि 3 - मुख्य गुण / कोर स्ट्रेंथ
हर किसी के पास अलग-अलग मुख्य गुण / कोर स्ट्रेंथ होते हैं, चाहे यह मूल्य, विलक्षणताएँ, स्वभाव, विशेषता, दृष्टिकोण, विश्वास या संसाधन ही क्यों न हों । मुख्य गुणों / कोर स्ट्रेंथ में से कुछ माफ़ी, दयालुता, सामूहिक कार्य, शारीरिक व्यायाम क्षमता, संगीत प्रतिभा, विनम्रता, रचनात्मकता, जिज्ञासा, साहस, दया, हास्य और भी कई अन्य हो सकते हैं। आइए हम स्वयं के गुणों का तीन रूपों में पता लगाएँ जैसे “मैं हूँ”, “मेरे पास है”, “मैं कर सकता हूँ” उदाहरण के लिए मैं ईमानदार हूँ , मैं अच्छा खाना बनाता हूँ, मेरे दो घनिष्ठ दोस्त हैं जिनके साथ मैं सब कुछ साझा करता हूँ, मैं अपनी भावनाएँ और संवेदनाएँ स्पष्ट रूप से व्यक्त कर सकता हूँ। अब आपकी बारी है अपने मुख्य गुण को साझा करने की:
चिंतन के लिए कुछ समय लें और कमेंट बॉक्स में अपनी टिप्पणी दर्ज करें ।
यह मॉड्यूल राष्ट्रीय शिक्षा नीति, उसकी रूपरेखा, पाठ्यचर्या व इनके प्रकार और शिक्षा-शास्त्र की एक अच्छी समझ विकसित करने पर केन्द्रित है जिससे विभिन्न असाधारण परिस्थितियों, जिनमें COVID-19 भी सम्मिलित है, में विविधता को स्वीकार किया जा सके और समावेशी कक्षाओं का निर्माण किया जा सके।
ReplyDeleteमें एक शिक्षक हूं।मेरे पास ज्ञान है और मेरा कार्य बच्चो को शिक्षा देना है।
Deleteमै वह शिक्षक हूँ ,जो विद्यालय को साधना केन्द्र मानता हूँ। अपने ज्ञान, सामर्थ्य, ओर मन से क साधक केरुप मे बच्चों को शिक्षा, सुरक्षा एवं स्वस्थ रहने की शिक्षा देता हूँ।ओर एक राष्ट्र के प्रति समर्पित देशभक्त उर्जावान व्यक्तिव्य का निर्माण करने देश का सहयोग करता हूँ।
Deleteईश्वर ने सबको समान बनाया हैं।लेकिन सभी की क्षमताएं अलग अलग होती हैं। यह सब व्यक्ति उस क्षेत्र के प्रति रुचि मेहनत और लगन का परिणाम होता हैं।अपने मस्तिष्क का स्तेमाल जिस क्षेत्र में लगन ओर मेहनत के साथ करेगा वह उस क्षेत्र में उतनी ही निपुणता प्राप्त कर लेगा ।
Delete१.मैं शिक्षिका हूं |
Delete२.ईमानदारी से विद्यार्थियों को शिक्षा प्रदान करना मेरा कर्तव्य है |
३.मैं विद्यार्थियों का सर्वांगीण विकास करने में सक्षम हूं |
Covid19 k doaran humne baccho se phone se sampark rakha aur jinke pass phone nhi tha unke ghr jakr sampark kiya...
Delete1.Me shikshika hu.
Delete2.Mere pass kartvyapath h.
3.Jisse me baccho ka sarvangin vikas kr sakti hu.
1 main shaikshik hoo mera sabse mahtvpurn kartvya hai unka samagra avm sarvangin vikas kar saku or unko rastra ke bhavi or kartvya nistha vyaktitv pradan karne mai shaikshik ki bhumika ka palan karke apne swaym ke jeevan ko santosh prad kar saku 2 bachhon ko kabiliyat di jaye taki o apne jeevan ko atam nirbhar bana sake. 3 sanskari banye jaye jisse apne mata pita ki sewa ke sath desh ki sewa kare 4 desh ki sewa ka sapna banaye or anushasit or surkshit jeevan ko banaye
Delete1 main shaikshik hoo mera sabse mahtvpurn kartvya hai unka samagra avm sarvangin vikas kar saku or unko rastra ke bhavi or kartvya nistha vyaktitv pradan karne mai shaikshik ki bhumika ka palan karke apne swaym ke jeevan ko santosh prad kar saku 2 bachhon ko kabiliyat di jaye taki o apne jeevan ko atam nirbhar bana sake. 3 sanskari banye jaye jisse apne mata pita ki sewa ke sath desh ki sewa kare 4 desh ki sewa ka sapna banaye or anushasit or surkshit jeevan ko banaye
DeleteMai Teacher hu mere pass jo bhi ghan hai mai apni class mai sabhi bachho ko purn rup sai samjhane ka prayash karta hu
Deleteमै एक शिक्षिका हूं मै बालिकाओं को ज्ञान देकर उन्हें जागरूक कर विकास की और अग्रसर कर आत्मनिर्भर बनाने की कोशिश करती हूं
Deleteइस कहानी के आधार पर यह शिक्षा मिलती है कि जिस कार्यक्षेत्र में बच्चे की रुचि ना रखते हो उस कार्य के लिए बच्चो को मजबूर नही करना चाहिएसको उसी क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया जाना चाहिए।
Deleteजिला शाजापुर मप्र
समाज कल्याण मे स्वास्थ्य का बहुत महत्वपूर्ण भूमिका होती है। राष्ट्र निर्माण मे शिक्षा ,सुरक्षा एवं स्वास्थ्य जहां अच्छा होगा ।वो राष्ट्र निरन्तर प्रगति के पथ पर अग्रसर होता है।
Deleteमैं एक शिक्षिका हूँ।मै अपने साथियों के साथ हिलमिलकर काम करना पसंद करती हूं। इससे यह होगा कि सभी को एक दूसरे का सहयोग मिलेगा
Deleteभावनात्मक शिक्षण एक विद्यालय मे बहुत तरह के विद्यार्थियों को अपनी भावनाएं प्रकट करने से उनके मन .,मस्तिष्क मे एक शिक्षक विद्यार्थियों के बिच एक भावात्मक विश्वास बढता है। ओर बच्चों के विकास मे सहायक होते है।
Deleteमैं दुर्गेश कुमार यादव एकीकृत माध्यमिक शाला दिलहरी वि. ख. केसली जिला सागर ।
ReplyDelete1- मैं दयालु हू। इमानदारी से काम करता हूं, सभी के साथ मिलकर काम करना मुझे पसंद है।
2-मेरे साथी शिक्षको के साथ शाला की सभी बात साझा करता हूँ
3-मैं अपनी बात को स्पष्ट रूप से रखने में सक्षम ह।
1मैं ईमानदारी से कार्य करता हूँ,सभी शिक्षक साथियो का सहयोग करता हूँ !
ReplyDelete2.यदि किसी को सहयोग की आवश्यकता है तो जहां तक संभव है मदद करता हूँ !
3.सभी के प्रति संवेदनशील हूँ !
