मॉड्यूल 3 - गतिविधि 2: स्वास्थ्य संबंधित गतिविधियाँ

खेल, खेल-कूद और कुछ शारीरिक गतिविधियाँ जो हम दिन-प्रतिदिन करते हैं, भावनात्मक स्वास्थ्य और कल्याण को बढ़ावा देते हैं। नीचे कुछ गतिविधियों के उदाहरण दिए गए हैं

 

भीतरी गतिविधियाँ : मेज के नीचे क्रॉल करना, संतुलन का अभ्यास करने के लिए किसी वस्तु का उपयोग, जंपिंग जैक, डांसिंग, योगिक गतिविधियों का अभ्यास करना …. 


बाहरी गतिविधियाँ : सीढ़ी पर चढ़ना, कूदना, रेंगना, और एक क्षेत्र से दूसरे क्षेत्र में चलना, बाधाओं के बीच दौड़ना, ज़िग-ज़ैग दौड़ना, विभिन्न वस्तुओं पर कूदना, चलना ... 


​​चिंतन के लिए कुछ समय लें और कमेंट बॉक्स  में  अपनी टिप्पणी दर्ज करें ।

Comments

  1. राष्ट्रीय शिक्षा नीति, उसकी रूपरेखा, पाठ्यचर्या व इनके प्रकार और शिक्षा-शास्त्र की एक अच्छी समझ विकसित करने पर केन्द्रित है जिससे विभिन्न असाधारण परिस्थितियों, जिनमें COVID-19 भी सम्मिलित है, में विविधता को स्वीकार किया जा सके और समावेशी कक्षाओं का निर्माण किया जा सके।

    ReplyDelete
    Replies
    1. शारीरिक एवं मानसिक विकास विकास में खेल एवं गतिविधियों का विशेष महत्व है । संतुलन बनाना दैनिक क्रियाओं जैसे सीढ़ी चड़ाना सायकिल ,हाथ पर लकड़ी टिकाना ।जिससे वह जीवन में भिन्न भिन्न परिस्थितियों के बीच संतुलन बनाना सीख सिखाता हैं।

      Delete
    2. भीतरी गतिविधि जैसे- चैस खेलने से मानसिक विकास होता है |
      बाहरी गतिविधि जैसे- फुटबॉल खेलने से शारीरिक विकास होता है |

      Delete
    3. जीवन मे शरीर के मानसिक और शारीरिक विकास मे खेल का विशेष महत्व होता हैं। कुछ खेल जैसे चेस मानसिक विकास के लिये तथा कुछ जैसे क्रिकेट शरीरिक विकास के लिए जरूरी हैं।

      Delete
    4. मानव जीवन में स्वस्थ रहने के लिए खेल और योग बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं, खेल से शरीर मजबूत बनता है, व शरीर में रक्त का संचार होता है।

      Delete
    5. मै लवकुश तिवारी प्राथमिक शिक्षक हू मेरे बच्चे बहुत नन्हे मुन्ने है फिर भी जो खेल वो खेल सकते है इनडोर आउटडोर वो सब मेरे साथ खेलते है, मुझे भी अच्छा लगता है वो भी खुश रहते है, मै बच्चो के साथ मित्रवत व्यवहार मे रहता हू

      Delete
    6. Kho-kho -.mansik Vikas tatha sharir me chapalta tatha lachilapan lata hai . Daud ,chess ,skipping, aadi khel sharirik evam mansik Vikas karte hai.

      Delete
  2. मैं दुर्गेश कुमार यादव एकीकृत माध्यमिक शाला दिलहरी वि.खं. केसली, जिला- सागर खेलकूद एवं शारिरिक गतिविधियां मनुष्य के लिए बहुत आवश्यक है, इनके माध्यम से ही शारीरिक और मानसिक विकास संभव है।

    ReplyDelete
  3. शारीरिक गतिविधियां शरीर में रक्त संचार बढ़ाकर सभी अंगों को उचित ऑक्सीजन एवं भोज्य पदार्थ पहुंचाती एवं उत्सर्जी पदार्थों को शरीर से बाहर निकालने का कार्य करती है इसलिए मनुष्य पूर्णताःःशारीरिक एवं मानसिक स्वस्थ रहता है एवं मानसिक एवं शारीरिक क्षमता बढ़ जाती है

    ReplyDelete
  4. शारीरिक गतिविधियां शरीर में रक्त संचार बढ़ाकर सभी अंगों को उचित ऑक्सीजन एवं भोज्य पदार्थ पहुंचाती एवं उत्सर्जी पदार्थों को शरीर से बाहर निकालने का कार्य करती है इसलिए मनुष्य पूर्णताःःशारीरिक एवं मानसिक स्वस्थ रहता है एवं मानसिक एवं शारीरिक क्षमता बढ़ जाती है

    ReplyDelete
  5. बर्फ जल की ठोस अवस्था है जो पृथ्वी पर ग्लेशियर हिमालय ध्रुवों पर पाई जाती है बर्फ का स्पर्श एक अलग ही अनुभव देता है जो बच्चों एवं मानव को मानसिक शांति ,चिंता मुक्त औरखेल भावना की ओर प्रेरित करना सिखाता है बर्फ शरीर का तापमान ही कम नहीं करता अपितुपृथ्वी का अधिकांश सतही पीने योग्य जल का भंडार मनुष्य जाति को उपलब्ध कराता है ।

    ReplyDelete
  6. मैं कृष्ण गोपाल पुरोहित शासकीय उत्कृष्ट उच्चतर माध्यमिक विद्यालय क्रमांक 1 सीहोर कोविड-19 के कारण बच्चों की अध्यापन के लिए समस्त सावधानियां अपनाते हुए नियमित दिनचर्या का पालन करते हुए निश्चित समय सारणी के अनुसार डिजीलैपएवं दूरदर्शन ,,पाठ्य पुस्तकें के द्वारा अध्यापन कार्य करना। शिक्षकों से मोबाइल फोन पर पाठ्य अंश की कठिन अवधारणाओं पर चर्चा कर उन्हें समझना।

    ReplyDelete
  7. शाला में होने वाली भीतरी एवं बाहरी गतिविधि स्वस्थ तन और स्वस्थ मस्तिष्क बनाने में सहायक है।

    ReplyDelete
  8. साला में होने वाली गतिविधियां अंदर और बाहर के मानसिक एवं सामाजिक रुप से छात्र विकास में करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है

    ReplyDelete
  9. शारीरिक गतिविधियाँ हमारी नसों में रक्त के प्रवाह में सुधार करती हैं शारीरिक गतिविधियाँ लचीलेपन को बेहतर बनाने में मदद करती हैं। यह हमें तरोताजा महसूस कराता है। शारीरिक गतिविधियाँ हमारी हड्डियों को मजबूत बनाती हैं

    ReplyDelete
  10. शारीरिक गतिविधियों के नियमित संचालन से स्वस्थ शरीर के साथ ही स्वस्थ मन का निर्माण होता है वो कहते हैं ना मन चंगा तो कठौती में गंगा ।

    ReplyDelete
  11. बच्चों के अनूरुप शारीरिक क्षमता के लिए खेल विकसित करेंगे, विभिन्न गतिविधियों के द्वारा खेल खेल में रोचक तथ्यों पर भी खेल खिलायेंगे.

    ReplyDelete
  12. स्वास्थ्य संबंधित गतिविधियाँ
    स्वस्थ शरीर में स्वस्थ मस्तिष्क का वास होता हैं। स्वस्थ मस्तिष्क के लिए खेलकूद आवश्यक है, खेलकूद से शरीर मे रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ेगी और मस्तिष्क का विकास होगा ।

    ReplyDelete
  13. प्रेरणा गवली से.शि.बाराभाई इंदौर
    शारीरिक व्यायाम शरीर को मानसिक,शारिरिक मजबूती प्रदान जीवन में संतुलन बनाए रखने में सहायक होता है।
    अनुलोम-विलोम प्राणायाम शरीर को बहारीव्याधियों में शरीर की बिमारियों से बचाने में मददगार है।

    ReplyDelete
  14. खेल कूद हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत जरूरी है हमे खेलते समय अपने शरीर में संतुलन बनाए रखने की विषेश आवश्यकता है

    ReplyDelete
  15. छात्रो के शारीरिक स्वास्थ्य के लिए प्रतिदिन की जाने वाली गतिविधियां बहुत आवश्यक है जैसे दौड कूद जम्प आदि इसके साथ ही कुछ गतिविधियों के द्वारा छात्र अपने मानसिक शांतुलन को भी स्थिर कर सकते हैं

    ReplyDelete
  16. बाहरी एवं आंतरिक गतिविधियां शारीरिक एवं मानसिक विकास के लिए महत्वपूर्ण हैं।

    ReplyDelete
  17. शारीरिक गतिविधियां शरीर में रक्त संचार बढ़ाकर सभी अंगों को उचित ऑक्सीजन एवं भोज्य पदार्थ पहुंचाती एवं उत्सर्जी पदार्थों को शरीर से बाहर निकालने का कार्य करती है इसलिए मनुष्य पूर्णताःःशारीरिक एवं मानसिक स्वस्थ रहता है एवं मानसिक एवं शारीरिक क्षमता बढ़ जाती है