प्रीतेश कुमार श्रीवास्तव
Deletegms surdaha
सतना
मैं शैलेष वर्मा जनशिक्षक अपने काम के प्रति सजग हूँ,मेरे पास संकुल के अनुभवी शिक्षको के साथ काम करने का अच्छा अवसर है,और मैं अपने साथियों के साथ मिलकर विषम परिस्थितियों में सकारात्मक काम कर सकता हूँ।
ReplyDeleteमैं एक इमानदार शिक्षिका हूं और मैं सभी को सहयोग करना करती हूं मैं अपने अनुभवी शिक्षकों के साथ सहयोग पूर्ण कार्य करने में रुचि लेती हूं बच्चों की हर आवश्यकताओं को पूरा करने की कोशिश करती हू
ReplyDeleteमैं चंद्रशेखर चौरसिया जन शिक्षक मैं सरल एवं सहयोगी प्रवृत्ति का व्यक्ति हूं मेरे पास योग्य एवं अनुभवी शिक्षक साथियों का सहयोग है तथा में किसी भी समस्या को आपसी सहयोग से हल कर सकता हूं
ReplyDeleteमैं एक शिक्षक हूं जिसके पास बच्चों के समग्र विकास के लिए ज्ञान है कोविड-19 की विपरीत परिस्थिति में बच्चों को अध्यापन से निरंतर जोड़े रख सकता हूं और आपे क्षित लक्ष्य की ओर उनको जीवन में अग्रसर कर सकता हू।
DeleteI am a teacher and I am devotee to my work.is have hard worker teachers team
Deleteमैं अभिजीत चोलकर शिक्षक हु।
ReplyDeleteमेरे पास धैर्य है।
मैं सामाजिक सहयोग के क्षेत्र में कार्य कर सकता हु।
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ReplyDeleteमाय एक शिक्षक शिक्षा का विकास करना मेरा कर्तव्य
ReplyDeleteमैं एक शिक्षक हूँ मेरे पास ज्ञान है और मैं अपने ज्ञान से किसी की भी मदद कर सकता हूं
ReplyDeleteअपनी क्षमता अनुसार मदद ओर सहायता कर सकतीं हूँ.
ReplyDeleteमै बबीता अलावा,
ReplyDeleteमै एक शिक्षक हूं,
मै पास ज्ञान है,
इस ज्ञान की सहायता से मै छात्रों का ज्ञान बढ़ा सकती हूं
मुझे अपने शिक्षकीय कर्तव्यो का ज्ञान होने से उसे समय,समझ, उपयोगिता आधारित रख
ReplyDeleteकर छात्रों वो नागरिकों में देश के प्रति प्रेम आपसी प्रेम ,विश्वास की भावना के विकास में सहायता करती हुं।
मैं एक शिक्षिका हुँ। मेरे पास कक्षा में कुल 22 बच्चे हैं। मैं उन्हे उनके जीवन में बेहतर की ओर अग्रसर कर सकती हुँ।
Deleteप्रेरणा गवली शा.बाराभाईशाला इंदौर
ReplyDeleteमैं एक अच्छा शिक्षक हूं। मेरे पास सहनशीलता है। मैं बच्चों को पढ़ाता हूं
ReplyDeleteMeharbano shaikh
ReplyDeleteUrdu no. 3 badnavar,Dhar (m.p)
1- mein 1 achhi shikshika hu.
2- mujhme sehenshilta h bachcho ko achhi bate sikhakr unka manobal bdati hu.
3- mere shikshak sathi k sath achha vyavhar krti hu.
4- mein apna school ka karya samay pr karti hu...
मैं समय का पाबन्ध हूँ मेरे पास अच्छी शिक्षा है मैं अपने दोस्तों की कठिन समय मे मदद कर सकता हूँ
ReplyDeleteमैं एक ईमानदार हूँ।मैं अपने कर्तव्यों को अच्छे से जानता हूँ।मै अपने विषय को बेहतर तरीके से बच्चों को समझा सकता हूँ।
ReplyDeleteवर्तमान समय में जो महामारी चल रही है उसे देखते हुऐ बच्चो को बाहरी ओर भीतरी गतिविधि करना और भी जरुरी हो जाता है जिससे की वे पूरी तरह से स्वस्थ रह सके और उनका शारीरिक मानसिक बौद्धिक और सामाजिक विकास हो सके और वे बीमारी से बचे रहे और दुसरो को भी प्रेरित करे
ReplyDeleteकरो ना कॉल में बच्चों की पढ़ाई जारी रखने के लिए उनके पालक ओ से फोन पर चर्चा करना घर के पढ़े-लिखे सदस्यों की सहायता से पाठ्यक्रम एवं डिजीलाब के वीडियोस तथा सामग्री एवं मोहल्ला क्लास के माध्यम से शिक्षण का कार्य किया गया
ReplyDeleteSamaj k logo ke behaviour and help ki bhawna s school and children's ki standard ko kagi achha kar sakte hai.mujhe apne school and children's k prati sahanubhooti hai.
ReplyDeleteMei ek shikshak hu mei apne vyavhar se bachcho me aatmvishwas la sakti hu or unhe aage badne ke liye prarit ker sakti hu
ReplyDeleteमें एकदम पिछड़े छेत्र में पढाता हु जहा पालक अक्सर पलायन कर जाते है फिर भी मैन अपनी ओर से पेन कॉपी मोबाइल की व्यवस्था की ओर पढ़ाई जारी रखी
ReplyDeleteमैं एक मेहनती शिक्षक हूँ और बच्चों के साथ मेहनत करने में बहुत आनंद आता है।
ReplyDeleteईमानदारी से विद्यार्थियों को शिक्षा प्रदान करना मेरा कर्तव्य है |
ReplyDeleteईमानदारी से विद्यार्थियों को शिक्षा प्रदान करना मेरा कर्तव्य है |
.मैं विद्यार्थियों का सर्वांगीण विकास करने में सक्षम हूं |
अपने शिक्षकीय कर्तव्यो का ज्ञान होने से उसे समय,समझ, उपयोगिता आधारित रख
कर छात्रों वो नागरिकों में देश के प्रति प्रेम आपसी प्रेम ,विश्वास की भावना के विकास में सहायता करता हुं।
Me acca shikshak hu or sabhi ke shath kaam karna mujhe pasand he
ReplyDeleteI am a responsible person.
ReplyDeleteब्लागर पर ब्लाग के रूप में शानदार प्रयास।
ReplyDeleteकोरोना काल में बच्चों की पढ़ाई जारी रखने के लिए उनके पालकों से फोन पर चर्चा घर के पढ़े-लिखे सदस्यों की सहायता से पाठ्यक्रम एवं डीजीलैब के वीडियो सामग्री एवं मोहल्ला क्लास के माध्यम से शिक्षण का कार्य किया गया
ReplyDelete1मेअपने विद्यालय के विद्यार्थियों को ईमानदारी से शिक्षा प्रदान करता हूं। (2) विद्यार्थियों का सर्वांगीण विकास चाहता हूं।(3,) अपनी क्षमता अनुसार उनकी सहायता कर सकता हूं।
ReplyDeleteCovid-19 kal Mein digilep video ke Madhyam se bacchon Tak Shiksha samagri bheji tatha Unka feedback liya Jin bacchon ke pass Android phone Nahin the UN bacchon ko ghar ghar jakar V bacchon ko ektrit karke social distancing ka Palan karte hue Mohalla wise tatha covid-19 se bachav ke upay bhi bataen
ReplyDeleteI am a teacher and I have knowledge for students. I teach English to my students.
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ReplyDeletem ek sikhshika hu
ReplyDeletebaccho ka margdarshan or unko siksha ke bare me unko awgat karana mera kartavya hy .
मुझसे जो भी बच्चो के लिए बनेगा वो भरपुर करुंगा
ReplyDelete1.I am a teacher, 2.I have seriousness about my work, 3.I can give useful education to my students for their development.
ReplyDeleteमै एक शिक्षक हू बच्चो को देने के लिये मेरे पास जो ज्ञान हे उसे देने का प्रयासरत रहती हू
ReplyDeleteमैं एक इमानदार शिक्षिका हूं और मैं सभी को सहयोग करना करती हूं मैं अपने अनुभवी शिक्षकों के साथ सहयोग पूर्ण कार्य करने में रुचि लेती हूं बच्चों की हर आवश्यकताओं को पूरा करने की कोशिश करती हू
ReplyDeleteमें ऐक शिक्षक हूं और में केवल ऐक ही बात कहूंगा मेरा मुख्य लक्ष्य केबल बच्चों का सर्वांगीण विकास है धन्यवाद
ReplyDeleteमैं एक मेहनती ईमानदार शिक्षक हू मेरे पास बच्च़ऒ को देने के लिए ज्ञान है मैं शाला मे मेहनत कर सकती हू
ReplyDeleteमैं एक शिक्षक हूं
ReplyDeleteमेरे पास शिक्षा देने का ज्ञान है
मैं बच्चों एवं समाज को शिक्षित कर सकता हूं
मै एक शिक्षक हूं
ReplyDeleteमेरे पास कुछ संकलित और कुछ अनुभव से प्राप्त ज्ञान और जानकारियां है।
मै उन्हें अपने विद्यार्थियों तक पहुंचना चाहती हूं
I am a teacher and I have knowledge for students. I teach English to my students.
ReplyDeleteMake Shikshak hun Mera Vidyalay mere liye ek Sadhna Kendra hai Jahan Mein Apne vidyarthiyon Ko samuchit Shiksha kiedwara labhawantit karna chahti hun Ek Achcha Nagrik AVN Achcha Insan banana chahti hoon
ReplyDeleteMain जिज्ञासु हूं साहसी हूं मेरे पास विनम्रता है और मै रचनात्मक कार्य करती हूं
ReplyDeleteVINOD KUMAR VISHWAKARMA
ReplyDeleteCAC SALIWADA JABALPUR RURAL
JABALPUR MP
कॉविड 19 के दौरान यह एक महत्वपूर्ण , उत्साहवर्धक कार्य है।
मै अपने आप को कभी धोका नहीं देता हूं। मै ईमानदार हूं। उत्साह मेरे पास है। ऊर्जा मेरे पास है।
शिक्षक, बच्चों का बड़ा समूह मेरे पास है।
मै बच्चों को अपने सामान बना सकता हूं।
शिक्षक, बच्चे की हर समस्या हल कर सकता हूं।
मैं दीपक कुमार श्रीवास
ReplyDeleteकोविद 19 की इस विषम परिस्थिति में शासन के निर्देशानुसार दीक्षा एवम मिष्ठा एप्प के माध्यम से बच्चों के स्कूल औऱ कक्षा में एक स्वस्थ वातावरण विकसित करने के लिए हर समय प्रयत्नशील रहूंगा।
मैं हूँ :- -मैं बहुत ख़ुश नसीब हूं जो एक शिक्षक के रूप में मुझे सेवा करने का अवसर मिला है, कहते हैं शिक्षक एक राष्ट्र निर्माता होता है।
ReplyDeleteमेरे पास है :-- मेरे पास जो भी गुण, ट्रिक, गतिविधियां, ज्ञान है, और यदि नही है तो उसे प्रयत्न कर प्राप्त कर, बच्चों का ,समाज का भला करने का प्रयास करूंगा।
मैं कर सकता हूँ:-- शासन, वरिष्ठ जनों , साथियों के सहयोग मार्गदर्शन से विद्यार्थियों का सर्वाणीय विकास करने का भरसक प्रयत्न करूंगा।
१.मैं शिक्षाक हूं |
ReplyDelete२.ईमानदारी से विद्यार्थियों को शिक्षा प्रदान करना मेरा कर्तव्य है |
३.मैं विद्यार्थियों का सर्वांगीण विकास करने में सक्षम हूं |
मैं एक शिक्षक हूँ मेरे पास अपने विद्यार्थियो को देने के लिए अच्छी शिक्षा है जो मैं अपने विद्यार्थियो को दे सकता हूँ व मेरे पास अच्छे विचार है जो मैं अपने विद्यार्थियो ओर अपने साथियों के साथ साझा कर सकता हूँ
ReplyDelete1.मैं शिक्षक हूं |
ReplyDelete2.ईमानदारी से विद्यार्थियों को शिक्षा प्रदान करना मेरा कर्तव्य है |
3.मैं विद्यार्थियों का सर्वांगीण विकास करने में सक्षम हूं मेरे पास जो भी गुण, ट्रिक, गतिविधियां, ज्ञान है, और यदि नही है तो उसे प्रयत्न कर प्राप्त कर, बच्चों का ,समाज का भला करने का प्रयास करूंगा।
एक शिक्षक के नाते मेरा कर्तव्य है कि मैं बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए उनको शिक्षित करो और मैं यह दायित्व निभाने के लिए अपना पूरा प्रयास करती हूं मैं प्रयास करती हूं की कक्षा के अंतिम पंक्ति में बैठे हुए विद्यार्थियों का भी सर्वांगीण विकास हो उसके लिए मैं विद्यार्थियों की व्यक्तिगत भिन्नता के आधार पर उनके पढ़ाने के तरीके एवं शैक्षणिक सामग्री का उपयोग करती हूं एवं जब बच्चे सीख जाते हैं तो मुझे एक आत्मिक खुशी मिलती है वह मेरे लिए सबसे बड़ा इनाम है
ReplyDeleteमै वह शिक्षक हूँ ,जो विद्यालय को साधना केन्द्र मानता हूँ। अपने ज्ञान, सामर्थ्य, ओर मन से क साधक केरुप मे बच्चों को शिक्षा, सुरक्षा एवं स्वस्थ रहने की शिक्षा देता हूँ।ओर एक राष्ट्र के प्रति समर्पित देशभक्त उर्जावान व्यक्तिव्य का निर्माण करने देश का सहयोग करता हूँ।
ReplyDeleteI am the teacher my main motive is to provide my dear children with best quality of education. I give my best to provide them best quality of education even as a teacher I face many kind of problem in time like this covid-19 l. Visiting my children to know their status if they are well physically and mentally apart from education my children should we health because healthy mind is key toward better understanding
ReplyDeleteहर किसी के पास अलग-अलग मुख्य गुण हैं, चाहे वह मूल्य, विशेषता, दृष्टिकोण, विश्वास या संसाधन ही क्यों न हों । बच्चो मे माफ़ी, दयालुता, सामूहिक कार्य, शारीरिक व्यायाम क्षमता, संगीत प्रतिभा, विनम्रता, रचनात्मकता, जिज्ञासा, साहस, दया, हास्य और भी कई खूबी
ReplyDeleteहो सकती हैं। हमे स्वयं के व छात्रो
के तीन गुणो के रूप में पता लगाना है ।
एक शिक्षिका के नाते मेरा कर्तव्य है कि मैं बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए उनको शिक्षित करू और मैं यह दायित्व निभाने के लिए अपना पूरा प्रयास करती हूं मैं प्रयास करती हूं की कक्षा के अंतिम पंक्ति में बैठे हुए विद्यार्थियों का भी सर्वांगीण विकास हो उसके लिए मैं विद्यार्थियों की व्यक्तिगत भिन्नता के आधार पर उनके पढ़ाने के तरीके एवं शैक्षणिक सामग्री का उपयोग करती हूं एवं जब बच्चे सीख जाते हैं तो मुझे एक खुशी मिलती है वह मेरे लिए सबसे बड़ा पुरस्कार है
ReplyDeleteमैं शिक्षिका हूं। मैं अपने ज्ञान व ऊर्जा के द्वारा बच्चों को गतिविधि आधारित शिक्षण देकर, गीत-कहानियां सुनाकर लर्निंग आउटकम की दक्षता विकसित करने का अधिक से अधिक प्रयास कर गहरी समझ को विकसित करती हूं।
ReplyDeleteSarita Dubey shasakiy Prathmik Shala Chhattarpur Patan Jabalpur Mein Ek shikshika hun aur mera Manana hai ki Sabhi vyakti ke andar alag alag hote hain ko Sabhi vyakti e apni chamta ke anusar apne Karya ko alag tarike se karte hain mein bacchon ka sarvaniya Vikas karna chahti hun isliye gatividhi aadharit Shikshan ka pradan Karti hun bacchon ka learning outcomes Achcha Milaya isliye nirantar Prayas rahti hun bacchon ke andar imandari Kartavya Nishtha dayaluta Sahyog rachnatmak Aadi ko Vikas karne Bharat Tak Prayas Karti Hoon Mere bacche Imandar hain aur Puri Lagane Se Apna Karya Karte Hain
ReplyDeleteSarita Dubey shasakiy Prathmik Shala Chhattarpur Patan Jabalpur Mein Ek shikshika hun aur mera Manana hai ki Sabhi vyakti ke andar alag alag hote hain ko Sabhi vyakti e apni chamta ke anusar apne Karya ko alag tarike se karte hain mein bacchon ka sarvaniya Vikas karna chahti hun isliye gatividhi aadharit Shikshan ka pradan Karti hun bacchon ka learning outcomes Achcha Milaya isliye nirantar Prayas rahti hun bacchon ke andar imandari Kartavya Nishtha dayaluta Sahyog rachnatmak Aadi ko Vikas karne Bharat Tak Prayas Karti Hoon Mere bacche Imandar hain aur Puri Lagane Se Apna Karya Karte Hain