    ReplyDelete
  18. Health activities are very essential for all human beings.isse hamare body ka vikas hota hai.childrens ko kho kho jump and running karwani jaroori hai

    ReplyDelete
  19. आई एस मसराम छिंदवाड़ा
    वर्तमान समय में जो महामारी चल रही है उसे देखते हुऐ बच्चो को बाहरी ओर भीतरी गतिविधि करना और भी जरुरी हो जाता है जिससे की वे पूरी तरह से स्वस्थ रह सके और उनका शारीरिक मानसिक बौद्धिक और सामाजिक विकास हो सके और वे बीमारी से बचे रहे और दुसरो को भी प्रेरित करे

    ReplyDelete
  20. जिस प्रकार प्रतिदिन जिंदा रहने के लिए खाना जरूरी है उसी प्रकार से प्रतिदिन स्वास्थ्य के योग व्यायाम खेलकूद जरूरी इसके लिए रस्सी कूद सायकल चलाना कराई जा सकती हैं

    ReplyDelete
  21. शारीरिक गतिविधियां शरीर में रक्त संचार बढ़ाकर सभी अंगों को उचित ऑक्सीजन एवं भोज्य पदार्थ पहुंचाती एवं उत्सर्जी पदार्थों को शरीर से बाहर निकालने का कार्य करती है इसलिए मनुष्य पूर्णताःःशारीरिक एवं मानसिक स्वस्थ रहता है एवं मानसिक एवं शारीरिक क्षमता बढ़ जाती है

    ReplyDelete
  22. जिस प्रकार प्रतिदिन जिंदा रहने के लिए हवा एवं खाना जरूरी है उसी प्रकार से प्रतिदिन स्वास्थ्य के योग व्यायाम खेलकूद जरूरी इसके लिए रस्सी कूद सायकल चलाना सामान्य गतिविधि आदि कराई जा सकती हैं

    ReplyDelete
  23. These all activities are important for mental and physical develpoment of child.These make him active and management of different things at a time..Child develop his motor skills and become sharp helathy and active.

    ReplyDelete
  24. स्वास्थ्य और व्यक्तिगत स्वच्छता के लिए विशेष ध्यान दिया गया। मैंने सभी बच्चों को इन दो प्रमुख बिंदुओं पर प्रशिक्षित किया।

    ReplyDelete
  25. Khelne se hamare body me rakt ka sanchar tezi se prwah karta hy sath hi hamari body v grow hoti hame padhai ke sath baccho ko khel ke liye v unki help karni chiye jisse baccho me palko ya teacher ke parti ek lagaw v ban jata hy jisse usse samjhne or samjhane madad milti hy .

    ReplyDelete
  26. शारीरिक स्वास्थ्य पर अच्छा ध्यान केन्द्रित कोविड 19 की परिस्थितियों में किया जा सकता हैं

    ReplyDelete
  27. Physical education is more necessary to good health.because health is wealth.

    ReplyDelete
  28. अच्छा स्वास्थ्य में खेलकूद चाहिए प्राप्त होता है अतः हमें खेलकूद पर भी ध्यान देना चाहिएl

    ReplyDelete
  29. Regarding covid 19, education of physical is more beneficial. Such as yoga, pranayam surya namaskar and kapalbharthi are more beneficial.

    ReplyDelete
  30. Shririk swasthya ke liye dodna khelna kudne atyant labhkari hai jisse sharir ki haddiyan majbut hoti hai yogik gatividhi dwara mansik tatha sharirik Vikas hota hai

    ReplyDelete
  31. खेल शारीरिक एवं मानसिक स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है इससे बुद्धि एवं शारीरिक विकास पर प्रभाव पड़ता है इसलिए खेल कीआंतरिक एवं बाहरी गतिविधियां आवश्यक है

    ReplyDelete
  32. स्वस्थ मस्तिष्क के लिए खेलकूद बहुत आवश्यक है।

    ReplyDelete
  33. नमस्कार साथियो, जैसा कि आप सभी जानते है
    जीवन में बुनयादी जरूरतों के साथ-साथ शारीरिक, मानसिक व भावनात्मक परिपूर्णता के लिए खेलों व सांस्कृतिक गतिविधियों का अपना महत्व है। इन गतिविधियों के दौरान हम जीवन के दुखों व अन्य समस्या से दूर हो जाते हैं। कोशिश करें जहां तक हो सके तो आंतरिक गतिविधियों खेलों की जगह बाह्य गतिविधियों को चुना जाए, जिससे बच्चों का शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य बढ़िया रहे ।

    ReplyDelete
  34. "स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मस्तिष्क का विकाश होता है।" इसलिए आवश्यक है कि हमारा शरीर स्वस्थ हो इसके लिए हमें शारीरिक कार्य जैसे खेलकूद करना आवश्यक है ,स्वस्थ मस्तिष्क के लिए हमें मानसिक कार्य या खेलकूद करने चाहिए

    ReplyDelete
  35. भीतरी गतिविधि के अंतर्गत बच्चों को प्राणायाम कराने से बच्चों की स्मरणशक्ति तेज होगी, एकाग्रता बढ़ेगी एवं बच्चे स्वस्थ्य रहेंगे।
    बाहरी गतिविधि के अंतर्गत बच्चों को व्यायाम, पढ़ाई से सम्बंधित गतिविधियां, खेल आदि कराने से बच्चों का शारीरिक एवं सर्वांगीण विकास होगा।

    ReplyDelete
  36. Lockdown me jis tarike se apne siksha ko manage kiya h ye bahut hi prashanshniy h

    ReplyDelete
  37. उंची कुद १०० मी दौंड सोलह परची

    ReplyDelete
  38. भीतरी गतिविधि और बाहरी गतिविधि दोनों है बच्चो के शारीरिक और मानसिक विकास के जरूरी है

    ReplyDelete
  39. विभिन्न प्रकार की गतिविधियां करवाते समय ये ध्यान देना बहुत ही आवश्यक है कि इनसे बच्चो में किस प्रकार के कोशल का विकास होगा।

    ReplyDelete
  40. खेलकूद से तनाव का स्तर कम होता है और खेलकूद से पाचन तंत्र पूर्ण रूप से कार्य करता है जिससे दिमागी स्तर का विकास होता है और ध्यान केन्द्रित करने की शक्ती बढ़ती है।

    ReplyDelete
  41. VINOD KUMAR VISHWAKARMA
    CAC SALIWADA JABALPUR RURAL
    JABALPUR MP
    खेल एक सम्पूर्ण गतिविधि है जो शरीर के अंदर और बाहर के सकारात्मक सृजन में पहली सीढ़ी है।
    दौड़ना, कूदना, चलना , योग करना , नृत्य करना संगीत में लहराना।आदि शारीरिक , शैक्षिक , मानसिक विकास में महत्पूर्ण है।

    ReplyDelete
  42. शारीरिक गतिविधियां शरीर में रक्त संचार बढ़ाकर सभी अंगों को उचित ऑक्सीजन एवं भोज्य पदार्थ पहुंचाती एवं उत्सर्जी पदार्थों को शरीर से बाहर निकालने का कार्य करती है इसलिए मनुष्य पूर्णताःःशारीरिक एवं मानसिक स्वस्थ रहता है एवं मानसिक एवं शारीरिक क्षमता बढ़ जाती है

    ReplyDelete

  43. शारीरिक एवं मानसिक विकास विकास में खेल एवं गतिविधियों का विशेष महत्व है । संतुलन बनाना दैनिक क्रियाओं जैसे सीढ़ी चड़ाना सायकिल ,हाथ पर लकड़ी टिकाना ।जिससे वह जीवन में भिन्न भिन्न परिस्थितियों के बीच संतुलन बनाना सीख सिखाता हैं।

    ReplyDelete
  44. संध्या तिवारी शासकीय प्राथमिक शाला भूलन, जबलपुर ऐसा देखा गया है कि बच्चों को पढ़ने से ज्यादा खेलने में आनंद आता है इसी आनंद को हम बच्चों के शिक्षा में भी जोड़ सकते हैं जैसे बच्चों को गिनती सिखाने के लिए हम नीचे चौकोर में गिनती लिख देते हैं फिर बच्चों को एक-एक करके उनको क्रम से उनके ऊपर कूदने को कहते हैं सही कूदने पर नंबर मिलता है गलत कूदने पर खेल से बाहर अतः बच्चा ध्यान से 11 अंक पर कूदता है। खेल खेल में शारीरिक विकास के साथ उसकी पढ़ने के प्रति रुचि भी जागृत होती है

    ReplyDelete
  45. बड़ते बच्चो के लिए खेल(outdoor & indoor) , शारिरिक- मानसिक व्यायाम और योग उनके सम्पूर्ण विकास के लिए उनकी शिक्षा के साथ - साथ समान रूप से अनिवार्य होना चाहिए।