ReplyDeleteमैं एक शिक्षक हूँ मेरे पास अपने विद्यार्थियो को देने के लिए अच्छी शिक्षा है जो मैं अपने विद्यार्थियो को दे सकता हूँ व मेरे पास अच्छे विचार है जो मैं अपने विद्यार्थियो ओर अपने साथियों के साथ साझा कर सकता हूँ
ReplyDeleteमैं एक शिक्षक हूँ मेरे पास अपने विद्यार्थियो को देने के लिए अच्छी शिक्षा है जो मैं अपने विद्यार्थियो को दे सकता हूँ व मेरे पास अच्छे विचार है जो मैं अपने विद्यार्थियो ओर अपने साथियों के साथ साझा कर सकता हूँ
ReplyDeleteकरो ना कॉल में बच्चों की पढ़ाई जारी रखने के लिए उनके पालक ओ से फोन पर चर्चा करना घर के पढ़े-लिखे सदस्यों की सहायता से पाठ्यक्रम एवं डिजीलाब के वीडियोस तथा सामग्री एवं मोहल्ला क्लास के माध्यम से शिक्षण का कार्य किया गया
ReplyDeleteमैं एक शिक्षक हूं मैं बच्चों को नया सिखाने के लिए तत्पर रहती हूं मेरी दो दोस्त हैं वह भी शिक्षिका है पढ़ाई संबंधित कार्य में आने वाली समस्याओं में हम एक दूसरे से चर्चा करके उसका समाधान निकालने की कोशिश करते हैं
ReplyDeleteSarita Dubey
ReplyDeleteshasakiy Prathmik Shala Chhattarpur
Patan Jabalpur
, Main Apne acche vicharon ko bacchon Tak pahuncha deti hun aur bacchon ko bhi imaandari ke sath Aage Badhkar kar karne ke liye netrutva karne ke liye aur Sahyog karne ke liye prasarit Karti hun mera Manana hai koi bhi kam Puri Lagan aur mehnat se kiya jaaye to Asambhav chij ko bhi Sambhav kar sakte hain Har vyakti ke pass Ek Si chamta Hoti Hai Bus uska upyog karne ke liye use Sahi Disha Dena bahut avashyak hai
मैं एक शिक्षक हूं मैं पूरी कर्तव्य निष्ठा ईमानदारी व समय वदधता से बच्चों को शिक्षा प्रदान करने हेतु सदैव तत्पर रहता हूं
ReplyDeleteमैं दीपक सिंह राजपूत शिक्षक अपने काम के प्रति सजग हूं l। मेरे पास शिक्षित समाज बनाने का दायित्व है। मै अपनी भावनाएं स्पष्ट रूप से व्यक्त कर सकता हूं।
ReplyDelete१.मैं शिक्षिका हूं |
ReplyDelete२.ईमानदारी से विद्यार्थियों को शिक्षा प्रदान करना मेरा कर्तव्य है |
३.मैं विद्यार्थियों का सर्वांगीण विकास करने में सक्षम हूं |
Mai ek shichika hun aur meri saryodya yahi koshish hoti hai ki mai bacchon ko unke paath aache se samjha paane mai khud ko poorna tareeke se nipun banayun aur meri koshisiyen hamesha he rang laati hain.
ReplyDelete1.मैं एक शिक्षक हूं और शिक्षक के सभी कर्तव्य को निर्वाह करता हूं मैं एक ईमानदार व्यक्ति हूं मैं सहयोग की भावना रखता हूं मैं अपने दायित्वों का पालन करता हूं।
ReplyDelete2. मेरे पास छात्रों को समझने की क्षमता है ।
3. मैं छात्रों में अपने शिक्षण द्वारा क्षमताओं योग्यताओं का निर्माण कर सकता हूं। मैं छात्रों में शिक्षण द्वारा अच्छे नागरिक के सभी गुणों का विकास कर सकता हूं।
Mai ek imandar mehnatsheel kartavyanisth. Dradhsankalp selfconfidence. Shikshak hu. School ke hi nahi bahri student in ko bhi apna bachchan samaghkar teachers ke sabhi guno ka palan karte huye swam ke karyo ke prati bachchon ko aatmnirnhar banne ki siksha deta hu swaym ki mehnat hi safalta ka adhar hai ki shiksha deta hu sath hi kshatron me naitik guno samajik sanckritik shiksha aur paropkari and mradubhashi banne
ReplyDeleteMain siksika hun imandari se sabhi vidyarthiyon ko Shiksha pradan karna Mera Param kartavya hai mein vidyarthiyon ka chaumukhi Vikas karne mein saksham Ho
ReplyDeletemai ek shikshak hu.
ReplyDeletemai apne kartavyon ko nishtha purvak nirwah karta hu .
aur mai sahyog ki bhavna rakhta hu .
Santosh Kumar Athya,Damoh
ReplyDeleteमैं एक जीवात्मा के रूप में हड्डी,माँस,बाल,जल हवा और पानी आदि के मेल-जोल से जन्मित मनुष्य हूँऔर पिछले छब्बीस बर्षो से " भारत " राष्ट्र के निर्माण हेतु एक शिक्षक के रूपमें अपने अर्जित ज्ञान के आधार पर बहुआयामी,जीवनोपयोगी,
सामाजिक संस्कार और शैक्षणिक कौशलों का विकास करता हूँ।
मेरे पास है चाह-चाहती चिड़ियों से प्यारे-प्यारे नन्हे-मुन्ने बच्चों को सुनने,बोलने और लिखने का हुनर सिखाने का गुण और इसके लिए ढेर सारे नवाचार। मैं सक्षम हूं अंधकार की धुंध को हटाने में और सुनहरा सवेरा लाने में।
मैं कर सकता हूं अधिकांस क्षेत्रों में अच्छा प्रबंधन। चित्रकला मूर्तिकला सुलेख गिटार वादन तबला वादन, तैराकी कबड्डी खो-खो और राष्ट्रीय कैडेट कोर के छात्रों में गुण सिखाने के साथ-साथ इन क्षेत्रों में फैसिलिटेटर के रूप में नवाचार करने की कला।
मैं एक शिक्षिका हूं मैं बच्चों को अधिक से अधिक ज्ञान अर्जित करवाना चाहती हैं ताकि वह हर विषय में दक्ष हो सके
ReplyDeleteमैं विध्या लय को मन्दिर समझता हूँ और विध्यार्थी को भगवान । विध्यार्थी को पढाना न केवल मे रा कर्म है बल्कि उपासना समझकर मैं उन्हें पूर्ण मनोयोग से अध्यापन करवाता हूँ। ऐसा करने से मुझे सन्तुष्टी मिलती है।
ReplyDeleteमैं एमजी तिवारी शिक्षक कन्या माध्यमिक शाला राहतगढ़ जिला सागर मैंने अपने 35 वर्ष के अनुभव में देखा है की प्राथमिक स्तर से लेकर हायर सेकेंडरी स्तर तक के छात्र बहुत संवेदनशील होते हैं शिक्षकों के व्यवहार कि उन्हें परख होती है कक्षाओं के उन्नयन के साथ-साथ उनकी यह समाज विकसित होती जाती है शिक्षकों की इसने शिक्षकों के इस स्नेह है उनके व्यक्तिगत गुणों उनकी गतिविधियों का छात्रों द्वारा अनुसरण किया जाता है छात्रों की बात ध्यान से सुनना उनकी उनकी गतिविधियों का सुखदा से अवलोकन करना छात्र शिक्षक के बीच एक सेतु का कार्य करता है छात्र शिक्षक के प्रति संवेदनशील होता जाता है अपनी विद्यालय से लेकर घर तक की बातों को शेयर करता है इसीलिए शिक्षक को एक आदर्श शिक्षक के रूप में छात्रों के समक्ष वास्तव में आना चाहिए कथनी करणी में अंतर नहीं होना चाहिए यह गुण छात्रों के और भविष्य के लिए न्यू का पत्थर साबित होंगी