    ReplyDelete
  46. मनुष्य के जीवन में विशेषकर छात्रों के सर्वांगीण विकास में शारीरिक व्यायाम का बड़ा महत्व है बच्चों में स्पूर्थी ताजगी एकाग्रता लगन इन आंतरिक गुणों का विकास भी शारीरिक व्यायाम से होता है छात्र जीवन से शारीरिक व्यायाम कसरत आदि के माध्यम से छात्र अपने शारीरिक विकास की ओर ध्यान देने लगता है विभिन्न गतिविधियों में भाग लेने से उसके मूल्यांकन आकलन आदि एवं प्रीति स्पर्धाओं में भाग लेना भी सीखता है इसलिए हमें छात्रों को विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से शारीरिक व्यायाम पर ध्यान देना चाहिए जो उनके स्वास्थ्य को भी ठीक रखता है प्रकार की गतिविधियां तथा विंड खेलो इत्यादि में उनकी कृतियों का ज्ञान भी हमें यहीं से पता चलता है तथा हम उसी स्तर पर उनको प्रशिक्षण प्रदान कर सकते हैं

    ReplyDelete
  47. आंतरिक और बाहरी संतुलन बनाए रखने से बच्चा अपने और अपनी शारीरिक कमियों के बीच संतुलन बना सकता है और आगे बढ़ सकता है उसका पढ़ाई में ध्यान रख सकता है नई शिक्षा नीति बच्चों के चहुंमुखी विकास के लिए है उसमें उसका मानसिक शारीरिक सभी प्रकार का विकास होना है जिसके लिए संतुलन की बहुत जरूरत है और हम सभी जानते हैं स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ दिमाग का निर्माण हो सकता है इसलिए खेलकूद भी बच्चों के लिए उतना ही आवश्यक है जितनी पढ़ाई


















    ReplyDelete
  48. Hamare sareer ke poorna vikas ke liye aantrik aur baahri gatividhiyan dono he bahot jaruri hain. Jahan ghar k andar hum apne ekal mann ko shaant rakhne ki kala ko ujagar karte hain jaise ki yoga karna, vyamam karna, waise he bahari gatividhiyan hame vatavaran se prerna deti hain aur prakriti mai sammaliyt hone ka awasar pradan karati hain.

    ReplyDelete
  49. शारीरिक एवं मानसिक विकास विकास में खेल एवं गतिविधियों का विशेष महत्व है । संतुलन बनाना दैनिक क्रियाओं जैसे सीढ़ी चड़ाना सायकिल ,हाथ पर लकड़ी टिकाना ।जिससे वह जीवन में भिन्न भिन्न परिस्थितियों के बीच संतुलन बनाना सीख सिखाता हैं।

    ReplyDelete
  50. गिरजा शंकर पांडे high school khatipura
    सामान्यता यह कहा जाता है कि एक स्वस्थ शरीर में स्वस्थ मस्तिष्क का निर्माण होता है इसलिए सभी व्यक्तियों का स्वस्थ रहना बहुत आवश्यक है बच्चों के स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए शाला में विभिन्न प्रकार की गतिविधियां जैसे खेलकूद व क्रियाकलापों को आयोजित किया जाता है। हमारे दैनिक जीवन में होने वाले शारीरिक क्रियाकलापों उसके द्वारा भी हमारे स्वास्थ्य का विकास होता है जैसे साइकिल चलाना जैसी अन्य गतिविधियां।

    ReplyDelete
  51. This comment has been removed by the author.

    ReplyDelete
  52. अगर बच्चे खेलेगे तो उनका शरीर ओर भी बहेतर तरीके से बड़ेगा और उनका पढ़ाई में मन भी लगेगा। खेलेगा इंडिया तभी तो बड़ेगा इंडिया । खेल - कूद बच्चो के दिनचर्या का एक हिस्सा होना चाहिए।

    ReplyDelete
  53. शारीरिक एवं मानसिक विकास में खेल एवं गतिविधियों का विशेष महत्व है । संतुलन बनाना दैनिक क्रियाओं जैसे सीढ़ी चड़ाना सायकिल ,हाथ पर लकड़ी टिकाना ।जिससे वह जीवन में भिन्न भिन्न परिस्थितियों के बीच संतुलन बनाना सीख सिखाता हैं।

    ReplyDelete
  54. शारीरिक एवं मानसिक विकास विकास में खेल एवं गतिविधियों का विशेष महत्व है

    ReplyDelete
  55. शारीरिक एवं मानसिक विकास में खेल एवं गतिविधियों का विशेष महत्व है । संतुलन बनाना दैनिक क्रियाओं जैसे सीढ़ी चड़ाना सायकिल ,हाथ पर लकड़ी टिकाना ।जिससे वह जीवन में भिन्न भिन्न परिस्थितियों के बीच संतुलन बनाना सीख सिखाता हैं।

    ReplyDelete
  56. भीतर की गतिविधियों में लूडो, तम्बोला, साँप सीढ़ी आदि व बाहर के खेल में लंगड़ी दौड़ ,निम्बू रेस ,तस्तरी फेंक, लंबी दौड़ , कुड़सी रेस , रस्सी कूद आदि शारीरिक व मानसिक खेल बच्चो को साथ मे खेलने के अवसर देकर उनके सामाजिक और भावनात्मक विचारो को विकसित करते हुए उनमे संतुलन विस्थापित किया जा सकता हैं।

    ReplyDelete
  57. G.m.s.khargone शारीरिक एवं मानसिक विकास के लिये खेल गतिविधियों का अधिक महत्व है ।बच्चो की रुचि को देखते हुऐ यदि शिक्षक का उसे सहयोग पूर्ण रूप से प्राप्त होता हैं तो वह बालक हो या बालिका प्रत्येक क्षेत्र मे अपना प्रदर्शन करके अपनी स्कूल, माता ,पिता शिक्षक ,हमारे प्रदेश ,एवं हमारे देश का नाम रोशन कर सकते हैं ।

    ReplyDelete
  58. शारीरिक एवं मानसिक विकास में खेल एवं गतिविधियों का विशेष महत्व है । बच्चे खेलेगे तो उनका शरीर ओर भी बहेतर तरीके से बड़ेगा और उनका पढ़ाई में मन भी लगेगा। खेलेगा इंडिया तभी तो बड़ेगा इंडिया । खेल - कूद बच्चो के दिनचर्या का एक हिस्सा होना चाहिए।

    ReplyDelete
  59. शारीरिक स्वास्थ्य के लिए खेलकूद अति आवश्यक है इससे शारीरिक और मानसिक साल दोनों स्वास्थ्य को बढ़ावा मिलता है

    ReplyDelete
  60. श्रीमतिकेश्रीमतिअल्पना शर्मा जीपीएस नई आबादी ग्वालियर
    बच्चो के शारीरिक एवम् मानसिक विकास के लिए खेल कूद अतिआवश्यक है बच्चे भावनात्मक रुप से जुड़ते है अनुशासन सीखते हैं। परस्पर सहयोग जैसेसामाजिक गुण सीखते है

    ReplyDelete
  61. शारीरिक एवं मानसिक विकास विकास में खेल एवं गतिविधियों का विशेष महत्व है

    ReplyDelete
  62. छात्र-छात्राओं के शैक्षिक विकास के साथ-साथ शारीरिक एवं मानसिक विकास को बढ़ावा देना भी अति आवश्यक है। खेलकूद का हमारे जीवन में महत्वपूर्ण योगदान है, इससे हम शारीरिक और मानसिक रूप से मजबूत बनते हैं । कक्षा के अंदर के खेल जैसे - अष्टा - चंगा, बैलून फुलाना, कैरम, सांप - सीढ़ी ,पंचम की लंगडी, शब्द अंताक्षरी(हिंदी-अंग्रेजी दोनों),रंग खोजो गेम।
    कक्षा के बाहर के खेल- खो खो, कबड्डी,क्रिकेट ,बर्फ - पानी, रेस।

    ReplyDelete
  63. Smt Laxmiupadhyay G.m.s.Rahimpura Khargone(m.p) बच्चों के शारीरिक एवं मानसिक विकास के लिये खेल गतिविधियों का अधिक महत्व है ।बच्चौ को पढाई के अतिरिक्त खेल गतिविधियों पर शिक्षकों को ध्यान देना अवश्यक है ,छात्र छात्राओं की रूची को देखते हुये यदि उन्हें अपने शिक्षकों का पूर्ण रूप से सहयोग प्राप्त हो तो वे प्रत्येक क्षेत्र सफलता प्राप्त करके स्कूल का ,विभाग का ,अपने माता पिता का ,प्रदेश एवं अपने देश नाम रोशन कर सकते हैं ।खेल गतिविधियों से बच्चौ का शारीरिक व मानसिक सन्तुलन बना रहता हैं ।

    ReplyDelete
  64. खेल गतिविधी से बच्चो का सर्वांगीण विकास होता है उनमे सहयोग की भावना विकास होता है अनुशासन में रहकर वे अपने काम सरलता से कर सकते है

    ReplyDelete
  65. Bhitari AVN Bahari gatividhiyan bacchon ke ke mansik AVN sharirik Vikas ke liye avashyak hai

    ReplyDelete
  66. कोविड-19 कोरोनावायरस के दौरान प्रारंभिक समय में फोन की माध्यम से विद्यार्थियों के साथ लगातार संपर्क में रहे तत्पश्चात डिजीलेप के माध्यम से छात्रों से संपर्क में रहे और जिन छात्रों के पास एंड्रॉयड मोबाइल नहीं है ऐसे छात्रों में से प्रत्येक दिन 5 छात्रों के साथ फोन पर संपर्क में रहे इसके बाद हमारा घर हमारा विद्यालय कार्यक्रम के दौरान विद्यार्थियों के साथ मास्क सैनिटाइजर और सोशल डिस्टेंसिंग के साथ संपर्क में रहे

    ReplyDelete
  67. छात्रो के शारीरिक स्वास्थ्य के लिए प्रतिदिन की जाने वाली गतिविधियां बहुत आवश्यक है जैसे दौड कूद जम्प आदि इसके साथ ही कुछ गतिविधियों के द्वारा छात्र अपने मानसिक शांतुलन को भी स्थिर कर सकते हैं

    ReplyDelete
  68. khel ka mnovislesnatamk drastikon...khel samajik viakas ka ek roop he...khel sangyanatmat viaka ko aage badata he...khel kalpnashilta or sharjanatmakta ko badava deta he...khel bhasi vikas me sahayak hota he ...khel duvara bache samajik hona shikhte...

    ReplyDelete
  69. छात्रों को शारीरिक स्वास्थ्य के लिए की गई गतिविधियां बहुत आवश्यक है जैसे भर पेट भोजन करना खेलना आदि

    ReplyDelete
  70. बच्चो को मानसिक स्वास्थ के लिए घर मे रहकर योग करना चाहिए और अपनी पसंद की गतिविधि जैसे नृत्य गाना आदि से अपना मन फ्रेश रखे।
    शारीरिक स्वास्थ्य के लिए exercise करें,साइकिल चलाए, घर के कामों में सहयोग करें।।
    घर पर रहकर digilep से पढ़ाई करे ।।
    by sarita jain..
    buxwaha, chaatarpur madhya pradesh.....

    ReplyDelete
  71. Ek swasth tn mai hi swasth mn rhta hai.because health is wealth.

    ReplyDelete
  72. खेल खेल में शारीरिक व मानसिक विकास होता,,,यह एक अच्छी प्रक्रिया है,,।

    ReplyDelete
  73. शारीरिक स्वास्थ्य के लिए खेल कूद, योग, व्यायाम,ध्यान ये सभी आवश्यक है

    ReplyDelete
  74. शारीरिक एवं मानसिक विकास विकास में खेल एवं गतिविधियों का विशेष महत्व है ।
    खेल, खेल कूद और कुछ शारीरिक गतिविधियां जो हम प्रतिदिन करते हैं भावनात्मक स्वास्थ्य कल्याण को बढ़ावा देते हैं ।
    भीतरी गतिविधियां जैसे डांसिंग जंपिंग योगिक गतिविधियों के रूप में होती हैं
    जबकि बाहरी गतिविधियां कूदना बाधाओं के बीच दौड़ना सीढ़ी चढ़ना आदि होती है
    उपरोक्त से बालक दैनिक जीवन में भिन्न भिन्न परिस्थितियों के बीच संतुलन बनाना सीखता हैं।
    योग ना केवल शारीरिक बल्कि भावनात्मक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी बहुत महत्वपूर्ण है जब शरीर के सभी तंत्रों रंग ठीक से काम करते हैं तो शरीर खुद को स्वस्थ रखता है नियमित शारीरिक गतिविधियों एवं योगिक क्रियाओं से शरीर स्वस्थ रहता है

    ReplyDelete
  75. शारीरिक गतिविधियां मानव के केवल शारीरिक स्वास्थ्य ही नहीं बल्कि मानसिक विकास में भी सहायक होती है खेलकूद से शरीर स्वस्थ एवं मन प्रसन्न रहता है

    ReplyDelete
  76. hum sabhi ne bharf ko chuha to he pr pta he barf ko chune pr thandk ka anubhav kyo hota he kya aapne kabhi socha he..vo ye ki jab hum barf ko chute he to hamari hateli ka tap adhik hota he apekshakrt barf ke tap se...ath usma hamare hath se barf ki trh isthanantarit hone lagti he isliye thandk ka anubhav hota but mujhe barf se dr lagta

    ReplyDelete
  77. शारीरिक और मानसिक के साथ ही व्यक्ति के सम्पूर्ण विकास के लिए भी जरूरी है

    ReplyDelete
  78. lkdi पर हाथ टिकाना जिग जेग वाले खेल और सीढी chdna उतरना आदि से बच्चों में confidence आता है.वो हर तरह केे माहौल में अपने आप को dhaal लेते हैं और exercise से शरीर का विकास होता है.swasth शरीर में swasth दिमाग होता है जो बच्चों केे mansik विकास केे लिए जरूरी है

    ReplyDelete
  79. खेलकूद एवं सारी गतिविधियां यह शरीर को स्वस्थ एवं फिट रखने के लिए आवश्यक है हम योगाभ्यास करेंगे आसन करेंगे दौड़ है पर चढ़ना उतरना संतुलन बनाना यह सभी हमारे स्वास्थ्य की दृष्टि के लिए बहुत लाभदायक है और हमें अपना स्वास्थ्य बनाए रखने के लिए खेल कूद और यह जो शारीरिक व्यायाम योगाभ्यास आदि करने पड़ेंगे

    ReplyDelete
  80. कक्षाकक्षा में विविध प्रकार के बच्चे होते हैं कोई शारीरिक कोई मानसिक रूप से अलग होते हैं तो किसी के माता-पिता झगड़ा करते हैं जिससे बच्चे परेशान रहते हैं बच्चों का अलग-अलग रुचि होते हैं कोई गाना गा सकता है तो कोई नहीं जा पाता है कोई थर्ड जेंडर का होता है सभी बच्चों को साथ लेकर चलना है सभी को शिक्षा प्रदान करना है में विविध प्रकार के बच्चे होते हैं कोई शारीरिक कोई मानसिक रूप से अलग होते हैं तो किसी के माता-पिता झगड़ा करते हैं जिससे बच्चे परेशान रहते हैं बच्चों का अलग-अलग रुचि होते हैं कोई गाना गा सकता है तो कोई नहीं जा पाता है कोई थर्ड जेंडर का होता है सभी बच्चों को साथ लेकर चलना है सभी को शिक्षा प्रदान करना है

    ReplyDelete
  81. खेल कूद हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत जरूरी है हमे खेलते समय अपने शरीर में संतुलन बनाए रखने की विषेश आवश्यकता है

    ReplyDelete
  82. शारीरिक एवं मानसिक विकास विकास में खेल एवं गतिविधियों का विशेष महत्व है । संतुलन बनाना दैनिक क्रियाओं जैसे सीढ़ी चड़ाना सायकिल ,हाथ पर लकड़ी टिकाना ।जिससे वह जीवन में भिन्न भिन्न परिस्थितियों के बीच संतुलन बनाना सीख सिखाता हैं।

    ReplyDelete
  83. Sharirik evam manshik vikas ke liye bahri evam antarik gatividhiyan awashyak hai inse bacchon ka sharirik evam manshik swasth thik rehta hai.bacche prasann rehte hai jiska prabhav unke sikhne ki chamta par padta h

    ReplyDelete
  84. खेलों का हमारे जीवन में महत्वपूर्ण स्थान हैं|खेल हमें शारीरिक,मानसिक स्वास्थ्य प्रदान करता हैं साथ ही टीम भावना से कार्य करने की प्रेरणा देता हैं|

    ReplyDelete
  85. मानसिक एवं शारीरिक विकास के लिए खेल बहुत जरूरी है मानसिक विकास के लिए हम बच्चों को योग एवं सूर्य नमस्कार दिमागी कसरत करवाकर एवं ग्रामीण परिवेश में खेल खिलवा कर बच्चों का विकास एवं मनोरंजन करवा सकते हैं

    ReplyDelete
  86. खेल का हमारे जीवन में विशेष महत्व है स्वस्थ शरीर में स्वस्थ दिमाक का वास होताह

    ReplyDelete
  87. खेल कूद और सांस्कृतिक क्रियाकलापों के माध्यम से शारीरिक मानसिक और संवेदनात्मक विकास होता है और व्यक्तित्व का विकास अपनी सर्वोत्तम क्षमता के अनुरूप होता है जैसे जैसे बच्चे की उम्र बढ़ती है उनका विकास शारिरिक, मानसिक सामाजिक और भावनात्मक रूप से होता है और उनमें समझने और सीखने की क्षमता का विकास होने लगता है इसलिए हमें उनके शारीरिक और मानसिक विकास के लिए खेलकूद और गतिविधियों को शामिल करना चाहिए

    ReplyDelete
  88. शारीरिक गतिविधियां शरीर में रक्त संचार बढ़ाकर सभी अंगों को उचित ऑक्सीजन एवं भोज्य पदार्थ पहुंचाती एवं उत्सर्जी पदार्थों को शरीर से बाहर निकालने का कार्य करती है इसलिए मनुष्य पूर्णताःःशारीरिक एवं मानसिक स्वस्थ रहता है एवं मानसिक एवं शारीरिक क्षमता बढ़ जाती है

    ReplyDelete
  89. शारीरिक गतिविधियां शरीर में रक्त संचार बढ़ाकर सभी अंगों को उचित ऑक्सीजन एवं भोज्य पदार्थ पहुंचाती एवं उत्सर्जी पदार्थों को शरीर से बाहर निकालने का कार्य करती है इसलिए मनुष्य पूर्णताःःशारीरिक एवं मानसिक स्वस्थ रहता है एवं मानसिक एवं शारीरिक क्षमता बढ़ जाती है

    ReplyDelete
  90. पहला सुख निरोगी काया तभी चरितार्थ होगी जब शारीरिक मानसिक भावनात्मक तीनों रूप से मजबूत होगे

    ReplyDelete
  91. Physical strength is instrumental not only in facing diseases but also in getting success in every field, if we don't have physical strength, confidence would be lower and morale would also be lower. Sound mind lives in sound body. To be healthy exercise, Yoga, playing games, learning marshal art etc are significant. Which is why numbers for these have been included in CCE, mark sheet, National Curriculum Framework from time to time have also given due importance to physical exercise, Yoga. Alarmingly, India is becoming diabetes capital of world, one out of five person have sugar related problems. Exercise less modern life is responsible for it. Physical strength plays key role in facing Disease like COVID-19 as immunity is decisive force in combating COVID-19.