ReplyDeleteमैं विध्या लय को मन्दिर समझता हूँ और विध्यार्थी को भगवान । विध्यार्थी को पढाना न केवल मे रा कर्म है बल्कि उपासना समझकर मैं उन्हें पूर्ण मनोयोग से अध्यापन करवाता हूँ। ऐसा करने से मुझे सन्तुष्टी मिलती है।
ReplyDeleteशंकर लाल तिवारी
सहायक शिक्षक
शा.मा. वि. बावडा तहसील मनासा जिला नीमच
बर्फ के बारे में सोचते ही ठंडा सा मेहसूस होता है
ReplyDeleteMai eak imandar Teacher hu
ReplyDeleteMere pas bacchon ko dene ke liye gyan ka bhandar hai
Mai bacchon se actives karva sakti hu
मेरे पास कुछ ज्ञान है बुद्धिसमर्थ्य है थोड़ा सा अनुभव है। में अपनी सीमित क्षमता से इस अतिपिछड़े क्षेत्र में शिक्षा संस्कार और ज्ञान के द्वारा बच्चो का सर्वांगीण करना चाहता हूं
ReplyDeleteशिक्षक अपनी प्रतिभा ,और कर्तव्यनिष्ठा से बच्चो की क्षमताओं को पहचान कर उन्हें उचित दिशा में ले जाकर शिखर पर पहुचा सकता है।
ReplyDeleteमैं एक शिक्षिका हूं ।
ReplyDeleteमैं अपने कार्य के प्रति ईमानदार और सजग हूं, और मैं अपने छात्र छात्राओं को किताबी ज्ञान के साथ-साथ व्यवहारिक ज्ञान प्रदान करने की कोशिश करती हूं ।
१.मैं शिक्षिका हूं |
ReplyDelete२.ईमानदारी से विद्यार्थियों को शिक्षा प्रदान करना मेरा कर्तव्य है |
३.मैं विद्यार्थियों का सर्वांगीण विकास करने में सक्षम हूं
मैं एक शिक्षिका हूँ।
ReplyDeleteमें अपने बच्चो को सही दिशा में अग्रसर करने का पुरा करती हूँ।
में बच्चो को विभिन्न तरीको से नई चीज़े सिखाने की पूरी कोशिश करती हूँ।
मैं इस पर भी ध्यान देती हूँ कि बच्चे कैसा प्रदर्शन कर रहे हैं।
बच्चो में विभिन्न खूबियां होती हैं।
उनको आगे बढ़ाने मे मेरी अच्छी कोशिश रहती है।
धन्यवाद
शिक्षक अपनी प्रतिभा ,और कर्तव्यनिष्ठा से बच्चो की क्षमताओं को पहचान कर उन्हें उचित दिशा में ले जाकर शिखर पर पहुचा सकता है।
ReplyDeleteमै एक शिक्षक हू मेरा काम बच्चो को ज्ञान देना और उनका सर्वांगीण विकास करना कैसी भी परिस्थितिं हो मै बच्चो को हर समय शिक्षा देती रहूँ गी
ReplyDeleteमै अल्पना शर्मा पुत्री स्व श्री बाबू राम शर्मा जी हूं
ReplyDeleteमेरे पास राष्ट्र निर्माणी सहायक शिक्षक पद है और,संकुल शिक्षा नगर ग्वालियर के अन्तर्गत जीपीएस नई आबादी आरा मिल ग्वालियर में स्वीकृत है मेरे पास संस्था का प्रभार है साथ में ही कक्षा5 के विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास की जिम्मदारियां हैं
मै अपने स्टाफ और अभिभावकों के सहयोग से अपनेशाला के सभी विद्यार्थियों को अधिकाधिक गुणों का विकास कर सकती हूं
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ReplyDeleteमें एक शिक्षक हूं।मेरे पास ज्ञान है और मेरा कार्य बच्चो को शिक्षा देना है
ReplyDeleteमै वह शिक्षक हूँ ,जो विद्यालय को साधना केन्द्र मानती हूँ। अपने ज्ञान, सामर्थ्य, ओर मन से क साधक केरुप मे बच्चों को शिक्षा, सुरक्षा एवं स्वस्थ रहने की शिक्षा देती हूँ।ओर एक राष्ट्र के प्रति समर्पित देशभक्त उर्जावान व्यक्तिव्य का निर्माण करने देश का सहयोग करती हूँ।
ReplyDeleteमैं इकलेश तिवारी एक शिक्षिका हूं और मेरे पास जो कुछ भी ज्ञान है मैं इस महामारी के दौरान भी सारे बच्चों तक पूरा ज्ञान देने की भरपूर कोशिश कर सकती हूं
ReplyDeleteमै एक शिक्षक हू। मै अपने ज्ञान से तथा प्रधान अध्यापक के मार्गदर्शन मे एंव साथी शिक्षको के सहयोग से मे अपनी शाला के बच्चो में अधिक से अधिक गुणो का विकास कर सकता हू।
ReplyDeleteमै अल्पना शर्मा पुत्री स्व श्री बाबू राम शर्मा जी हूं
ReplyDeleteमेरे पास राष्ट्र निर्माणी सहायक शिक्षक पद है और,संकुल शिक्षा नगर ग्वालियर के अन्तर्गत जीपीएस नई आबादी आरा मिल ग्वालियर में स्वीकृत है मेरे पास संस्था का प्रभार है साथ में ही कक्षा5 के विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास की जिम्मदारियां हैं
मै अपने स्टाफ और अभिभावकों के सहयोग से अपनेशाला के सभी विद्यार्थियों को अधिकाधिक गुणों का विकास कर सकती हूं
मुझे बर्फ को देखकर कश्मीर की याद आती है बचपन में बर्फ के लड्डू याद आते है।
ReplyDeleteमैं एक शिक्षक हूं। मेरे पास ज्ञान है और मैं उस ज्ञान को दूसरों तक पहुंचाने के लिए उत्सुक हूं।
ReplyDeletemai apni bat ko nishpksh hokr sbke samne rkhti hu.apne work ke prati honest hu.
ReplyDeleteHame Apne school ke chhatron ko purn nishtha aur imandari ke sath padhana chahie aur unka margdarshan acche se Karna chahie
ReplyDelete१.मैं शिक्षिका हूं |
ReplyDelete२.ईमानदारी से विद्यार्थियों को शिक्षा प्रदान करना मेरा कर्तव्य है |
३.मैं विद्यार्थियों का सर्वांगीण विकास करने में सक्षम हूं |
मैं श्रीमती लक्ष्मी उपाध्याय उच्च श्रेणी शिक्षका शा.मा.वि.रहीम पुरा खरगोन म.प्र.,भावात्मक कल्याण औऱ मानसिक स्वास्थ्य के समंबध मे विधालय मे मैं उसी प्रकार सभी बच्चो का ध्यान रखती हूँ ,जैसे अपने बच्चो का रखती हूँ।माँ जिस प्रकार से भावुक होकर खुशी ,उत्सव, उत्साह सफलता ,आदि मे सहानुभूति रखते हुये उनकी भावनाओ को समझती है ताकि प्रत्येक बच्चा बिना भय औऱ डर के अपनी बात प्रकट कर सके ।
ReplyDeleteएक शिक्षक होने के नाते ये मेरी नैतिक जिम्मेदारी है कि मै अपने बच्चों के लिए अच्छा ही काम करु, उनके sarvaangin विकास के लिए
ReplyDeleteमुझे बच्चो को पढ़ना अच्छा लगता है और मेरा मानना है कि हर बच्चे का सर्वांगीण विकास आवश्यक है और में इसमें अपना पूरा सहयोग दूँगी।
ReplyDeleteI am a teacher I want my students to be honest and laborious
ReplyDeleteकोध्यान मे रखकर बर्फ के समान या मौसम के अनुसार अपने व्यवहार
ReplyDeleteप्राथमिक शाला चोरडोंगरी से विनोद कुमार चौरे वर्तमान समय मे बच्चो मे व्यक्तिगत सामाजिक गुणो का विकास हो । शिक्षक को चाहिए की जीस प्रकार बर्फ मौसम के अनुसार अपना रुप बदल लेता है। उसी प्रकार शिक्षक भी बच्चो की व्यक्तिगत सामाजिक परिवारिक आर्थिक समस्याओ कोध्यान मे रखकर बर्फ के समान या मौसम के अनुसार अपने व्यवहार में परिवर्तन कर पालको से सम्पर्क कर सामाजिक परिवेस से जुड़ कर सामाजिक आर्थिक परिवारिक समस्या को ध्यान मे रखकर मित्र वत्तव्यवहार कर बच्चो व्यक्तिगत सामाजिक गुणो विकास हो एसा व्यवहार करे।
ReplyDeleteMe ek jimmedar,shikshak hu,mera uddesh baccho ka sarvagin vikash karna h,aur baccho ko sabhi kariya sikhane ki kosis karti hu.