    ReplyDelete
  92. छात्र और छात्राओं के लिए खेल कूद उनके शारीरिक तथा मानसिक विकास के लिए आवश्यक होता है

    ReplyDelete
  93. खेल कूद बहुत आवश्यक है ,शारीरिक गतिविधियां शरीर में रक्त संचार बढ़ाकर सभी अंगों को उचित ऑक्सीजन एवं भोज्य पदार्थ पहुंचाती एवं उत्सर्जी पदार्थों को शरीर से बाहर निकालने का कार्य करती है इसलिए मनुष्य पूर्णताःःशारीरिक एवं मानसिक स्वस्थ रहता है एवं मानसिक एवं शारीरिक क्षमता बढ़ जाती है

    ReplyDelete
  94. मानसिक स्वास्थ्य के लिए हम योगा कर सकते हैं चैस खेल सकते हैं वह शारीरिक स्वास्थ्य के लिए हम कसरत कर सकते हैं सुबह सैर पर जा सकते हैं और क्रिकेट खेल सकते हैं

    ReplyDelete
  95. मै गोपाल लाल सुथार एकीकृत शासकीय माध्यमिक विद्यलय जैथली जिला राजगढ़ में पदस्थ हूं। मनुष्य के जीवन में विशेषकर छात्रों के सर्वांगीण विकास में शारीरिक व्यायाम का बड़ा महत्व है। बच्चों में स्पूर्थी,ताजगी एकाग्रता एवं लगन इत्यादि आंतरिक गुणों का विकास भी शारीरिक व्यायाम से होता है। छात्र जीवन से शारीरिक व्यायाम या कसरत आदि के माध्यम से छात्र अपने शारीरिक विकास की ओर ध्यान देने लगता है। विभिन्न गतिविधियों में भाग लेने से उसके मूल्यांकन आकलन आदि एवं प्रीति स्पर्धाओं में भाग लेना भी सीखता है। इसलिए हमें छात्रों को विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से शारीरिक व्यायाम पर ध्यान देना चाहिए जो उनके स्वास्थ्य को भी ठीक रखता है। प्रकार की गतिविधियां तथा विंड खेलो इत्यादि में उनकी कृतियों का ज्ञान भी हमें यहीं से पता चलता है तथा हम उसी स्तर पर उनको शिक्षण अधिगम प्रदान कर सकते हैं।

    ReplyDelete
  96. मै श्रीमती रीना विश्वकर्मा एकीकृत शासकीय माध्यमिक विद्यलय जीरियाखेडी जिला राजगढ़ में पदस्थ हूं। मनुष्य के जीवन में विशेषकर छात्रों के सर्वांगीण विकास में शारीरिक व्यायाम का बड़ा महत्व है। बच्चों में स्पूर्थी,ताजगी एकाग्रता एवं लगन इत्यादि आंतरिक गुणों का विकास भी शारीरिक व्यायाम से होता है। छात्र जीवन से शारीरिक व्यायाम या कसरत आदि के माध्यम से छात्र अपने शारीरिक विकास की ओर ध्यान देने लगता है। विभिन्न गतिविधियों में भाग लेने से उसके मूल्यांकन आकलन आदि एवं प्रीति स्पर्धाओं में भाग लेना भी सीखता है। इसलिए हमें छात्रों को विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से शारीरिक व्यायाम पर ध्यान देना चाहिए जो उनके स्वास्थ्य को भी ठीक रखता है। प्रकार की गतिविधियां तथा विंड खेलो इत्यादि में उनकी कृतियों का ज्ञान भी हमें यहीं से पता चलता है तथा हम उसी स्तर पर उनको शिक्षण अधिगम प्रदान कर सकते हैं।

    ReplyDelete
  97. बच्चों के अनूरुप शारीरिक क्षमता के लिए खेल विकसित करेंगे, विभिन्न गतिविधियों के द्वारा खेल खेल में रोचक तथ्यों पर भी खेल खिलायेंगे.

    ReplyDelete
  98. बच्चोंं के सर्वांगीण विकास के लिये बाहरी व भीतरी दोनो ही गतिविधियाँ आवश्यक होती है । बच्चो का शारीरिक व मानसिक विकास ही उसके भावी व्यक्तित्व का निर्माण करता हैं ।

    ReplyDelete
  99. में सुशांत अग्निहोत्री सहायक शिक्षक शास.वरिष्ठ बुनियादी माध्यमिक शाला पनागर जिला जबलपुर में कार्यरत हू। छात्रों के मानसिक विकास के लिये शाला मे योग एंव खेल को अनिवार्य करना चाहिये भीतरी गतिविधियों से ज्यादा बाहरी गतिविधियों से छात्रों मानसिक एंव शारिरिक विकास ज्यादा हौता हे।

    ReplyDelete
  100. जीवन मे शरीर के मानसिक और शारीरिक विकास मे खेल का विशेष महत्व होता हैं। कुछ खेल जैसे चेस मानसिक विकास के लिये तथा कुछ जैसे क्रिकेट शरीरिक विकास के लिए जरूरी हैं।

    ReplyDelete
  101. Sharirik aur mansik swasthya k liye khelkood vyayam aavashyak Hain.

    ReplyDelete
  102. Mahesh Kumar Dwivedi
    GPS Harijan Basti Berma Maihar 23130214803
    Khel aur vyayam sharirik aur mansik swasthya k liye aavashyak Hain

    ReplyDelete
  103. शारीरिक एवं मानसिक विकास में खेल गतिविधियों योगदान है ! जैसे भीतरी गतिविधि शतरंज खेलने से जहाँ मानसिक विकास होता है ,वहीं फुटबाल और क्रिकेट खेलने से शारीरिक विकास होता है !
    शारीरिक खेल गतिविधियां शरीर में रक्त संचार ,स्फूर्ति बनाए रखने में सहायक होती हैं !!

    प्रीतेश कुमार श्रीवास्तव
    gms surdaha
    सतना

    ReplyDelete
  104. शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ होने के लिए खेलकूद आवश्यक है

    ReplyDelete
  105. स्वस्थ जीवन के लिए योग , खुश रहना , खेलकूद, संगीत, अच्छा भोजन आदि सकारात्मक सोच को शामिल कर हम शारीरिक और मानसिक प्रसन्नता प्राप्त कर सकते हैं

    ReplyDelete
  106. जीवन मे शरीर के मानसिक और शारीरिक विकास मे खेल का विशेष महत्व होता हैं। कुछ खेल जैसे चेस मानसिक विकास के लिये तथा कुछ जैसे क्रिकेट शरीरिक विकास के लिए जरूरी हैं।

    ReplyDelete
  107. खेल कूद हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत जरूरी है हमे खेलते समय अपने शरीर में संतुलन बनाए रखने की विषेश आवश्यकता है

    ReplyDelete
  108. रामानुज रावत
    मेरे विचार:-
    स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मस्तिष्क का वास होता है खेलकूद व शारीरिक गतिविधियां योग व्यायाम मनुष्य के लिए बहुत आवश्यक है इन के माध्यम से ही मनुष्य का शारीरिक और मानसिक विकास संभव है।

    ReplyDelete
  109. साला में होने वाली गतिविधियां अंदर और बाहर के मानसिक एवं सामाजिक रुप से छात्र विकास में करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है

    ReplyDelete
  110. शारीरिक एवं मानसिक विकास के लिए खेल का महत्व है जैसे फुटबाल ,चैस

    ReplyDelete
  111. शारीरिक और मानसिक विकास के लिए खेल - कूद, व्यायाम ,योग व ध्यान केंद्रित करने की जरूरत है ।बच्चों के सर्वांगीण विकास हेतु शैक्षिक गतिविधियों के साथ ही शारीरिक व बौद्धिक गतिविधियों को पाठ्यक्रम मे बराबर स्थान होना आवश्यक है ।

    ReplyDelete
  112. Mera naam Bhagwati prasad joshi भीतरी गतिविधि जैसे- चैस खेलने से मानसिक विकास होता है |
    बाहरी गतिविधि जैसे- फुटबॉल खेलने से शारीरिक विकास होता है |