ReplyDeleteमैं एक शिक्षक हूं और मैं अपने विद्यालय को प्रतिभा निखार केंद्र मानता हूं और बच्चों को उनके गुणों के आधार पर उन्हें आगे बढ़ाने की कोशिश करता हूं
ReplyDeleteमें एक शिक्षक हूं।मेरे पास ज्ञान है और मेरा कार्य बच्चो को शिक्षा देना है।
ReplyDeleteMai apne karya ke prati laganshil hu.mere paas acche sahyogi hai .mai kisi bhi karya tay samay par pura kar sakta hu
ReplyDeleteमैं एक शिक्षक हूँ और मेरा उद्देश्य बच्चों को उनकी योग्यता के अनुसार उन्हें व्यवहारिक ज्ञान जो उनके जीवन में उपयोगी हो वह प्रदान करना चाहिए। मैं जिज्ञासु हूँ। किसी भी स्थिति को जो मेरे ज्ञान को बढ़ाये मैं जानने के लिए उत्सुक रहती हुँ। और इसी तरह अपने छात्रों को भी बनाना चाहतीहूँ।
ReplyDeleteमै एक शिक्षक हूं मेरा कर्तव्य है कि बच्चो में सर्वांगीण विकास हो, और सीमित संसाधन के साथ उनके गुणों का विकास और समझबढ़ाने की कोशिश करता रहता हूं।
ReplyDeleteकक्षा में विविध प्रकार के बच्चे होते हैं कोई शारीरिक कोई मानसिक रूप से अलग होते हैं तो किसी के माता-पिता झगड़ा करते हैं जिससे बच्चे परेशान रहते हैं बच्चों का अलग-अलग रुचि होते हैं कोई गाना गा सकता है तो कोई नहीं जा पाता है कोई थर्ड जेंडर का होता है सभी बच्चों को साथ लेकर चलना है सभी को शिक्षा प्रदान करना हैकक्षा में विविध प्रकार के बच्चे होते हैं कोई शारीरिक कोई मानसिक रूप से अलग होते हैं तो किसी के माता-पिता झगड़ा करते हैं जिससे बच्चे परेशान रहते हैं बच्चों का अलग-अलग रुचि होते हैं कोई गाना गा सकता है तो कोई नहीं जा पाता है कोई थर्ड जेंडर का होता है सभी बच्चों को साथ लेकर चलना है सभी को शिक्षा प्रदान करना है
ReplyDeleteकक्षा में विविध प्रकार के बच्चे होते हैं कोई शारीरिक कोई मानसिक रूप से अलग होते हैं तो किसी के माता-पिता झगड़ा करते हैं जिससे बच्चे परेशान रहते हैं बच्चों का अलग-अलग रुचि होते हैं कोई गाना गा सकता है तो कोई नहीं जा पाता है कोई थर्ड जेंडर का होता है सभी बच्चों को साथ लेकर चलना है सभी को शिक्षा प्रदान करना है
Deleteमैं एक शिक्षिका हुँ मेरे पास एक महत्वपूर्ण कार्य है । जिससे मैं अपने विद्यालय के बच्चों का सर्वांगीण विकास करने में मदद करती हुँँ।जोकि मेरा कर्तव्य है।
ReplyDeleteMai ek shikshika hu mera uddeshy hai bacchon ko padana
ReplyDeleteमैं एक शिक्षक हूं मेरा कार्य बच्चों को पढ़ाना है मैं बच्चों को शिक्षा देने में किसी प्रकार की कसर नहीं छोड़ता हूं और उनकी मदद के लिए हर संभव तैयार रहता हूं और कोशिश करता हूं
ReplyDeleteमैं एक शिक्षिका हूं मेरे पास पढ़ाने के कौशल है मैं बच्चों को पढ़ा सकती हूं
ReplyDeleteअज्ञान रूपी अंघकार कोदूर कर ज्ञान रूपी प्रकाश भरना ही शिक्षक द्वारा दिया शिक्षा दान हैं
ReplyDeleteबच्चों को अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाने में सक्षम बनाना है
ReplyDeleteशिक्षक अपनी प्रतिभा ,और कर्तव्यनिष्ठा से बच्चो की क्षमताओं को पहचान कर उन्हें उचित दिशा में ले जाकर शिखर पर पहुचा सकता है।
ReplyDeleteClass मे हम देखते है समान उम्र के बच्चों me समानता नहीं होती शरीर और मानसिक अन्तर होता है
ReplyDeleteमें एक शिक्षिका हूँ और बच्चों को उनकी रूचि के अनुसार आगे बढ़ाना मेरा कर्तव्य है में उनेह आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित करती हु
ReplyDeleteमैं ओम प्रकाश नामदेव सहायक शिक्षक प्राथमिक शाला बरेली विकास खंड सीहोर जिला जबलपुर। 5 बच्चों का समूह बना कर social distancing का पालन करते हुए उन्हें पढ़ाया। साथ ही बच्चों को रेडियो व मोबाइल फोन भी उपलब्ध कराया।
ReplyDeleteबालकों को नया ज्ञान इस प्रकार देना चाहिए कि उसका संबंध बालकों के पूर्व ज्ञान से हो जाए इस प्रकार के संबंध स्थापित करने से बालको के पूर्व ज्ञान से हो जाए इस प्रकार के संबंध स्थापित करने से बालक नए पाठ को सीखने में कठिनाई अनुभव नहीं करते हैं शिक्षक अपनी प्रतिभा ,और कर्तव्यनिष्ठा से बच्चो की क्षमताओं को पहचान कर उन्हें उचित दिशा में ले जाकर शिखर पर पहुचा सकता है।
ReplyDeleteमैं शिक्षिका हूं मेरा काम है विद्यार्थियों को शिक्षा प्रदान करना और मैं उन्हें निश भाव से उनको शिक्षा प्रदान करूंगी
ReplyDeleteMai anshul shrivastav ek pradhanadhyapak hu mere vidyalay mai aadivasiyo ke chatra adhyan krne aate hai mai unke samgra vikas ke liye purn nishtha se karya karta hu .
ReplyDeleteमैं शिक्षिका हूं मेरे पास एक सरकारी विद्यालय जिसे मैं बहुत बेहतर बना सकती हूं।
ReplyDeleteमैं हूँ :- -मैं बहुत ख़ुश नसीब हूं जो एक शिक्षक के रूप में मुझे सेवा करने का अवसर मिला है, कहते हैं शिक्षक एक राष्ट्र निर्माता होता है।
ReplyDeleteमेरे पास है :-- मेरे पास जो भी गुण, ट्रिक, गतिविधियां, ज्ञान है, और यदि नही है तो उसे प्रयत्न कर प्राप्त कर, बच्चों का ,समाज का भला करने का प्रयास करूंगा।
मैं कर सकता हूँ:-- शासन, वरिष्ठ जनों , साथियों के सहयोग मार्गदर्शन से विद्यार्थियों का सर्वाणीय विकास करने का भरसक प्रयत्न करूंगा।
एक शिक्षिका के नाते मेरा कर्तव्य है कि मैं बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए उनको शिक्षित करू और मैं यह दायित्व निभाने के लिए अपना पूरा प्रयास करती हूं। मैं प्रयास करती हूं की कक्षा के अंतिम पंक्ति में बैठे हुए विद्यार्थियों का भी सर्वांगीण विकास हो उसके लिए मैं विद्यार्थियों की व्यक्तिगत भिन्नता के आधार पर उनके पढ़ाने के तरीके एवं शैक्षणिक सामग्री का उपयोग करती हूं एवं जब बच्चे सीख जाते हैं तो मुझे एक खुशी मिलती है वह मेरे लिए सबसे बड़ा पुरस्कार है
ReplyDeleteमैं एक शिक्षिका हूं मैं बच्चों को अधिक से अधिक ज्ञान अर्जित करवाना चाहती हैं ताकि वह हर विषय में दक्ष हो सके
ReplyDeleteYes
ReplyDeleteYes
ReplyDeleteप्रत्येक व्यक्ति या बच्चे की प्रकृति व कार्य क्षमताऐं भिन्न भिन्न होती है , और उसी अनुरुप वे अपने हर कार्य के प्रति अपना दृष्टिकोण निर्धारित करते है ।
ReplyDeleteMe chahta hu har bacche ko ucch gunvatta wali shiksha meri or se unhe prapt ho.