    ReplyDelete
  113. जीवन मे शरीर के मानसिक और शारीरिक विकास मे खेल का विशेष महत्व होता हैं। कुछ खेल जैसे चेस मानसिक विकास के लिये तथा कुछ जैसे क्रिकेट शरीरिक विकास के लिए जरूरी हैं।

    ReplyDelete
  114. मैंने व्हाट्सएप्प के माध्यम से बच्चों को डिजीलाब ग्रुप बनाकर बनाकर पढ़ाया उनकी वर्क बुक भी कंप्लीट कर आई अंकुर समूह के जो बच्चे का खा गा घा भी नहीं जानते उनके घर जाकर उनको पढ़ाया बाकी बच्चों को सिलेबस भी व्हाट्सएप के माध्यम से करवाया| चंद्रिका कौरव
    एम.एस.स्टेशन गंज गाडरवारा

    ReplyDelete
  115. मेरे हिसाब से शारीरिक एवं मानसिक विकास में खेल एवं गतिविधियों का विशेष महत्व है । संतुलन बनाना दैनिक क्रियाओं जैसे सीढ़ी चड़ाना सायकिल ,हाथ पर लकड़ी टिकाना ।जिससे वह जीवन में भिन्न भिन्न परिस्थितियों के बीच संतुलन बनाना सीख सिखाता हैं।

    ReplyDelete
  116. शारीरिक वृद्धि और विकास होना एक स्वाभाविक प्रक्रिया है जो हम सभी ने अपने उम्र के टीनएजर में महसूस की है लेकिन इस दौर से सभी को गुजरना पड़ता है लेकिन मनोबल व योग द्वारा हम कुछ मिथक वह गलत अवधारणाओं को बदल सकते हैं और बच्चों को भी हम यही राय देंगे

    ReplyDelete
  117. शारीरिक एवं मानसिक विकास विकास में खेल एवं गतिविधियों का विशेष महत्व है ।
    खेल, खेल कूद और कुछ शारीरिक गतिविधियां जो हम प्रतिदिन करते हैं भावनात्मक स्वास्थ्य कल्याण को बढ़ावा देते हैं ।
    भीतरी गतिविधियां जैसे डांसिंग जंपिंग योगिक गतिविधियों के रूप में होती हैं
    जबकि बाहरी गतिविधियां कूदना बाधाओं के बीच दौड़ना सीढ़ी चढ़ना आदि होती है
    उपरोक्त से बालक दैनिक जीवन में भिन्न भिन्न परिस्थितियों के बीच संतुलन बनाना सीखता हैं।
    योग ना केवल शारीरिक बल्कि भावनात्मक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी बहुत महत्वपूर्ण है जब शरीर के सभी तंत्रों रंग ठीक से काम करते हैं तो शरीर खुद को स्वस्थ रखता है नियमित शारीरिक गतिविधियों एवं योगिक क्रियाओं से शरीर स्वस्थ रहता है

    ReplyDelete
  118. अच्छा स्वास्थ्य अच्छी मानसिकता का परिचायक होता है,स्वस्थ्य शरीर के लिए किसी व्यक्ति द्वारा बाहरी और भीतरी गतिविधियों का किया जाना अति आवश्यक है।इन गतिविधियों से हमारा शरीर चेतन अवस्था मे रहता है, जिसके कारण हम किसी भी काम को आसानी से करने में सक्षम होते है।
    व्यायाम, बाहरी, भीतरी गतिविधि करने से हमारा शरीर स्वस्थ्य रहता है।बच्चों के विकास के लिए विद्यालयों में खेलकूद, व्यायाम पीटी, परेड, एनसीसी ,जैसे carryculam समाहित किये गए है।

    ReplyDelete
  119. मानव जीवन में खेल का एक विशेष स्थान है जेसे भीतरी खेल रस्सी कुदने से हमरा शरीर स्वस्थ रहता हैं बाहरी गतिविधियों दौड़ने से शारीरिक मैं स्फूर्ति अति है

    ReplyDelete
  120. भीतरी गतिविधि में बहुत सारी एक्टिविटी आती हैं।जो हमारे शारीरिक विकास में सहयोग करती है, कुछ एक्टिविटी हमारे रोजाना कामों से भी हो जाती है जो हम घर के अंदर करते है।
    बाहरी गतिविधि में हम रोज सीढियां चढ़ते उतरते हैं, टहलते है,बालटों से पानी लाते है ,दौड़ते है,सभी हमारे शारीरिक विकास में मदद करते है।

    ReplyDelete
  121. Vibhinn physical activities hmare swaasthya ke liye atyant aavashyak h. Inse n keval shaaririk apitu maansik vikas bhi hota h.

    ReplyDelete
  122. जीवन मे शरीर के मानसिक और शारीरिक विकास मे खेल का विशेष महत्व होता हैं। कुछ खेल जैसे चेस मानसिक विकास के लिये तथा कुछ जैसे क्रिकेट शरीरिक विकास के लिए जरूरी हैं।

    ReplyDelete
  123. Saririk avm mansic vikas me santulan banye rakhane ke liye indor ya aught dor game ati mahatavporn hai

    ReplyDelete
  124. मानव जीवन में स्वस्थ रहने के लिए खेल और योग बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं, खेल से शरीर मजबूत बनता है, व शरीर में रक्त का संचार होता है।

    ReplyDelete
  125. भीतरी गतिविधि जैसे- चैस खेलने से मानसिक विकास होता है |
    बाहरी गतिविधि जैसे- फुटबॉल खेलने से शारीरिक विकास होता है |

    ReplyDelete
  126. शारीरिक मानसिक विकास हेतु व्यायाम जरूरी है।

    ReplyDelete
  127. जीवन मे शरीर के मानसिक और शारीरिक विकास मे खेल का विशेष महत्व होता हैं। कुछ खेल जैसे चेस मानसिक विकास के लिये तथा कुछ जैसे क्रिकेट शरीरिक विकास के लिए जरूरी हैं।

    ReplyDelete
  128. स्वास्थ्य संबंधित गतिविधियाँ
    स्वस्थ शरीर में स्वस्थ मस्तिष्क का वास होता हैं। स्वस्थ मस्तिष्क के लिए खेलकूद आवश्यक है, खेलकूद से शरीर मे रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ेगी और मस्तिष्क का विकास होगा ।बालक की शिक्षा से पहले स्वास्थ्य महत्वपूर्ण है।शाला में पढ़ाई के साथ इनडोर आउटडोर गेम दोनो ही मानसिक,शारीरिक,व्यक्तित्वविकास,सामाजिक विकास के लिए जरूरी है।

    ReplyDelete
  129. This comment has been removed by the author.

    ReplyDelete
  130. Bachcho ke vikas ke liye saririk aur mansik dono prakar ki gatividhiya bahut awashyak hain.

    ReplyDelete
  131. शारीरिक एवं मानसिक विकास विकास में खेल एवं गतिविधियों का विशेष महत्व है ।

    ReplyDelete
  132. शारीरिक-मानसिक विकास का बच्चों पर खेल कुद का असर पड़ता है।

    ReplyDelete
  133. शारीरिक एवं मानसिक विकास विकास में खेल एवं गतिविधियों का विशेष महत्व है । संतुलन बनाना दैनिक क्रियाओं जैसे सीढ़ी चड़ाना सायकिल ,हाथ पर लकड़ी टिकाना ।जिससे वह जीवन में भिन्न भिन्न परिस्थितियों के बीच संतुलन बनाना सीख सिखाता हैं।

    ReplyDelete
  134. शारीरिक व्यायाम हमारे शरीर एवं मस्तिष्क को स्वस्थ रखने के लिये आवश्यक है मेरे लिये हर कार्य व्यायाम है जिसमे हमें शारीरिक तोर पर ऊर्जा की
    आवश्यकता होती है जैसे गरेलु काम, खेलना साईकिल चलाना, साफ -सफाई करना आदि

    ReplyDelete
  135. शरीर को स्वस्थ रखने एवं रक्त संचार बढ़ाने के लिए बाहरी खेलों को खेलना चाहिए जैसे बैडमिंटन, क्रिकेट इत्यादि ।मानसिक स्वास्थ्य में वृद्धि के लिए घर में लूडो और चैस को बढ़ावा मिलना चाहिए

    ReplyDelete
  136. खेलकूद से शारीरिक स्वास्थ्य और मानसिक स्वास्थ्य में वृद्धि होती है।।

    ReplyDelete
  137. बाहरी गतिविधियों में शामिल खेल से हमें बहुत लाभ मिलता है जिससे कि हमारा शरीर स्वस्थ रहता है और भीतरी गतिविधियों से हमारी मानसिक स्थिति सही रहती है।

    ReplyDelete
  138. मैं संजय शुक्ला , MS Kalapan, यह मानता हूं कि मानव जीवन में शारीरिक एवं मानसिक विकास विकास में खेल एवं गतिविधियों का विशेष महत्व है । कोरोना जैसे कठिन समय मे अगर व्यक्ति कम से कम सीधी का इस्तेमाल करे, वॉक करे, घर के काम मे हाथ बटाये, पौधों को पानी दे, योग करे, तो व्यक्ति का सम्पूर्ण उत्थान हो।

    ReplyDelete
  139. शारीरिक गतिविधियाँ हमारी नसों में रक्त के प्रवाह में सुधार करती हैं शारीरिक गतिविधियाँ लचीलेपन को बेहतर बनाने में मदद करती हैं। यह हमें तरोताजा महसूस कराता है। शारीरिक गतिविधियाँ हमारी हड्डियों को मजबूत बनाती हैं

    ReplyDelete
  140. bharti badole
    स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मस्तिष्क का निवास होता है।दोनों के ही विकास के लिए खेलकूद ,व्यायाम,योग ,सामूहिक गतिविधियों का बहुत महत्व है।इसीलिए बहुउद्देशीय विद्यालय होना चाहिए।

    ReplyDelete
  141. स्वास्थ्य संबंधित गतिविधियाँ
    स्वस्थ शरीर में स्वस्थ मस्तिष्क का वास होता हैं। स्वस्थ मस्तिष्क के लिए खेलकूद आवश्यक है, खेलकूद से शरीर मे रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ेगी और मस्तिष्क का विकास होगा ।बालक की शिक्षा से पहले स्वास्थ्य महत्वपूर्ण है।शाला में पढ़ाई के साथ इनडोर आउटडोर गेम दोनो ही मानसिक,शारीरिक,व्यक्तित्वविकास,सामाजिक विकास के लिए जरूरी है।

    ReplyDelete
  142. कॉल लगाओ कोविड-19 के दौरान मैंने अपने छात्र छात्राओं को बड़े ही तन्मयता के साथ घर-घर जाकर बच्चों को पढ़ाया हमने छात्रों की पढ़ाई को रुकने नहीं दिया

    ReplyDelete
  143. स्वास्थ्य शरीर में ही स्वस्थ मस्तिष्क का निवास होता है दोनों के विकास के लिए खेलकूद व्यायाम योग सामूहिक गतिविधि का बहुत महत्व है इसलिए बहु उद्देश्य विद्यालय होना चाहिए।

    ReplyDelete
  144. खेल से मानव का सर्वांगीण विकास होता है।

    ReplyDelete
  145. शरीर को स्वस्थ रखने एवं रक्त संचार बढ़ाने के लिए बाहरी खेलों को खेलना चाहिए जैसे बैडमिंटन, क्रिकेट इत्यादि ।मानसिक स्वास्थ्य में वृद्धि के लिए घर में लूडो और चैस को बढ़ावा मिलना चाहिए

    ReplyDelete
  146. Bachcha ke liye mansik Vikas ke sath sharerik Vikas ke liye khelkood bhe jroori hai.hme ISKA khyal rakhna Chahiye aur sbhe ko sath lekr kuchh smyunke sath khelna Chahiye.

    ReplyDelete
  147. हम स्वास्थ्य को दो भागो मे बांटकर देख सकते है प्रथम शारीरिक स्वास्थ्य और दूसरा मानसिक स्वास्थ्य।दोनो ही स्वास्थ्य का मानव विकास की दृष्टि से महत्वपूर्ण है।शाररीरिक स्वास्थ्य के लिये विभीन्न शारीरिक गतिविधि यां जैसे खेल,योग,और मानसिक विकास हेतु बौद्धिक,सांस्कृतिक,मनोरंजनात्मक गतिविधियों का हम प्रयोग करते है।ईन सब गतिविधियों को अपनाते समय बालको की आयु का विशेष ध्यान रखा जाना चाहिये।उनके स्तर के अनुकूल ही गतिविधियों को शामिल करते है।आदर्श मानव शक्ति के लिये आदर्श संतुलित शारीरिक स्वास्थ्य की आवश्यकता होती है और ईसके लिये हम शिक्षको को ईस बात का पूर्ण ज्ञान और कौशल होना चाहिये।अनिल केचे,स.शि.,शा.प्रा.शाला भरियाढाना, तामियाँ, छिंदवाड़ा, म.प्र.

    ReplyDelete
  148. Outdoor Games, meditation, sports, indoor games

    ReplyDelete
  149. Sharir swasth rakhne ke liye khel ka bhut jyada mahatva hai.....kunki khelne se sharir mjbut hota hai.....iske Alawa hum aur bhi games khel sakte hai ......chess ke game se dimag develop hota hai.....exercise Karna bhi bhut important hai exercise se body develop hoti hai aur energy badhti hai

    ReplyDelete
  150. Santosh kumar Athya
    Govt.P/S Arora, Damoh
    छात्रों के साथ-साथ शिक्षकों के भी संपूर्ण शारीरिक एवं मानसिक विकास हेतु विद्यालयों में खेल गतिविधियां अत्यंत आवश्यक है, अतः एक शिक्षक के रूप में हमारा निजी दृष्टिकोण है - यदि शिक्षक अपनी पाठ्यवस्तु को खेल गतिविधि में परिवर्तित कर कक्षा,कक्ष की अपेक्षा खेल मैदान पर बिताए तो शिक्षक और छात्रों के बीच मित्रवत संबंधों के साथ-साथ स्वास्थ्य संबंधी सकारात्मक परिणाम प्राप्त किए जा सकते हैं। ऐसा करने पर हम नियुक्ति तिथि के दिनों जैसे कार्य करने की ऊर्जा अपने भीतर बनाए रख सकते हैं।
    " नवाचार करते रहने से शिक्षकों की और खेल गतिविधियां करते रहने से छात्रों की आंखों में सदैव चमक बनी रहती है।"

    ReplyDelete
  151. This comment has been removed by the author.

    ReplyDelete
  152. शारीरिक एंव मानसिक विकास के लिए मनोरंजन,खेलकूद गतिविधी अति आवश्यक है।दैनिक जीवन मे हमे रोजाना घरो के विभिन्न कामो मे,रस्सी, कूदना, योगा सन करना अति आवश्यक है।तन मन दिमाग स्वस्थ रहता है।

    ReplyDelete
  153. बच्चों का बाहरी एवं कक्षा में विकास होना चाहिए दिनेश पोरवाल मा,वि, जलोदिया

    ReplyDelete
  154. बच्चों का बाहरी एवं कक्षा में विकास होना चाहिए दिनेश पोरवाल मा,वि, जलोदिया

    ReplyDelete
  155. भीतरी गतिविधियों में प्राणायाम, विभिन्न प्रकार के आसन एवं यौगिक अभ्यास शामिल किए जा सकते हैं ।
    बाहरी गतिविधियों में बैडमिन्टन, कबडडी, पकडम पकड़ाई पेड़ो पर चढ़ना आदि विभिन्न प्रकार के खेलों को शामिल किया जा सकता है ।

    ReplyDelete
  156. BB 3716
    गतिविधियां भीतरी होंठ या बाहरी दोनों ही छात्रों को सहयोगी होती हैं उन्हे । कुछ सीखने और चुनोतियों से जूझने में सक्षम बनाती हैं।

    ReplyDelete
  157. जीवन में बुनयादी जरूरतों के साथ-साथ शारीरिक, मानसिक व भावनात्मक परिपूर्णता के लिए खेलों व सांस्कृतिक गतिविधियों का अपना महत्व है। इन गतिविधियों के दौरान हम जीवन के दुखों व अन्य समस्या से दूर हो जाते हैं। कोशिश करें जहां तक हो सके तो आंतरिक गतिविधियों खेलों की जगह बाह्य गतिविधियों को चुना जाए, जिससे बच्चों का शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य बढ़िया रहे ।

    ReplyDelete
  158. बच्चों के शारीरिक व मानसिक विकास के लिए गतिविधियां महत्वपूर्ण है खेलों से शारीरिक एवं मानसिक क्षमता बढ़ती है एवं हम स्वस्थ और निरोग रहते हैं

    ReplyDelete
  159. Me Sunita bairagi PS sriram kalony kotha Blok khalwa jila khandwa. Bhitari or Bahri gatividhi sharir k liye bhut jaruri h. Bhitari gatividhi Ludo,keram,sapsidi hoty h or Bahri gatividhi me kricet, khokho,cabaddy aate h.dono gatividhi sharir k liye jaruri h....isse hi bachcho ka sarvangin Vikas hota h.