ReplyDeleteMai _Mahesh Kumar Dwivedi
ReplyDeleteMai Shikshak hu.
Mai bachchon k sarvangeen Vikas me poori Lagan SE Katya karta hu.apne gyan ka prayog sabki sahayta me karta hu.
मै शिक्षक होने के नाते बच्चों के शैक्षिक योग्यता का विकास, बौद्धिक विकास करना मेरा कर्तव्य है।
ReplyDeleteमै शिक्षक हूँबच्चो की शैक्षिक योग्यता का विकास करना मेरा कर्तव्य ष्ठा
ReplyDeleteइस कहानी के आधार पर यह शिक्षा मिलती है कि जिस कार्यक्षेत्र में बच्चे की रुचि ना रखते हो उस कार्य के लिए बच्चो को मजबूर नही करना चाहिएसको उसी क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया जाना चाहिए।
ReplyDeleteमै शिक्षक हूँ मेरे स्कूल के बच्चो को सर्वांगीण शिक्षा प्रदान करना मेरा कर्तव्य है |
ReplyDeleteबर्फ पानी से बनता बहुत ठंडा होता है बर्फ को पानी में तैरती है चोट लगने पर बर्फ से सिकाई भी करते है
ReplyDelete1- मैं दयालु हू। इमानदारी से काम करता हूं, सभी के साथ मिलकर काम करना मुझे पसंद है।
ReplyDelete2-मेरे साथी शिक्षको के साथ शाला की सभी बात साझा करता हूँ
3-मैं अपनी बात को स्पष्ट रूप से रखने में सक्षम ह।
हमे हमेशा बच्चो को उत्साहित करते रहना चाहिऐ कभी भी उनको ऐ एहसास न हो की हम बंधन मे पढ़ रहे है।
ReplyDeleteGyansingh Rajput PS udalapada Dabra Gwalior
ReplyDeleteहमारे पाठ्यक्रम में बच्चों की रुचियों से संबंधित विषयों का समावेश होना चाहिए
मै एक शिक्षक हूँ ,जो विद्यालय को साधना केन्द्र मानता हूँ। अपने ज्ञान, सामर्थ्य, और मन से एक साधक के रुप मे बच्चों को शिक्षा, सुरक्षा, सकारात्मक सोच एवं स्वस्थ रहने की शिक्षा देता हूँ।
ReplyDeleteराष्ट्र के प्रति समर्पित देशभक्त उर्जावान व्यक्तित्व का निर्माण करता हूँ।
मेरे पास शिक्षण कौशल है जिसके माध्यम से बच्चों को अच्छी शिक्षा देता हूं
मैं अच्छा मार्गदर्शन करता हूं
मैं एक शिक्षक हूं मेरे पास जो भी ज्ञान है मैं अपने स्कूल में सभी बच्चों को पूर्ण रूप से समझाने का प्रयास कर सकता हूं
ReplyDeleteएक शिक्षक के नाते मेरा कर्तव्य है कि मैं बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए उनको शिक्षित करो और मैं यह दायित्व निभाने के लिए अपना पूरा प्रयास करती हूं मैं प्रयास करती हूं की कक्षा के अंतिम पंक्ति में बैठे हुए विद्यार्थियों का भी सर्वांगीण विकास हो उसके लिए मैं विद्यार्थियों की व्यक्तिगत भिन्नता के आधार पर उनके पढ़ाने के तरीके एवं शैक्षणिक सामग्री का उपयोग करती हूं एवं जब बच्चे सीख जाते हैं तो मुझे एक आत्मिक खुशी मिलती है वह मेरे लिए सबसे बड़ा इनाम है
ReplyDeleteठाकुरदास पटेल ps हर्रई छतरपुर में एक शिक्षक हूँ और बच्चों को उनकी रूचि के अनुसार आगे बढ़ाना मेरा कर्तव्य है में उनेह आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित करता हु
ReplyDeleteइस कहानी के आधार पर यह शिक्षा मिलती है कि जिस कार्यक्षेत्र में बच्चे की रुचि ना रखते हो उस कार्य के लिए बच्चो को मजबूर नही करना चाहिए उसको उसी क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया जाना चाहिए।
ReplyDeleteMera naam Bhagwati prasad joshi
ReplyDeleteवर्तमान समय में जो महामारी चल रही है उसे देखते हुऐ बच्चो को बाहरी ओर भीतरी गतिविधि करना और भी जरुरी हो जाता है जिससे की वे पूरी तरह से स्वस्थ रह सके और उनका शारीरिक मानसिक बौद्धिक और सामाजिक विकास हो सके और वे बीमारी से बचे रहे और दुसरो को भी प्रेरित करे
१.मैं शिक्षक हूं |
ReplyDelete२.ईमानदारी से विद्यार्थियों को शिक्षा प्रदान करना मेरा कर्तव्य है |
३.मैं विद्यार्थियों का सर्वांगीण विकास करने में सक्षम हूं |
मैं एक शिक्षक हूं
ReplyDeleteमेरे पास अनुभव व समझ है
मैं उसे बच्चों को दे सकता हूं
इस कहानी के आधार पर यह शिक्षा मिलती है कि जिस कार्यक्षेत्र में बच्चे की रुचि ना रखते हो उस कार्य के लिए बच्चो को मजबूर नही करना चाहिएसको उसी क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया जाना चाहिए।
ReplyDeleteनिधि रघुवंशी
ReplyDeleteमैं एक शिक्षिका हूं।
मै अपने आप को भाग्यशाली समझती हूं कि प्रभु ने मुझे इस कार्य के लिए चुना ।
बच्चों के भविष्य निर्माण में मै अपना पूर्ण सहयोग प्रदान करती हूं और अपने कर्तव्यों का निष्ठा से पालन करती हूं। बच्चों के बीच बैठ कर जो आनंद की अनुभूति होती है उसका अनुभव किया जा सकता है पर वर्णन नहीं किया जा सकता।
में एक शिक्षक होने के नाते एक जिम्मेदार नागरिक हु मेरे पास पुस्तकों को पढ़कर ज्ञान का भण्डार है में हर कार्य आसानी से कर sakta हु
ReplyDeleteमै एक शिक्षक हूं ।संगीतकार,गीतकार,गायक,निर्देशक,हूं ।
ReplyDeleteमै एक पिता, भाई, पति व समाज का सम्मानित व्यक्ति हूं ।
मेरे पास मेरा एक शिक्षकीय पद है ।मा, भाई बहन, घर है ।
मेरे पास संगीत का साधन है ।
मै समाज के उत्थान हेतु कार्य कर सकता हूं ।
मै नेतृत्व कर सकता हू ।
मै बच्चों मे सामन्जस्य स्थापित कर हर गतिविधि हेतु सक्रिय कर सरता हूं ।
मैं एक शिक्षिका हूँ।मै अपने साथियों के साथ हिलमिलकर काम करना पसंद करती हूं। इससे यह होगा कि सभी को एक दूसरे का सहयोग मिलेगा
ReplyDeleteMai sikshak hu.
ReplyDeleteMere paas apne vishay me chhatro me ruchi jagrit krne ki kala hai.
Me chhatro ko vyavaharik gyan naye naye tariko se sikha sakti hu.
में एक मेहनती शिक्षक हूं
ReplyDeleteMain PS Jalalpur block AVN Jila Ashoknagar MP Mein primary shikshak hun main covid-19 Mein bacchon ko ki padhaai mein koi dikkat nahin Aane De
ReplyDeleteईश्वर ने सबको समान बनाया हैं।लेकिन सभी की क्षमताएं अलग अलग होती हैं। यह सब व्यक्ति उस क्षेत्र के प्रति रुचि मेहनत और लगन का परिणाम होता हैं।अपने मस्तिष्क का स्तेमाल जिस क्षेत्र में लगन ओर मेहनत के साथ करेगा वह उस क्षेत्र में उतनी ही निपुणता प्राप्त कर लेगा ।
ReplyDeleteमै एक शिक्षक हु और विद्यार्धियों का मार्ग दर्शक भी हु मे उन्हें ज्ञान के साथ साथ सही गलत की पहचान कराताहु क्योंकि किस भी व्यक्ति के लिये शिक्षक से बड़ा कोई और मार्गदर्शन नहीं होता
ReplyDeleteMai ek shikshak hu, mere pass mujh pr apna bhavishya sanwar dene ka vishvas rkhne vale bachche h, Or mujhe vishvas h ki mai ek achcha naagrik bnne me unki sahaayata kr skta hu.
ReplyDeleteमैं एक शिक्षिका हूँ।मै अपने साथियों के साथ हिलमिलकर काम करना पसंद करती हूं। इससे यह होगा कि सभी को एक दूसरे का सहयोग मिलेगा
ReplyDeleteमैं एक शिक्षिका हूँ।मै अपने साथियों के साथ हिलमिलकर काम करना पसंद करती हूं। इससे यह होगा कि सभी को एक दूसरे का सहयोग मिलेगा
ReplyDeleteसमाज कल्याण मे स्वास्थ्य का बहुत महत्वपूर्ण भूमिका होती है। राष्ट्र निर्माण मे शिक्षा ,सुरक्षा एवं स्वास्थ्य जहां अच्छा होगा ।
ReplyDeleteMai 1 teacher hu mere pas vidhya dhan h samasya ka samdhan karne ka hamesha prayas karti hu or saphalta bhi milti hai.
ReplyDeleteमे एक शिक्षक हु मे हर जीव पर दया करने मे विशवास करता हु मे सभी से विनम्रता से रहता हु सभी प्रकार के कार्य करने वालो मे भेद नहीं करता किसी को उच्च एवं किसी को निम्न नहीं समझाता मेरी दृष्टि मे वह सब एक समान है जो कर्म करते है
ReplyDeleteहर व्यक्ति का अपना स्कोर्स्ट्रेंथ होता है।
ReplyDeleteजैसे व्यक्ति अपने आप को ईमानदार, कर्मठ,परोपकारी भावना से अलंकृत समझते है।
कुछ लोग उनके पास उपलब्ध संसाधन ,मित्र, आदि पर अपनी प्रसंसा करते है,कि मेरे पास विश्वास पात्र 2 मित्र है।जिन पर मुझे गर्व है।
हम अपनी क्षमताओं का आंकलन खुद करते है,तत्पश्चात कार्यो का क्रियान्वयन करते है।जैसे मैं अपने विद्यालय का सर्वांगीण विकास कर सकता हूँ। मैं गरीबो की मदद कर सकता हूँ। कोई भी छात्र अपना संकल्प लेता है,मैं एक सफल कलाकार, गायक, या प्रशासनिक अधिकारी बन सकता हूँ।
Teacher apne knowledge s students ko sahi margdarshan pradan karte hai
ReplyDeleteप्रस्तुत कहानी शैक्षिक गतिविधियों पर एक व्यंग है जिसमें की बतख का उदाहरण देकर के यह बताया गया है कि किस तरह से जानवरों की स्कूल में बतख की क्षमता के विपरीत, चलना और दौड़ना सिखाया जाता रहा, किंतु बतख तैरने में दक्ष थी।इसलिए आवश्यक यह है कि कक्षा में बच्चे को उसकी क्षमता के अनुसार उसे शैक्षिक गतिविधियों में शामिल किया जाए न कि विपरीत कार्यों के लिए उससे बाध्य किया जाए। इससे या तो बच्चा खरगोश की तरह कक्षा देखकर भाग जाएगा या गिलहरी की तरह है दिए गए कार्य के प्रति असहज महसूस करेगा। समावेशी शिक्षा में विभिन्न प्रकार के बच्चों का एक साथ समावेश तो आवश्यक है ,किंतु शिक्षा उनके रूचि, क्षमता और प्रकृति के अनुरूप ही होनी चाहिए।
ReplyDeleteSabhi students sahi activities shikhe yahi teacher ki bhawna rahti hai
ReplyDeleteमैं वो शिक्षक हु, जिसका धर्म है कि किताबी ज्ञान के साथ सामाजिक ज्ञान प्रदान करना। बच्चों को आनंद भी आये, तथा वो कुछ नया भी सीखे
ReplyDeleteमैं एक शिक्षिका होने के साथ-साथ एक मां भी हूं ।मेरे पास ममता और ज्ञान है। मैं बच्चों की संवेदनाओं और भावनाओं को समझ कर उन्हें शिक्षित कर अग्रसर करने में सक्षम हूं।
ReplyDeleteMe ek achi soch rkhta hu or dusro ko bhi yhi sujhao deta hu Ki wo hr Kisi Ke liyealiye soch rkhe Kisi Ke bare me glt Na bole or dusro ke kaam me bina uski izazt ke beech me na aaye
ReplyDeletebharti badole
ReplyDeleteमैं एक शिक्षिका हूं .मेरा कर्तव्य बच्चो के प्रति इमानदारी और निष्ठा से कार्य करना है।में बच्चो के सर्वांगीण विकास करने में सक्षम हू और सदैव प्रयत्नशील रहूंगी
मैं एक शिक्षक हूं और मेरा कर्तव्य बच्चों को संपूर्ण ज्ञान देना है
ReplyDeleteशिक्षक का कर्तव्य बच्चों को संपूर्ण ज्ञान देना है
ReplyDeleteमैं एक शिक्षक होने के साथ साथ एक मां भी उन्हें शिक्षित कर अग्रसर करने में सक्षम हूं।
ReplyDeleteहिंदी में मैं एक ईमानदार हूं अपने आप को कभी धोखा नहीं देती शासन के निर्देशानुसार Diksha AVN Nishtha app ke माध्यम से स्वस्थ वातावरण विकसित कर समाज का भला करने का प्रयास करूंगी मैं अपनी अच्छे विचार छात्रों के साथ सांझा करती हूं शिक्षिका होने के नाते यह चाहती हूं कि मेरे बच्चे अपने जीवन में हर विषय में दक्ष हूं एवं अपने ज्ञान का उपयोग करने में समर्थ हूं
Deleteमैं हूँ :- -मैं बहुत ख़ुश नसीब हूं जो एक शिक्षक के रूप में मुझे सेवा करने का अवसर मिला है, कहते हैं शिक्षक एक राष्ट्र निर्माता होता है।
ReplyDeleteमेरे पास है :-- मेरे पास जो भी गुण, ट्रिक, गतिविधियां, ज्ञान है, और यदि नही है तो उसे प्रयत्न कर प्राप्त कर, बच्चों का ,समाज का भला करने का प्रयास करूंगा।
मैं कर सकता हूँ:-- शासन, वरिष्ठ जनों , साथियों के सहयोग मार्गदर्शन से विद्यार्थियों का सर्वाणीय विकास करने का भरसक प्रयत्न करूंगा।
मैं एक शिक्षक हूं ईमानदारी और कर्तव्यनिष्ठा के साथ बच्चों का सर्वागीण विकास करना ही मेरा मुख्य लक्ष्य है
ReplyDeleteमै शिक्षक हूं और बच्चो को शिक्षा देना मेरा कर्तव्य है , एवम् उन्हें शिक्षित कर अग्रसर करने में सक्षम हूं।
ReplyDeleteमैं एक शिक्षक हूं इमानदारी और कर्तव्य निष्ठा के 7 बच्चों का सरवन विकास करना ही मेरा मुख्य लक्ष्य है और मैं अपने शिक्षक साथियों का भी सहयोग करता हूं।
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