    ReplyDelete
  160. बच्चों के शारीरिक व मानसिक विकास के लिए खेलकूद व कुछ शारीरिक गतिविधियां आवश्यक हैं खेलों से हम स्वस्थ व निरोगी रहते हैं

    ReplyDelete
  161. बच्चों के शाररिक व मानसिक विकास के लिए गतिविधियों महत्त्वपूर्ण है खेलों से शारिरिक व मानसिक क्षमता बढ़ती है।हम स्वस्थ व निरोगी रहते है।

    ReplyDelete
  162. जीवन में बुनयादी जरूरतों के साथ-साथ शारीरिक, मानसिक व भावनात्मक परिपूर्णता के लिए खेलों व सांस्कृतिक गतिविधियों का अपना महत्व है। इन गतिविधियों के दौरान हम जीवन के दुखों व अन्य समस्या से दूर हो जाते हैं। कोशिश करें जहां तक हो सके तो आंतरिक गतिविधियों खेलों की जगह बाह्य गतिविधियों को चुना जाए, जिससे बच्चों का शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य बढ़िया रहे

    ReplyDelete
  163. कोविद 19 को दिन में रखते हुए बाह्य एवं भीतरी गतिविधियों के माध्यम से सम्पूर्ण शारीरिक विकास सहित खेल खेल में शिक्षा से समग्र विकास सम्भव है।

    ReplyDelete
  164. कॉल लगाओ कोविड-19 के दौरान मैंने अपने छात्र छात्राओं को बड़े ही तन्मयता के साथ घर-घर जाकर बच्चों को पढ़ाया हमने छात्रों की पढ़ाई को रुकने नहीं दिया

    ReplyDelete
  165. भीतरी गतिविधियों के लिए मेडिटेशन , प्राणायाम-भ्रामरी , अनुलोम-विलोम, कपाल भाती, उज्जायी करना , नृत्य करना आदि अच्छे हैं।
    बाहरी गतिविधियों में दंड-बैठक, रस्सी कूदना, रस्सा-खेंच, पुश अप्स, सूर्य नमस्कार, बाधा दौड़, और तैरना- दौड़ना बहुत अच्छे हैं।

    ReplyDelete
    Replies
    1. उपरोक्त कमेंट बालकृष्ण जोशी शिक्षक, मा.वि.क्र.01,तराना की है।

      Delete
  166. भीतरी गतिविधि जैसे कैरम खेलना जिसमें मानसिक विकास होता है और बाहरी गतिविधि जिसमें जैसे क्रिकेट खेलने जिससे शारीरिक विकास होता है

    ReplyDelete
  167. स्वस्थ्य शरीर में स्वस्थ्य मन होता है अतः खेल कूद भी जरुरी है

    ReplyDelete
  168. एक महत्वपूर्ण उक्ति है - स्वास्थ्य ही धन है यानी एक अच्छा स्वास्थ्य हमें अच्छा जीवन जीने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।हमारा शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य हमारे विद्धि और
    विकास के लिए महत्त्वपूर्ण है ।नवीन पाठ्चर्या मेंं विभिन्न गतिविधियों, खेलकूद, योग, व्यायाम, को शामिल करके बच्चों को अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूक किया जा रहा है । कक्षा के अन्दर की गतिविधियां जैसे शब्दों की अन्ताक्षरी , चार्ट बोर्ड पर वस्तुओं को देखकर पहचाना ,चेंस और लुड्डो खेलना आदि तथा कक्षा के बाहर की गतिविधियां जैसे विभिन्न खेलकूद- दौड़ना, कबड्ड़ी खेलना, प्रार्थना सभा, विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का नेतृत्व करना आदि।इन सभी गतिविधियों के माध्यम से एक संवेदनशील शिक्षक बच्चों मेंं विभिन्न शारीरिक और मानसिक कौशल विकसित कर सकता है तथा अपने औंर बच्चों के बीच अच्छा संबंध विकसित कर सकता है जिससे बच्चेंं बिना डरे, बिना शर्माए अपनी बात को शिक्षक के सामने रख पाए । बच्चों का अपने शिक्षक और विद्यालय के प्रति अच्छा व्यवहार आगे चलकर बच्चों के सुंदर भविष्य मेंं महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है ।

    ReplyDelete
  169. शारीरिक एवं मानसिक विकास विकास में खेल एवं गतिविधियों का विशेष महत्व है । संतुलन बनाना दैनिक क्रियाओं जैसे सीढ़ी चड़ाना सायकिल ,हाथ पर लकड़ी टिकाना ।जिससे वह जीवन में भिन्न भिन्न परिस्थितियों के बीच संतुलन बनाना सीख सिखाता हैं।

    ReplyDelete
  170. शारीरिक गतिविधियों सेहमारे शरीर के संचालन एवं मानसिक सामाजिक विकास की राह खुल जाती है अतः शारीरिक गतिविधि से बच्चों का सर्वागीण विकास संभव है।

    ReplyDelete
  171. Bhitri gtividhiya jense chens.khenle se bchchon ka mansik vikas hota hein.
    Bhari gem se futval khelne se sharirik vikas hota hein.

    ReplyDelete
  172. स्वास्थ्य संबंधी गतिविधियों बच्चों के लिए बहुत ही लाभदायक होता है क्योंकि भीतरी और बाहरी गतिविधियां लाभकारी होती और उसमें सबसे मनोहारी गतिविधि ज़िक्जिक अच्छी लगती है l

    ReplyDelete
  173. अच्छे स्वास्थ्य के लिए शारीरिक गतिविधि का होना अति आवश्यक है इसलिए सभी शिक्षकों से निवेदन है साला परिसर में बच्चों को शारीरिक गतिविधियों से आवश्यक रूप से जोड़ कर रखें हरि ओम नमस्कार

    ReplyDelete
  174. Shiksha ke sath khel bhi important hota hy sath hi body me rakt ka sanchar tezi se daudta hy is liye khel ka v apna sthan hy .

    ReplyDelete
  175. बच्चो के शारीरिक एवं मानसिक विकास के लिए गतिविधि महत्वपूर्ण होती है खेलने से शरीर स्वस्थ और निरोग रहता है।

    ReplyDelete
  176. भीतरी गतिविधि :- जैसे कैरम खेलना जिसमें मानसिक विकास होता है ।
    बाहरी गतिविधि :- जिसमें जैसे फुटवाल खेलने जिससे शारीरिक विकास होता है।

    ReplyDelete
  177. बच्चों के शारीरिक विकास के लिए बच्चों के मानसिक विकास के लिए उनका शारीरिक व्यायाम होना बहुत आवश्यक है अतः खेल गतिविधियां करवाना बहुत आवश्यक है

    ReplyDelete
  178. नियमित आधार पर खेल खेलना एक व्यक्ति के चरित्र और स्वास्थ्य निर्माण में मदद करता है। यह आमतौर पर देखा जा सकता है कि, युवा अवस्था से ही खेल में शामिल रहने वाला एक व्यक्ति, बहुत ही साफ और मजबूत चरित्र के साथ ही अच्छे स्वास्थ्य को विकसित करता है। खिलाड़ी बहुत अधिक समय के पाबंद और अनुशासित होते हैं, इस प्रकार, हम कह सकते हैं कि, खेल राष्ट्र और समाज के लिए विभिन्न मजबूत और अच्छे नागरिक प्रदान करता है।

    #Ramsiya_Kushwah

    ReplyDelete
  179. स्वस्थ शरीर मे ही स्वस्थ मन का वास होता हैशारिरिक गतिविधियों से हमारा स्टेमना बढ़ता है

    ReplyDelete
  180. Rachna gautam
    (MS PIPALGOTA SIVNIMALWA)



    Khel khud wa saririka pranyam swasth k liye bht avashak h jese, dodh, sidhi pr chdhna, subh yog krna inse sarir swasth mann prasann hota h.


    ~rachna gauatam





    ReplyDelete
  181. खेल जीवन का आधार है

    ReplyDelete
  182. खेल से बच्चों का स्वास्थ्य ठीक रहता है और पढ़ने में मन लगता है

    ReplyDelete
  183. सभी छात्रों को शारिरिक, मानसिक और भावनात्मक रूप से सुदृढ़ होना अनिवार्य है, जिससे वे एक श्रेष्ठ नागरिक बनें और स्वयं को और राष्ट्र को उत्थान की ओर ले जायें।

    ReplyDelete
  184. बच्चो के सरिरिक एवं मानसिक विकास के लिए खेल अव्यस्यक है सत्रंज , खोखो , हॉकी , चैर डूर बच्चो के सरिरिम एवं मानसिक विकास को बढ़ाने में सहायक होते है

    ReplyDelete
  185. Sharirik aur mansik vikas mai khel aur gatividhiyan ka vishesh mahatv hai. Santulan banana, sidhi chadna, kudna, ghar ke kamo mai madat krna etc. Ye sab sharirik shamta ko badhati hai. Mansik vikas ke liye kitab padhna, paheliye bujhane se masik shamta badh jati hai.

    ReplyDelete
  186. I am umashankar Singh Thakur prathmik shikshak p s Topi dheemarkheda katni mp. According to me running, swimming and kabaddi improve the immunity system and makes body healthy.

    ReplyDelete
  187. अच्छे शारीरिक और मानसिक विकास के लिए खेल कूद एवं योग करना जरूरी है।

    ReplyDelete
  188. शारीरिक गतिविधियों के नियमित संचालन से स्वस्थ शरीर के साथ ही स्वस्थ मन का निर्माण होता है वो कहते हैं ना मन चंगा तो कठौती में गंगा

    ReplyDelete
  189. हमने बच्चों को कराने के लिए प्रयास किए लेकिन स्कूल में बच्चों की संख्या अधिक होने के कारण सभी बच्चों तक पहुंचने में कठिनाई हो रही है फिर भी हमारा प्रयास रहेगा सभी बच्चों को शिक्षा से जोड़े रखेंगे।

    ReplyDelete

Post a Comment

Popular posts from this blog

मॉड्यूल 13 गतिविधि 3: विद्यालय नेतृत्व एवं छात्र अधिगम

मॉड्यूल 13 गतिविधि 1 : प्रभावशाली नेतृत्वकर्ता के गुण

मॉड्यूल 15 गतिविधि 1: अपने बचपन की यादों को साझा करें